मदुरई से रामेश्वरम की दूरी

  1. Madurai to Rameshwaram Distance by car, bus, train, Flight
  2. #6Days: सैर करें मंदिरों के देश तमिलनाडू की
  3. रामेश्वरम, तिरुपति, कन्याकुमारी, मदुरई और तिरुवनंतपुरम की यात्रा एक साथ कैसे करे? – Bharat Yatri
  4. 56721 मदुरई रामेश्वरम पैसेंजर ट्रेन रनिंग स्टेटस, सीट उपलब्धता, ट्रेन सूची, टाइम टेबल और रूट मैप देखे
  5. भारत गौरव ट्रेन से तिरुपति, रामेश्वरम, मदुरई, कन्याकुमारी जैसे तीर्थ स्थलों का करिए दर्शन, 10 रात 11 दिन की यात्रा
  6. मदुरै से रामेश्वरम की दूरी
  7. रामेश्वरम यात्रा कैसे करें? – ElegantAnswer.com
  8. कुछ यूं करें काशी के अस्सी से रामेश्वरम के छोर तक की यात्रा


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Madurai to Rameshwaram Distance by car, bus, train, Flight

भगवान विष्णु के अवतारों से जुड़े चार पवित्र निवास स्थान। पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान राम (विष्णु के सातवें अवतार) ने राक्षस राजा रावण के दुष्ट चंगुल से अपनी पत्नी सीता को बचाने के लिए रामेश्वरम से श्रीलंका तक एक पुल का निर्माण किया था। हिंदुओं का मानना है कि सभी चार धामों की यात्रा करने से उन्हें मोक्ष प्राप्त करने में मदद मिलेगी Rameshwaram is a town located in the Indian state of Tamil Nadu. It is situated on the Pamban Island, which is connected to mainland India by the Pamban Bridge. Rameshwaram is considered one of the holiest places in India, and it is known for its historic Ramanathaswamy Temple, which is dedicated to Lord Shiva. The town has a rich cultural and religious history, and it has been mentioned in various Hindu mythological texts. It is believed that Lord Rama, an important figure in Hindu mythology, visited Rameshwaram after defeating the demon king Ravana and performing a ceremony to absolve himself of the sin of killing a Brahmin. Table of Contents • • • • • • • • • • • • Why you traveling from madurai to rameshwaram Murudurai (also known as Madurai) is a city located in the Indian state of Tamil Nadu, while Rameshwaram is a town located on Pamban Island, also in Tamil Nadu. The distance between the two cities is around 170 kilometers, and traveling from Murudurai to Rameshwaram can be a popular option for tourists and pilgrims. Rameshwaram is considered one of the holiest places in India, and it is known for its historic Ramanathaswamy Temple, whi...

#6Days: सैर करें मंदिरों के देश तमिलनाडू की

मेरी यात्रा बंगलौर से ईसीआर के माध्यम से रामेश्वरम फिर कन्याकुमारी से होते हुए मदुरै एनएच 44 के माध्यम से बैंगलोर में समाप्त हुई। रोड ट्रिप करने का आनन्द तब और दुगना हो जाता है, जब सड़के बेहद अच्छी हो..और जब आप मेरा आर्टिकल पढ़ने के बाद अगर यह रोड ट्रिप करने का फैसला करते हैं..तो आप भी पाएंगे कि, वाकई अगर रोड अच्छी हो एक रोड ट्रिप कितनी शानदार और यादगार हो सकती है। हमारी यह यात्रा 6 दिन में पूरी हुई.. पम्बन ब्रिज रामेश्वरम, तमिलनाडु राज्य में स्थित एक बेहद ही लोकप्रिय और खूबसूरत शहर है जोकि,भारतीय प्रायद्वीप की नोक पर मन्नार की खाड़ी में स्थित पन्बम द्वीप पर स्थित है और पम्बन ब्रिज द्वारा मुख्य भूमि भारत से जुड़ा हुआ है। पम्बन ब्रिज एक रेलवे पुल है, जिसे वर्ष 1914 में खोला गया था, यह भारत का पहला समुद्र पुल था। रेलवे पुल के अलावा एक सड़क पुल का निर्माण पम्बन ब्रिज के समानांतर बनाया गया था जिसे इंदिरा गांधी रोड ब्रिज के नाम से जाना जाता है। PC:S N Barid रामेश्वरम रामेश्वरम हिंदुयों के पवित्र धार्मिक स्थलों में से एक है..यहां जगह रामायण काल से जुड़ी हुई है। यहां भगवान शिव को समर्पित रामनाथस्वामी मंदिर, शहर के केंद्र में स्थित है। इस मंदिर में 22 थिथेम (पवित्र जल निकायों) के भीतर कुएं के रूप में इसका परिसर है। इसे अग्नि थीर्थम भी कहा जाता है, बंगाल की खाड़ी में स्थित समुंद्र में नहाने बेहद शुभ माना जाता है। बद्रीनाथ,पुरी और द्वारका के साथ रामेश्वरम भी हिंदुयों के पवित्र चार धामों में से एक है.. PC: Mathanagopal धनुषकोड़ी रामेश्वरम की यात्रा बिना धनुषकोड़ी जाए कभी पूरी नहीं हो सकती,धनुषकोड़ी रामेश्वरम से करीबन 20 किमी की दूरी पर स्थित है..धनुषकोड़ी के एक तरफ बंगाल की खाड़ी है तो दू...

रामेश्वरम, तिरुपति, कन्याकुमारी, मदुरई और तिरुवनंतपुरम की यात्रा एक साथ कैसे करे? – Bharat Yatri

आवश्यक बातें 1 – यात्रा करने के लिए अक्टूबर से फरवरी के मध्य के समय का चुनाव करें। इस समय दक्षिण भारत का मौसम घूमने के लिए अनुकूल रहता है। 2 – प्लानिंग के अनुसार सभी ट्रेन में कन्फर्म रिजर्वेशन करवा लें। 3 – यात्रा की शुरुवात किसी भी महीने के रविवार से करे। रविवार के दिन से शुरुवात करने पर आप एक शहर से दूसरे शहर जाने के लिए चलने वाली ट्रेन अरेंज कर पायेंगे। * तिरुवनंतपुरम में 1 दिन रुकना होगा। रुकने के लिए कोवलम बीच सबसे अच्छी जगह है। यहाँ नॉन एसी रूम का किराया ऑफ़ सीजन में 500 रूपये और सीजन में 1000 रूपये से ज्यादा होता है। एसी रूम 1000 से 5000 रूपये तक मिल जाता है। रविवार के दिन रुकने के लिए रूम की ऑनलाइन एडवांस बुकिंग पहले से कर लीजिये। * घूमने के लिए पद्मनाभ स्वामी मंदिर, त्रिवेंद्रम प्राणी संग्रहालय, नेपियर संग्रहालय उचित स्थान है। यदि समय और मिलता है तो पोवर आइसलैंड जाकर बोटिंग का आनंद ले सकते है। * सोमवार के दिन ही तिरुवनंतपुरम से ट्रेन के माध्यम से कन्याकुमारी जाना है। यह ट्रेन रोज तिरुवनंतपुरम से दोपहर 1.30 पर चलती है और कन्याकुमारी शाम 5 बजे तक पहुचती है। Train No.16526 – KSR Bengaluru – Kanniyakumari (Island) Express (प्रतिदिन) कन्याकुमारी * कन्याकुमारी में 1 दिन रुकना है, रुकने के लिए स्वामी विवेकानंद रॉक मेमोरियल के भक्त निवास सबसे उचित स्थान है। विवेकानंद रॉक मेमोरियल में रूम400/- में और डोरमेटरी Rs.100/- प्रति बेड़ मिलता है। आपको पहले से ही विवेकानंद रॉक मेमोरियल की वेबसाइट * आप सोमवार को शाम 5 बजे तक कन्याकुमारी पहुच जायेंगे होटल में चेक इन करके जल्दी से बीच पर सूर्यास्त देखने के लिए पहुँच जाइये। सूर्यास्त देखने के बाद कन्याकुमारी माता मंदिर के दर्शन करें। * ...

56721 मदुरई रामेश्वरम पैसेंजर ट्रेन रनिंग स्टेटस, सीट उपलब्धता, ट्रेन सूची, टाइम टेबल और रूट मैप देखे

56721 - मदुरई रामेश्वरम पैसेंजर, सप्ताह के 7 दिन MDU (मदुरई जंक्शन) से RMM (धनुषकोडी) तक चलती है। 56721 passenger ट्रेन, मदुरई जंक्शन से 12:15 बजे निकलती है और 03:55 बजे धनुषकोडी पहुँचती है। 56721 ट्रेन, कुल 3hr 40min में यह सफ़र तय करती है एवं यात्रा के दौरान 17 स्टेशनों पर रुकती है। Manamadurai Jn पर यह ट्रेन सबसे लंबे समय, अधिकतम 2min, तक रुकती है। इस मार्ग पर श्रेणी की सीटें उपलब्ध हैं और टिकट बुकिंग निम्नलिखित कोटा का उपयोग करके की जा सकती है: GN,TQ,SS,LD ixigo पर, मदुरई रामेश्वरम पैसेंजर - 56721 का शेड्यूल, सीट की उपलब्धता, समय सारिणी और किराये के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करें। मदुरई रामेश्वरम पैसेंजर के लिए स्टेशन कोड स्टेशन का नाम आगमन प्रस्थान रुकने की अवधि दूरी प्लेटफॉर्म रुट दिन औसत देरी मदुरई रामेश्वरम पैसेंजर - 56721, MDU (मदुरई जंक्शन) से RMM (धनुषकोडी) तक सप्ताह में 7 दिन चलती है। यह मदुरई जंक्शन से धनुषकोडी तक चलने वाली प्रमुख ट्रेन है और 161 किमी. की दूरी तय करती है। आप मदुरई रामेश्वरम पैसेंजर - 56721 की सीट उपलब्धता, प्लेटफॉर्म पर अपने कोच की स्थिति, स्टेशनों पर रूकने का समय और 56721 रुट मानचित्र देख सकते हैं। आप मदुरै से Rameswaram तक पहुँचने के लिए अन्य परिवहन के साधन भी देख सकते हैं।

भारत गौरव ट्रेन से तिरुपति, रामेश्वरम, मदुरई, कन्याकुमारी जैसे तीर्थ स्थलों का करिए दर्शन, 10 रात 11 दिन की यात्रा

पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए IRCTC चला रहा है भारत गौरव ट्रेन. स्पेशल ट्रेन से तिरुपति, रामेश्वरम, मदुरै, कन्याकुमारी का करिए दर्शन. भारत गौरव ट्रेन से 10 रात 11 दिन में तीर्थ स्थलों की यात्रा कीजिए. पटना. भारतीय रेलवे की शाखा आईआरसीटीसी दक्षिण भारत के तीर्थ स्थलों का दर्शन कराएगा. आईआरसीटीसी 10 दिन और 11 दिन के समय मे पर्यटकों को तिरुपति के बालाजी, रामेश्वरम के श्री रामनाथस्वामी मन्दिर, मदुरई के मीनाक्षी मन्दिर, कन्याकुमारी के कन्याकुमारी मन्दिर और विवेकानन्द रॉक के साथ साथ त्रिवेंद्रम के पद्मनाभस्वामी मन्दिर का दर्शन कराएगा. आईआरसीटीसी की स्पेशल ट्रेन 22 जुलाई को बेतिया से खुलेगी और सभी तीर्थ स्थानों का दर्शन करवाते हुए 1 अगस्त को वापसी करेगी. आईआरसीटीसी के संयुक्त महाप्रबंधक क्षेत्रीय कार्यालय पटना राजेश कुमार ने बताया की पहली बार ‘देखो अपना देश’ के तहत भारत गौरव से दक्षिण भारत के प्रमुख तीर्थ स्थलों का दर्शन करवाएगी. वहीं, यात्रियों को आईआरसीटीसी के द्वारा तमाम सुविधाएं भी दी जाएंगी. 22 जुलाई को ट्रेन बेतिया से खुलेगी और ट्रेन सुगौली, रामगढ़वा, रक्सौल, सीतामढ़ी, दरभंगा, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, हाजीपुर, पटना, क्यूल, झाझा, जसीडीह, मधुपुर, चितरंजन, आसनसोल, आद्रा होते हुए तीर्थ स्थलों तक जाएगी. भारतीय रेल पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 33 प्रतिशत की रियायत भी दे रहा है. राजेश कुमार ने बताया कि स्लीपर क्लास के लिए 19620 रुपये जबकि 3 एसी के लिए 32075 रुपये प्रत्येक यात्री को लगेंगे. यात्रियों को वातानुकूलित और गैर वातानुकूलित होटलों में रात्रि विश्राम के साथ साथ घूमने के लिए वातानुकूलित बसे भी मुहैया कराई जाएंगी. ट्रेनों में बुकिंग के लिए पर्यटक आईआरसीटीसी के क्षेत्रीय कार्यालय प...

मदुरै से रामेश्वरम की दूरी

यह एक ऐसा पोर्टल है जिसके तहत आप अपनी शिकायतों को ऑनलाइन रजिस्टर करने की पूरी प्रक्रिया जान सकते है और साथ ही आप इसे निपटा भी सकते है। साथ ही साथ आपको इस बात की भी जानकारी मिलती है कि आपकी शिकायतों पर कहां तक एक्शन लिया गया और वह भी ऑनलाइन तरीके से घर बैठे बैठे। तो आप भी इस वेबसाइट से जुड़े और अपनी समस्या का समाधान करते रहें।

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रामेश्वरम यात्रा कैसे करें? – ElegantAnswer.com

रामेश्वरम यात्रा कैसे करें? इसे सुनेंरोकेंरामेश्‍वरम का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट मदुरई में स्थित है। मदुरई एयरपोर्ट, चेन्‍नई एयरपोर्ट से अच्‍छी तरह से जुड़ा हुआ है और हर दिन, चेन्‍नई और मदुरई के बीच नियमित रूप से काफी उड़ाने भरी जाती है। अगर एक बार आप मदुरई या चेन्‍नई एयरपोर्ट पहुंच जाते है तो रामेश्‍वरम तक टैक्‍सी द्वारा आसानी से पहुंच सकते है। रामेश्वरम मंदिर की स्थापना कब हुई थी? इसे सुनेंरोकेंफिर 17 वीं सदी में रघुनाथ किलावन और राजा किजहावन सेठुपति ने चार धामों में से एक रामेश्वरम मंदिर का निर्माण करवाया गया। रामेश्वरम में कितने पवित्र कूप हैं? रामेश्वरम हिंदुओं का एक पवित्र तीर्थ है। यह तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले में स्थित है। यह तीर्थ हिन्दुओं के चार धामों में से एक है। इसके अलावा यहां स्थापित शिवलिंग बारह द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है।…रामेश्वरम तीर्थ श्री रामनाथस्वामी मंदिर स्थापित ११७३ ई• में हजारा मंदिर क्यों प्रसिद्ध है? इसे सुनेंरोकेंहजारा राम (हजार राम) मंदिर कृष्णदेव राय ने बनवाया था। यह विजयनगर के शाही परिवार का निजी मंदिर था। यह मंदिर भगवान राम को समर्पित है। मंदिर महाकाव्य रामायण की कहानी को दर्शाते हुए सुंदर स्मृतिचिन्ह और पैनलों के लिए प्रसिद्ध है। रामेश्वरम से श्री लंका की दुरी कितने किलोमीटर है? इसे सुनेंरोकेंश्रीलंका के पास भारत का सबसे दक्षिणी हिस्सा रामेश्वरम है जहां से श्रीलंका की दूरी 271 किलोमीटर है अर्थात श्रीलंका और भारत की दूरी 271 किलोमीटर है। रामेश्वरम कब जाएं? इसे सुनेंरोकेंरामेश्वरम दर्शनीय स्थल में साल के किसी भी दिन आकर आनंद लिया जा सकता है। पर सबसे उचित समय है अक्टूबर से अप्रैल के दौरान। हांलाकि जुलाई से सितंबर तक बारिश का म...

कुछ यूं करें काशी के अस्सी से रामेश्वरम के छोर तक की यात्रा

सफर खूबसूरत होता है तो मंजिल भी खूबसूरत हो जाती है शायद इसलिए घुमक्कड़ हर सफर को खास बनाने की कोशिश में रहते हैं। आपने बहुत सारे सफर किए हों या फिर न किए हों लेकिन आपको एक सफर पर जरूर जाना चाहिए, काशी से रामेश्वरम तक का सफर। बनारस जिसे पूरी दुनिया की सबसे पुरानी और भारत की सांस्कृतिक राजधानी कहते हैं। इस शहर में सुबह हर-हर महादेव से होती है। ऐसा शहर जहाँ आकर हर कोई घुल जाता है। वहीं तमिलनाडु का रामेश्वरम भारत के चारों धामों से एक है। उत्तर में काशी का जो दर्जा है रामेश्वरम का वही महत्व दक्षिण भारत में है। एक आध्यात्मिक शहर से दूसरे धार्मिक नगर तक की यात्रा है काशी से रामेवश्वरम। काशी का अस्सी बनारस में एक तो फेमस है, गंगा और दूसरा अस्सी मोहल्ला। पूरा बनारस एक तरफ और काशी का अस्सी एक तरफ। इसी मोहल्ले के बारे में कहा गया है जो मजा बनारस में, वो मजा न पेरिस में न फारस में। इसी मोहल्ले पर काशीनाथ सिंह ने किताब भी लिखी है। काशी के अस्सी की गलियाँ आपका मन भा लेंगी। अगर आपने बनारस देखा और काशी का अस्सी न देखा तो बनारस देखना अधूरा है। अगर आप काशी से रामेश्वरम की यात्रा करना चाहते हैं तो पहले काशी के अस्सी की यात्रा कीजिए। यहाँ की गलियों में घूमिए, यहाँ की जलेबी और कचौड़ी खाइए। जब काशी का अस्सी अच्छे से देख लो तब फिर रामेश्वरम के लिए निकल पड़िए। कैसे पहुँचे? बनारस से रामेश्वरम की दूरी 2400 किमी. है। कुल मिलाकर ये एक छोर से दूसरे छोर की यात्रा है। वाया रोड जाना बहुत खर्चीला और समय लेगा। कई सारी चीजें मैनेज करनी पड़ेगी, ये यात्रा बहुत मुश्किल है। फ्लाइट से जाना तो बनता भी नहीं है क्योंकि फिर सिर्फ रामेश्वरम देख पाएंगे, वो कोई यात्रा नहीं कहलाएगी। इससे काशी से रामेश्वरम जाने के लिए सबसे ब...