मदार के फूल के फायदे

  1. आक (मदार) के फायदे
  2. मदार के पौधे के फायदे, कई बीमारियों में असरदार
  3. मदान एक औषधीय पौधा, जानिये इसके आपकी जीवनशैली में क्या फायदें
  4. सदाबहार फूल के फायदे, नुकसान व खुराक
  5. 'मदार का फूल' ब्‍लड शुगर, बवासीर समेत कई अन्य रोग करे दूर, ऐसे करें इसका इस्तेमाल
  6. बेहद ही गुणकारी है मदार का पौधा, जाने इसके चमत्कारी लाभ
  7. जहरीला समझें जाने वाले आक (मदार) के फूल में कई औषधीय गुण भी, जानें 7 फायदे
  8. सफेद आक की जड़ के उपाय
  9. सफेद आक आंकड़े (मदार) के फायदे
  10. आक (मदार, अकौआ) के फायदे और नुकसान


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आक (मदार) के फायदे

परिचय : 1. इसे अर्क (संस्कृत), आक, मदार (हिन्दी), आकन्द (बंगला), रूई (मराठी), आकडो (गुजराती), एराखाम (तमिल), मन्दारासु (तेलुगु), उषर (अरबी) तथा कैलोट्रोपिस प्रोसेरा (लैटिन) कहते हैं। 2. आक के पौधे ऊँचे, झाड़ी की जाति का होता है। आक के पत्ते 2-6 इंच लम्बे, 2-3 इंच चौड़े, नुकीले, ऊपरी पृष्ठ चिकना और निचला पृष्ठ सफेद होता है। फूल जाले के आकार के सफेद, भीतर से बैंगनी रंग के लगते हैं; जो लम्बे रूई से भरे, टेढ़े, 4-6 अंगुल लम्बे होते हैं। मदार के बीज काले रंग के होते हैं। 3. यह प्राय: सारे भारत में मिलता है। 4. इसके मुख्य रूप से दो भेद हैं : (क) अर्क (रक्त वर्ण के फूलवाला) । (ख) अलर्क (श्वेत वर्ण के फूलवाला) । रासायनिक संघटन : इसकी जड़ की छाल में मदार एल्बन नामक तत्त्व, मदार फलैविल आदि तत्त्व मिलते हैं। मदार के गुण : यह स्वाद में चरपरा, कड़वा, पचने पर कटु तथा हल्का, रूखा, तीक्ष्ण और गर्म। इसका मुख्य प्रभाव पाचन-संस्थान पर भेदक (दस्त लानेवाला) रूप में पड़ता है। यह पीड़ाशामक, शोथहर, कृमिहर, वमनकारक, अग्निदीपक, पाचक, हृदयोत्तेजक, रक्तशोधक, कफनि:सारक, कुष्ठहर, ज्वरहर तथा कटु-पौष्टिक है। आक के उपयोग 1. हाथीपाँव में लाभ : अर्क की जड़ का वकल काँजी में पीसकर लेप करने से हाथीपाँव में लाभ होता है। 2. चेहरे के काले दाग : आक का दूध हल्दी मिलाकर लेप करने या मलने से मुख के काले दाग मिट जाते हैं। 3. खुजली : आक का दूध तेल में मिलाकर लगाने से दाद और सब प्रकार की खुजली दूर हो जाती है। 4. बिच्छू का दंश : जिस स्थान पर बिच्छू काटे, वहाँ का रक्त निकालकर अर्कदुग्ध लगाने से शीघ्र लाभ होता है। अर्क-लवण बनाने की विधि : आक के पीले पत्ते और काला नमक बराबर लेकर पत्तों के नीचे-ऊपर नमक लगा एक हाँड़ी में रखें।...

मदार के पौधे के फायदे, कई बीमारियों में असरदार

भारत में ऐसे कई तरह के पौधे होते हैं, जिनके बारे में लोगों की बहुत ही गलत धारणा बनी हुई है। उनमें से एक है मदार का पौधा। वैसे तो मदार के पौधे को भगवान शिव को चढ़ाया जाता है। लेकिन इसका सेहत के लिए भी बहुत से लाभ देखने को मिलते हैं। इस पौधे को लोग जहरीला समझकर इससे दूर ही रहना पसंद करते हैं। लेकिन आपको बता दें कि कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए आप इस आयुर्वेदिक पौधे की पत्तियों, फलों, फूलों और दूध का उपयोग कर सकते हैं। तो चलिए इस लेख में जानते हैं इस पौधे के फायदों के बारे में- Benefits of madar plant, effective in many diseases in hindi बवासीर में फायदेमंद है मदार (Madar is beneficial in piles) - बवासीर के मरीज के लिए अकौआ के पत्तों का उपयोग करना फायदेमंद होता है। इसके लिए उन्हें आक के पत्तों को जलाना है और उसके धुएं को नियमित रूप से लेना है। ऐसा करने से बवासीर की खुजली और दर्द से जल्द छुटकारा मिलता है। त्वचा रोगों में लाभदायक (Beneficial in skin diseases) - मदार के पौधा बहुत असरकारक होता है। यदि आप इससे निकलने वाले दूध को तेल में उबालकर मालिश करने से त्वचा रोगों में लाभ मिलता है। खांसी और दमा के लिए लाभकारी (Beneficial for cough and asthma) - खांसी और दमा में मदार के फूल बेहद ही लाभकारी होते हैं। इसके लिए आपको इनके फूलों को राव में उबालकर सेवन करना होगा। कुछ ही दिनों में खांसी और दमा में लाभ मिल सकेगा। इसके अलावा इस पूरे पौधे को राख को घी या शहद में मिलाकर खाने से दमा में आराम मिल सकता है। कान दर्द में मिलेगा आराम (Will get relief in ear pain) - यदि किसी के कान में दर्द बना हुआ है, तो ऐसे में आप मदार के सूखे पत्तों में घी लगाकर इसको आग पर सेकने के बाद उसका रस निक...

मदान एक औषधीय पौधा, जानिये इसके आपकी जीवनशैली में क्या फायदें

मदार या आक या एक औषधीय पौधा है, जिसके कुछ फायदे और कुछ नुकसान भी हैं। इस पौधे के फूल और पत्तियों का इस्तेमाल सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। मदार या आक आपको स्किन एलर्जी से लेकर अस्थमा और कई समस्याओं को दूर करने में कारगर हो सकता है। इसकी मुख्य रूप से दो किस्में होती हैं, जिसमें कैलोट्रोपिस प्रोसेरा (बैंगनी फूल) और कैलोट्रोपिस जिगांटे (सफेद फूल) होते हैं। आइए यहां हम आपको मदार के फायदे और नुकसान भी बताते हैं। अस्थमा में फायदेमंद मदार के फूल अस्थमा में मददगार हो सकते हैं। अस्थमा रोगियों के लिए मदार के फूलों को सुखाकर चूर्ण बनाया जाता है। इसके बाद इस चूर्ण खाने से अस्थमा और फेफड़ो की बामारी के साथ कमजोरी को दूर करने में मदद करती है। स्किन एलर्जी में मदददगार मदार की जड़ का उपयोग आपकी स्किन एलर्जी को दूर करने में मदद कर सकती हे। मदार की जड़ को जलाकर इसकी राख को सरसों के तेल में मिलाकर लगाने से एलर्जी या खुजली की समस्या दूर होती है। जोड़ों के दर्द के लिए मदार के पत्ते यदि आप जोड़ों के दर्द से परेशान हैं, तो आप मदार के पत्तों को प्रभावित जगह पर बांध दं। यह आपके दर्द को कम करने में मदद करेंगी। आप इसकी पत्तियों को गर्म कर जोड़ों पर लगा सकते हैं। चेहरे के दाग-धब्बों को करे दूर मदार के पौधें के साथ हल्दी मिलाकर लगाने से आपके चेहरे के दाग-धब्बे दूर हो सकते हैं। यह आपकी कई स्किन प्राब्लम्स को दूर करने में सहायक है। बवासीर में सहायक बवासीर की समस्या से पीडि़त लोगों के लिए भी मदार फायदेमंद हैद्य मदार के दूध से बवासीर से निपटने में राहत मिलती है। आप बाहरी स्प से मदार या आक का दूध बवासीर के लिए उपयोग कर सकते हैं। दांत दर्द से लेकर घाव भरने में सहायक मदार के पत्तों का उपयोग हाथ-पैर के छालों ...

सदाबहार फूल के फायदे, नुकसान व खुराक

सदाबहार फूल बगीचे में आसानी से नजर आ जाता है, लेकिन इसके फायदों से अनजान होने की वजह से हर कोई इसे नजरअंदाज कर देता है. यह ऐसा फूल है, जो डायबिटीज, कैंसर, कफ व गले में खराश जैसी परेशानियों को दूर कर सकता है. हालांकि, इसका इस्तेमाल एक्सपर्ट की सलाह पर ही करना चाहिए, क्योंकि इसके कुछ नुकसान जैसे- एलर्जी व मतली की समस्या हो सकती है. आज हम इस लेख में सदाबहार फूल के फायदे व नुकसान के बारे में जानेंगे - (और पढ़ें - • • • • • • • • • • • • सदाबहार फूलों का इस्तेमाल करने से (और पढ़ें - myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को सेक्स समस्याओं के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं। सदाबहार फूलों की खुराक कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे - उम्र, स्वास्थ्य स्थिति, वर्ग व शारीरिक क्षमता इत्यादि. ऐसे में मरीज को इसकी कितनी मात्रा लेनी चाहिए, इसके बारे में कहना मुश्किल है. वहीं, इससे जुड़ा कोई वैज्ञानिक प्रमाण भी नहीं है. इसलिए, डॉक्टर से सलाह लेकर ही सदाबहार के फूलों का इस्तेमाल करें. (और पढ़ें - myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Kesh Art Hair Oil बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने 1 लाख से अधिक लोगों को बालों से जुड़ी कई समस्याओं (बालों का झड़ना, सफेद बाल और डैंड्रफ) के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं। सदाबहार फूल स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होते हैं. इसके इस्तेमाल से...

'मदार का फूल' ब्‍लड शुगर, बवासीर समेत कई अन्य रोग करे दूर, ऐसे करें इसका इस्तेमाल

Written by |Published : September 8, 2018 8:31 AM IST • • • • • मदार का फूल अकोवा और आर्क के नाम से भी जाना जाता है। इसमें कई औषधीय गुण पाए जाते हैं। यह सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसके फूल-पत्तियों का इस्तेमाल अस्थमा, डायबिटीज, कुष्ठ रोग और बवासीर जैसी बीमारियों को दूर करने में मदद करता है। इससे स्किन में एलर्जी या खुजली जैसी समस्याओं को दूर किया जा सकता है। विषैला होने के बावजूद भी इस पौधे में कई गुण हैं। मदार का फूल भगवान शिव को भी चढ़ाया जाता है। हिंदू मान्‍यताओं के अनुसार, इस फूल से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं आइए जानते हैं किस तरह इस पौधे के फूल और पत्तों के इस्तेमाल से बड़ी-बड़ी बीमारियों को दूर की जा सकती है। यह भी पढ़ें- रोजाना सुबह इस पौधे की पत्तियों को पैर के नीचे रख कर जुराबें डाल लें। रात को सोने से पहले इस पत्ते को निकाल दें। इसका इस्तेमाल शुगर कंट्रोल करने में मदद करता है। बवासीर इसके पत्तों और डंठलों को पानी में भिगो कर कुछ घंटे के लिए रख दें। इस पानी को पीने से बवासीर की समस्या हमेशा के लिए दूर हो जाएगी। यह भी पढ़ें- लेप्रोसी लेप्रोसी यानी कुष्ठ रोग में मदार की पत्तियों को पीस कर सरसों के तेल में मिक्स करें। इसे कुष्ठ रोग के घाव पर लगाएं। इसे नियमित रूप से लगाने पर घाव जल्दी भर जाएंगे। यह भी पढ़ें- चोट लगना शरीर के किसी भी हिस्से में चोट लगने पर इसके पत्तों को गर्म करके बांध लें। इससे चोट से खून बहना बंद होने के साथ-साथ दर्द और सूजन भी दूर हो जाएगी। एलर्जी स्किन में एलर्जी या रूखेपन के कारण खुजली की समस्या हो जाती है। इससे छुटकारा पाने के लिए इसकी जड़ को जला लें। इसकी राख को कड़वे तेल में मिलाकर खुजली वाली जगहों पर लगाएं। खुजली की परेशानी दूर हो जाए...

बेहद ही गुणकारी है मदार का पौधा, जाने इसके चमत्कारी लाभ

मदार एक प्रकार का पौधा है और इसे आयुर्वेद में सेहत के लिए काफी लाभप्रदा माना गया है। मदार के पौधे में फूल लगते हैं और आमतौर पर इस पौधे की दो प्रजातियां पाई जाती हैं। जिसमें से एक प्राजित के फूलों का रंग सफेद और नील होता है और दूसरी प्राजित के फूलों का रंग सिर्फ सफेद ही होता है। इस पौधे का प्रयोग कई रोगों को दूर करने के लिए किया जाता है और ये बेहद ही गुणकारी पौधा है। कई तरह की आयुर्वेदिक दवा बनाने में भी इस पौधे का प्रयोग किया जाता है। मदार के फायदे इस पौधे को एक विशेष पौधा बनाते हैं और इस पौधे से जुड़े कुछ फायदों की जानकारी इस प्रकार है – मदार के फायदे बवासीर करे सही – मदार के फायदे बवासीर की समस्या को दूर करने में मदार काफी कारगर साबित होता है और इसकी मदद से बवासीर को सही किया जा सकता है। जिन लोगों को बवासीर की समस्या है वो लोग मदार के कुछ पत्ते तोड़ लें और इन पत्तों को धूप में अच्छे से सूखा लें। जब ये पत्ते अच्छे से सूख जाए तो आप इनको जला दें और इनका धुआं प्रभावित जगह पर ले लें। मदार के पत्तों का धुआं लेने से बवासीर सही हो जाएगी और दर्द से निजात मिल जाएगी। आप इस उपाय को एक हफ्ते तक करते रहें। सूजन करे दूर – मदार के फायदे सूजन होने पर आप मदार के पत्तों को सूजन वाली जगह पर लगा दें। ये पत्ता रखने से सूजन एकदम सही हो जाएगी। आप एक मदार का पत्ता लेकर उस पत्ते की ऊपर वाली सतह पर सरसों का तेल गर्म करके लगा दें। फिर आप इस पत्ते को सूजन वाली जगह पर रख दें। आपको सूजन से आराम मिल जाएगा। आप इस उपाय को दिन में तीन बार करें। घुटनों की दर्द हो दूर – मदार के फायदे घुटनों की दर्द को भी सही करने में मदार के पत्ते लाभकारी होते हैं। जिन लोगों को घुटनों में दर्द की शिकायत रहती है वो लोग अपने ...

जहरीला समझें जाने वाले आक (मदार) के फूल में कई औषधीय गुण भी, जानें 7 फायदे

सेहतराग टीम आक (मदार) के फूल को आपने जरूर देखा होगा, लेकिन इस फूल को लोग ज्यादा महत्व नहीं देते हैं, क्योंकि अक्सर लोग मानते हैं कि ये फूल जहरीला होता है। आक (मदार) के फूल अमूमन को पूजा में इस्तेमाल किया जाता है। यह ऐसा पौधा है जो कहीं भी, किसी भी जगह अपने आप उग जाता है। लेकिन क्या जानते हैं हैं कि ये साधारण सा आक का फूल बहुत लाभकारी होता है। यह सिर्फ एक फूल नहीं है बल्कि एक जड़ीबूटी भी है। इस पौधे की जड़ में मंडारएल्बन और फ्युएबिल पाया जाता है, जो कई बीमारियों के इलाज में कारगर माना जाता है। अक्सर लोग आक के पौधे को जहलीरा समझकर इससे दूर रहते हैं ऐसा इसलिए क्यों इस पौधे से निकलने वाली दूध आंखों के लिए परेशानी ला सकता है। पर अगर ध्यान से इसका इस्तेमाल किया जाए तो सेहत के लिहाज से आक को पौधा और फूल बहुत फायदेमंद होता है। इस छोटे पौधे और फूल से अमूमन होने वाली कई बीमारियों को दूर किया जा सकता है। आइए जानते हैं इसके फायदों के बारे में... पढ़ें- सेहत के लिए बड़े काम की चीज अमरुद की पत्तियां मदार के फूल के फायदे (Aak Flower Uses and Benefits for Health in Hindi): डाबिटीज कंट्रोल करने में मदद करें लोग डाबिटीज को कंट्रोल करने के लिए दवाईयों का सहारा लेते हैं, लेकिन इस समस्या के लिए आप हर रोज सुबह आक के पत्तों को पैर के नीचे लगाकर रखें और रात को सोने से पहले हटा दें। ऐसा करने से शुगर कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। एलर्जी अगर किसी को स्किन एलर्जी की समस्या हो जाती है तो इस परेशानी से निजात पाने के लिए आके की जड़ को जलाकर चूर्ण बना लें और उसे कड़वे तेल में मिलाकर एलर्जी वाले हिस्से पर लगाएं। चेहरे से झुर्रियां व दाग-धब्बे दूर करें उम्र के बढ़ने के साथ चेहरे पर झुर्रियां की परेशानी ह...

सफेद आक की जड़ के उपाय

भारत में पेड़ पौधों को पूजे जाने की परम्परा सदियों से प्रचलन में है। पेड़-पौधे पूजनीय है ये बात तो प्राचीन काल जैसे सतयुग, त्रेतायुग में ही ईश्वर की लीलाओं के माध्यम हमें ज्ञात हो गई थी। आज हम वैश्विक जलवायु परिवर्तन की समस्याओं से जूझ रहे हैं और तरह-तरह की संधियां कर पृथ्वी को प्रलय से बचाने के प्रयासों में जुटे है पर हमारी भारतीय परंपरा तो सदियों से इनके सरंक्षण के पक्ष में रही है। आज हम बात करेंगे इन्हीं पूजनीय पेड़-पौधों में से एक आक का पौधा यानी Madar tree की। आक का पौधा क्यों है इतना ख़ास? ( Why is AAK Plant so Important? ) आक का पौधा जिसे आम बोलचाल की भाषा में आकड़ा का पेड़, अकउआ और Madar ka ped के नाम से भी जानते हैं। ये पौधा वैसे तो बड़ी ही आसानी से आपको राह में चलते हुए नज़र आ ही जाएगा परन्तु जितना यह सामान्यतः हमें मिल जाता है उतना सामान्य है नहीं। आक के पौधे का हिन्दू धर्म में ख़ास महत्व है। दरअसल धार्मिक मान्यताएं कहती हैं कि इस पौधे में विघ्नहर्ता भगवान गणेश का वास है। शायद इसलिए इस पौधे के फूल भगवान शिव को अत्यंत प्रिय हैं। आक के पौधे को यदि किसी शुभ दिन मुहूर्त देख लगाया जाए तो यह घर-परिवार में सुख-समृद्धि और बरकत की सुंगंधे फैला देता है। ( घर में आर्थिक सुख-समृद्धि को लाने और माता लक्ष्मी को अपने घर की ओर आकर्षित करने के लिए Dhan Laxmi Kuber Yantra को घर में स्थापित करें। ) आक का पेड़ के फायदे और आक के फूल के फायदे ( Aak ka ped ke fayde aur aak ke phool ke fayde ) Aankh ka ped के अनगिनत फायदे हैं क्योंकि यह धार्मिक होने के साथ-साथ औषधीय गुण भी अपने साथ लिए हुए है आइये जानते हैं aak plants benefits in hindi. आक के पौधे का धार्मिक फायदे ( Religious Aak plant...

सफेद आक आंकड़े (मदार) के फायदे

सफेद आक (Calotropis gigentica)का हर अंग दवा है, हर भाग उपयोगी है। यह सूर्य के समान तीक्ष्ण तेजस्वी और पारे के समान उत्तम तथा दिव्य रसायनधर्मा हैं। कहीं-कहीं इसे ‘ वानस्पतिक पारद‘ भी कहा गया है। सफेद आक आंकड़े (मदार) के पत्ते के फायदे आक के पीले पत्ते पर घी चुपड कर सेंक कर अर्क निचोड कर कान में डालने से आधा शिर दर्द जाता रहता है। बहरापन दूर होता है। दाँतों और कान की पीडा शाँत हो जाती है।आक के कोमल पत्ते मीठे तेल में जला कर अण्डकोश की सूजन पर बाँधने से सूजन दूर हो जाती है। तथा कडुवे तेल में पत्तों को जला कर गरमी के घाव पर लगाने से घाव अच्छा हो जाता है। एवं पत्तों पर कत्था चूना लगा कर पान समान खाने से दमा रोग दूर हो जाता है। तथा हरा पत्ता पीस कर लेप करने से सूजन पचक जाती है।कोमल पत्तों के धूँआ से बवासीर शाँत होती है। कोमल पत्ते खाय तो ताप तिजारी रोग दूर हो जाता है।आक के पत्तों को गरम करके बाँधने से चोट अच्छी हो जाती है। सूजन दूर हो जाती है। आक के फूल के फायदे आक के फूल को जीरा, काली मिर्च के साथ बालक को देने से बालक की खाँसी दूर हो जाती है।दूध पीते बालक को माता अपनी दूध में देवे तथा मदार के फल की रूई रूधिर बहने के स्थान पर रखने से रूधिर बहना बन्द हो जाता है। सफेद आक आंकड़े (मदार) के दूध के फायदे आक का दूध लेकर उसमें काली मिर्च पीस कर भिगोवे फिर उसको प्रतिदिन प्रातः समय मासे भर खाय 9 दिन में कुत्ते का विष शाँत हो जाता है। परंतु कुत्ता काटने के दिन से ही खावे। आक का दूध पाँव के अँगूठे पर लगाने से दुखती हुई आँख अच्छी हो जाती है। बवासीर के मस्सों पर लगाने से मस्से जाते रहते हैं। बर्रे काटे में लगाने से दर्द नहीं होता। चोट पर लगाने से चोट शाँत हो जाती है। जहाँ के बाल उड गये हों वह...

आक (मदार, अकौआ) के फायदे और नुकसान

Aak (Madar) Ke Fayde Aur Nuksaan in Hindi आक एक बारहमासी झाड़ी है जिसका अंग्रेजी नाम मदार (madar) है, यह एक आयुर्वेदिक पौधा है। इसको मंदार’, आक, ‘अर्क’ और अकौआ भी कहते हैं। आक के फायदे कई प्रकार की स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं को दूर करने के लिए उपयोग किये जाते हैं। यह एक ऐसा चमत्‍कारिक पौधा है जिसके पत्‍ते, फल, फूल और इससे निकलने वाले दूध जैसे सभी उत्‍पादों का उपयोग विभिन्‍न प्रकार की स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं को दूर करने में किया जाता है। आप शायद आक शब्‍द से परिचित न हों लेकिन अकौआ शब्‍द से परिचित होगें। क्योंकि भारत के कुछ क्षेत्रों में इसे अकऊआ के नाम से जाना जाता है। आक के फायदे महिला बांझपन (Female infertility), कोलेरा, अस्‍थमा, बवासीर आदि के उपचार के लिए उपयोग किये जाते हैं। आइए जाने आक के फायदे और नुकसान के बारे में जो आपको अब तक पता नहीं थे। मदार का वनस्‍पतिक नाम Calotropis gigantea है। इस आयुर्वेदि पौधे की दो प्रजातियां होती हैं जिनमें से एक प्रजाति के फूलों का रंग हल्‍का लाल नीला होता है जिसका उपयोग विभिन्‍न प्रकार की स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं को दूर करने में उपयोग किया जाता है और दूसरी प्रजाति के पौधे में सफेद फूल होते हैं जो कि बहुत ही दुर्लभ होते हैं। अकौआ का पौधा एक प्रकार की झाड़ी नुमा पौधा होता है जिसमें बहुत सारी शाखाएं होती हैं। इस पौधे की ऊंचाई लगभग 2.5 मीटर तक हो सकती है। इसकी पत्तियां समतल और अंडाकार की होती है। इस पौधे के फूल गुच्‍छों के रूप में फूलते हैं जिनमें मोम जैसी परत होती है। इसके पत्‍तों को तोड़ने पर इससे सफेद रंग का गाढ़ा दूध निकलता है। इस पौधे में बहुत से पोषक तत्‍व होते हैं जो कि इसे आयुर्वेदिक गुण प्रदान करते हैं। आइए जाने आक में पाए जाने वाले पोषक ...