माल देवता देहरादून

  1. ” माल देवता ” में 11 जिलों के कर्मचारियों का ” जमघट “
  2. माल देवता क्षेत्र में भारी बारिश से तबाही, मौके पर शासन प्रशासन
  3. माल देवता में बादल फटने वाली जगह पहुंचा ईटीवी भारत, ग्राउंड जीरो का हाल देखिए, etv bharat ground report from cloudburst site in mal devta area of dehradun
  4. लक्ष्मण सिंह पुण्डीर
  5. मालदेवता के पास नहर में डूबे दो युवक, मौत
  6. शाम 7 बजे तक की उत्तराखंड की 10 बड़ी खबरें, uttarakhand top ten news at7pm
  7. Doctors planted saplings in memory of the departed members of IMA


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” माल देवता ” में 11 जिलों के कर्मचारियों का ” जमघट “

पुरानी पेंशन बहाली समेत विभिन्न मांगों को लेकर प्रदेश के 11 जनपदों के कर्मचारियों का जमघट देहरादून के माल देतता में जुटा। यहां विभिन्न मांगों को लेकर विचारों का मैराथन मंथन हुआ और मांगे नहीं मानने की सूरत में आंदोलन ही आखिरी रास्ता पर एक स्वर में सहमति बनी। दरअसल, माल देवता देहरादून में कर्मचारियों की लंबित मांगो के निस्तारण हेतु बुलाई गई जिसमें ग्यारह जनपदों के अध्यक्ष मंत्री प्रदेश पदाधिकारी उपस्थित रहे मांगो में पदोन्नति, पोष्टिक आहार भत्ता, एक माह का मानदेय, जोखिम भत्ता आई पी एच एस मानकों के तहत लेब सहायक, डार्करूम सहायक, ओ टी सहायक के पदों पर पदोन्नति की फाइल शासन में लंबित है उस पर सचिव सर से अनुरोध किया है कि पदोन्नति शीघ्र की जाए पूरे देश में पुरानी पेंशन बहाली के लिए आंदोलन किये जा रहे हैं पुरानी पेंशन बहाल की जाए । प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेडा महामन्त्री सुनील अधिकारी, प्रदेश ऑडिटर महेश कुमार प्रदेश उपाध्यक्ष नेलसन अरोड़ा ने कहा कि जल्द ही मुख्यमंत्री और माननीय स्वास्थ्य मंत्री जी से मिलकर मांगो के निराकरण पदोन्नति, पोष्टिक आहार भत्ता, एक माह का मानदेय के बारे में वार्ता कर मांगो के निराकरण का प्रयास किया जायेगा। प्रदेश संगठन सचिव दिनेश गुसाईं, विपिन नेगी, सुरेंद्र कश्यप प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष गिरीश पंत, प्रदेश उपाध्यक्ष गुरुप्रसाद गोदियाल, पुरानी पेंसन बहाली संयुक्त मोर्चा के जिलाअध्यक्ष राकेश रावत ने कहा कि पुरानी पेंसन बहाली के लिए तीन राज्यो ने हरी झंडी दे दी है इसलिये हमारी मांग की नई राज्य सरकार भी इस और ध्यान दे चिकित्सा स्वास्थ्य के कर्मचारियों कोजोखिम भत्ता भी दिया जाना चाहिए केंद्र सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों को यह सौगात दे दी है अगर शीघ्र ही मांगो का न...

माल देवता क्षेत्र में भारी बारिश से तबाही, मौके पर शासन प्रशासन

राजधानी देहरादून के मालदेवता क्षेत्र में बारिश ने भारी तबाही मचाई है। जिससे मालदेवता जंक्शन के पास भारी मलबा सड़क पर आ गया। इससे पीपीसीएल और द्वारा को जाने वाली सड़कें पूरी तरह बंद हो गईं। सड़क बंद होने से दर्जनों गांव और क्षेत्र में बने होटल, रेस्टोरेंट, होम स्टे को जाने वाले रास्ते बंद हो गए हैं। वहीं कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी मौके पर पहुंच कर आपदा की जानकारी ली। आप को बता दें कि देहरादून के रायपुर से मालदेवता को जाने वाले मार्ग पर बीती रात भारी बारिश से तबाही हुई है। यहां मलबा और बारिश का पानी ने कुछ घरों, होटल, ढाबों और खेतों को नुकसान पहुंचाया है। मालदेवता जंक्शन के पास भारी मलबा आने से आवाजाही पूरी तरह से बंद हो गई है। जिससे क्षेत्र के लोगों को भारी मुश्किलें उठानी पड़ रही है। प्रशासन की टीम अभी मौके पर नहीं पहुंची है। इससे नुकसान का सही आकलन नहीं हुआ है।

माल देवता में बादल फटने वाली जगह पहुंचा ईटीवी भारत, ग्राउंड जीरो का हाल देखिए, etv bharat ground report from cloudburst site in mal devta area of dehradun

उत्तराखंड में मौसम का मिजाज तल्ख है. बीते दिन से हो रही बारिश लोगों पर आफत बनकर टूट रही है. जिससे जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. देहरादून के मालदेवता क्षेत्र में बादल फटा है. जिसके बाद जिला प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंच गई है. हालांकि अभी किसी की जान जाने की जानकारी नहीं है. लेकिन नदी के भारी बहाव के कारण बहुत नुकसान हुआ है. ईटीवी भारत की टीम ग्राउंड जीरो पर पहुंची है. देहरादून: उत्तराखंड में मौसम (heavy rain in uttarakhand) लोगों पर कहर बनकर टूट रहा है. भारी बारिश से प्रदेश भर से तबाही की तस्वीरें सामने आ रही हैं. वहीं देहरादून में पिछले 24 घंटों से हो रही बारिश के चलते सौंग नदी उफान पर है. देहरादून मालदेवता क्षेत्र में बादल फटा (Cloud burst in Dehradun Maldevta) है. जिसके बाद जिला प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंच गई है. खास बात यह है कि इससे कई जगह पर भारी नुकसान की बात कही गई है. हालांकि अभी किसी की जान जाने की जानकारी नहीं है. लेकिन नदी के भारी बहाव के कारण बहुत नुकसान हुआ है. वहीं सीएम पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर हो रही भारी बारिश और नुकसान की जानकारी आपदा प्रबंधक विभाग से ली. मालदेवता क्षेत्र में ईटीवी भारत संवादाता ने ग्राउंड जीरो (ETV Bharat Ground Report) पर जाकर हालात का जायजा लिया. जहां नदी के भारी बहाव के कारण फंसी गाड़ियों और पानी से भरे रिजॉर्ट और घरों की तस्वीरें दिखाई दी. नदी का बहाव इतना तेज है कि कई पेड़ उखड़ कर नदी के बहाव में बहते हुए नजर आए. एसडीआरएफ को जब बादल फटने की सूचना मिली तो टीम तुरंत रवाना हुई. लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण मार्ग मालदेवता पर बाधित मिला. वाहन के किसी स...

लक्ष्मण सिंह पुण्डीर

जनपद टिहरी गढ़वाल के मूल निवासी लक्ष्मण सिंह पुण्डीर का जन्म ग्राम माल देवता देहरादून में पिता दल सिंह के घर पर हुआ था। राष्ट्रीय स्तर पर महात्मा गांधी के नेतृत्व में संचालित असहयोग आन्दोलन के वेग से पहाड़ों के भीतर और शिवालिक अंचल में भी जनता धीरे-धीरे राष्ट्रवाद से पे्ररित हो कर आंग्ल सत्ता के विरोध में संगठित होने लगी थी। फलस्वरूप विदेशी वस्त्रों का बहिष्कार और स्वदेशी के प्रचार में ग्रामीण जनता आगे आने लगी थी। लक्ष्मण सिंह पुण्डीर भी प्राइमरी शिक्षा ग्रहण करने उपरान्त स्वाधीनता संग्राम में कूद गए थे। इसी बीच स्वराज पार्टी के पहले राजनीतिक सम्मेलन की सफलता के बाद कांग्रेसी कार्यकता बड़ी संख्या में कांगे्रसी आन्दोलन से जुडने लगे थे। 1930 के दशक के बाद नमक सत्याग्रह प्रारम्भ होने से रानीतिक गतिविधियां बढने लगी थी। इसी श्रृंखला में 5 मार्च, 1941 में माल देवता में उनके नेतृत्व में व्यक्तिगत सत्याग्रह का नेतृत्व किया। 70 सत्याग्रहियों के साथ सरकार और युद्ध विरोधी नारे लगाते हुए उन्होने अपनी गिरफ्तारी दी और लगभग 1 वर्ष तक जेल में रहे। लक्ष्मण सिंह गुजराडा मण्डाल कांग्रेस के प्रधान भी रहे। पुलिस ने इन्हें 6 मार्च, 1941 को डी0आई0 311 की धारा 28 में गिरफ्तार कर पहले देहरादून और फिर शाहजहांपुर की जेल में स्थानान्तरित कर दिया। 150 रूपये का जुर्माना न देने पर इन्हें अतिरिक्त 3 माह की सजा भुगतनी पड़ी। इस तरह 26 अगस्त, 1942 को कुल 15 माह की सजा काटने के बाद जेल मुक्त हो कर माल देवता वापस आ गए। यहां आ कर अपनी खेती बाड़ी में जुट गए। यही रहते हुए 1997 के आस-पास इनका निधन हो गया।

मालदेवता के पास नहर में डूबे दो युवक, मौत

माल देवता के पास नहर में नहाते वक्त दो युवकों की डूबने से मौत हो गई। उनका शव नहर में करीब डेढ़ किलोमीटर आगे बरामद हुआ। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद दोनों शव परिजनों के सुपुर्द कर दिए हैं। बताया जा रहा है कि एक युवक अपने दोस्त को बचाने के लिए नहर में कूदा था, लेकिन तेज बहाव के चलते दोनों ही नहर में बह गए। पुलिस हादसे के वक्त वहां मौजूद लोगों से इसके बारे में जानकारी जुटा रही है। घटना रविवार दोपहर करीब दो बजे की है। जानकारी के मुताबिक अनिल और विशाल निवासी ए ब्लॉक सुमन नगर रेसकोर्स अपने दो अन्य दोस्तों के साथ पिकनिक के लिए मालदेवता गए थे। इसके बाद वे नहर में नहाने के लिए चल दिए। बताया जा रहा है कि तीन दोस्तों ने नहाने से मना कर दिया, मगर अनिल नहर में नहाने के लिए कूद गया। इस दौरान तेज बहाव में उसका पैर फिसल गया और वह बह गया। उसे बचाने के लिए विशाल भी नहर में कूद गया। नहर में पानी का बहाव इतना तेज था कि दोनों बह गए। सूचना मिलने पर पुलिस और जल पुलिस के गोताखोर मौके पर पहुंचे और तलाशी अभियान चलाया। रायपुर की बालावाला चौकी प्रभारी किशन देवरानी ने बताया कि करीब सवा घंटे के बाद दोनों को गुजरोवाली से बरामद किया गया। इन्हें इमरजेंसी सेवा 108 से दून अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उन्होंने बताया कि दोनों को बचाने के लिए तीसरा युवक भी पानी में कूदा था, लेकिन समय रहते वह बाहर निकल आया। देवरानी ने बताया कि अनिल की कुछ साल पहले शादी हो चुकी थी और उसका एक बच्चा भी है। अनिल की करनपुर में मोबाइल शॉप है, जबकि विशाल एक प्राइवेट कंपनी में काम करता था। उन्होंने बताया कि अन्य दो युवकों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।

शाम 7 बजे तक की उत्तराखंड की 10 बड़ी खबरें, uttarakhand top ten news at7pm

1- उत्तराखंड में बादलफाड़ मुसीबत, सड़क से लेकर कस्बे तक डूबे, कहीं मकान ढहे तो कहीं गाड़ियां बहीं 2- बादल फटने के बाद बुलडोजर पर आपदाग्रस्त क्षेत्र पहुंचे CM धामी, सेना से भी मदद ले सकती है सरकार 3- तमसा नदी के वेग आगे लोहे का पुल भी नहीं टिका, टपकेश्वर मंदिर को भी हुआ भारी नुकसान 4- जौलीग्रांट एयरपोर्ट पानी में डूबा, एम्स ऋषिकेश का इमरजेंसी वार्ड भी हुआ लबालब 5- देहरादून में भारी बारिश ने बरपाया कहर, ऐसी हैं तबाही की तस्वीरें, देखें Ground Zero रिपोर्ट 6- आखिर क्यों फटते हैं बादल, Cloudburst की घटना के पीछे का कारण भी जानिए 7- मूसलाधार बारिश से रौद्र रूप में गंगा, हरिद्वार में खतरे के निशान के पार, ऋषिकेश में भी सैलाब 8- खन्नानगर गोलीकांड में पुलिस को मिली सफलता, एक इनामी सहित दो गिरफ्तार 9- ठेकेदारों ने अर्धनग्न होकर किया विरोध प्रदर्शन, PWD और सिंचाई विभाग के दफ्तर में की तालेबंदी 10- हल्द्वानी में पैंगोलिन के शल्क के साथ 5 तस्कर गिरफ्तार, कॉर्बेट में करते थे शिकार

Doctors planted saplings in memory of the departed members of IMA

विश्व प्रयावरण दिवस पर रविवार को भारतीय चिकित्सा संघ देहरादून ने धाद स्मृती वन माल देवता रोड पर आईएमए देहरादून के दिवंगत सदस्यों की स्मृती में वृक्षारोपण का आयोजन किया गया। जिला अध्यक्ष डा आलोक सेमवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार की वेस्ट मैनैजमेंट की मुहिम सार्थक होती दिख रही है। प्लास्टिक रिसाईकिल, गीला- सूखा- सैप्टिक वेस्ट का सरकार वैज्ञानिक तरीके से निवारण कर रही है। वातावरण सरंक्षण हमको आदत में लाना पडेगा। स्कूली छात्रों को छोटी कक्षा से पढाना पडेगा। सचिव डा अखिल कुकरेजा व कोषाध्यक्ष डा जया नवानी ने कार्यक्रम का संयोजन किया। ग्लेशियर, नदी , सागर, मृदा, ध्वनि, वायु प्रदूषण आदि को वृक्षारोपण कर कुछ हद तक संभाला जा सकता है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथी पद्मश्री डा योगी ऐरन ने कहा कि वो तो वर्षों से वृक्षों के बीच ही रहते हैं। पेडों को बचाने को हर व्यक्ति को आगे आना होगा। धाद के संस्थापक लोकेश नवानी ने कहा कि धाद प्रदेश की संस्कृती एवं प्रयावरण के संरक्षण के लिये प्रतिबद्ध है। आपदा में सेवायें देने से लेकर प्रदेश में छात्राओं को पुस्तक वितरण करने का कार्य निरंतर चल रहा है। सचिव तन्मय ममगाईं ने सभी को हरेला पर्व में शामिल होने का निमन्त्रण दिया और धाद से जुडने का आग्रह किया। इस दौरान डा जे पी नवानी, डा संजय सेठी, डा राकेश गुलाटि, डा शुधान्षु कालरा, डा पुनिष सडाना, डा मयंक जैन,डा आलोक जैन, डॉ कुश एरन, डा रुचि,डा जूही आदि मौजूद रहे।