Maa katyayani wishes in hindi

  1. Navratri 2022 Day 6: नवरात्रि के छठे दिन करें कात्यायनी मां की उपासना, सभी को भेजें ये शुभ संदेश
  2. नवरात्रि षष्ठी दिन षष्ठी तिथि
  3. Navratri : छठे दिन होती है माता कात्यायनी की पूजा, पढ़ें विधि, व्रत कथा और मंत्र
  4. Sharada Navratri Day 6 Maa Katyayani: Wishes, quotes, messages greetings, WhatsApp and Facebook status to share on sixth day of Navratri
  5. Navratri 6th Day: माता कात्यायनी से जुड़ी हर जानकारी के लिए यहां क्लिक करें
  6. Maa Katyayani Ki Aarti Navratri 2021आज करें मां कात्यायनी की इस आरती का पाठ मिलेगा शत्रु विजय का वरदान
  7. Happy Navratri 2022 Day 6: Maa Katyayani Wishes, Quotes, Messages, WhatsApp And Facebook Status To Share
  8. देवी कात्यायनी कौन हैं जानिए 10 बातें


Download: Maa katyayani wishes in hindi
Size: 65.9 MB

Navratri 2022 Day 6: नवरात्रि के छठे दिन करें कात्यायनी मां की उपासना, सभी को भेजें ये शुभ संदेश

Maa Katyayani: हिंदुओं के लिए शारदीय नवरात्रि का बहुत महत्व है. नवरात्रि के 9 दिनों तक मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है और माता को प्रसन्न करने के लिए व्रत रखा जाता है. इस दौरान दुर्गा सप्तशती का पाठ भी किया जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार आज नवरात्रि का छठा दिन है. इस दिन कात्यायनी माता की उपासना की जाती है. कहा जाता है कि ऋषि कात्यायन की पुत्री के रूप में प्रकट होने के कारण देवी के इस स्वरूप का नाम कात्यायनी पड़ा. इन्हें युद्ध की देवी माना जाता है. इनकी चार भुजाएं हैं. इनकी एक भुजा में तलवार है और एक भुजा में कमल है. अन्य दो भुजाओं में वरदमुद्राएं में है. उनके गले में सफेद फूलों की माला है. मां कात्यायनी को प्रसन्न करने के लिए आप कुछ मंत्रों का जाप कर सकते हैं. साथ ही माता रानी के भक्तों को नवरात्रि के छठे दिन की शुभकामनाएं भी दे सकते हैं. नवरात्रि के छठे दिन की शुभकामनाएं कात्यायनी महामाये , महायोगिन्यधीश्वरी नन्दगोपसुतं देवी, पति मे कुरु ते नमः मां कात्यायनी आपके ऊपर कृपा बनाएं रखें. नवरात्रि के छठे दिन की हार्दिक शुभकामनाएं यह भी पढ़ें- चन्द्रहासोज्ज्वलकरा शार्दूलवरवाहना कात्यायनी शुभं दद्याद् देवी दानवघातिनी मां कात्यायनी आपको खुशहाल रखें नवरात्रि के छठे दिन की हार्दिक शुभकामनाएं या देवी सर्वभू‍तेषु माँ कात्यायनी रूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः देवी कात्यायनी आप पर कृपा बनाएं रखें नवरात्रि के छठे दिन की हार्दिक शुभकामनाएं ॐ ह्रीं नम: मां कात्यायनी आपके ऊपर कृपा बनाएं रखें नवरात्रि के छठे दिन की हार्दिक शुभकामनाएं चन्द्रहासोज्जवलकराशार्दुलवरवाहना कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनी मां कात्यायनी आपके ऊपर कृपा बनाएं रखें नवरात्रि के छठ...

नवरात्रि षष्ठी दिन षष्ठी तिथि

नवरात्रि षष्ठी दिन षष्ठी तिथि-Navratri 6th Day: मां कात्यायनी की पूजा विधि, षष्ठ कात्यायनी मंत्र, मां कात्यायनी के मंत्र, माता कात्यायनी की कथा, मां कात्यायनी की आरती, मां कात्यायनी की पूजा का महत्व, Maa Katyayini Puja Vidhi, Maa Katyayini Mantra, Mata katyayini Ki Aarti, Maa Katyayini Katha in Hindi - The Public नवरात्रि षष्ठी दिन षष्ठी तिथि-Navratri 6th Day: मां कात्यायनी की पूजा विधि, षष्ठ कात्यायनी मंत्र, मां कात्यायनी के मंत्र, माता कात्यायनी की कथा, मां कात्यायनी की आरती, मां कात्यायनी की पूजा का महत्व, Maa Katyayini Puja Vidhi, Maa Katyayini Mantra, Mata katyayini Ki Aarti, Maa Katyayini Katha in Hindi नवरात्रि षष्ठी दिन षष्ठी तिथि-Navratri 6th Day नवरात्रि के छठे दिन मां दुर्गा के कात्यायनी स्वरूप की पूजा-अराधना की जाती है। आज के दिन मां कात्यायनी की विधि विधान से पूजा करने से प्रसिद्धि और सफलता की प्राप्ति है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, मां दुर्गा कात्यायन ऋषि के घर पुत्री के रूप में जन्म ली थीं, इसलिए उनका नाम कात्यायनी पड़ा। उन्होंने महिषासुर का वध कर संसार को उसके अत्याचारों से मुक्ति दिलाई थी। आइए जानते हैं नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा विधि, मंत्र, आरती, कथा और महत्व के बारे में… कौन हैं मां कात्‍यायनी मान्‍यता है कि महर्षि कात्‍यायन की तपस्‍या से प्रसन्‍न होकर आदिशक्ति ने उनकी पुत्री के रूप में जन्‍म लिया था. इसलिए उन्‍हें कात्‍यायनी कहा जाता है. मां कात्‍यायनी को ब्रज की अधिष्‍ठात्री देवी माना जाता है. पौराणिक मान्‍यताओं के अनुसार गोपियों ने श्रीकृष्‍ण को पति रूप में पाने के लिए यमुना नदी के तट पर मां कात्‍यायनी की ही पूजा की थी. कहते हैं क‍ि मां ...

Navratri : छठे दिन होती है माता कात्यायनी की पूजा, पढ़ें विधि, व्रत कथा और मंत्र

डीएनए हिंदी: आज नवरात्रि का छठा दिन है. इस दिन मां दुर्गा के कात्यायनी रूप की पूजा की जाती है. कहा जाता है कि इनकी पूजा से व्यक्ति को अपनी सभी इंद्रियों को वश में करने की शक्ति प्राप्त होती है. धर्म शास्त्रों की मानें तो ऋषि कात्यायन के घर पुत्री के रूप में जन्म लेने के कारण ही माता का नाम कात्यायनी पड़ा. सच्चे मन से माता की पूजा करने से रोग, शोक और भय से छुटकारा मिलता है. माता के इसी स्वरूप में महिषासुर दानव का वध किया था, इसलिए मां कात्यायनी को महिषासुरमर्दिनी के नाम से भी जाना जाता है.सच्चे मन से माता की पूजा-अर्चना करने से जीवन में आने वाली सभी बाधाएं दूर होती हैं. यह दिन खास तौर पर विवाह योग्य कन्याओं के लिए बेहद शुभ माना जाता है, माता की पूजा-अर्चना करने से मनोकामना की पूर्ति होती है. ऐसे करें देवी की पूजा (Chaitra Navratri 2022 Maa Katyayani Puja Vidhi) • सुबह जल्दी उठ जाएं और स्नानादि कर सभी नित्यकर्मों से निवृत्त हो जाएं. • फिर देवी की तस्वीर या मूर्ति को एक चौकी पर स्थापित करें. • एक पुष्प हाथ में लें और मां के मंत्र का जाप करें. • इसके बाद फूल को मां के चरणों में चढ़ाएं. • देवी को लाल वस्त्र, 3 हल्दी की गांठ, पीले फूल, फल, आदि अर्पित करें. • मां कात्यायनी को शहद का भोग लगाएं. इससे मां प्रसन्न हो जाती हैं. • इसके बाद दुर्गा चालिसा का पाठ करें. • मां के मंत्रों का जाप करें और आरती का पाठ करें. ये भी पढ़ें- देवी कात्यायनी का मंत्र (Maa Katyayani Mantra) चन्द्रहासोज्जवलकरा शाईलवरवाहना। कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनी।। या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:॥ मां कात्यायनी की स्तुति(Maa Katyayani Stuti) या देवी सर्वभू‍तेष...

Sharada Navratri Day 6 Maa Katyayani: Wishes, quotes, messages greetings, WhatsApp and Facebook status to share on sixth day of Navratri

Sharad Navratri Day 6 Maa Katyayani: Wishes, quotes, messages greetings, WhatsApp and Facebook status to share on this auspicious day Sharad Navratri Day 6 Maa Katyayani: Katyayani Devi is referred as the presiding deity of Brajmandal and is worshiped by Gopiya and Gwala's. People across the country follow this practice. To celebrate the sixth-day of Navratri by sharing wishes, greetings, messages, SMS, WhatsApp and Facebook status. New Delhi | Jagran Lifestyle Desk:People worship Goddess Durga during a nine-day festival across the country with a lot of joy and enthusiasm. According to Amarakosh, Katyayani is another name of Goddess Parvati. Mata Katyayani is worshiped on the sixth day of Navratri. The Goddess, upon the call of her devotees, removes their sufferings and blesses them with happiness and joy. It is believed that Goddess Katyayani takes away all troubles and suffering of her devotees. To celebrate the sixth-day of the festival, share wishes, greetings, messages, SMS, WhatsApp and Facebook status with your family and loved ones. Navratri Wishes and Greetings: 6 Days 6 Asanas Challenge: Take Part In Jagran's International Yoga Day Challenge And Win Exciting Prizes 3. May the great goddess Maa Durga bless you generously this Navratri and bring you all you pray for and more. Have an auspicious Navratri. 4. Let us pray that this Navratri, Maa Durga bestows upon you and your family, All nine forms of her blessings. Happy Navratri! 5. Happy Navratri to you and your f...

Navratri 6th Day: माता कात्यायनी से जुड़ी हर जानकारी के लिए यहां क्लिक करें

• 6 hours ago • 8 hours ago • 9 hours ago • 10 hours ago • 12 hours ago • 12 hours ago • 12 hours ago • 12 hours ago • 12 hours ago • 14 hours ago • 15 hours ago • 15 hours ago • 16 hours ago • 18 hours ago • 19 hours ago • 20 hours ago • 23 hours ago • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • 38.8°C शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ Navratri 2020 Day 6: वर्तमान समय में नवरात्र के पावन पर्व चल रहे हैं। हर जगह मां की महिमा का गुणगान है। इसके प्रति भक्तों का बहुत विश्वास और आस्था होती है। नवरात्र के छठे दिन दुर्गा मां के कात्यायनी रूप की पूजा की जाती है। कात्यायन ऋषि के घर उनकी पुत्री के रुप में जन्म लेने के कारण इन्हें कात्यायनी के नाम से जाना जाता है। मां का यह रूप अपने भक्त की हर अभिलाषा की पूर्ति करता है। जो भी व्यक्ति मां के चरणों में शरण लेता है, उसके सब कष्ट दूर होते हैं और उसकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। वह सुलभता से अपने लक्ष्यों की प्राप्ति करता है। मां बुराई व पाप को हराकर अच्छाई का साथ देनी वाली हैं। Sixth Day of Navratri: मां का स्वरूप मां का यह रूप अति करुणामयी है। मां के इस रूप की आभा स्वर्ण की तरह चमकती हुई है। इनके सम्पूर्ण शरीर पर एक अद्धभुत तेज है। मां के माथे पर चमकता हुआ मुकुट है तथा गले में मणियों की माला शोभित है। मां का वाहन सिंह है, जिस पर चार भुजाधारी कात्यायनी मां सवार हैं। इनके एक हाथ में तलवार शोभ्यमान है तो दूसरे हाथ में कमल का फूल धारण किया हुआ है। एक भुजा अभय मुद्रा में है तो एक भुजा वरमुद्रा में है। Story of Goddess Katyayani: म...

Maa Katyayani Ki Aarti Navratri 2021आज करें मां कात्यायनी की इस आरती का पाठ मिलेगा शत्रु विजय का वरदान

Maa Katyayani Ki Aarti: नवदुर्गा के छठें रूप को मां कात्यायनी कहा जाता है। कात्यायनी मां का पूजन नवरात्रि के छठें दिन करने का विधान है। मां कात्यायनी शेर को अपना वाहन बनाती हैं और हाथों में तलवार तथा कमल के पुष्प को धारण करती हैं। मां कात्यायनी के हाथों की तलवार जहां असुरों के वध करने के लिए है।तो वहीं कमल का पुष्प उनका अपने भक्तों के प्रति कोमलता और वात्सल्यता का प्रतीक है। इसलिए मां कात्यायनी के पूजन से शत्रुओं का नाश करने और संतान प्राप्ति का वरदान प्राप्त होता है। नवरात्रि के छठें दिन पूजन के अंत में मां कात्यायनी की आरती का पाठ जरूर करना चाहिए। ऐसा करने से मां की कृपा आप पर बनी रहेगी और आपकी सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है.... गिरजापति शिव का तप, असुर रम्भ कीन्हाँ। वर-फल जन्म रम्भ गृह, महिषासुर लीन्हाँ॥ मैया जय कात्यायनि.... कर शशांक-शेखर तप, महिषासुर भारी। शासन कियो सुरन पर, बन अत्याचारी॥ मैया जय कात्यायनि.... त्रिनयन ब्रह्म शचीपति, पहुँचे, अच्युत गृह। महिषासुर बध हेतू, सुर कीन्हौं आग्रह॥ मैया जय कात्यायनि.... सुन पुकार देवन मुख, तेज हुआ मुखरित। जन्म लियो कात्यायनि, सुर-नर-मुनि के हित॥ मैया जय कात्यायनि.... अश्विन कृष्ण-चौथ पर, प्रकटी भवभामिनि। पूजे ऋषि कात्यायन, नाम काऽऽत्यायिनि॥ मैया जय कात्यायनि.... अश्विन शुक्ल-दशी को, महिषासुर मारा। नाम पड़ा रणचण्डी, मरणलोक न्यारा॥ मैया जय कात्यायनि.... दूजे कल्प संहारा, रूप भद्रकाली। तीजे कल्प में दुर्गा, मारा बलशाली॥ मैया जय कात्यायनि.... दीन्हौं पद पार्षद निज, जगतजननि माया। देवी सँग महिषासुर, रूप बहुत भाया॥ मैया जय कात्यायनि.... उमा रमा ब्रह्माणी, सीता श्रीराधा। तुम सुर-मुनि मन-मोहनि, हरिये भव-बाधा॥ मैया जय कात्यायनि.... जयत...

Happy Navratri 2022 Day 6: Maa Katyayani Wishes, Quotes, Messages, WhatsApp And Facebook Status To Share

NAVRATRI is an auspicious Hindu festival which is celebrated across the country with great enthusiasm. It is a festival which falls four times a year but is celebrated only twice. The one celebrated in spring is known as Chaitra Navratri and the one celebrated in autumn is known as Shardiya Navratri. Navratri is a festival which brings happiness, hope, light and blessings in life. It is celebrated with great fervour and joy. Devotees worship nine different avatars of Maa Durga and observe fasts during the festival. The sixth day of Navratri is dedicated to Maa Katyayani who is considered the ferocious warrior avatar of Maa Durga. "Wishing you a very Happy, prosperous and healthy life on the auspicious occasion of Navratri." "May you achieve success in all endeavours with the blessings of Maa Katyayani. Shubh Navratri" "Aap sabhi ko Shardiya Navratri ki hardki shubh kamnayein. Jai Mata Di" Navratri 2022 Day 6: Messages "Experience the mystical beauty of Maa Katyayani and feel her divine presence. Here's wishing you and your family a very Happy Navratri." "Discover the shakti within you this Navaratri. Happy Shardiya Navratri." "May this Navratri you are blessed with dandiya celebrations to groove and beautiful blessings of Goddess Katyayani to bring you success and prosperity. Warm wishes on Navaratri." "May the brightness of Navratri fill your day with cheer; and may all your dreams come true during the Shardiya Navratri and throughout the year. May Maa Katyayani bless you...

देवी कात्यायनी कौन हैं जानिए 10 बातें

1. शास्त्रों में माता षष्ठी देवी को भगवान ब्रह्मा की मानस पुत्री माना गया है। इन्हें ही मां कात्यायनी भी कहा गया है, जिनकी पूजा नवरात्रि में षष्ठी तिथि के दिन होती है। षष्ठी देवी मां को ही पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में स्थानीय भाषा में छठ मैया कहते हैं। छठी माता की पूजा का उल्लेख ब्रह्मवैवर्त पुराण में भी मिलता है। 2. महर्षि कात्यायन ने भगवती जगदम्बा की कई वर्षों तक कठिन तपस्या की थी जिससे प्रसन्न होकर जगदम्बा ने कात्यायन ऋषि की इच्छानुसार उनके यहां पुत्री के रूप में जन्म लेकर महिषासुर का वध किया था।। कात्यायन ऋषि को विश्वामित्रवंशीय कहा गया है। स्कंदपुराण के नागर खंड में कात्यायन को याज्ञवल्क्य का पुत्र बतलाया गया है। उन्होंने 'श्रौतसूत्र', 'गृह्यसूत्र' आदि की रचना की थी। 7. उत्तरप्रदेश के मथुरा के निकट वृंदावन के भूतेश्वर स्थान पर माता के गुच्छ और चूड़ामणि गिरे थे। इसकी शक्ति है उमा और भैरव को भूतेश कहते हैं। यहीं पर आद्या कात्यायिनी मंदिर, शक्तिपीठ भी है जहां के बारे में कहा जाता है कि यहां पर माता के केश गिरे थे। वृन्दावन स्थित श्री कात्यायनी पीठ ज्ञात 51 पीठों में से एक अत्यन्त प्राचीन सिद्धपीठ है। 8. कहते हैं कि सिद्ध संत श्रीश्यामाचरण लाहिड़ीजी महाराज के शिष्य योगी 1008 श्रीयुत स्वामी केशवानन्द ब्रह्मचारी महाराज ने अपनी कठोर साधना द्वारा भगवती के प्रत्यक्ष आदेशानुसार इस लुप्त स्थान पर स्थिति इस श्रीकात्यायनी शक्तिपीठ जो राधाबाग, वृन्दावन नामक पावनतम पवित्र स्थान पर स्थित है का पुर्ननिर्माण कराया था। रम्भासुर का पुत्र था महिषासुर, जो अत्यंत शक्तिशाली था। उसने कठिन तप किया था। ब्रह्माजी ने प्रकट होकर कहा- 'वत्स! एक मृत्यु को छोड़कर, सबकुछ मांगों। महिषासुर न...