लक्ष्मी पूजा में शंख बजाना चाहिए या नहीं

  1. शंख बजाने से घर आती है सुख
  2. Shankh Puja: पूजा पाठ में शंख को शामिल करना होता है बेहद शुभ, जानें महत्व और नियम
  3. शंख बजाने के नुकसान / पूजा घर में कौन सा शंख रखना चाहिए
  4. शंख बजाने का नियम
  5. Puja Path Rules Niyam Shankh Or Conch Shell Benefits Significance In Hindi Astrology
  6. Why hindu religious conch used in worship, know 10 importance and benefits about of shankh for puja path
  7. औरतों को शंख क्यों नहीं बजाना चाहिए?


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शंख बजाने से घर आती है सुख

शंख बजाने से पहले जान लें ये नियम • अगर आप शंख घर में रखते हैं तो एक नहीं बल्कि 2 शंख लेकर आए। एक शंख बजाने के लिए और दूसरा अभिषेक आदि करने के लिए। • जिस शंख से आप भगवान की पूजा करते हैं उसे कभी भी बचना नहीं चाहिए। क्योंकि वह झूठा हो जाता है। • वहीं जिस शंख को आप बजाने के लिए इस्तेमाल करते हैं उससे कभी भी पूजा के लिए इस्तेमाल न करें। • पूजा घर में एक ही शंख रखना चाहिए जोकि पूजा वाला होना चाहिए। • दूसरे शंख के पूजा घर के आसपास सफेद रंग के कपड़े में लपेटकर रखना चाहिए। • भगवान विष्णु को शंख से जल अर्पित करना शुभ माना जाता है। लेकिन कभी भी भगवान शिव और सूर्य देवता को अर्पित नहीं करना चाहिए। • शंख बजाने से पहले एक बार गंगाजल से उसे धो जरूर लेना चाहिए। अगर गंगाजल नहीं है तो आप पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं। • पूजा वाले शंख में हमेशा जल भर कर रखना चाहिए। रोजाना पूजा-पाठ करने के बाद पूरे घर में इस जल को छिड़कना चाहिए। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती हैं और सुख-शांति बनी रहती है। • कभी भी अपना शंख किसी को इस्तेमाल करने को नहीं देना चाहिए और न ही किसी दूसरे का इस्तेमाल करना चाहिए। • शंख को सुबह और शाम के समय बजाना चाहिए। इसके अलावा किसी अन्य समय नहीं बजाना चाहिए। Pic Credit- Instagram/paradshivling डिसक्लेमर 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'

Shankh Puja: पूजा पाठ में शंख को शामिल करना होता है बेहद शुभ, जानें महत्व और नियम

दक्षिणावर्ती शंख बेहद शुभ और फलदायी माना गया है. शंख मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु से संबंधित होता है. शास्त्रों में शंख की पूजा का महत्व और नियम बताए गए हैं. धार्मिक दृष्टि से शंख को बहुत ही पवित्र माना जाता है. किसी भी धार्मिक कार्यक्रम में शंख बजाना शुभ होता है. धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, शंख भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को अत्यंत प्रिय है. शंख से जल अर्पित करने से श्रीहरि भगवान प्रसन्न होकर भक्तों की हर मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं. कहते हैं समुद्र मंथन में से जो बहुमूल्य रत्न प्राप्त हुए थे, उनमें से एक शंख भी है. शास्त्रों में शंख की पूजा और उससे जुड़े नियमों का उल्लेख मिलता है. जानते हैं शंख का महत्व और इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें. पूजा में जरूरी होता है शंख पंडित इंद्रमणि घनस्याल के अनुसार, शंख मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु से संबंध रखता है. ऐसे में भगवान विष्णु की पूजा के समय शंख का उपयोग फलदायी होता है. प्राचीन काल में ऋषि-मुनि उपासना. यज्ञ के समय शंख का उपयोग करते थे. शंख की ध्वनि से देवता प्रसन्न होते हैं और भक्तों की पुकार सुनते हैं, इसलिए पूजा में शंख बजाना शुभ होता है. ये भी पढ़ें: कब है सौभाग्य सुंदरी व्रत? जानें पूजा मुहूर्त और महत्व पूजा घर में शंख रखने से मां लक्ष्मी का वास होता है. दक्षिणावर्ती शंख और भी अधिक शुभ और फलदायी होता है. सुबह-शाम शंख बजाने से घर में मौजूद बुरी शक्तियों का नाश होता है और पॉजिटिव एनर्जी का संचार होने के साथ ही परिवार के सदस्यों का मन सकारात्मक रहता है. शंख से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें शास्त्रों में शंख से जुड़े कुछ नियम बताए गए हैं. पूजा में शामिल शंख को बजाना नहीं चाहिए. बजाने के लिए किसी दूसरे शंख का उपयोग कर सकते हैं. ऐसा इसलिए क्यो...

शंख बजाने के नुकसान / पूजा घर में कौन सा शंख रखना चाहिए

शंख बजाने के नुकसान / पूजा घर में कौन सा शंख रखना चाहिए –हिंदू सनातन धर्म में शंख को पूजनीय और वंदनीय माना जाता हैं. हिंदू देवी-देवता की पूजा के बाद शंख बजाने का कुछ विशेष ही महत्व हैं. ऐसा माना जाता है की शंख बजाने से घर में मौजूद नेगेटिव ऊर्जा बाहर निकल जाती हैं. तथा घर में हो रहा गृह कलह आदि से भी छुटकारा मिलता हैं. शंख बजाने से हमारे जीवन में शांति बनी रहती हैं. वैसे तो घर में शंख बजाना हमारे लिए अच्छा ही होता हैं. लेकिन शंख बजाने के कुछ नियम होते हैं. अगर आप नियम का पालन नहीं करते हैं. और अपने अनुसार ही शंख बजाते रहते हैं. तो आपको शंख बजाने का नुकसान भी हो सकता हैं. दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से शंख बजाने के नुकसान बताने वाले हैं. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं. यह सभी महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े. • अगर आप घर में शंख रखते हैं. तो आपको दो शंख रखने चाहिए. एक शंख से आप भगवान की पूजा तथा अभिषेक आदि कर सकते हैं. तथा दूसरा शंख आप बजाने के लिए रख सकते हैं. जिस शंख को आप बजाते हैं. उस शंख से अभिषेक तथा पूजा आदि नहीं कर सकते हैं. अगर आप ऐसा करते है. तो आपको नुकसान हो सकता हैं. आपको इसका कष्टकारी परिणाम भी भुगतना पड़ सकता हैं. • अगर आप घर में शंख बजाते हैं. तो रात्रि के सूर्यास्त के बाद शंख नहीं बजाना चाहिए. क्योंकि सूर्यास्त के बाद भगवान विश्राम के लिए चले जाते हैं. अगर आप उनके विश्राम के बाद शंख बजाते हैं. तो भगवान नाराज हो सकते हैं. और इसका आपको नुकसान भी हो सकता हैं. • आप जिस शंख को घर में रखते हैं. उसे पूजा घर में रखने से पहले सफ़ेद कपडे में लपेटकर रखना चाहिए. और जब भी आप शंख बजाए गंगाजल से...

शंख बजाने का नियम

हिंदू धर्म में पूजा-पाठ में शंख बजाना काफी Rules And Benefits of Conch Shell जरूरी माना जाता है। पूजा-पाठ के साथ हवन, अनुष्ठान, विवाह, गृह-प्रवेश कई शुभ कार्यों के दौरान शंख बजाया जाता है। शंख को यश, सुख-समृद्धि और शुभता का प्रतीक माना गया है। इसका इतना महत्व है कि शंख बजाए बिना पूजा अधूरी मानी जाता है। हालांकि, लोगों को यह नहीं पता होता कि शंख को बजाने के कुछ नियम भी होते हैं तो आइए जानते हैं कि शंख बजाने से लेकर इसको रखने के क्या नियम होते हैं। 2.5 शंख बजाने के फायदे (Benefits of Conch) Rules And Benefits of Conch Shell हिंदू धर्म में शंख में मां लक्ष्मी का वास माना गया है। मान्यता है कि पूजा के बाद नियमित रूप से शंख को बजाने से घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और गृह-क्लेश से छुटकारा मिलता है। मां लक्ष्मी के साथ-साथ भगवान विष्णु का आशीर्वाद भी मिलता है। घर में शंख बजाते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। Rules And Benefits of Conch Shell शंख बजाने का नियम – Rules And Benefits of Conch Shell दो शंख का इस्तेमाल अक्सर लोग अपने घरों में एक शंख रखते हैं, लेकिन घरों में दो शंख होने चाहिए। एक शंख में जल भरकर रखना चाहिए और दूसरे का इस्तेमाल बजाने के लिए किया जाना चाहिए। शंख को सुबह और शाम के वक्त पूजा के समय बजाना चाहिए। भगवान शंकर की पूजा भोलेनाथ की पूजा कर रहे हैं तो कभी शंख नहीं बजाना चाहिए। इसके साथ ही भगवान शिव का अभिषेक शंख में जल भरकर नहीं करना चाहिए। पूजा के बाद हमेशा शंख को धोकर रखना चाहिए। इसको कभी भी झूठा मंदिर में नहीं रखना चाहिएv ऐसा करने से भगवान की कृपा प्राप्त नहीं होती है। Rules And Benefits of Conch Shell शंख का महत्व शास्त्रों के अनुसार, समुद्र मंथन ...

Puja Path Rules Niyam Shankh Or Conch Shell Benefits Significance In Hindi Astrology

Shankh Significance In Puja: किसी भी पूजा-पाठ में शंख बजाना बहुत शुभ माना जाता है. माना जाता है कि देवताओं को शंख की आवाज बहुत पसंद है और इससे प्रसन्न होकर भगवान भक्तों की हर मनोकामनाएं पूरी करते हैं. वास्तु के अनुसार शंख बजाने से आसपास की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है. उत्तर पूर्व दिशा में शंख रखने से घर में खुशहाली आती है. पुराणों के अनुसार शंख समुद्र मंथन में से निकले 14 रत्नों में से एक है. भगवान विष्णु को शंख अत्यंत प्रिय है. इसलिए भगवान श्री नारायण की पूजा में शंखनाद जरूर होता है. पूजा में क्यों जरूरी माना जाता है शंख? प्राचीन काल से ही हमारे ऋषि-मुनि पूजा, साधना या यज्ञ में शंख का इस्तेमाल करते रहे हैं. शंख बजाने के बाद ही कोई भी पूजा सफल और संपूर्ण मानी जाती है. मान्यताओं के मुताबिक शंख बजाने से ईश्वर का आशीर्वाद मिलता है और मनोकामनाओं की पूर्ति होती है. शंख से निकलने वाली ध्वनि सभी बाधाओं और दोष को दूर करती है. मान्यता है कि जिस घर में शंख होता है, वहां पर माता लक्ष्मी की कृपा बरसती है. पूजा घर में दक्षिणावर्ती शंख रखना और बजाना अत्यंत शुभ माना जाता है. सुबह-शाम शंख बजाने से घर बुरी नजर से बचा रहता है. शंख का पूजन है जरूरी घर में नया शंख लाने के बाद सबसे पहले उसे किसी साफ बर्तन में रखकर उसे अच्छी तरह से जल से साफ कर लें. इसके बाद शंख का गाय के कच्चे दूध और गंगाजल से अभिषेक करें. अब शंख को साफ कपड़े से पोंछकर चंदन, पुष्प और धूप से पूजन करें. भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की प्रार्थना करें और हाथ जोड़कर निवेदन करें कि वो इस शंख में निवास करें. शुभ फलों की प्राप्ति के लिए हर दिन इसी तरह शंख की पूजा करने के बाद ही इसे बजाना चाहिए. Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्...

Why hindu religious conch used in worship, know 10 importance and benefits about of shankh for puja path

शास्त्रों के अनुसार समुद्र मंथन के दौरान 14 रत्नों की प्राप्ति हुई थी. इसमें एक रत्न शंख भी था. हिंदू धर्म में हर पूजा पाठ के दौरान शंख बजाना शुभ माना जाता है. सिर्फ धार्मिक मान्यता ही नहीं वास्तु में भी शंख बजाने के कई लाभ बताए गए हैं. शंख बजाने पर इससे जो आवाज निकलती है उससे घर की नकारात्मकता दूर होती है और सकात्सक उर्जा का प्रवेश घर पर होता है. शंख को मां लक्ष्मी का अनुज माना जाता है. इसलिए कई लोग पूजा स्थान के पास शंख रखते हैं. आइये जानते हैं पूजा में क्यों होता है शंख का उपयोग और क्या है इसके धार्मिक महत्व. पूजा में क्यों बजाता जाता है शंख- विष्णु भगवान सहित कई देवी-देवताओं के साथ हाथ में शंख नजर आते हैं. विष्णु भगवान को शंख प्रिय होता है. साथ ही इसे माता लक्ष्मी का अनुज माना गया है. इलसिए भगवान विष्णु की पूजा करते समय शंख जरूर बजाना चाहिए. सत्यनारायण कथा के हर अध्याय के बाद भी शंख बजाया जाता है. प्रतिदिन घर की पूजा पाठ में शंख बजाना शुभ माना जाता है. इससे घर पर सकारात्मक उर्जा का वास होता है. Christmas 2021 Gift: क्रिसमस पर देना है बेस्ट और किफायती गिफ्ट, तो ये ऑप्शन हैं बेस्ट शंख बजाने के 10 जरूरी बातें- 1.जिस घर में शंख रखा जाता है और बजाया जाता है वहां मां लक्ष्मी वास करती हैं. 2.माता लक्ष्मी और भगवान श्रीहरि के हाथों में शंख होता है इसलिए इसे शुभता का प्रतीक माना जाता है. 3.शंख के जल से भोलेनाथ का अभि‍षेक करने से वह प्रसन्न होते हैं. 4.शंख की आवाज से घर पर सकारात्मक उर्जा का वास होता है. 5.शंख बजाने से फेफड़े का व्यायाम होता है. इसलिए रोजाना शंख बजाना चाहिए. 6. शंख में रखे पानी का सेवन करने से हड्डियां मजबूत होती हैं. शंख में कैल्श‍ियम, फास्फोरस व गंधक के गुण होत...

औरतों को शंख क्यों नहीं बजाना चाहिए?

‌‌‌बहुत सी महिलाओं के मन मे एक सवाल आता है कि क्या महिला को शंख बजाना चाहिए ? यदि आपके मन मे भी यह सवाल आ रहा है कि महिलाएं शंख का प्रयोग नहीं कर सकती तो इस लेख के अंदर हम इसी बारें मे बात करने वाले हैं। जैसा कि आप सभी जानते होंगे कि शंख काफी महत्वपूर्ण होता है। हर धर्म के लोग शंख को पवित्र ‌‌‌मानते हैं।और घर के अंदर शंख को रखा जाता है माना जाता है कि घर मे शंख रखने के अनेक फायदे होते हैं। ‌‌‌शंख की उत्पति समुद्रमंथन से हुई थी। समुद्रमंथन से जो 14 रत्न निकले थे उनके अंदर शंख भी शामिल था। शंख को लक्ष्मी अपने हाथों के अंदर धारण करती है और इसी वजह से शंख लक्ष्मी का प्रिय माना जाता है। ‌‌‌और ऐसा माना जाता है कि घर के अंदर शंख रखने से धन की वर्षा होती है। • क्या महिला को शंख बजाना चाहिए /महिलाओं को शंख बजाना चाहिए या नहीं • योद्धाओं की ताकत और पराक्रम को दिखाता है शंख • ‌‌‌शंख की आवाज महिलाओं की प्रजनन दर कम कर सकती है • ‌‌‌गर्भवति महिलाओं के लिए सही नहीं • ‌‌‌महिला का शंख बजाना लक्ष्मी को दूर कर सकता है • ‌‌‌मासिक धर्म से जुड़ी धारणा • ‌‌‌पुरूष प्रभुत्व के लिए • ‌‌‌शंख शक्ति का प्रतीक माना जाता है • महिलाओं को शंख बजाना चाहिए या नहीं ? क्या महिला को शंख बजाना चाहिए /महिलाओं को शंख बजाना चाहिए या नहीं ‌‌‌दोस्तों महिलाएं शंख क्यों नहीं बजा सकती हैं ? इसके पीछे कई मान्यताएं काम करती हैं।हालांकि इस तरह की मान्यताओं का कोई वैज्ञानिक प्रूफ नहीं है जो विज्ञान को मानते हैं और धर्म को नहीं मानते हैं वे शंख को बजा सकती हैं। ‌‌‌नीचे हम कुछ कारण दे रहे हैं। जिसकी वजह से महिलाओं को शंख बजाने के लिए मना किया जाता है। योद्धाओं की ताकत और पराक्रम को दिखाता है शंख दोस्तों प्राचीन काल के अंदर क...