Meera ke pad class 10 explanation

  1. Hindi meera ke pad?
  2. Mera Bai Ke Pad Class 10 Summary
  3. Meera ke Pad मीरा के पद Class 10 Sparsh Hindi NCERT
  4. मीराबाई के पद दोहे अर्थ सहित
  5. आत्मत्राण
  6. मीरा के पद Question Answers, Class 10 Chapter 2 NCERT Solutions


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Hindi meera ke pad?

Question Description Hindi meera ke pad? for Class 10 2023 is part of Class 10 preparation. The Question and answers have been prepared according to the Class 10 exam syllabus. Information about Hindi meera ke pad? covers all topics & solutions for Class 10 2023 Exam. Find important definitions, questions, meanings, examples, exercises and tests below for Hindi meera ke pad?. Here you can find the meaning of Hindi meera ke pad? defined & explained in the simplest way possible. Besides giving the explanation of Hindi meera ke pad?, a detailed solution for Hindi meera ke pad? has been provided alongside types of Hindi meera ke pad? theory, EduRev gives you an ample number of questions to practice Hindi meera ke pad? tests, examples and also practice Class 10 tests.

Mera Bai Ke Pad Class 10 Summary

मीराबाई का जीवन परिचय- Meerabai Ka Jeevan Parichay: मीराबाई कृष्ण-भक्ति शाखा की प्रमुख कवयित्री हैं। इनकी जन्म-तिथि 1503 मानी जाती है। मीरा बाई के जन्म स्थान के बारे में कई मतभेद हैं। कई लोग जोधपुर में स्थित चोकड़ी (कुड़की) गांव को मीरा बाई का जन्म-स्थान मानते हैं। ये बचपन से ही कृष्णभक्ति में रुचि लेने लगी थीं। इनका विवाह उदयपुर के महाराणा कुंवर भोजराज के साथ हुआ। विवाह के कुछ समय बाद ही इनके पति का देहांत हो गया। इन्हें पति के साथ सती करने का प्रयास किया गया, लेकिन मीरा इसके लिए तैयार नहीं हुईं। वे संसार की ओर से विरक्त हो गयीं और साधु-संतों की संगति में हरिकीर्तन करते हुए अपना समय व्यतीत करने लगीं। संत रैदास की शिष्या मीरा के पद पूरे उत्तर भारत सहित गुजरात, बिहार और बंगाल तक प्रचलित हैं। मीरा बाई की कविताएं हिंदी तथा गुजराती दोनों ही भाषाओं में मिलती हैं। मीरा के पद का भावार्थ- Meera Ke Pad in Hindi: कहते हैं कि मीराबाई का कृष्णभक्ति में नाचना और गाना, राज परिवार को अच्छा नहीं लगता था। उन्होंने कई बार मीराबाई को विष देकर मारने की कोशिश की। घर वालों के इस प्रकार के व्यवहार से परेशान होकर वह वृंदावन चली गईं। मीरा बाई की रचनाओं में एक ओर जहाँ श्री कृष्ण के निर्गुण रूप का वर्णन मिलता है, वहीं दूसरी ओर इन्होनें कृष्ण के सगुण रूप का भी गुणगान किया है। यहाँ प्रस्तुत दोनों पदों के माध्यम से मीरा अपने आराध्य को उनका कर्तव्य याद दिलाने की कोशिश करती हैं। मीरा उन्हें अपने दुःख हरने के लिए कहती है। इसी दौरान मीरा श्री कृष्ण के प्रति अपने प्रेम का प्रदर्शन भी करती हैं। मीरा के पद- Meera Ke Pad हरि आप हरो जन री भीर। द्रोपदी री लाज राखी, आप बढ़ायो चीर। भगत कारण रूप नरहरि, धरयो आप सरीर। ब...

Meera ke Pad मीरा के पद Class 10 Sparsh Hindi NCERT

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मीराबाई के पद दोहे अर्थ सहित

• पायो जी मैंने नाम रतन धन पायो। वस्तु अमोलक दई म्हारे सतगुरू, किरपा कर अपनायो॥ जनम-जनम की पूँजी पाई, जग में सभी खोवायो। खरच न खूटै चोर न लूटै, दिन-दिन बढ़त सवायो।। सत की नाँव खेवटिया सतगुरू, भवसागर तर आयो। ‘मीरा’ के प्रभु गिरिधर नागर, हरख-हरख जस गायो॥ :::——- प्रस्तुत पंक्तियों में मीरा कह रही हैं कि उन्होंने कृष्ण के नाम का रत्न धन पा लिया है। उनके सतगुरु ने उन्हें अपना कर उनपर कृपा की तथा इस नाम रूपी अमूल्य धन को सौंपा। मीरा ने इस संसार में सब कुछ खो कर इस जन्म जन्म की पूंजी को पाया। ये नाम रूपी धन ऐसा है जो न खर्च करने से कम होता है और न इसे कोई चोर लूट पाता है, इसमे तो दिनों दिन सवा गुणा बढ़त होती रहती है। मीरा ने सत्य की नाव जिसके खेवनहार सतगुरु हैं पर बैठ कर भवसागर पार कर लिया है। मीरा कहती हैं कि मेरे प्रभु गिरिधर श्रीकृष्ण हैं, ओर में उन्ही का यश गाती हूँ। • Meerabai Ke Pad in Hindi With Meaning • पग घूँघरू बाँध मीरा नाची रे। मैं तो मेरे नारायण की आपहि हो गई दासी रे। लोग कहै मीरा भई बावरी न्यात कहै कुलनासी रे॥ विष का प्याला राणा भेज्या पीवत मीरा हाँसी रे। ‘मीरा’ के प्रभु गिरिधर नागर सहज मिले अविनासी रे।। :::—– मीरा स्वयं के लिए कहती हैं कि उन्होंने पैरों में घुंघरू बांध लिये हैं और वो कृष्ण भक्ति में तल्लीन हो कर नाच रही हैं। वो स्वयं ही अपने नारायण श्रीकृष्ण की दासी हो गयी हैं, उन्होंने स्वयं को उन्हें समर्पित कर दिया है। लोग कहते हैं कि मीरा बावली हो गई है। उनके अपने नाते रिश्तेदार उन्हें कुलनशिनी तथा कुल कलंकिनी कहते हैं और उनसे नफरत करते हैं। मीरा को प्रताड़ित करने के लिए स्वयं उनके श्वसुर राणा सांगा ने विष का प्याला भेजा था, जिसे मीरा ने हंसते हंसते पी लिया। मीर...

आत्मत्राण

पठन सामग्री, अतिरिक्त प्रश्न और उत्तरऔर व्याख्या- आत्मत्राण स्पर्शभाग- 2 व्याख्या विपदाओं से मुझे बचाओ ,यह मेरी प्रार्थना नहीं केवल इतना हो (करुणामय) कभी न विपदा में पाऊँ भय। दुःख ताप से व्यथित चित को न दो सांत्वना नहीं सहीं पर इतना होवे (करुणामय) दुःख को मैंकर सकूँसदा जय। कोई कहीं सहायक न मिले, तो अपना बल पौरुषन हिले, हानि उठानी पड़े जगत में लाभ वंचना रही तो भी मन में न मानूँक्षय।। इन पंक्तियों में कवि रवीन्द्रनाथ ठाकुर ईश्वर सेकह रहे हैं कि दुखों से मुझेदूर रखें ऐसी आपसे में प्रार्थना नही कर रहा हूँ बल्कि मैंचाहता हूँ आप मुझे उन दुखों को झेलने की शक्ति दें। उन कष्ट के समय में मैं भयभीत ना हूँ। वे दुःख के समय में ईश्वर से सांत्वना बल्कि उन दुखों पर विजय पाने की आत्मविश्वास और हौंसलाचाहते हैं। कोई कहींकष्ट में सहायता करने वाला भी नही मिले फिर भी उनका पुरुषार्थ ना डगमगाए। अगर मुझे इस संसार मेंहानि भी उठानी पड़े, कोई लाभ प्राप्त ना हो या धोखा ही खाना पड़े तब भी मेरा मन दुखी ना हो। कभी भी मेरे मन की शक्ति का नाश ना हो। मेरा त्राण करो अनुहदन तुम यह मेरी प्रार्थनानही बस इतना होवे(करुणामय) तरने की हो शक्तिअनामय। मेरा भार अगर लघु करके न दो सांत्वना नही सही। केवल इतना रखना अनुनय - वहन कर सकूँ इसको निर्भय। नत शिरहोकर सुख के दिन में तव मुख पहचानूँछीन-छीन में। दुख रात्रिमे करे वंचना मेरी जिसदिन निखिलमही उस दिनऎसा हो करुणामय , तुम पर करूँनहीं कुछसंशय।। कविकहते हैं कि हे भगवन्! मेरी यह प्रार्थना नहीं है आप प्रतिदिन मुझे भय से छुटकारा दिलाएँ। आप मुझे केवल रोग रहित यानीस्वस्थ रखें ताकि मैं अपने बल और शक्ति के सहारे इस संसार रूपी भवसागर को पार कर सकूँ। मैं यह नहीं चाहता की आप मेरे कष्टों का ...

मीरा के पद Question Answers, Class 10 Chapter 2 NCERT Solutions

बोर्डपरीक्षामें हाईस्कोरकरें: हमारे SuccessCDs कक्षा 10 हिंदीकोर्सकेसाथ! Click here CBSE Class 10 Hindi Chapter 2 मीराकेपद Important Questions Answers from Sparsh Bhag 2 Book Looking for Meera ke Pad question answers for CBSE Class 10 Hindi Sparsh Bhag 2 Book Lesson 2? Look no further! Our comprehensive compilation of important questions will help you brush up on your subject knowledge. सीबीएसई कक्षा 10 हिंदी स्पर्शभाग 2 पुस्तक पाठ 2 के लिए मीराकेपदप्रश्न उत्तर खोज रहे हैं ? आगे कोई तलाश नहीं करें ! महत्वपूर्ण प्रश्नों का हमारा व्यापक संकलन आपको अपने विषय ज्ञान को बढ़ाने में मदद करेगा। कक्षा 10 के हिंदी प्रश्न उत्तर का अभ्यास करने से बोर्ड परीक्षा में आपके प्रदर्शन में काफी सुधार हो सकता है। हमारे समाधान इस बारे में एक स्पष्ट विचार प्रदान करते हैं कि उत्तरों को प्रभावी ढंग से कैसे लिखा जाए। हमारे मीराकेपदप्रश्न उत्तरों को अभी एक्सप्लोर करें उच्च अंक प्राप्त करने के अवसरों में सुधार करें। The questions listed below are based on the latest CBSE exam pattern, wherein we have given NCERT solutions to the chapter’s extract based questions, multiple choice questions, short answer questions, and long answer questions . Also, practicing with different kinds of questions can help students learn new ways to solve problems that they may not have seen before. This can ultimately lead to a deeper understanding of the subject matter and better performance on exams. • • • सार-आधारितप्रश्न Extract Based Questions सार – आधारित प्रश्न बहुविकल्पीय किस्म के होते हैं , और छात्रों को पैसेज को ध...