मौसम कानपुर 14 दिन

  1. Mercury reached 42 2 degrees in Kanpur crossed 40 for the fourth consecutive day
  2. कानपुर, अयोध्या का 2°C रिकॉर्ड; अभी 3 दिन ऐसा ही रहेगा मौसम
  3. कानपुर का यह मंदिर करता है मौसम की सटीक भविष्यवाणी, बताता है कैसी होगी बारिश


Download: मौसम कानपुर 14 दिन
Size: 35.40 MB

Mercury reached 42 2 degrees in Kanpur crossed 40 for the fourth consecutive day

सात जून को अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस रहा था। सोमवार को यह पारा 42.2 डिग्री सेल्सियस हो गया जो सीजन का सर्वाधिक है। लगातार चौथे दिन अधिकतम तापमान 40 या इससे अधिक रहा है। इसका असर रात के तापमान पर भी दिखने लगा है। न्यूनतम तापमान लगातार दो दिनों से 29 डिग्री रहने से रात की गर्मी भी बढ़ गई है। एक दिन पहले रात का पारा 29.4 रिकॉर्ड किया गया था। शुष्क की जगह नमी भरी गर्मी जून के महीने में शुष्क गर्मी होती है लेकिन इस बार नमी भरी गर्मी बेचैन कर रही है। सोमवार को अधिक तापमान होने के बावजूद अधिकतम नमी 50 और न्यूनतम आर्द्रता 38 प्रतिशत हो गई। रविवार को नमी का न्यूनतम प्रतिशत 12 पहुंच गया था। इस कारण धूप में तेजी बढ़ने से त्वचा को जलाने वाली गर्मी का अहसास हो रहा है। फिलहाल हीट वेव से राहत नहीं चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय (सीएसए) के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि हीट वेव लगातार जारी रहेगी। इसका यलो अलर्ट जारी किया गया है। 24 घंटों के बाद आंधी-तूफान की भी संभावना है। इसके बावजूद गर्मी से राहत नहीं मिलेगी। जून अधिकतम न्यूनतम 09 40.0 25.4 10 40.8 28.4

कानपुर, अयोध्या का 2°C रिकॉर्ड; अभी 3 दिन ऐसा ही रहेगा मौसम

UP में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। शुक्रवार को सीजन की सबसे सर्द रात रही। मथुरा में पारा 1°C रिकॉर्ड किया गया। वहीं, कानपुर, अयोध्या और सोनभद्र में पारा 2°C रिकॉर्ड किया गया। लखनऊ के आंचलिक मौसम केंद्र के मुताबिक, अभी ठंड से राहत और नहीं मिलेगी। कोहरा भी घना होगा। अगले 3 दिनों तक ऐसा ही मौसम रहेगा। शनिवार को लखनऊ के आलमबाग, पारा, आशियाना में तड़के घना कोहरा रहा। मथुरा में केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान के PRO पुष्पेंद्र शर्मा ने बताया कि जिले के फरह में रात का तापमान 1°C तक पहुंच गया था। मथुरा के अन्य क्षेत्रों में भी पारा 2°C पर ही सिमट गया। इसके अलावा मुजफ्फरनगर में 3°C, आगरा में 3.2°C, झांसी और सुलतानपुर में 3.9°C, लखनऊ और सहारनपुर में 4°C, मुरादाबाद में 4.6°C, इटावा 4.6°C, बरेली में 4.8°C रिकॉर्ड किया गया। ये तस्वीर झांसी के कचहरी चौराहे की है। शनिवार को यहां तापमान 3.9°C रिकॉर्ड किया गया। शुक्रवार को कैसा था मौसम शुक्रवार की बात करें तो UP के अधिकतर जिलों में कहीं हल्की तो कहीं तेज धूप निकली। सबसे तेज धूप सोनभद्र के चुर्क में निकली, जहां अधिकतम पारा 19.5°C तक पहुंच गया। शुक्रवार को प्रदेश में दिन के समय सबसे कड़ाके की ठंड कानपुर‚ उरई‚ हमीरपुर‚ बरेली और मेरठ में पड़ी, जबकि गुरुवार, शुक्रवार की रात को सबसे कड़ाके की ठंड कानपुर‚ सुलतानपुर‚ अयोध्या और झांसी में पड़ी। प्रदेश के सभी जिलों में रात को घना कोहरा भी पड़ा। कड़ाके की ठंड में हार्ट और ब्रेन अटैक के केस ज्यादा आ रहे हैं। कानपुर में आसपास के 18 जिलों के हार्ट पेशेंट पहुंचते हैं। आगे पेश है इन्हीं हार्ट पेशेंट से जुड़ी एक रिपोर्ट:- कानपुर में लगातार बढ़ रहा मौतों का ग्राफ कानपुर में पारा लगातार 5 डिग्री से कम बना है। इसके च...

कानपुर का यह मंदिर करता है मौसम की सटीक भविष्यवाणी, बताता है कैसी होगी बारिश

अखंड प्रताप सिंह/कानपुर. उत्तर प्रदेश का कानपुर महानगर अपने ऐतिहासिक और पौराणिक महत्त्व के लिए देश-दुनिया में जाना जाता है. यहां कई ऐसे धरोहर है जो आज भी रहस्यमयी हैं. इनमें में एक है कानपुर का जगन्नाथ मंदिर. इसको मॉनसून मंदिर भी कहा जाता है. देश में मॉनसून के आने के पहले ही यह मॉनसून आने के संकेत दे देता है. साथ ही, इस बार मॉनसून कैसा रहेगा, इसके पत्थर पर आने वाली बूंदें उसके बारे में भी बताती हैं. क्या पत्थर भी भविष्यवाणी कर सकते है. कहने-सुनने में आपको यह अजीब जरूर लग रहा होगा, लेकिन यह सच है. कानपुर के जगन्नाथ मंदिर के ऊपर लगे पत्थर मौसम की भविष्यवाणी करते हैं. मॉनसून आने के पहले ही पत्थर पर पानी की बूंदें टपकने लगती हैं. अगर पानी की बूंदें छोटी होती हैं तो इसका मतलब है कि इस बार बरसात कम होगी. वहीं, अगर यह बूंदे बड़ी और मोटी होती हैं, तो अच्छे मॉनसून का संकेत देती है. मंदिर देता है मॉनसून के संकेत कानपुर शहर से लगभग 50 किलोमीटर दूर घाटमपुर में बेहटा बुजुर्ग गांव में यह मंदिर मौजूद है. यह मंदिर देश के बेहद प्राचीन मंदिरों में से है. इसे गोल गुंबद और सांची स्तूप की शक्ल में बनाया गया है. यह जगन्नाथ मंदिर भारत भर में अनोखा है. यहां पर भगवान जगन्नाथ जी मौजूद हैं. इस मंदिर के भगवान की मूर्ति के ऊपर छत में चमत्कारी पत्थर लगे हैं जो मॉनसून के आने की सटीक भविष्यवाणी करते हैं. इस साल कैसी और कितनी बारिश होग मंदिर के महंत के.पी शुक्ला ने बताया कि यह भारत के प्राचीन मंदिरों में से एक है. यह भगवान जगन्नाथ का दिव्य और अलौकिक मंदिर है. यहां पर छत पर लगा पत्थर मौसम की सटीक भविष्यवाणी करता है. जिससे इसको मॉनसून मंदिर भी कहा जाता है. इस खासियत की वजह से यहां देश-विदेश के कई वैज्ञानिक ...