लिखिए-

  1. NCERT Solutions For Class 9 Sparsh Hindi Chapter 4
  2. अपने मित्र को एक पत्र लिखिए for class 6,7,8,9,10,11,12
  3. NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 8 त्रिवर्णः ध्वजः
  4. अव्यय के भेद परिभाषा उदहारण पूरी जानकारी Avyay bhed paribhasha examples
  5. लिखिए in English
  6. सर्वनाम : सर्वनाम के भेद, परिभाषा, उदाहरण, वाक्य, शब्द
  7. जानिए अनुस्वार क्या है और अनुनासिक शब्द कौन कौन से हैं
  8. मित्र को जन्मदिन की बधाई देते हुए एक बधाई पत्र लिखिए for class 6,7,8,9,10,11,12


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NCERT Solutions For Class 9 Sparsh Hindi Chapter 4

NCERT Solutions for Class 9 Hindi Sparsh Chapter 4 तुम कब जाओगे, अतिथि is part of Board CBSE Textbook NCERT Class Class 9 Subject Hindi Sparsh Chapter Chapter 4 Chapter Name तुम कब जाओगे, अतिथि Number of Questions Solved 34 Category NCERT Solutions for Class 9 Hindi Sparsh Chapter 4 तुम कब जाओगे, अतिथि पाठ्यपुस्तक के प्रश्न-अभ्यास मौखिक निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए- प्रश्न 1. अतिथि कितने दिनों से लेखक के घर पर रह रहा है? उत्तर- अतिथि चार दिनों से लेखक के घर पर रह रहा है। प्रश्न 2. कैलेंडर की तारीखें किस तरह फड़फड़ा रही हैं? उत्तर- कैलेंडर की तारीखें अपनी सीमा में नम्रता से फड़फड़ा रही हैं। मानों वे भी अतिथि को बता रही हों कि तुम्हें यहाँ आए। दो-तीन दिन बीत चुके हैं। प्रश्न 3. पति-पत्नी ने मेहमान का स्वागत कैसे किया? उत्तर- पति-पत्नी ने मेहमान का स्वागत प्रसन्नतापूर्वक किया। पति ने स्नेह से भीगी मुसकान से उसे गले लगाया तथा पत्नी ने सादर नमस्ते की। प्रश्न 4. दोपहर के भोजन को कौन-सी गरिमा प्रदान की गई? उत्तर- दोपहर के भोजन को लंच की गरिमा प्रदान की गई। प्रश्न 5. तीसरे दिन सुबह अतिथि ने क्या कहा? उत्तर- अतिथि ने तीसरे दिन कहा कि वह अपने कपड़े धोबी को देना चाहता है। प्रश्न 6. सत्कार की ऊष्मा समाप्त होने पर क्या हुआ? उत्तर- सत्कार की ऊष्मा समाप्त होने पर लेखक उच्च मध्यमवर्गीय डिनर से खिचड़ी पर आ गया। यदि इसके बाद भी अतिथि नहीं गया तो उसे उपवास तक जाना पड़ सकता है। लिखित (क) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए- प्रश्न 1. लेखक अतिथि को कैसी विदाई देना चाहता था? उत्तर- लेखक अपने अतिथि को भावभीनी विदाई देना चाहता था। वह चाहता था कि अतिथि क...

अपने मित्र को एक पत्र लिखिए for class 6,7,8,9,10,11,12

Advertisement मैं यहां कुशल पूर्वक से हूं और तुम्हारी कुशलता की प्रार्थना करता हूं। कई दिनों से तुम्हारा पत्र नहीं मिला, सब कुशल मंगल से तो है? मैंने पिछले पत्र में जिक्र किया था कि मैं विद्यालय की तरफ से शैक्षिक भ्रमण पर जा रहा हूं। मैं उस भ्रमण के अनुभव को तुम से बांटना चाहता हूं। हम लोग आगरा गए थे। हमारे इतिहास के अध्यापक हम लोगों को ऐतिहासिक प्रमाणों के साथ शिक्षित करना चाहते थे। आगरा मुगल कालीन सल्तनत का अनूठा उदाहरण है। इस भ्रमण के दौरान मुझे तुम्हारी कमी बहुत खली क्योंकि मुझे याद है कि एक बार हम दोनों आगरा गए थे तब हमने कितनी मस्ती की थी। तुम्हारा स्वास्थ्य कैसा है? इन दिनों फ्लु का खतरा मंडराने लगा है इसलिए अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना और साथ ही साथ अपने मित्रों को कभी-कभी पत्र भी लिख लिया करना, अच्छा लगता है। Advertisement दिनांक: 5-3-2021 प्रिय मित्र, सप्रेम नमस्ते आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि तुम स्वस्थ और सानंद होगी। कई दिनों से तुम्हें पत्र लिखने की सोच रही थी लेकिन थोड़ी व्यस्तता के कारण समय नहीं निकल पा रहा था। आज अपने कार्य को थोड़ा विराम देकर मैंने तुम्हें यह पत्र लिखने का मन बना ही लिया है। तुमसे बात करके अपनी बातें तुमसे बांट कर मेरा मन हल्का हो जाता है। इधर कुछ दिनों से कार्य की व्यस्तता के कारण दिनचर्या कुछ उबाऊ सी-हो गई है इसलिए मैं यह चाह रही थी कि तुम मेरे साथ कहीं घूमने चलो। थोड़े दिन हम दोनों साथ-साथ रहेंगे और एक दूसरे से खूब बातें करेंगे। एक लंबे अरसे के बाद हमारा मिलना होगा कहो, तुम्हारा क्या कहना है! तुम्हें याद है कि हम लोग एक साथ घूमने कब गए थे शायद मनाली टूर पर हम दोनों साथ गये थे। उसके बाद से हमारा तुम्हारा कहीं साथ घूमना नहीं हो पाया है...

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 8 त्रिवर्णः ध्वजः

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Ruchira Chapter 8 त्रिवर्णः ध्वजः Class 7 Sanskrit Chapter 8 त्रिवर्णः ध्वजः Textbook Questions and Answers प्रश्न: 1. शुद्ध कथनस्य समक्षम् ‘आम्’ अशुद्ध कथनस्य समक्षं ‘न’ इति लिखत- (शुद्ध कथन के सामने ‘आम्’ और अशुद्ध कथन के सामने ‘न’ लिखिए- Write ‘आम्’ before a right sentence and ‘न’ before a wrong sentence.) उत्तराणि: (क) आम् (ख) न (ग) आम् (घ) न (ङ) आम्। प्रश्न: 2. अधोलिखितेषु पदेषु प्रयुक्तां विभक्तिं वचनं च लिखत- (निम्नलिखित शब्दों में प्रयुक्त विभक्ति और वचन लिखिए- Write the inflexion and number applied in words given below.) उत्तराणि: विभक्तिः – वचनम् षष्ठी – एकवचनम् षष्ठी – बहुवचनम् षष्ठी – एकवचनम् तृतीया – बहुवचनम् षष्ठी – एकवचनम् षष्ठी – बहुवचनम् सप्तमी – एकवचनम् प्रश्न: 3. एकपदेन उत्तरत- (एक शब्द में उत्तर दीजिए- Write answers in one word.) (क) अस्माकं ध्वजे कति वर्णाः सन्ति? उत्तराणि: त्रयः (ख) त्रिवर्णे ध्वजे शक्त्याः सूचकः कः वर्णः? उत्तराणि: केशरवर्णः (ग) अशोकचक्रं कस्य द्योतकम् अस्ति? उत्तराणि: प्रगते: (घ) त्रिवर्णः ध्वजः कस्य प्रतीकः? उत्तराणि: राष्ट्रगौरवस्य । प्रश्न: 4. एकवाक्येन उत्तरत- (एक वाक्य में उत्तर दीजिए- Write the answer in one sentence.) (क) अस्माकं ध्वजस्य श्वेतवर्णः कस्य सूचकः अस्ति? उत्तराणि: अस्माकं ध्वजस्य श्वेतवर्णः शान्तेः सूचकः अस्ति । (ख) अशोकस्तम्भः कुत्र अस्ति? उत्तराणि: अशोक स्तम्भः सारनाथे अस्ति। (ग) त्रिवर्णध्वजस्य उत्तोलनं कदा भवति? उत्तराणि: त्रिवर्णध्वजस्य उत्तोलनं स्वतंत्रतादिवसे गणतंत्रदिवसे च भवति। (घ) अशोकचक्रे कति अराः सन्ति? उत्तराणि: अशोकचक्रे चतुर्विशतिः अराः सन्ति। प्रश्नः 5. अधोलिखि...

अव्यय के भेद परिभाषा उदहारण पूरी जानकारी Avyay bhed paribhasha examples

Table of Contents • • • • • • • • • अव्यय के भेद परिभाषा उदहारण सहित अव्यय की परिभाषा ( Avyay ki paribhasha ) – ऐसे शब्द जिसमें लिंग , वचन , पुरुष , कारक आदि के कारण कोई विकार नहीं आता अव्यय कहलाते हैं। यह सदैव अपरिवर्तित , अविकारी एवं अव्यय रहते हैं। इनका मूल रूप स्थिर रहता है , वह कभी बदलता नहीं है जैसे – इधर , किंतु , क्यों , जब , तक , इसलिए , आदि। अव्यय के भेद ( Avyay ke bhed ) – अव्यय के चार भेद माने जाते हैं। • क्रिया विशेषण • संबंधबोधक • समुच्चयबोधक • विस्मयादिबोधक • निपात Avyay in hindi grammar with examples 1 क्रिया विशेषण Kriya visheshan – जो शब्द क्रिया की विशेषता बताते हैं उन्हें क्रिया विशेषण कहते हैं। अर्थ के आधार पर क्रिया विशेषण चार प्रकार के होते हैं १ स्थानवाचक रीतिवाचक – यहां , वहां , भीतर , बाहर। दिशावाचक – इधर , उधर , दाएं , बाएं। २ कालवाचक समयवाचक – आज , कल , अभी , तुरंत। अवधिवाचक – रात भर , दिन भर , आजकल , नित्य। बारंबारतावाचक – हर बार , कई बार , प्रतिदिन। ३ परिमाणवाचक अधिकताबोधक – बहुत , खूब , अत्यंत , अति। न्यूनताबोधक – जरा , थोड़ा , किंचित , कुछ। पर्याप्तिबोधक – बस , यथेष्ट , काफी , ठीक। तुलनाबोधक – कम , अधिक , इतना , उतना। श्रेणीबोधक – बारी – बारी , तिल-तिल , थोड़ा-थोड़ा। ४ रीतिवाचक ऐसे , वैसे , कैसे , धीरे , अचानक , कदाचित , अवश्य , इसलिए , तक , सा , तो , हां , जी , यथासंभव। 2 संबंधबोधक Sambandh bodhak – जो अव्यय किसी संज्ञा के बाद आकर उस संज्ञा का संबंध वाक्य के दूसरे शब्द से दिखाते हैं उन्हें संबंधबोधक कहते हैं। जैसे • वह दिन भर काम करता रहा। • मैं विद्यालय तक गया था। • मनुष्य पानी के बिना जीवित नहीं रह सकता। संबंधबोधक अव्ययों के कुछ और उदाहरण...

लिखिए in English

34 हमने यह भी तय किया है कि याजक, लेवी और बाकी लोग हमारे परमेश्वर के भवन के लिए लकड़ियाँ लाएँगे ताकि हमारे परमेश्वर यहोवा की वेदी पर आग जलती रहे, जैसा कि मूसा के कानून में लिखा है। + इसलिए हम चिट्ठियाँ डालकर तय करेंगे कि उन्हें अपने पिता के घराने के हिसाब से कब-कब लकड़ियाँ लानी हैं और वे हर साल उसी वक्त पर लकड़ियाँ लाएँगे।

सर्वनाम : सर्वनाम के भेद, परिभाषा, उदाहरण, वाक्य, शब्द

विषय-सूचि • • • • • • • • • • • • • • • • सर्वनामकीपरिभाषा: सर्वनामकेउदाहरण: आइयेकुछउदाहरणोंकेद्वारासर्वनामकोविस्तारसेसमझतेहैं।नीचेलिखेवाक्योंकोध्यानपूर्वकदेखे– : • पेड़-पौधेप्रकाश-संश्लेषणकीक्रियाकेदरम्यानऑक्सीजनमुक्तकरतेहैं। • पेड़-पौधेपर्यावरणकोसंतुलितबनायेरखतेहैं। • पेड़-पौधेविभिन्नजीवोंकोआश्रयप्रदानकरतेहैं। • पेड़-पौधेभू-क्षरणकोरोकतेहैं। • पेड़-पोधोसेहमेंफल-फूल, दवाएँ, इमारतीलकड़ीआदिमिलतेहैं। अबइनवाक्योंपरगौरकरें -: • पेड़-पौधेप्रकाश-संश्लेषणकीक्रियाकेदरम्यानऑक्सीजनमुक्तकरतेहैं। • वेपर्यावरणकोसंतुलितबनायेरखतेहैं। • वेविभिन्नजीवोंकोआश्रयप्रदानकरतेहैं। • वेभू-क्षरणकोरोकतेहैं। • उनसेहमेंफल-फूल, दवाएँ, इमारतीलकड़ीआदिमिलतेहैं। आपनेक्यादेखा?प्रथमपांचवाक्योंमेंसंज्ञा‘पेड़-पौधे’दुहराएजानेपरवाक्यभद्देहोगए, जबकिनीचेकेपांचवाक्यसुन्दरहैं।आपनेयहभीदेखाहोगाकी‘वे’और‘उनसे’पदपेड़-पौधेकीऔरसंकेतकरतेहैं।अतःउक्तवाक्योंमें‘वे’और‘उनसे’सर्वनामहैं। मूलतःसर्वनामोंकीसंख्याग्यारहहै– मैं, तू, आप, यह, वह, जो, सो, कौन, कोईऔरकुछआदि। सर्वनामकेभेद: सर्वनामकेपांचभेदहोतेहैं– • पुरुषवाचकसर्वनाम • निजवाचकसर्वनाम • निश्चयवाचकसर्वनाम • अनिश्चयवाचकसर्वनाम • प्रश्नवाचकसर्वनाम • सम्बन्धवाचकसर्वनाम 1. पुरुषवाचकसर्वनाम जिनसर्वनामशब्दोंकाप्रयोगवक्ताद्वाराखुदकेलिएयादुसरोकेलिएकियाजाताहै, उसेपुरुषवाचकसर्वनामकहतेहैं। जैसे– मैं, हम (वक्ताद्वाराखुदकेलिए), तुमऔरआप (सुननेवालेकेलिए) और यह, वह, ये, वे(किसीऔरकेबारेमेंबातकरनेकेलिए) आदि। पुरुषवाचकसर्वनामकेउदाहरण: नीचेलिखेउदाहरणोंकोदेखें– • मैंफिल्मदेखनाचाहताहूँ। • मैंघरजानाचाहतीहूँ। • आपकहतेहैंतोठीकहीहोगा। • तुमजबतकआयेतबतकवहचलागया। • आजकल आपकहाँरहतेहैं। • वहपढनेमेंबहुततेजहै। • यहव्यक्ति...

जानिए अनुस्वार क्या है और अनुनासिक शब्द कौन कौन से हैं

This Blog Includes: • • • • • • • • • • • अनुस्वार की परिभाषा अनुस्वार का अर्थ होता है, स्वर के बाद आने वाला। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो स्वर के बाद आने वाला व्यंजन अनुस्वार कहलाता है। अनुस्वार की ध्वनि नाक से निकलती है। हिंदी भाषा के अनुसार अनुस्वार का प्रयोग चिन्ह बिंदु (ं)के रूप में अलग-अलग जगह पर प्रयोग किया जाता है। अन्य शब्दों में समझें तो अनुस्वारएक उच्चारण की मात्रा है जो अधिकांश भारतीय लिपियों में प्रयुक्त होती है। इसको कभी-कभी ‘म’ अक्षर द्वारा भी लिखते हैं। जैसे: कंबल ~ कम्बल; इंफाल ~ इम्फाल इत्यादि। अनुस्वार के उदाहरण Anuswar in Hindi के उदाहरण इस प्रकार हैं: • पंख • गंदा • तिरंगा • अंदर • मंत्र • बांग्ला • चंदन • लंबे • पंजाब • भंडारा • पलंग • अंडा • पंडित • संजय • संगीता • संतरा • संतोष • संदेश • अंगूर • मंगल • मंजन • फिरंगी • मनोरंजन • नारंगी • घंटी अनुस्वार का प्रयोग अनुस्वार (ं) का प्रयोग पंचम वर्णों (ङ, ञ, ण, न, म ये पंचाक्षर कहलाए जाते हैं) के जगह पर किया जाता है। • गङ्गा = गंगा • चञ्चल = चंचल • डण्डा = डंडा • गन्दा = गंदा • कम्पन = कंपन अब हम यह बात तो जान गए हैं कि अनुस्वार (ं) का प्रयोग पंचम वर्णों (ङ, ञ, ण, न, म) के स्थान पर किया जाता है। • परन्तु ऊपर दिए गए उदाहरणों में आप देख सकते हैं कि प्रत्येक पंचाक्षर के स्थान पर (ं) अनुस्वार का प्रयोग एक समान है। • ऐसे में हमें इस बात का कैसे पता चले कि कौन सा अनुस्वार (ं) किस पंचाक्षर का उच्चारण कर रहा है? यह भी पढ़ें : संपूर्ण हिंदी व्याकरण सीखें अनुस्वार को पंचाक्षर में बदलने का नियम Anuswar in Hindi के चिह्न के प्रयोग के बाद आने वाला वर्ण जिस वर्ग का होगा अनुस्वार का चिह्न उसी वर्ग के पंचम-वर्ण का स्थान लगे...

मित्र को जन्मदिन की बधाई देते हुए एक बधाई पत्र लिखिए for class 6,7,8,9,10,11,12

Mitra ko janamdin ka bhadhi patra विषय पर विभिन्न कक्षाओं के छात्रों के लिए यहाँ पर पत्र लेखन के उदाहरण दिये गए हैं। पत्र लेखन के इन उदाहरणों के आधार पर आप विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में भी पत्र लेखन कर सकते हैं। मित्र को जन्मदिन की बधाई देते हुए एक बधाई पत्र लिखिए। (11-12) नेहरू छात्रावास, इलाहाबाद दिनांक: 3-3-2021 Advertisement प्रिय मित्र, सप्रेम नमस्ते मुझे जानकर अति प्रसन्नता हो रही है कि अगले हफ्ते तुम्हारा जन्मदिन है। तुम्हें तुम्हारे जन्मदिन की अग्रिम बधाई। यह अत्यंत सौभाग्य की बात है कि अगले हफ्ते ही मेरे विद्यालय की भी छुट्टियां घोषित हुई है और इस शुभ अवसर पर मैं तुम्हारे साथ ही रहूंगा। यह पल हम दोनों के लिए अत्यंत आनंददायक होगा। तुम्हें यह जानकर अत्यधिक प्रसन्नता होगी कि मैंने तुम्हारे लिए तुम्हारी पसंद के अनुरुप एक प्यारा-सा तोहफा लिया है जो तुम्हें अवश्य पसंद आएगा। तुम्हारा जन्मदिन तुम्हारे लिए अनेक खुशियां लाए, यही मेरी कामना है और तुम अपने जीवन में ढेर सारी खुशियां हासिल करो। वैसे तो तुम्हारे जन्मदिन पर मैं तुम्हारे साथ ही रहूंगा लेकिन फिर भी मेरा मन तुम्हें बार-बार शुभकामनाएं देना चाहता है ताकि तुम्हारे चेहरे पर मुस्कान बिखरी रहे। Advertisement आशा है कि तुम और तुम्हारा परिवार कुशल-मंगल से होगा। मैं जानत हूं कि आगामी 13 मार्च को तुम्हारा जन्मदिन है। तुम्हें तुम्हारा जन्मदिन बहुत-बहुत मुबारक हो। मैंने अमन से सुना है कि इस बार तुम अपना जन्मदिन बहुत ही शानदार ढंग से मना रहे हो। यह जानकर अच्छा लगा। खूब मजा आएगा। हम सभी मित्र मिलकर तुम्हारे जन्मदिन की खुशियों को दुगुना कर देंगे। मैं तुम्हारे जन्मदिन की पार्टी में आ रहा हूं। मैंने तुम्हारे लिए तुम्हारी पसंद की ए...