लक्ष्मी जी की ड्राइंग

  1. Blessings Of Lakshmi Ji Know Aaj Ki Titi Aaj Ka Nakshatra Aaj Ka Rahu Kaal And Lakshmi Ki Aarti
  2. माता लक्ष्मी के हैं 8 स्वरूप हैं, सबकी अलग है महिमा
  3. लक्ष्मी जी किसकी बेटी हैं? » Laxmi Ji Kiski Beti Hain
  4. Laxmi Ji Ki Aarti: लक्ष्मी माता जी की आरती पढ़ें
  5. Lakshmi Mantra Chanting of Mahalakshmi mantras considered fruitful
  6. लक्ष्मी


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Blessings Of Lakshmi Ji Know Aaj Ki Titi Aaj Ka Nakshatra Aaj Ka Rahu Kaal And Lakshmi Ki Aarti

Lakshmi Ji: शुक्रवार का दिन लक्ष्मी जी को समर्पित है. मान्यता है कि इस दिन विधि पूर्वक पूजा करने से धन की देवी लक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं. लक्ष्मी जी का आशीर्वाद बहुत ही आवश्यक माना गया है. लक्ष्मी जी को सुख-समृद्धि की देवी माना गया है, जब इनकी कृपा होती है तो व्यक्ति का जीवन सुखों से भर जाता है. घर में धन-धान्य की स्थिति कभी कम नहीं होती है. पंचांग 13 मई 2022 (13 May 2022 panchang) आज का पंचांग विशेष है. आज वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है. इस दिन मोहिनी एकादशी व्रत का पारण किया जाएगा. ये व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है. इस दिन भगवान विष्णु के साथ लक्ष्मी जी की भी पूजा की जाती है. शास्त्रों में लक्ष्मी जी को विष्णु भगवान की पत्नी बताया गया है. आज लक्ष्मी जी की पूजा के ये विशेष संयोग बन रहे हैं- • आज की तिथि (Aaj Ki Titi)- द्वादशी - 17:29:06 तक • आज का नक्षत्र (Aaj Ka Nakshatra) - हस्त - 18:49:23 तक • आज का योग (Aaj Ka Yog)- वज्र - 15:41:11 तक • चंद्रमा गोचर (Today Moon Transit)- कन्या राशि में • शुक्र गोचर (Venus Transit 2022)-मीन राशि में • अभिजीत मुहूर्त (Today Abhijit Muhurat)- 11:50:33 से 12:44:39 तक • आज का राहुकाल (Aaj Ka Rahu Kaal)- 10:36:10 से 12:17:36 तक लक्ष्मी जी को कैसे करें प्रसन्न लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने के लिए स्वच्छता के नियमों का पालन करते हुए लक्ष्मी जी की पूजा करें. शाम के समय घी का दीपक घर के मुख्य दरवाजे पर जलाएं. घर की छोटी बच्चियों को प्रसन्न रखें उन्हें उपहार आदि प्रदान करें. इसके साथ ही इस आरती का पाठ करें- लक्ष्मी जी की आरती (Lakshmi Ki Aarti) ओम जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता। तुमको निशदिन सेवत हरि विष्णु विधाता।। ओम जय लक्ष...

माता लक्ष्मी के हैं 8 स्वरूप हैं, सबकी अलग है महिमा

Laxmi Maa Ke 8 Swaroop: सनातन धर्म में सप्ताह के सातों दिन किसी न किसी देवी देवता को समर्पित किए गए हैं. माता लक्ष्मी (Goddess Laxmi) को धन की देवी कहा जाता है. शुक्रवार (Friday) का दिन माता लक्ष्मी को समर्पित किया गया है. आपको बता दें माता लक्ष्मी के 8 स्वरूप हैं. जिसमें हर एक स्वरूप का अपना महत्व है. पौराणिक कथाओं (Mythology) और शास्त्रों में हर देवी देवता के कई अवतार और स्वरूप का उल्लेख मिलता है. जिसके बारे में कई सारी रोचक कहानियां और उनकी महिमा के बारे में पढ़ने और सुनने को मिलता रहता है. आज की इस कड़ी में हम जानेंगे माता लक्ष्मी के 8 स्वरूप कौन से हैं और उन सभी की क्या महीमा है. Laxmi Maa Ke Swaroop- आदी लक्ष्मी (महालक्ष्मी) आदी लक्ष्मी ही भगवान श्री हरि विष्णु (Vishnu) की पत्नी हैं और यहीं लक्ष्मी का मूल रूप भी मानी जाती हैं. भागवत पुराण के अनुसार ही महालक्ष्मी ने ही तीनों देवता ब्रम्हा, विष्णु और महेश को प्रकट किया है. साथ ही महाकाली और माता सरस्वती की उत्पत्ति भी इन्हीं से हुई है. आदी लक्ष्मी ही जीव जंतुओं को जीवन प्रदान करती हैं और अपने उपासकों के लिए मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करती हैं. महालक्ष्मी ने ही भगवान विष्णु के साथ रहने का निष्चय किया था. धन लक्ष्मी लक्ष्मी जी का दूसरा स्वरूप धन लक्ष्मी (Dhan Lakshami) है. इन्हीं को धन की देवी कहा जाता है. धन लक्ष्मी के एक हाथ में कमल का फूल होता है और दूसरे हाथ में धन से भरा कलश. कहा जाता है कि धन लक्ष्मी की पूजा करने से धन की समस्या नहीं होती. मान्यता है कि देवी पद्मावती से विवाह के लिए भगवान श्री हरि विष्णु के एक अवतार वेंकटेश ने कुबेर से कर्ज लिया था. जिसे वे चुका नहीं पाए थे. तब माता लक्ष्मी धन की देवी के रूप में प्रकट ...

लक्ष्मी जी किसकी बेटी हैं? » Laxmi Ji Kiski Beti Hain

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। आज गेम जो महालक्ष्मी जी जो है वह किसकी बेटी है तो महालक्ष्मी जी की जो बेटी है महालक्ष्मी की जो है वह किसकी बेटी है तो देखें इनकी उत्पत्ति जगह समुद्र मंथन के दौरान जो निकले रत्नों के साथ हुई थी तो लेकिन दूसरी कथा के अनुसार जो है वह भी गूगल कुरेशी की बेटी है aaj game jo mahalakshmi ji jo hai vaah kiski beti hai toh mahalakshmi ji ki jo beti hai mahalakshmi ki jo hai vaah kiski beti hai toh dekhen inki utpatti jagah samudra manthan ke dauran jo nikle ratnon ke saath hui thi toh lekin dusri katha ke anusaar jo hai vaah bhi google kureshi ki beti hai आज गेम जो महालक्ष्मी जी जो है वह किसकी बेटी है तो महालक्ष्मी जी की जो बेटी है महालक्ष्मी क

Laxmi Ji Ki Aarti: लक्ष्मी माता जी की आरती पढ़ें

माँ लक्ष्मी को धन की देवी माना जाता है , जिस व्यक्ति पर माँ लक्ष्मी की कृपा होती है वो हमेशा धनवान एवं सुखी रहता है। माँ लक्ष्मी जी की पूजा करने से सारे कष्ट दूर होते हैं व घर में सुख समृद्धि बनी रहती है. शास्त्रों के अनुसार जिस घर में प्रत्येक दिन माँ लक्ष्मी की पूजा होती है वह हमेशा लक्ष्मी माता का निवास होता है। माता लक्ष्मी जी की पूजा प्रत्येक शुक्रवार को की जाती है इसके अलावा दिवाली में माँ लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती है। आइये हम सभी मिलकर माँ लक्ष्मी जी की आरती पढ़ते हैं और उनका आशीर्वाद लेते हैं जिससे माँ लक्ष्मी जी की कृपा हमेशा बनी रहे। यह भी पढ़ें – लक्ष्मी माता जी की आरती ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता । तुमको निसदिन सेवत, हर विष्णु विधाता ॥ उमा, रमा, ब्रम्हाणी, तुम ही जग माता । सूर्य चद्रंमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता ॥ ॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥ दुर्गा रुप निरंजनि, सुख-संपत्ति दाता । जो कोई तुमको ध्याता, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता ॥ ॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥ तुम ही पाताल निवासनी, तुम ही शुभदाता । कर्म-प्रभाव-प्रकाशनी, भव निधि की त्राता ॥ ॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥ जिस घर तुम रहती हो, ताँहि में हैं सद्‍गुण आता । सब सभंव हो जाता, मन नहीं घबराता ॥ ॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥ तुम बिन यज्ञ ना होता, वस्त्र न कोई पाता । खान पान का वैभव, सब तुमसे आता ॥ ॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥ शुभ गुण मंदिर सुंदर, क्षीरोदधि जाता । रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता ॥ ॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥ महालक्ष्मी जी की आरती, जो कोई नर गाता । उँर आंनद समाता, पाप उतर जाता ॥ ॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥ ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता । तुमको निसदिन सेवत, हर विष्णु विधाता ॥ जरूर पढ़ें – Lakshmi Maa Aarti Image Download Download Thi...

Lakshmi Mantra Chanting of Mahalakshmi mantras considered fruitful

हिंदू धर्म में मां लक्ष्मी को धन की देवी माना जाता है। कहते हैं जो व्यक्ति इनके मंत्रों का विधिवत जाप करता है उसके जीवन में पैसों की कभी दिक्कत नहीं होती। अगर जीवन में धन संबंधी परेशानियां हमेशा बनी रहती हैं तो लक्ष्मी जी के मंत्रों का जाप आपके लिए फलदायी साबित हो सकता है। शास्त्रों के अनुसार मां लक्ष्मी समुद्र मंथन के समय आठवें रत्न के रुप में अवतरित हुई थीं। मॉं लक्ष्मी को भाग्य और धन की देवी के रुप में पूजा जाता है। जानिए मां लक्ष्मी के सबसे प्रभावशाली मंत्र।

लक्ष्मी

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