Memory kitne prakar ki hoti hai

  1. रिट कितने प्रकार की होती है?
  2. Topology in Hindi
  3. मेमोरी कितने प्रकार की होती है? » Memory Kitne Prakar Ki Hoti Hai
  4. Sarkari Jamin ke Prakar
  5. Samas Ki Paribhasha समास की परिभाषा और समास से परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्न
  6. Memory क्या है ? Memory कितने प्रकार की होती है।
  7. Zarnain Computer Knowledge: Computer Memory Kya Hai? Aur Kitne Prakar ki Hoti Hai?


Download: Memory kitne prakar ki hoti hai
Size: 49.18 MB

रिट कितने प्रकार की होती है?

Explanation : रिट पांच प्रकार की होती हैं–बंदी प्रत्यक्षीकरण (Habeas Corpus), परमादेश (Mandamus), उत्प्रेषण (Certiorari), निषेधाज्ञा (Prohibition) और अधिकार पृच्छा (Quo warranto)। रिट (Writ) ऐसा निर्देश या आदेश हैं जो मौलिक अधिकारों को लागू करने के लिए एक संवैधानिक उपाय के रूप में उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जारी किए जाते हैं। सुप्रीम कोर्ट संविधान के अनुच्छेद 32 के तहत शक्तियों का प्रयोग करके रिट जारी करती है।

Topology in Hindi

Topology in Hindi: कंप्यूटर नेटवर्क विभिन्न तरह के होते है। इनके द्वारा ही किसी तरह की जानकारी को किसी दूसरे डिवाइस तक पहुँचाया जाता है। जब किसी प्रकार के 2 डिवाइस एक-दूसरे से जुड़ते है और किसी तरह की जानकारी को शेयर करते है तो इसे नेटवर्क कहते है। नेटवर्क का जो पूरा डिज़ाइन होता है उसे कैसे तैयार करना है, किस तरह के उसके प्रकार होते है इसे टोपोलॉजी कहा जाता है। इस लेख में आपको Topology Kya Hai, एवं नेटवर्क टोपोलॉजी क्या है की पूरी जानकारी प्रदान की गयी है। Table of Contents • • • • • अगर आप किसी ऑफ़िस में कार्य करते है या कुछ इस प्रकार का वर्क करते है जिसमें आपको इन नेटवर्क का और कंप्यूटर का अधिक प्रयोग करना होता है तो ऐसे में आपको टोपोलॉजी की जानकारी आवश्यक रूप से होना चाहिए। इस तरह के कार्यों को करने के लिए टोपोलॉजी, Star Topology, Bus Topology, Network Topology, और Ring Topology समझना ज़रुरी होता है। तो अब हम टोपोलॉजी क्या है (What is Topology In Hindi), Topology Ki Definition के बारे में पूरी तरह से जानेंगे जिससे आप इसका प्रयोग कर पाएँगे। टोपोलॉजी क्या है? नेटवर्क के Shape और Layout को टोपोलॉजी कहते है। नेटवर्क में जो नोड होते है वह किस तरह से आपस में एक-दूसरे से जुड़े रहते है और किस तरह से आपस में कम्युनिकेशन रखते है उसे टोपोलॉजी के द्वारा ही निर्धारित किया जाता है। यह दो तरह की होती है फ़िज़िक्स और लॉजिकल। कंप्यूटर को जिस तरह आपस में जोड़ा जाता है उस प्रक्रिया को टोपोलॉजी कहते है। Network Topology Kya Hai नेटवर्क टोपोलॉजी वह तरीका होता है जिसमें नेटवर्क के लिंक और नोड्स को एक दूसरे से आपस में जोड़ने के लिए व्यवस्थित किया जाता है। यह विभिन्न नोड्स के मध्य भौतिक संरचना क...

मेमोरी कितने प्रकार की होती है? » Memory Kitne Prakar Ki Hoti Hai

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। मेमोरी जो है तो प्रकार की होती है एक होती है प्राइमरी और एक होती सेकेंडरी प्राइमरी जो होती है या कंप्यूटर के सीपीयू का एक आवश्यक भाग होता है और इसे आंतरिक मेमोरी भी कहते हैं यह दो प्रकार के होती कर रहा है मोरे करो ठीक है और सेकेंडरी जो मेमोरी होती है वह प्राथमिक मेमोरी के अंतरिक्ष जो है वह कंप्यूटर में एक और काका की मेमोरी काम में लाई जाती है जब द्वितीयक मेमोरी भी कहते हैं memory jo hai toh prakar ki hoti hai ek hoti hai primary aur ek hoti secondary primary jo hoti hai ya computer ke CPU ka ek aavashyak bhag hota hai aur ise aantarik memory bhi kehte hain yah do prakar ke hoti kar raha hai more karo theek hai aur secondary jo memory hoti hai vaah prathmik memory ke antariksh jo hai vaah computer mein ek aur kaka ki memory kaam mein lai jaati hai jab dvitiyak memory bhi kehte hain मेमोरी जो है तो प्रकार की होती है एक होती है प्राइमरी और एक होती सेकेंडरी प्राइमरी जो होती

Sarkari Jamin ke Prakar

सरकारी जमीन किसे कहते हैं | जमीन कितने प्रकार की होती है | जमीन कितने प्रकार की होती है | भूमि कितने प्रकार के होते हैं |सरकारी जमीन कितने प्रकार की होती है जमीन कितनी प्रकार की होती है दोस्तों यह आर्टिकल देख कर मैं तो अचंभित हुआ क्योंकि मुझे तो सिर्फ यह पता था कि सरकारी जमीन होती है बस हालांकि अभी देखी सरकारी जमीन कितनी प्रकार की होती है यह आर्टिकल बहुत इंटरेस्टिंग होने वाला है क्योंकि हम इसमें जानेंगे jameen kitne prakar ki hoti hai, सरकारी जमीन कितने प्रकार की होती है शायद हमारे जैसे अधिकांश लोगों को मालूम नहीं होगा सरकारी जमीन या भूमि कितनी प्रकार की होती है तो चलिए जान लेते हैं सरकारी जमीन कितने प्रकार की होती है आर्टिकल को पूरा पढ़िए ताकि आपको जानकारी पूरी मिले- जमीन कितने प्रकार की होती हैं? दोस्तों आपको पता ही होगा कि आपके आसपास कई सारी जमीन देखने को मिलती है और कई सारी सरकारी जमीन को भूलेख एवं भूमि कितने प्रकार की होती है? भूमिया जमीन के उपयोग के अनुसार राजस्व विभाग द्वारा अपने एक विशेष कोड का इस्तेमाल करती है ऐसी कौन कौन सी भूमिया जमीन हैं उनके बारे में पूरी तरह डिटेल से जानेंगे और उनके नाम भी दिए गए हैं आप देख सकते हैं ऑफिशियल वेबसाइट में एक विशेष प्रकार का कोड देख सकते हैं कौन-कौन सी जमीने हैं जिनका सरकार द्वारा अलग-अलग नाम देती है। जमीन कितने प्रकार के होते है? • वन भूमि • कृषि योग्य भूमि • स्थायी चारागाह एवं पशुचारण • वृक्षों एवं झाड़ियों के अंतर्गत भूमि • बंजर तथा कृषि अयोग्य भूमि • गैर-कृषि उपयोग हेतु प्रयुक्त भूमि • सामुदायिक क्षेत्र भूमि • सड़क भूमि • धार्मिक न्यास भूमि • चालू परती • छोटा जंगल • छोटी नदी • पुरानी परती • लावारिस जगह • छोटा बांध • जलाशय • ए...

Samas Ki Paribhasha समास की परिभाषा और समास से परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्न

हेल्लो दोस्तों, आज के इस लेख में हम आपको हिन्दी विषय से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी देगे ! जिनसे अक्सर प्रतियोगी परीक्षा में 1 से 2 प्रश्न अवश्य ही पूछ लिए जाते है| Samas Ki Paribhasha, Samas Notes in Hindi, Samas का उपयोग, objective questions of samas in hindi, samas kitne prakar ki hoti hai, आदि जैसे टॉपिक्स से प्रश्न एक दिवसीय परीक्षा में पूछ लिए जाते है | इसी को ध्यान में रख-कर आज हम आप सभी विद्यार्थियों के लिए “Samas Ki Paribhasha (समास की परिभाषा) और समास से परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्न” को लेकर आए है | जिनकी सहायता से आप सभी छात्र समास की परिभाषा को अच्छे तरह से याद कर पाएगे | important gk ट्रिक नोट्स :- • • • • • • • • • Samas Ki Paribhasha ( समास की परिभाषा) :- समास का तात्पर्य होता है : दो अथवा दो से अधिक शब्दों के योग से जब एक नया शब्द बन जाता है तब उसे सामासिक शब्द और उन शब्दों के योग को समास कहते है। जैसे– कार्यकुशल शब्द कार्य और कुशल दो शब्दों के योग से बना है। इसका अर्थ है – कार्य में कुशल इन दोनों शब्दों को जोड़ने वाला में शब्द है। समास होने पर उसका लोप हो गया। शब्दों में सम्बन्ध को प्रकट करने वाले लुप्त शब्दा को फिर से दिखला देने को ही विग्रह कहते हैं। जैसे :- • माता और पिता = माता पिता • रसोई के लिए घर = रसोईघर • हाथ के लिए कड़ी = हथकड़ी • नील और कमल = नीलकमल • रजा का पुत्र = राजपुत्र | Samas Question in Hindi (समास से सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रश्न) :- 10+2 और आदि परीक्षाओं में पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण Samas Question in Hindi में लेकर आए है, जिनको पढ़के आप सभी परीक्षा में आने वाले समस को अच्छे से हल कर सकेगे !! Q1. ‘पथभ्रष्ट’ में कौन-सा समास है? (A) अव्यय...

Memory क्या है ? Memory कितने प्रकार की होती है।

Memory Kya Hai : मेमोरी यूनिट स्टोरेज इकाइयों या उपकरणों का संग्रह होता है। मेमोरी यूनिट के रूप में जानकारी स्टोर करती है। मेमोरी का भंडारण क्षमता आमतौर पर मेगाबाइट्स में मापा जाता है। Types Of Memory In Hindi . Memory क्या है - मेमोरी का प्रयोग किसी भी डाटा को स्टोरेज करने के लिए प्रयोग में लाया जाता है इसमें हम किसी भी प्रकार की सामग्री को इकट्ठा करके रख सकते हैं जिसका इस्तेमाल हम कभी भी किसी भी समय कर सकते हैं आमतौर पर मैं मेमोरी को श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाता है। उनके बारे में स्टेप बाय स्टेप आपके साथ जानकारी शेयर करने वाला हूं। तो आप इस पोस्ट को पूरा एंड तक जरूर पढ़िए। ताकि आप भी इसके बारे में सारी जानकारी इकट्ठा कर सके तो चले जानते हैं , कि मेमोरी क्या होता है। Memory Kya Hai Volatile Memory -इस मेमोरी में जब बिजली बंद हो जाती है। तो यह अपना सारा डाटा खो देता है। Non-Volatile Memory -लेकिन नॉन वोलेटिल मेमोरी में ऐसा नहीं है यह एक स्थाई भंडार है और जब बिजली बंद हो जाती है तो इसका कोई भी डाटा खोता नहीं है। यह अपने सभी डाटा को स्टोरेज में सुरक्षित रखता है। मेमोरी के कुछ भाग हैं मैं आप को उनके बारे में एक-एक करके अलग-अलग तरीके से जानकारी शेयर करने वाला हूं। तो आगे की जानकारी को जानकारी लिए इस पोस्ट को पढ़ते रहिए। मेमोरी कितने प्रकार की होती है - 1-: इंटरनल मेमोरी 2-: प्राइमरी मेमोरी 3-: सेकेंडरी मेमोरी इसके कुछ भाग हैं जो मैं आपको आगे बताने वाला हूं। Internal Process Memory - इस मेमोरी में कैश और रजिस्टर जैसी मेमोरी को शामिल किया गया है। कैश मेमोरी - कैश कंप्यूटर सिस्टम की सबसे तेज मेमोरी है। इसका इस्तेमाल संचालन की गति को बढ़ाने के लिए प्रयोग में लाया जाता है। यह व...

Zarnain Computer Knowledge: Computer Memory Kya Hai? Aur Kitne Prakar ki Hoti Hai?

Memory computer ka wo part hota hai, jaha par user data ya information ko store karta hai. Memory computer mein human being ke mind ki tarha kaam karti hai. Jis tarha human ko cheezein yaad rakhne ke liye mind ki zarurat hoti hai, usi tarha computer mein bhi data ya information ko long time tak store karne ke liye memory ki zarurat hoti hai. Computer mein use hone wali memory generally 2 type ki hoti hai— I.ROM (Read Only Memory)- ROM ka full form Read Only Memory hai. ROM computer ki permanent memory hoti hai. Isme likhi hui information ko sirf read kiya ja sakta hai. Isme na to kuch likha ja sakta hai aur na hi koi changes kiye ja sakte hain. Power off hone par bhi isme likhi hui information erase nahi hoti hain, isliye ye Non-Volatile memory bhi kahlati hai. ROM ko bhi iske use ke anusaar kayi parts mein divide kiya jata hai— II.RAM (Random Access Memory)- RAM ka full form Random Access Memory hai. Ye computer mein use hone wali temporary memory hoti hai, jise user apni zarurat ke anusaar alag alag type se use kar sakta hai, kyon ki isme likhi gayi information ko erase bhi kiya ja sakta hai. Power off hone par isme likhi hui information erase ho jati hain, isliye ise Volatile Memory bhi kahte hain. RAM basically three types ki hoti hai— 2.Secondary Memory (Auxiliary Memory): Secondary memory computer ki External Memory hoti hai, jise Auxiliary Memory bhi kahte hain. Ye memory CPU ke bahar hoti hai, jiska use user apni zarurat ke anusaar karta hai. Primary memory ke zyad...