मायावती

  1. Lok Sabha Elections 2024 Bjp New Plan Mayawati Jatav Vote Bank Ann
  2. मायावती की जीवनी
  3. mayawati statement over new parliament building inauguration Latest News in Hindi, Newstrack Samachar, Aaj Ki Taja Khabar
  4. Lucknow News: 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस से गठबंधन करेंगी मायावती! पार्टी में विचार विमर्श के बाद होगा अंतिम फैसला
  5. मायावती: आयु, जीवनी, शिक्षा, परिवार, जाति, संपत्ति, भाषण, राजनीतिक दल
  6. mayawati press conference in lucknow demands not to use evm clarifies bsp will not give ticket to atiq ahmad family
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बसपा सुप्रीमो मायावती (BSP Chief Mayawati) ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलों पर निशाना साधा है। मायावती ने बीजेपी और कांग्रेस (BJP and Congress) दोनों पर आरोप लगाया कि वह संविधान की उपेक्षा कर रहे हैं। उन्होंने दोनों दलों को सलाह दी कि वे सभी धर्मों को साथ लेकर चले और यही सही होगा। हिंदू धर्म के अलावा बाकी धर्मों को इग्नोर किया जा रहा: मायावती बीएसपी चीफ मायावती ने बीजेपी और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, “पिछले कुछ समय से बीजेपी और कांग्रेस में लड़ाई चल रही है कि कौन दोनों दलों में अधिक हिंदुत्ववादी है या हिंदू भक्त है या कौन पूजा करने में माहिर है। इससे स्पष्ट होता है कि दोनों ही दल हिंदू धर्म को छोड़कर बाकी अन्य धर्मों को इग्नोर कर रहे हैं, जो सही नहीं है। इनका ये कृत्य संविधान की मंशा के खिलाफ है।” मायावती ने कहा कि बीएसपी सभी धर्मों का सम्मान करती है। उन्होंने कहा, “हमारे देश में केवल हिंदू धर्म को मानने वाले लोग ही नहीं रहते हैं बल्कि यहां पर मुस्लिम, सिख, ईसाई, पारसी, बौद्ध और अन्य धर्मों को मानने वाले लोग भी रहते हैं। इसलिए इन दोनों दलों को (कांग्रेस-बीजेपी) हिंदुओं के अलावा अन्य धर्मों के मानने वाले लोगों का भी ध्यान रखना चाहिए, यही उचित होगा। बीएसपी सभी धर्मों का सम्मान करती है।” मायावती ने आगे कहा, “हमारे देश में सभी धर्मों के पौराणिक, ऐतिहासिक स्थलों और रिकॉर्डों का भी सम्मान होना चाहिए। पिछले कुछ समय से धार्मिक विद्वेष के कारण ऐतिहासिक स्थलों और रिकार्डों के साथ छेड़छाड़ किया जा रहा है। यह ठीक और न्यायसंगत नहीं है। इससे आपसी भाईचारा पर काफी असर पड़ेगा। ऐसे में कानून व्यवस्था भी खराब हो रही है।” मायावती ने दलित उत्पीड़न का मुद्दा उठ...

Lok Sabha Elections 2024 Bjp New Plan Mayawati Jatav Vote Bank Ann

Lok Sabha Election 2024: भारतीय जनता पार्टी मिशन 2024 की तैयारियों में जोर-शोर से जुटी हुई है. माना जा रहा है कि जल्द ही केंद्र सरकार में बदलाव देखने को मिल सकते हैं और इस बदलाव में यूपी से भी आने वाले कुछ चेहरों को जगह मिल सकती है. खासतौर से दलित वर्ग से आने वाले जाटव समाज के किसी सांसद को केंद्र सरकार में मंत्री बनाए जाने को लेकर काफी चर्चा है. इसके अलावा अब बीजेपी उन 66 सीटों पर अपना अभियान शुरू करने जा रही है जो उसने 2019 में जीती थी. 2024 के लिए बीजेपी ने अलग अलग रणनीति तैयार की है. हारी हुई 14 सीटों को जहां रेड जोन में रखा गया है तो वहीं केंद्र सरकार के मंत्रियों को उनका प्रभारी बनाया गया है. लगातार इन सीटों पर पार्टी के दिग्गज की रैली और कार्यक्रम है, लेकिन अब महाजनसंपर्क अभियान खत्म होने के बाद बीजेपी मिशन 80 के लिए 66 सीटों पर फोकस करेगी जो 2019 में उसने जीती थी. इन सभी सीटों पर पार्टी जल्दी प्रभारी और संयोजक मण्डल की नियुक्ति की जाएगी, यानी पार्टी एक तरफ उन सीटों पर लगातार मेहनत कर रही है जो उसके पास नहीं है तो वहीं जीती हुई सीटों को बरकरार रखने के लिए भी अब बीजेपी संयोजक मंडल बनाने की तैयारी में है. इसके अलावा इन सीटों पर प्रदेश सरकार के मंत्रियों के साथ-साथ केंद्र सरकार के मंत्री भी दौरा करेंगे. साथी वहां प्रवास भी करेंगे, हालांकि यह अभियान महा संपर्क अभियान खत्म होने के बाद शुरू होगा. इस रणनीति पर काम कर रही है बीजेपी दरअसल बीजेपी ने पहले ही हारी हुई लोकसभा सीटों पर केंद्र सरकार के मंत्रियों और राज्यसभा सदस्यों को प्रभारी के तौर पर जिम्मेदारी सौंपी थी. वह लगातार इन सीटों पर जाकर पार्टी के पक्ष में माहौल बना रहे थे, लेकिन अब जब 2024 के लोकसभा चुनाव करीब आ रहे ह...

मायावती की जीवनी

जन्म: 15 जनवरी 1956, नई दिल्ली कार्य क्षेत्र: राजनेता, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती एक भारतीय महिला राजनीतिज्ञ हैं और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमन्त्री रह चुकी हैं। वे बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष हैं। उन्हें भारत की सबसे युवा महिला मुख्यमंत्री के साथ-साथ सबसे प्रथम दलित मुख्यमंत्री भी होने का श्रेय प्राप्त है। वे चार बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं और उन्होंने सत्ता के साथ-साथ आनेवाली कठिनाइओं का सामना भी किया है। उन्होंने अपने कैरियर की शुरुआत एक स्कूल शिक्षिका के रूप में की थी लेकिन कांशी राम की विचारधारा और कर्मठता से प्रभावित होकर उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया। उनका राजनैतिक इतिहास काफी सफल रहा और 2003 में उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव हारने के बावजूद उन्होने सन 2007 में फिर से सत्ता में वापसी की। अपने समर्थको में बहन जी के नाम से मशहूर मायावती 13 मई 2007 को चौथी बार उत्तर प्रदेश का मुख्यमन्त्री बनीं और पूरे पाँच वर्ष शासन के पश्चात सन 2012 का चुनाव अपनी प्रमुख प्रतिद्विन्द्वी समाजवादी पार्टी से हार गयीं। प्रारंभिक जीवन मायावती उर्फ़ चंदावती देवी का जन्म 15 जनवरी 1956 को दिल्ली में हुआ था। उनकी माता का नाम रामरती और पिता का नाम प्रभु दयाल था। प्रभु दूरसंचार केंद्र में अफसर थे। मायावती के 6 भाई हैं। उन्होंने कालिंदी कॉलेज, दिल्ली, से कला में स्नातक की उपाधि ली और फिर दिल्ली विश्वविद्यालय से एल.एल.बी और बी. एड भी किया। उनके पिता उन्हें कलेक्टर बनाना चाहते थे और इसके लिए उन्होंने अपना बहुत सारा वक़्त भारतीय प्रशासनिक सेवा की तैय्यारी में लगा दिया। इसी दौरान उन्होंने शिक्षिका के रूप में कार्य करना शुरु किया। मायावती के जीवन में कांशी रा...

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• भोजपुरी की सबसे बोल्ड एक्ट्रेस नम्रता मल्ला, फोटो Zoom कर रहे फैंस • प्रियंका चोपड़ा की छोटी बहन का हॉट अंदाज, परिणीत ने एयरपोर्ट पर मारी धांसू • भगवन शिव की भक्त राजनाथ सिंह, तस्वीरों में देखें इनकी भक्ति • कितना बदल गई शहनाज गिल, अब तो इनके आगे ऐश्वर्या राय भी फेल • मशहूर देशी हसीना ने दिखाया हुस्न का जलवा, समुंद्र किनारे मोनालिसा को देखा आपने • आज दिल्ली में भारी बारिश, मौसम हुआ सुहाना, घरों से बाहर निकले लोग • बहुत शौकीन रवि किशन की बिटिया रानी, तस्वीरों में देखें इनकी गलैमरेस तस्वीरें • सबसे महंगा घर इस आदमी का, अंदर की फोटो देख रह जाएंगे दंग • भोजपुरी की सबसे हॉट हिरोइन मिल गई, नेहा मलिक की तस्वीरों ने मचाया गदर • आपके पास पैसों की नहीं होगी कमी, तत्काल कर लें ये उपाय और देखें फोटो स्टोरी Mayawati: बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने नये संसद भवन के उद्घाटन पर पर केंद्र सरकार को शुभकामनाएं दी हैं। साथ ही नसीहत भी दी है। कहा कि नेक मंशा के साथ जनहित में इसका उचित इस्तेमाल हो। इससे पहले भी उन्होंने संसद भवन का उद्घाटन नरेंद्र मोदी से कराये जाने का समर्थन किया था। समाजवादी पार्टी सहित कई दलों तब मायावती को बीजेपी की बी टीम करार दिया था। रविवार को बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा, "नये संसद भवन के आज किये गये उद्घाटन के लिए केन्द्र को शुभकामनायें। इस नए संसद भवन का परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की मानवतावादी सोच तथा उनके बनाये गये पवित्र संविधान की नेक मंशा के हिसाब से देश व जनहित में सही व भरपूर इस्तेमाल हो, यह उचित होगा।" नये संसद भवन के आज किये गये उद्घाटन के लिए केन्द्र को शुभकामनायें। इस नए संसद भवन का परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर क...

Lucknow News: 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस से गठबंधन करेंगी मायावती! पार्टी में विचार विमर्श के बाद होगा अंतिम फैसला

Lucknow News: 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस से गठबंधन करेंगी मायावती! पार्टी में विचार विमर्श के बाद होगा अंतिम फैसला कांग्रेस को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती के मन में कुछ चल रहा है. भले ही मायावती कांग्रेस के खिलाफ लगातार बयान दे रही हैं, लेकिन माना जा रहा है कि लोकसभा चुनावों से पहले उनका कांग्रेस से गठबंधन हो सकता है. लखनऊ: आचार व्यवहार और विचार से भले ही मायावती के निशाने पर सबसे पहले कांग्रेस होती है. हालांकि वह बीजेपी को भी कोसने का कोई मौका नहीं छोड़तीं. लेकिन अंदरखाने काफी कुछ चल रहा है. यदि उनके बयानों पर गौर करें तो यही लगता है कि कांग्रेस ही उनके लिए मायावती पार्टी है. अभी प्रियंका गांधी ने नर्मदा पूजन के साथ एमपी में चुनाव प्रचार शुरू किया तो मायावती ने बयान दिया कि बीजेपी और कांग्रेस में हिंदुत्ववादी बनने की होड़ है.लेकिन उनकी ही पार्टी के कुछ बड़े नेताओं की राय अलग है. ये नेता खुल कर तो कुछ भी नहीं कह रहे हैं, लेकिन उनका मानना है कि कांग्रेस से गठबंधन ही बीएसपी के लिए समय की मांग है. बता दें कि बीते सप्ताह लगातार तीन दिनों तक मायावती के घर में मैराथन मीटिंग हुई. इसमें बीएसपी के केवल 10 नेताओं को बुलाया गया. इनमें पार्टी अध्यक्ष मायावती समेत परिवार के ही तीन लोग थे. वहीं बाकी के नेताओं में सेंट्रल कॉर्डिनेटर और यूपी के इकलौते विधायक शामिल हैं. इस मीटिंग में पार्टी के सांसदों को भी नहीं बुलाया गया, जबकि लोकसभा में दस सासंद हैं. हालांकि इकलौते राज्यसभा सांसद रामजी गौतम मौजूद थे. बता दें कि इसी साल राजस्थान, एमपी, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में चुनाव होने हैं. इन राज्यों में पार्टी के प्रभारी भी बैठक में मौजूद रहे. मायावती ने पहले सभी नेताओं से अकेले में मुला...

मायावती: आयु, जीवनी, शिक्षा, परिवार, जाति, संपत्ति, भाषण, राजनीतिक दल

जीवनी इस देश की सियासी बेल्ट का मंथन करने पर सबसे योग्य नेताओं में से एक, मायावती ने इतिहास बनाया जब वे उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री के रूप में चुनी जाने वाली भारत की पहली दलित महिला बन गईं। 2012 में विधानसभा चुनावों में भारी हार का सामना करने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। वे बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। पेशे से वे एक पूर्व शिक्षक हैं और राजनीति में उनकी शुरुआत तब हुई जब बसपा संस्थापक काशी राम ने उनसे संपर्क किया। उन्होंने मायावती को राजनीति में शामिल किया और 1995 में अपना नेतृत्व उनको सौंप दिया। सर्वश्रेष्ठ मुख्यमंत्री के रूप में प्रख्यात होने के बाद, मायावती को कुशल शासन और कानून व्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए प्रशंसा मिली। मुख्यमंत्री के रूप में उनका पहला और दूसरा कार्यकाल अचानक समाप्त हो गया, जब कार्यालय में कुछ महीनों तक कार्य करने के बाद उन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा। उनका तीसरा कार्यकाल एक वर्ष तक चला और उन्होंने पूर्ण चौथे कार्यकाल तक पदभार संभाला। इस दौरान उनकी सरकार ने पिछली मुलायम सिंह सरकार के दौरान भर्ती हुए पुलिस अधिकारियों की भर्ती प्रक्रिया में अनियमितताओं पर एक बड़ी कार्रवाई शुरू की। उन्होंने 1989 में बिजनौर निर्वाचन क्षेत्र से अपना पहला लोकसभा चुनाव जीता। वे 1994 में राज्यसभा के लिए चुनी गईं। उन्होंने 1998-2004 में अकबरपुर निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा में तीन और कार्यकाल पूरे किए। 2014 में, मायावती की पार्टी को आम चुनावों में बीजेपी ने अलग कर दिया, जहां बसपा राज्य में एक भी सीट हासिल करने में नाकाम रही। हालाँकि, हाल के घटनाक्रम उनके धीमे लेकिन निश्चित रूप से राजनीतिक परेशानी से बाहर निकलने का रास्ता इंगित करते हैं। सपा ...

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Mayawati: बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में निकाय चुनाव की तारीखों केऐलान का स्‍वागत करते हुए मांग की कि ये चुनाव ईवीएम की बजाए बैलेट पेपर से कराए जाएं।इसके साथ ही उन्‍होंने प्रयागराज की मेयर सीट पर अशरफ अहमद की पत्‍नी को चुनाव लड़ने का ऑफर दिए जाने के बारे में पिछले एक दिन से लगाई जा रही अटकलों को लेकर भी स्थिति साफ की। उन्‍होंने ऐसी चर्चाओं को सिरे से नकार दिया। मायावती ने साफ कहा किउमेश पाल मर्डर केस में मीडिया में अब तक सामने आई बातों के आधार पर बीएसपी ने फैसला लिया है कि न तो अतीक की पत्‍नी शाइस्‍ता को टिकट मिलेगा और न ही अतीक के परिवार के किसी अन्‍य सदस्‍य को टिकट दिया जाएगा। बता दें कि पहले चर्चा थी कि हाल में ही बीएसपी ज्‍वाइन करने वाली अतीक की पत्‍नी शाइस्‍ता परवीन को बीएसपीप्रयागराज से मेयर का चुनाव लड़ा सकती है लेकिन उमेश पाल हत्‍याकांड में साजिशकर्ता के रूप में शाइस्‍ता का नाम आने के बाद बीएसपी की ओर से साफ कर दिया गया कि शाइस्‍ता को चुनाव नहीं लड़ाया जाएगा। इधर, पिछले एक दिन से अटकलें लगने लगीं थीं कि बीएसपी ने अतीक के छोटे भाई अशरफ की पत्‍नी को चुनाव लड़ने का ऑफर दिया है। सोमवार को मायावती ने इस पर स्थिति साफ करते हुए दो टूक कह दिया कि बीएसपी न तो शाइस्‍ता परवीन को टिकट देगी और न ही अतीक परिवार के किसी अन्‍य सदस्‍य को चुनाव लड़ाएगी। शाइस्‍ता को बीएसपी से निष्‍कासित किए जाने के सवाल पर मायावती ने कहा कि उनके गिरफ्तार होने के बाद इस मामले में जो भी सच सामने आएगा उसके आधार पर कार्यवाही की जाएगी। मायावती ने कहा कि बसपा कानून से ऊपर नहीं है और कानून का पूरा-पूरा सम्मान करती है। उन्‍होंने कहा कि उमेश पाल हत्‍याकांड में शाइस्‍ता का नाम आने और...

Lok Sabha Elections 2024 Bjp New Plan Mayawati Jatav Vote Bank Ann

Lok Sabha Election 2024: भारतीय जनता पार्टी मिशन 2024 की तैयारियों में जोर-शोर से जुटी हुई है. माना जा रहा है कि जल्द ही केंद्र सरकार में बदलाव देखने को मिल सकते हैं और इस बदलाव में यूपी से भी आने वाले कुछ चेहरों को जगह मिल सकती है. खासतौर से दलित वर्ग से आने वाले जाटव समाज के किसी सांसद को केंद्र सरकार में मंत्री बनाए जाने को लेकर काफी चर्चा है. इसके अलावा अब बीजेपी उन 66 सीटों पर अपना अभियान शुरू करने जा रही है जो उसने 2019 में जीती थी. 2024 के लिए बीजेपी ने अलग अलग रणनीति तैयार की है. हारी हुई 14 सीटों को जहां रेड जोन में रखा गया है तो वहीं केंद्र सरकार के मंत्रियों को उनका प्रभारी बनाया गया है. लगातार इन सीटों पर पार्टी के दिग्गज की रैली और कार्यक्रम है, लेकिन अब महाजनसंपर्क अभियान खत्म होने के बाद बीजेपी मिशन 80 के लिए 66 सीटों पर फोकस करेगी जो 2019 में उसने जीती थी. इन सभी सीटों पर पार्टी जल्दी प्रभारी और संयोजक मण्डल की नियुक्ति की जाएगी, यानी पार्टी एक तरफ उन सीटों पर लगातार मेहनत कर रही है जो उसके पास नहीं है तो वहीं जीती हुई सीटों को बरकरार रखने के लिए भी अब बीजेपी संयोजक मंडल बनाने की तैयारी में है. इसके अलावा इन सीटों पर प्रदेश सरकार के मंत्रियों के साथ-साथ केंद्र सरकार के मंत्री भी दौरा करेंगे. साथी वहां प्रवास भी करेंगे, हालांकि यह अभियान महा संपर्क अभियान खत्म होने के बाद शुरू होगा. इस रणनीति पर काम कर रही है बीजेपी दरअसल बीजेपी ने पहले ही हारी हुई लोकसभा सीटों पर केंद्र सरकार के मंत्रियों और राज्यसभा सदस्यों को प्रभारी के तौर पर जिम्मेदारी सौंपी थी. वह लगातार इन सीटों पर जाकर पार्टी के पक्ष में माहौल बना रहे थे, लेकिन अब जब 2024 के लोकसभा चुनाव करीब आ रहे ह...

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बसपा सुप्रीमो मायावती (BSP Chief Mayawati) ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलों पर निशाना साधा है। मायावती ने बीजेपी और कांग्रेस (BJP and Congress) दोनों पर आरोप लगाया कि वह संविधान की उपेक्षा कर रहे हैं। उन्होंने दोनों दलों को सलाह दी कि वे सभी धर्मों को साथ लेकर चले और यही सही होगा। हिंदू धर्म के अलावा बाकी धर्मों को इग्नोर किया जा रहा: मायावती बीएसपी चीफ मायावती ने बीजेपी और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, “पिछले कुछ समय से बीजेपी और कांग्रेस में लड़ाई चल रही है कि कौन दोनों दलों में अधिक हिंदुत्ववादी है या हिंदू भक्त है या कौन पूजा करने में माहिर है। इससे स्पष्ट होता है कि दोनों ही दल हिंदू धर्म को छोड़कर बाकी अन्य धर्मों को इग्नोर कर रहे हैं, जो सही नहीं है। इनका ये कृत्य संविधान की मंशा के खिलाफ है।” मायावती ने कहा कि बीएसपी सभी धर्मों का सम्मान करती है। उन्होंने कहा, “हमारे देश में केवल हिंदू धर्म को मानने वाले लोग ही नहीं रहते हैं बल्कि यहां पर मुस्लिम, सिख, ईसाई, पारसी, बौद्ध और अन्य धर्मों को मानने वाले लोग भी रहते हैं। इसलिए इन दोनों दलों को (कांग्रेस-बीजेपी) हिंदुओं के अलावा अन्य धर्मों के मानने वाले लोगों का भी ध्यान रखना चाहिए, यही उचित होगा। बीएसपी सभी धर्मों का सम्मान करती है।” मायावती ने आगे कहा, “हमारे देश में सभी धर्मों के पौराणिक, ऐतिहासिक स्थलों और रिकॉर्डों का भी सम्मान होना चाहिए। पिछले कुछ समय से धार्मिक विद्वेष के कारण ऐतिहासिक स्थलों और रिकार्डों के साथ छेड़छाड़ किया जा रहा है। यह ठीक और न्यायसंगत नहीं है। इससे आपसी भाईचारा पर काफी असर पड़ेगा। ऐसे में कानून व्यवस्था भी खराब हो रही है।” मायावती ने दलित उत्पीड़न का मुद्दा उठ...

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Mayawati: बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में निकाय चुनाव की तारीखों केऐलान का स्‍वागत करते हुए मांग की कि ये चुनाव ईवीएम की बजाए बैलेट पेपर से कराए जाएं।इसके साथ ही उन्‍होंने प्रयागराज की मेयर सीट पर अशरफ अहमद की पत्‍नी को चुनाव लड़ने का ऑफर दिए जाने के बारे में पिछले एक दिन से लगाई जा रही अटकलों को लेकर भी स्थिति साफ की। उन्‍होंने ऐसी चर्चाओं को सिरे से नकार दिया। मायावती ने साफ कहा किउमेश पाल मर्डर केस में मीडिया में अब तक सामने आई बातों के आधार पर बीएसपी ने फैसला लिया है कि न तो अतीक की पत्‍नी शाइस्‍ता को टिकट मिलेगा और न ही अतीक के परिवार के किसी अन्‍य सदस्‍य को टिकट दिया जाएगा। बता दें कि पहले चर्चा थी कि हाल में ही बीएसपी ज्‍वाइन करने वाली अतीक की पत्‍नी शाइस्‍ता परवीन को बीएसपीप्रयागराज से मेयर का चुनाव लड़ा सकती है लेकिन उमेश पाल हत्‍याकांड में साजिशकर्ता के रूप में शाइस्‍ता का नाम आने के बाद बीएसपी की ओर से साफ कर दिया गया कि शाइस्‍ता को चुनाव नहीं लड़ाया जाएगा। इधर, पिछले एक दिन से अटकलें लगने लगीं थीं कि बीएसपी ने अतीक के छोटे भाई अशरफ की पत्‍नी को चुनाव लड़ने का ऑफर दिया है। सोमवार को मायावती ने इस पर स्थिति साफ करते हुए दो टूक कह दिया कि बीएसपी न तो शाइस्‍ता परवीन को टिकट देगी और न ही अतीक परिवार के किसी अन्‍य सदस्‍य को चुनाव लड़ाएगी। शाइस्‍ता को बीएसपी से निष्‍कासित किए जाने के सवाल पर मायावती ने कहा कि उनके गिरफ्तार होने के बाद इस मामले में जो भी सच सामने आएगा उसके आधार पर कार्यवाही की जाएगी। मायावती ने कहा कि बसपा कानून से ऊपर नहीं है और कानून का पूरा-पूरा सम्मान करती है। उन्‍होंने कहा कि उमेश पाल हत्‍याकांड में शाइस्‍ता का नाम आने और...