मौसम की जानकारी मंदसौर, मध्य प्रदेश

  1. गुजरात के करीब बिपरजॉय तूफान, पढ़ें दिल्ली
  2. मध्य प्रदेश मौसम समाचार
  3. मौसम विभाग पूर्वानुमान : जानें, आगामी 10 दिन के मौसम की जानकारी
  4. Cyclone Biparjoy Affect North India? Know
  5. मध्य प्रदेश मौसम समाचार
  6. मध्य प्रदेश मौसम
  7. मौसम विभाग पूर्वानुमान : जानें, आगामी 10 दिन के मौसम की जानकारी
  8. गुजरात के करीब बिपरजॉय तूफान, पढ़ें दिल्ली
  9. Cyclone Biparjoy Affect North India? Know
  10. मध्य प्रदेश मौसम समाचार


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गुजरात के करीब बिपरजॉय तूफान, पढ़ें दिल्ली

चक्रवात बिपरजॉय के कच्छ के जखाऊ में टकराने की आशंका है, जहां मछुआरे और नमक व्यापारी वित्तीय नुकसान से जूझ रहे हैं. हालांकि, पाकिस्तान और आसपास के पश्चिमी क्षेत्रों में सक्रिय शुष्क हवाओं के कारण चक्रवात तुरंत कमजोर हो जाएगा. ऐसे में आइए जान लेते हैं कि इस चक्रवात का किस राज्य में क्या प्रभाव पड़ना है. एहतियात के तौर पर, पूर्वी मध्य और इससे सटे पश्चिम मध्य अरब सागर में मछली पकड़ने का संचालन गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. साथ ही गुजरात सरकार ने सौराष्ट्र, कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी जिलों के तटीय क्षेत्रों से लोगों को निकालने का काम पहले ही कर लिया है. सरकार ने लोगों से समुद्री किनारों के पास जाने स मना भी किया है. किन चीजों को हो सकता है नुकसान? चक्रवात बिपरजॉय के प्रभाव से रेलवे, ओवरहेड बिजली लाइनें, सिग्नलिंग सिस्टम बाधित हो सकते हैं, जबकि राज्य में फसलों, वृक्षारोपण और बागों को नुकसान हो सकता है. चक्रवात के कच्छ के जखाऊ में टकराने की आशंका है, जहां मछुआरे और नमक व्यापारी वित्तीय नुकसान से जूझ रहे हैं. हालांकि, पाकिस्तान और आसपास के पश्चिमी क्षेत्रों में सक्रिय शुष्क हवाओं के कारण चक्रवात तुरंत कमजोर हो जाएगा. ऐसे में आइए जान लेते हैं कि इस चक्रवात का किस राज्य में क्या प्रभाव पड़ना है. राजस्थान मौसम विभाग के अनुसार 15 जून को चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के प्रभाव से राजस्थान के जोधपुर और उदयपुर संभाग में बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है. साथ ही 16 जून को दक्षिण पश्चिमी राजस्थान में 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. मौसम विभाग ने यह भी कहा कि 17 जून तक जोधपुर, उदयपुर और अजमेर संभाग और आसपास क...

मध्य प्रदेश मौसम समाचार

मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान सरकार के प्रवक्ता एवं गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि मौसम विभाग ने आज भी अतिवृष्टि की भविष्यवाणी की है। मेरी अपील है कि बहुत जरूरी ना हो तो‌ यात्रा न करें। वर्तमान में मंडला से सिवनी,ओरछा से पृथ्वीपुर,चंदेरी से ललितपुर और बरेली से पिपरिया के मार्ग बंद किए गए हैं। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि नर्मदा नदी सहित कई नदियों पर बने बांधों से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है। इधर स्थानीय पत्रकारों की ओर से खबरें आ रही हैं कि निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है। मध्य प्रदेश के 15 से ज्यादा जिलों में ग्रामीण क्षेत्रों में नदियों का पानी भर गया है। लोगों की संपत्ति का भारी नुकसान हुआ है। • भोपाल के तीनों बांध कलियासोत, भदभदा और कोलार के गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। • भोपाल में रविवार शाम से मंगलवार सुबह तक 6 इंच पानी गिर चुका है। • इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर में भी रुक-रुक कर बारिश हो रही है। • अशोकनगर में बेतवा पर बने राजघाट बांध के सभी 18 गेट खोले गए हैं। • मध्यप्रदेश-उत्तरप्रदेश को जोड़ने वाले रास्ते पर 8 फीट पानी है। रोड पर ट्रैफिक रोक दिया गया है। • 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश रायसेन में 7 इंच रिकॉर्ड हुई। रायसेन की निचली बस्तियों में पानी भर गया, पेट्रोल पंप डूब गया। • मंदसौर में शिवना नदी उफनाने से पशुपतिनाथ मंदिर पानी में डूब गया है। • नर्मदा पुरम में नर्मदा नदी खतरे के निशान से सिर्फ 1.2 फीट नीचे 966 फीट पर बह रही है। निचली बस्तियों में पानी आने लगा है। लोगों को राहतशिविरों में पहुंचाया जा रहा है। • तवा डैम के गेट खोलकर भी पानी छोड़ा जा रहा है। • नर्मदापुरम शहर का हरदा और बैतूल से संपर्क टूट गया...

मौसम विभाग पूर्वानुमान : जानें, आगामी 10 दिन के मौसम की जानकारी

जाने, देश के प्रमुख राज्यों में मौसम का हाल मौसम विभाग की ओर से मध्यप्रदेश में बारिश और दिल्ली में कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना जताई गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के कुछ इलाकों को बारिश होने के आसार बन रहे हैं। वहीं दिल्ली में तेज हवाओं के साथ सर्दी का असर बढ़ने की संभावना है। इधर बीते दिनों पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी होने से गलन बढ़ेगी जिसका असर दिल्ली सहित उत्तर भारत में नजर आएगा। इससे अब आने वाले दिनों में सर्दी का असर और बढ़ जाएगा। 15 दिसंबर से दिल्ली में सर्दी बढने के आसार है। इधर निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट के अनुसार इस समय देश में पूर्वी मध्य और इससे सटे दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र एक अच्छी तरह से चिह्नित कम दबाव वाले क्षेत्र में बदल गया है। संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण मध्य क्षोभमंडलीय स्तर तक फैला हुआ है। यह भारतीय तट से पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा और 15 दिसंबर की सुबह तक पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर एक डिप्रेशन में केंद्रित हो सकता है। इससे कुछ राज्यों में बारिश हो सकती है। एक चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण अंडमान सागर और इससे सटे मलक्का जलडमरूमध्य और सुमात्रा पर औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। इससे कुछ राज्यों में बारिश हो सकती है और सर्दी का असर बढ़ सकता है। इन राज्यों में हो सकती है बारिश स्काईमेट के अनुसार इससे अगले 24 घंटों के दौरान, तमिलनाडु और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। आंध्र प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। मध्य प्रदेश, विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र कोंकण और गोवा, आंतरिक कर्नाटक और गुजरात के पूर्वी हिस्सों में हल्क...

Cyclone Biparjoy Affect North India? Know

नई दिल्ली: अरब सागर में उठे चक्रवात 'बिपारजॉय' के प्रभाव से दिल्ली, राजस्थान, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बृहस्पतिवार और शुक्रवार को हल्की बारिश हो सकती है. एक निजी पूर्वानुमान एजेंसी ने यह जानकारी दी. वहीं, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 15 और 16 जून को दिल्ली में भी बादल छाए रहने और हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना व्यक्त की है. विभाग के मुताबिक, चक्रवात बिपारजॉय के 15 जून की दोपहर तक गुजरात के जखाऊ बंदरगाह के पास मांडवी और पाकिस्तान के कराची से चक्रवाती तूफान के रूप में पार करने की उम्मीद है. यह भी पढ़ें • चक्रवात Biparjoy कच्छ के धोलावीर इलाके पर केंद्रित, दिल्ली सहित कई इलाकों में मौसम बदला • मेट्रो में रील्स बनाने वालों के DMRC ने लिए मजे, मजेदार ट्वीट देख लोगों की छूटी हंसी • AIIMS Recruitment 2023: एम्स दिल्ली में डॉक्टर के 100 से अधिक पदों के लिए आवेदन का आखिरी मौका कल, तुरंत करें अप्लाई इस दौरान 125 से 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की हवाओं के साथ तूफान आ सकता है और हवा की रफ्तार 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है. निजी पूर्वानुमान एजेंसी ने कहा, ‘‘अरब सागर में चक्रवात, 15 जून को दस्तक देने के बाद जून के तीसरे सप्ताह में राजस्थान, दिल्ली, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में छिटपुट इलाकों में बारिश हो सकती है.'' आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि दिल्ली में एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ और अरब सागर से आने वाली नमी से भरी दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के कारण हल्की बारिश हो सकती है, जो राजस्थान और दक्षिण हरियाणा को पार करने के बाद दिल्ली पहुंचेगी.

मध्य प्रदेश मौसम समाचार

मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान सरकार के प्रवक्ता एवं गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि मौसम विभाग ने आज भी अतिवृष्टि की भविष्यवाणी की है। मेरी अपील है कि बहुत जरूरी ना हो तो‌ यात्रा न करें। वर्तमान में मंडला से सिवनी,ओरछा से पृथ्वीपुर,चंदेरी से ललितपुर और बरेली से पिपरिया के मार्ग बंद किए गए हैं। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि नर्मदा नदी सहित कई नदियों पर बने बांधों से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है। इधर स्थानीय पत्रकारों की ओर से खबरें आ रही हैं कि निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है। मध्य प्रदेश के 15 से ज्यादा जिलों में ग्रामीण क्षेत्रों में नदियों का पानी भर गया है। लोगों की संपत्ति का भारी नुकसान हुआ है। • भोपाल के तीनों बांध कलियासोत, भदभदा और कोलार के गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। • भोपाल में रविवार शाम से मंगलवार सुबह तक 6 इंच पानी गिर चुका है। • इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर में भी रुक-रुक कर बारिश हो रही है। • अशोकनगर में बेतवा पर बने राजघाट बांध के सभी 18 गेट खोले गए हैं। • मध्यप्रदेश-उत्तरप्रदेश को जोड़ने वाले रास्ते पर 8 फीट पानी है। रोड पर ट्रैफिक रोक दिया गया है। • 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश रायसेन में 7 इंच रिकॉर्ड हुई। रायसेन की निचली बस्तियों में पानी भर गया, पेट्रोल पंप डूब गया। • मंदसौर में शिवना नदी उफनाने से पशुपतिनाथ मंदिर पानी में डूब गया है। • नर्मदा पुरम में नर्मदा नदी खतरे के निशान से सिर्फ 1.2 फीट नीचे 966 फीट पर बह रही है। निचली बस्तियों में पानी आने लगा है। लोगों को राहतशिविरों में पहुंचाया जा रहा है। • तवा डैम के गेट खोलकर भी पानी छोड़ा जा रहा है। • नर्मदापुरम शहर का हरदा और बैतूल से संपर्क टूट गया...

मध्य प्रदेश मौसम

रक्षाबंधन के अवसर पर मध्य प्रदेश के मंदसौर, नीमच, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, आगर, शाजापुर, झाबुआ, बैतूल, राजगढ़, नरसिंहपुर और छिंदवाड़ा जिलों में मूसलाधार बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इसके अलावा उज्जैन, ग्वालियर और चंबल संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। मानसून वाले बादलों के दो दल मध्यप्रदेश के आसमान पर छाए हुए हैं। जिसके कारण कुछ इलाकों में अचानक भारी बारिश हो रही है। मौसम वैज्ञानिक बता रहे हैं कि मानसूनी गतिविधि तमिलनाडु, पूर्वोत्तर राजस्थान, पश्चिमोत्तर मध्य प्रदेश और विदर्भ-मराठवाड़ा क्षेत्रों के ऊपर चल रही है। मानसून ट्रफ बीकानेर, सवाई माधोपुर, टीकमगढ़, सीधी, जमशेदपुर और बालासोर से होते हुए पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी तक फैली है। मराठवाड़ा और विदर्भ से लेकर पूर्व-मध्य अरब सागर तक ट्रफ लाइन गुजर रही है। पूर्वोत्तर राजस्थान से मध्य प्रदेश, विदर्भ-तेलंगाना-रायलसीमा से होते हुए तमिलनाडु तक भी अन्य ट्रफ लाइन गुजर रही है।

मौसम विभाग पूर्वानुमान : जानें, आगामी 10 दिन के मौसम की जानकारी

जाने, देश के प्रमुख राज्यों में मौसम का हाल मौसम विभाग की ओर से मध्यप्रदेश में बारिश और दिल्ली में कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना जताई गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के कुछ इलाकों को बारिश होने के आसार बन रहे हैं। वहीं दिल्ली में तेज हवाओं के साथ सर्दी का असर बढ़ने की संभावना है। इधर बीते दिनों पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी होने से गलन बढ़ेगी जिसका असर दिल्ली सहित उत्तर भारत में नजर आएगा। इससे अब आने वाले दिनों में सर्दी का असर और बढ़ जाएगा। 15 दिसंबर से दिल्ली में सर्दी बढने के आसार है। इधर निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट के अनुसार इस समय देश में पूर्वी मध्य और इससे सटे दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र एक अच्छी तरह से चिह्नित कम दबाव वाले क्षेत्र में बदल गया है। संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण मध्य क्षोभमंडलीय स्तर तक फैला हुआ है। यह भारतीय तट से पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा और 15 दिसंबर की सुबह तक पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर एक डिप्रेशन में केंद्रित हो सकता है। इससे कुछ राज्यों में बारिश हो सकती है। एक चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण अंडमान सागर और इससे सटे मलक्का जलडमरूमध्य और सुमात्रा पर औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। इससे कुछ राज्यों में बारिश हो सकती है और सर्दी का असर बढ़ सकता है। इन राज्यों में हो सकती है बारिश स्काईमेट के अनुसार इससे अगले 24 घंटों के दौरान, तमिलनाडु और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। आंध्र प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। मध्य प्रदेश, विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र कोंकण और गोवा, आंतरिक कर्नाटक और गुजरात के पूर्वी हिस्सों में हल्क...

गुजरात के करीब बिपरजॉय तूफान, पढ़ें दिल्ली

चक्रवात बिपरजॉय के कच्छ के जखाऊ में टकराने की आशंका है, जहां मछुआरे और नमक व्यापारी वित्तीय नुकसान से जूझ रहे हैं. हालांकि, पाकिस्तान और आसपास के पश्चिमी क्षेत्रों में सक्रिय शुष्क हवाओं के कारण चक्रवात तुरंत कमजोर हो जाएगा. ऐसे में आइए जान लेते हैं कि इस चक्रवात का किस राज्य में क्या प्रभाव पड़ना है. एहतियात के तौर पर, पूर्वी मध्य और इससे सटे पश्चिम मध्य अरब सागर में मछली पकड़ने का संचालन गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. साथ ही गुजरात सरकार ने सौराष्ट्र, कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी जिलों के तटीय क्षेत्रों से लोगों को निकालने का काम पहले ही कर लिया है. सरकार ने लोगों से समुद्री किनारों के पास जाने स मना भी किया है. किन चीजों को हो सकता है नुकसान? चक्रवात बिपरजॉय के प्रभाव से रेलवे, ओवरहेड बिजली लाइनें, सिग्नलिंग सिस्टम बाधित हो सकते हैं, जबकि राज्य में फसलों, वृक्षारोपण और बागों को नुकसान हो सकता है. चक्रवात के कच्छ के जखाऊ में टकराने की आशंका है, जहां मछुआरे और नमक व्यापारी वित्तीय नुकसान से जूझ रहे हैं. हालांकि, पाकिस्तान और आसपास के पश्चिमी क्षेत्रों में सक्रिय शुष्क हवाओं के कारण चक्रवात तुरंत कमजोर हो जाएगा. ऐसे में आइए जान लेते हैं कि इस चक्रवात का किस राज्य में क्या प्रभाव पड़ना है. राजस्थान मौसम विभाग के अनुसार 15 जून को चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के प्रभाव से राजस्थान के जोधपुर और उदयपुर संभाग में बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है. साथ ही 16 जून को दक्षिण पश्चिमी राजस्थान में 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. मौसम विभाग ने यह भी कहा कि 17 जून तक जोधपुर, उदयपुर और अजमेर संभाग और आसपास क...

Cyclone Biparjoy Affect North India? Know

नई दिल्ली: अरब सागर में उठे चक्रवात 'बिपारजॉय' के प्रभाव से दिल्ली, राजस्थान, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बृहस्पतिवार और शुक्रवार को हल्की बारिश हो सकती है. एक निजी पूर्वानुमान एजेंसी ने यह जानकारी दी. वहीं, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 15 और 16 जून को दिल्ली में भी बादल छाए रहने और हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना व्यक्त की है. विभाग के मुताबिक, चक्रवात बिपारजॉय के 15 जून की दोपहर तक गुजरात के जखाऊ बंदरगाह के पास मांडवी और पाकिस्तान के कराची से चक्रवाती तूफान के रूप में पार करने की उम्मीद है. यह भी पढ़ें • चक्रवात Biparjoy कच्छ के धोलावीर इलाके पर केंद्रित, दिल्ली सहित कई इलाकों में मौसम बदला • मेट्रो में रील्स बनाने वालों के DMRC ने लिए मजे, मजेदार ट्वीट देख लोगों की छूटी हंसी • AIIMS Recruitment 2023: एम्स दिल्ली में डॉक्टर के 100 से अधिक पदों के लिए आवेदन का आखिरी मौका कल, तुरंत करें अप्लाई इस दौरान 125 से 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की हवाओं के साथ तूफान आ सकता है और हवा की रफ्तार 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है. निजी पूर्वानुमान एजेंसी ने कहा, ‘‘अरब सागर में चक्रवात, 15 जून को दस्तक देने के बाद जून के तीसरे सप्ताह में राजस्थान, दिल्ली, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में छिटपुट इलाकों में बारिश हो सकती है.'' आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि दिल्ली में एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ और अरब सागर से आने वाली नमी से भरी दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के कारण हल्की बारिश हो सकती है, जो राजस्थान और दक्षिण हरियाणा को पार करने के बाद दिल्ली पहुंचेगी.

मध्य प्रदेश मौसम समाचार

मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान सरकार के प्रवक्ता एवं गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि मौसम विभाग ने आज भी अतिवृष्टि की भविष्यवाणी की है। मेरी अपील है कि बहुत जरूरी ना हो तो‌ यात्रा न करें। वर्तमान में मंडला से सिवनी,ओरछा से पृथ्वीपुर,चंदेरी से ललितपुर और बरेली से पिपरिया के मार्ग बंद किए गए हैं। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि नर्मदा नदी सहित कई नदियों पर बने बांधों से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है। इधर स्थानीय पत्रकारों की ओर से खबरें आ रही हैं कि निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है। मध्य प्रदेश के 15 से ज्यादा जिलों में ग्रामीण क्षेत्रों में नदियों का पानी भर गया है। लोगों की संपत्ति का भारी नुकसान हुआ है। • भोपाल के तीनों बांध कलियासोत, भदभदा और कोलार के गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। • भोपाल में रविवार शाम से मंगलवार सुबह तक 6 इंच पानी गिर चुका है। • इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर में भी रुक-रुक कर बारिश हो रही है। • अशोकनगर में बेतवा पर बने राजघाट बांध के सभी 18 गेट खोले गए हैं। • मध्यप्रदेश-उत्तरप्रदेश को जोड़ने वाले रास्ते पर 8 फीट पानी है। रोड पर ट्रैफिक रोक दिया गया है। • 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश रायसेन में 7 इंच रिकॉर्ड हुई। रायसेन की निचली बस्तियों में पानी भर गया, पेट्रोल पंप डूब गया। • मंदसौर में शिवना नदी उफनाने से पशुपतिनाथ मंदिर पानी में डूब गया है। • नर्मदा पुरम में नर्मदा नदी खतरे के निशान से सिर्फ 1.2 फीट नीचे 966 फीट पर बह रही है। निचली बस्तियों में पानी आने लगा है। लोगों को राहतशिविरों में पहुंचाया जा रहा है। • तवा डैम के गेट खोलकर भी पानी छोड़ा जा रहा है। • नर्मदापुरम शहर का हरदा और बैतूल से संपर्क टूट गया...