Maharana pratap ki patni ka naam

  1. महाराणा प्रताप की पत्नियां कितनी थी?
  2. महाराणा प्रताप का जीवन परिचय
  3. महाराणा प्रताप की कितनी पत्नियां थी
  4. Maharana Pratap
  5. महापराक्रमी और वीर योद्धा महाराणा प्रताप का इतिहास
  6. महाराणा प्रताप की पत्नी का नाम


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महाराणा प्रताप की पत्नियां कितनी थी?

Explanation : महाराणा प्रताप कुल 11 पत्नियां थी। महाराणा प्रताप ऐसे योद्धा थे, जो कभी मुगलों के आगे नहीं झुके। उनका संघर्ष इतिहास में अमर है। महाराणा, उदय सिंह द्वितीय और महारानी जयवंता बाई के बेटे थे। कहा जाता है कि उन्होंने कई शादियां राजनैतिक कारणों से की थीं। कुवँर प्रताप की पहली शादी 1557 में बिजौलिया के सावँत राम राख पनवर की पुत्री अजबदे से हुई थी। शादी के समय प्रताप 17 साल के और अजबदे 15 साल की थी। इतिहास और इतिहासकारों के अनुसार अजबदे प्रताप की पहली पत्नी थी। अजबदे के अलावा कुवँर प्रताप ने 10 और विवाह किये। वही महाराणा प्रताप पर पहली बार रिसर्च करने वाले डॉक्टर चन्द्रशेखर शर्मा ने अपने रिसर्च में महाराणा प्रताप की 16 पत्नियां बताई है। पत्नियां- अजबदे परमार, रानी सोलंकीनी पुबाई, फूल कंवर राठौड़ प्रथम, चंपा कंवर झाला, रानी जसोबाई चौहान, रानी फूल बाई राठौड़ (द्वितीय), रानी शहमाती बाई हाड़ा, रानी खीचर अशबाई, रानी, आलमदेबाई चौहान, रानी अमरबाई राठौड़, लखाबाई राठौड़, रतनावती परमार, रत्नावत्ति पूरबियां, ईडानी रानी, भगवत कंवर राठौड़, प्यार कंवर सोलंकी बेटे- अमरसिंह, भगवानदास, गोपाल, साहस माले, चंदा, शिखा, कचरों सिंह, सनवालदास, दुर्जन सिंह, कुंवर कल्याण दास, पुरा सिंह, हत्थी, राम सिंह, जसवंत सिंह, रायभाना, माल, गज, क्लिंगु। Tags : Explanation : कालिदास चंद्रगुप्त II के शासनकाल में थे। चंद्रगुप्त द्वितीय अथवा चंद्रगुप्त विक्रमादित्य का शासनकाल 380-412 ईसवी तक रहा। चंद्रगुप्त द्वितीय ने अपना साम्राज्य विस्तार वैवाहिक सम्बन्ध व विजय दोनों से किया जिसमें नाग राजकुमारी कुबेर • मुगल साम्राज्य में नील उत्पादन का सर्वाधिक प्रसिद्ध क्षेत्र कौन था? Explanation : मुगल साम्राज्य में नील उत्...

महाराणा प्रताप का जीवन परिचय

महाराणा प्रताप को राजपूत वीरता, शिष्टता और दृढ़ता की एक मिशाल माना जाता है। वह मुगलों के खिलाफ युद्ध लड़ने वाले अकेले योद्धा थे। उन्होंने स्वयं के लाभ के लिए भी कभी किसी के आगे हार नहीं मानी थी। वह अपने लोगों से बहुत प्यार करते थे और उनके साथ आजादी की लड़ाई में भी शामिल हुए थे। वह अकबर के साथ हुए हल्दीघाटी के युद्ध में हार गये थे, परन्तु कभी भी आत्मसमर्पण नहीं किया और जीवन के अंत तक संघर्ष करते रहे। वीरता और आजादी के लिए प्यार तो राणा के खून में समाया था क्योंकि वह राणा सांगा के पोते और उदय सिंह के पुत्र थे। एक ऐसा समय आया जब कई राज्यों के राजपूतों ने अकबर के साथ मित्रता कर ली थी, परन्तु मेवाड़ राज्य स्वतन्त्र ही बना रहा, जिससे अकबर बहुत अधिक क्रोधित हो गया था। उन्होंने राजस्थान के मेवाड़ राज्य पर हमला किया और चित्तौड़ के किले पर कब्जा कर लिया और उदय सिंह पहाड़ियों पर भाग गये लेकिन उन्होंने अपने राज्य के बिना भी स्वतंत्र रहने का फैसला किया। उदय सिंह की मृत्यु के बाद महराणा प्रताप ने इस जिम्मेदारी को संभाल कर लोगों के बीच एक सच्चे नेता के रूप में उभर कर सामने आये। प्रताप के पास मुगलों का विरोध करने का ठीक समय नहीं था क्योंकि उनके पास पूंजी (धन) का आभाव था और पड़ोसी राज्य भी अकबर के साथ मिल गये थे। अकबर ने प्रताप को अपने घर रात्रि भोज पर आमंत्रित करने के लिए मान सिंह को उनके पास अपना दूत बनाकर भेजा, जिसका मुख्य उद्देश्य उनके साथ बातचीत करके शांतिपूर्ण गठबंधन स्थापित करना था। परन्तु प्रताप स्वयं नहीं गये और अपने पुत्र अमर सिंह को अकबर के पास भेज दिया। इस घटना के बाद मुगल और मेवाड़ के बीच सबंधं अधिक बिगड़ गये तथा जल्द ही 1576 में हल्दीघाटी का युद्ध शुरू हो गया। प्रताप की सेना ...

महाराणा प्रताप की कितनी पत्नियां थी

How many wives did Maharana Pratap have : महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई, 1540 ईस्वी को राजस्थान के कुंभलगढ़ दुर्ग में हुआ था। महाराणा की जयंती विक्रमी संवत के अनुसार ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाई जाती है। महाराणा प्रताप की कितनी पत्नियां थीं, महाराणा प्रताप की पहली पत्नी कौन थी, प्रताप के कितने पुत्र थे और कितनी पुत्रियां थी। आओ जानते हैं प्रताप के परिवार की संपूर्ण जानकारी। • महाराणा प्रताप की 14 रानियां थीं • महाराणा प्रताप की 14 पत्नियों से उनके 17 पुत्र और 5 पुत्रियां थीं • महाराणा प्रताप की पहली पत्नी का नाम अजबदेह था। • गढ़ पैलेस के पुराने महल का हिस्सा अजबदेह के नाम से जाना जाता है। • प्रताप की उम्र 17 वर्ष और राजकुमारी अजबदेह की उम्र 15 वर्ष थी। • महाराणा प्रताप और अजबदेह के पुत्र का नाम अमर सिंह था। महाराणा प्रताप की पत्नियों के नाम | Names of wives of maharana pratap- अजबदे पंवार, अमोलकदे चौहान, चंपा कंवर झाला, फूल कंवर राठौड़ प्रथम, रत्नकंवर पंवार, फूल कंवर राठौड़ द्वितीय, जसोदा चौहान, रत्नकंवर राठौड़, भगवत कंवर राठौड़, प्यार कंवर सोलंकी, शाहमेता हाड़ी, माधो कंवर राठौड़, आश कंवर खींचण, रणकंवर राठौड़। हर व्यक्ति के जीवन में अच्छा समय भी आता है और बुरा समय भी। कई बार बुरे समय के आने के पहले ही हमें अहसास होने लगता है कि कोई होनी अनहोनी होने वाली है। हालांकि पारंपरिक विश्‍वास के आधार पर भी यह जाना जाता है कि बुरा वक्त कब आने वाला है। ऐसे 5 संकेत हैं जिससे यह जाना जा सकता है कि बुरा समय आने वाला है। इसे जानकर पहले ही सतर्क हो जाएं। हालांकि इसकी हम पुष्टि नहीं करते हैं। Amarnath Yatra 2023 : वर्ष 2023 में अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई 2023 से शुरू होने की संभावना है जोकि 3...

Maharana Pratap

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महापराक्रमी और वीर योद्धा महाराणा प्रताप का इतिहास

वेएकसच्चेऔरआदर्शशासककीतरहअपनीप्रजाकोअपनेपरिवारसेभीज्यादामानतेथेऔरआखिरीसांसतकवेअपनीप्रजाकीरक्षाकेलिएलड़तेरहे।उनकेअद्भुतसाहस, वीरताऔरपराक्रमकीप्रशंसातोमुगलबादशाहअकबरद्धाराभीकीगईथी।कमसैनिकऔरयुद्धहथियारहोनेकेबाबजूदभीमहाराणाप्रतापनेमुगलोंकेसाथहुएहल्दीघाटीकेयुद्धमेंमुगलोंकोछटीकादूखयाददिलादियाथा। महापराक्रमीऔरवीरयोद्धामहाराणाप्रतापनसिर्फयुद्धकौशलमेंनिपुणथे, बल्किवेएकभावुकएवंधर्मपरायणयोद्धाभीथे।महाराणाप्रतापकीशौर्यगाथा, हरभारतीयकोगौरान्वितकरतीहै।तोआइएजानतेहैंमहाराणाप्रतापकीवीरगाथाऔरउनकेजीवनसेजुड़ेकुछरोचकपहलुओंकेबारेमें– महाराणाप्रतापकाइतिहास– Maharana Pratap history in Hindi Maharana Pratap History in Hindi महाराणाप्रतापकेबारेमें– Maharana Pratap Information in Hindi नाम (Name) प्रतापसिंह ( Maharana Pratap) जन्म (Birthday) 9 मई 1540, कुम्भलगढ़दुर्गराजस्थान, भारत पिताकानाम (Father Name) राणाउदयसिंह माता (Mother Name) महारानीजयवंताबाईजी पत्नी (Wife Name) 11 पत्नियां (महारानीअजबदेपुनवारपहलीपत्नी) बच्चे (Children) 17 बेटे, 5 बेटियां घोड़ा (Horse Name) चेतक ( Chetak) मृत्यु (Death) 19 जनवरी 1597 (उम्र 57) महाराणाप्रतापकाजन्मएवंजीवन– Maharana Pratap Biography in Hindi भारतकेगौरवमानेजानेवालेशूरवीरमहाराणाप्रतापराजस्थानकेकुंभलगढ़केकिलेमेंउदयपुरकेराणाउदयसिंहएवंमहारानीजयवंताबाईकेसबसेबड़ेपुत्रकेरुपमें 9 मई, 1540मेंजन्मेंथे। ऐसाकहाजाताहैकिमहाराणाप्रतापकापालन-पोषणभीलोंकीकूकाजातिनेकियाथा, इसलिएबचपनमेंउन्हेंकीकाकहकरबुलायाजाताथा।महाराणाप्रताप, बचपनसेहीआसाधारणप्रतिभावालेबालकथे, उनकेदृढ़निश्चयीऔरस्वाभिमानीस्वभावकोदेखकर, उनकेबचपनसेहीउनकेपराक्रमऔरअद्भुतशक्तिकेकयासलगाएजातेथे। शुरुसेहीवेहठीस्वभावकेथे, ज...

महाराणा प्रताप की पत्नी का नाम

महाराणा प्रताप ने अपने जीवन में कुल 11 शादियाँ की थी उनके पत्नियों और उनसे प्राप्त उनके पुत्रों पुत्रियों के नाम है:- • महारानी अजब्धे पंवार :- अमरसिंह और भगवानदास • अमरबाई राठौर :- नत्था • शहमति बाई हाडा :-पुरा • अलमदेबाई चौहान:- जसवंत सिंह • रत्नावती बाई परमार :-माल,गज,क्लिंगु • लखाबाई :- रायभाना • जसोबाई चौहान :-कल्याणदास • चंपाबाई जंथी :- कल्ला, सनवालदास और दुर्जन सिंह • सोलनखिनीपुर बाई :- साशा और गोपाल • फूलबाई राठौर :-चंदा और शिखा • खीचर आशाबाई :- हत्थी और राम सिंह