महाकाल भस्म आरती रजिस्ट्रेशन

  1. Aadhar Card Necessary Though Not Must For Mahakal Bhasma Aarti
  2. महाकाल भस्म आरती दर्शन ऑनलाइन टिकट बुकिंग कैसे करे
  3. MP News Sawan 2022 Bhasm Aarti Of Mahakal On Third Monday Of Sawan In Ujjain Watch Video ANN
  4. Changed rules for Bhasma Aarti of Mahakal, now devotees will have to d
  5. Mahakal Mandir: महाकाल मंदिर में भस्म आरती के दौरान महिलाएं कर लेती हैं घूंघट, जानें इसके पीछे का रहस्य
  6. महाकाल मंदिर में भस्म आरती के लिए फिर नई व्यवस्था
  7. Mahakal Lok क्यों बाबा महाकाल की जाती है भस्म से पूजा समय के साथ परम्परा में भी आया है बदलाव
  8. Mahakaleshwar Jyotirlinga Online Aarti: Shri Mahakal Ujjain Live online darshan of Baba Mahakal here on the first Monday of Sawan
  9. mahakaleshwar temple bhasma aarti booking and live darshan


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Aadhar Card Necessary Though Not Must For Mahakal Bhasma Aarti

उज्जैन: मध्य प्रदेश के उज्जैन के महाकाल मंदिर प्रबंध समिति ने फैसला किया है कि आने वाले समय में वह महाकालेश्वर भगवान की भस्म आरती में आधार कार्ड के जरिए ही भक्तों को प्रवेश देगी. फिलहाल इसे अनिवार्य नहीं किया गया है. मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर देश के 12 ज्योतिलिंगों में से एक है. इस आशय के आदेश महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के प्रभारी प्रशासक व डिप्टी कलेक्टर अवधेश शर्मा ने जारी किया हैं. शर्मा ने बताया कि जिला कलेक्टर एवं महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष के निर्देशानुसार हमने भस्म आरती बुकिंग काउंटरों पर पदस्थ समस्त कर्मचारियों को निर्देशित किया है कि वे भस्म आरती में बुकिंग के समय दर्शनार्थियों से पहचान पत्र के रूप में उनके आधार कार्ड की प्रतिलिपि लेने के बाद ही बुकिंग करें. उन्होंने कहा कि यह निर्णय कुछेक दिन पहले ही में लिया है. शर्मा ने बताया कि वर्तमान में अन्य दस्तावेजों के जरिए भी भस्म आरती की बुकिंग की जा रही है, लेकिन आने वाले दिनों में इसकी बुकिंग के लिए आधार अनिवार्य हो जाएगा. भगवान महाकालेश्वर की प्रतिदिन तड़के 4 बजे होने वाली भस्म आरती दो घंटे तक चलती है. इसके शुरू होने से ठीक पहले मंदिर के कपाट खुलते हैं. उन्होंने कहा कि महाकाल मंदिर के गर्भगृह की क्षमता को देखते हुए भस्म आरती में एक दिन में 1500 भक्तों को ही प्रवेश दिया जा सकता है. यह भी पढ़ें • उज्जैन के महाकाल लोक में मूर्तियों का टूटना मध्य प्रदेश में चुनाव से पहले बनता जा रहा सियासी मुद्दा • मध्य प्रदेश : तेज आंधी-तूफान के कारण महाकाल लोक कॉरिडोर में मूर्तियां क्षतिग्रस्त, 2 लोगों की मौत • उज्जैन: महाकाल लोक में आंधी-तूफान से गिरकर टूटी सप्तऋषि की मूर्तियां, DM ने जल्द ठीक करने का किया दावा

महाकाल भस्म आरती दर्शन ऑनलाइन टिकट बुकिंग कैसे करे

दोस्तों उज्जैन में स्थित प्रसिद्ध महाकाल के दर्शन के लिए साल भर भक्तो का ताँता लगा रहता है, और जैसे ही सावन का महिना आता है तो यहाँ भक्तो की संख्या में बेतहासा वृद्धि हो जाती है | यहाँ महाकाल का मंदिर से लेकर इस शहर की हर एक चीज बहुत ही खास है यहाँ आने के बाद लोगो के मन को बहुत शांति मिलती है | महाकाल दर्शन के दौरान एक खास चीज है जिसे देखने से नहीं चूकना चाहिए है, वह है यहाँ होने वाली भस्म आरती, महाकाल की भस्म आरती की परम्परा सैकड़ो वर्षो से चली आ रही है | भस्म आरती सुबह 4 बजे शुरू होती है और इसी के साथ महाकाल के पट खोले जाते है | भस्म आरती से लेकर रात की शयन आरती तक कुल छ: आरती की जाती है, भस्म आरती के बाद 7 बजे सुबह दत्योदक आरती, उसके बाद 10 बजे सुबह भोग आरती, फिर 5 बजे शाम को पूजन आरती, फिर उसके बाद 7 बजे शाम को संध्या आरती और रात में आखिरी शयन आरती की जाती है | भस्म आरती एक बहुत प्रशिद्ध आरती है जिसे हर कोई देखना चाहता है, लेकिन इसमें शामिल होने के लिए आपको पहले से बुकिंग करनी पड़ती है, तभी आप इसमें शामिल हो सकते हो | यह बुकिंग आप ऑनलाइन या ऑफलाइन वहां बने काउंटर से करा सकते है | ऑफलाइन बुकिंग का रिस्क ना ले क्युकी इस आरती में शामिल होने के की सीट लिमिटेड है तो बेहतर होगा वह जाने से पहले ऑनलाइन बुकिंग करा ले | अब ऑनलाइन बुकिंग की वेबसाइट भी बदल गयी है, ये बुकिंग अब महाकाल की नए वेबसाइट पे की जाती है | महाकाल मंदिर में होने वाली भस्म आरती में शामिल होने के लिए बुकिंग की व्यवस्था ऑनलाइन किया गया है, ये श्रद्धालुओं के सुविधा और इस पुरे प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए किया गया है, जैसाकि मैंने पहले बताया आप ऑफलाइन बुकिंग वहां बने काउंटर से भी कर सकते है | बुकिंग की नयी प्रक्र...

MP News Sawan 2022 Bhasm Aarti Of Mahakal On Third Monday Of Sawan In Ujjain Watch Video ANN

Sawan 2022: सावन के तीसरे सोमवार को उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में हुई महाकाल की भस्म आरती, गूंजा बोल बम का जयकारा, देखें वीडियो Ujjian News: महानिर्वाणी अखाड़े के विनीत गिरी महाराज ने भगवान महाकाल को भस्म से स्नान कराया. महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी महेश गुरु के मुताबिक सावन के तीसरे सोमवार धार्मिक नगरी उज्जैन शिवमय हो गई है. Ujjain: सावन के तीसरे सोमवार भगवान महाकाल के दरबार में भस्म आरती हुई. भस्म आरती में शामिल होने के लिए देशभर के श्रद्धालु उज्जैन पहुंचे. मंगलवार को नाग पंचमी का पर्व होने की वजह से महाकालेश्वर मंदिर में 2 दिन का उत्सव मनाया जा रहा है. महाकालेश्वर मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. सोमवार होने के कारण भगवान महाकाल की सवारी भी आज निकाली जाएगी. इसे देखते हुए सभी शासकीय और गैर शासकीय विद्यालयों को बंद रखने के निर्देश जिला प्रशासन ने दिया है. . कब खुले महाकालेश्वर मंदिर के कपाट उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में सावन के तीसरे सोमवार रात 2:30 बजे भगवान के मंदिर के पट खोले गए. इसके बाद भगवान का जलाभिषेक हुआ. राजाधिराज भगवान महाकाल को फलों के रस, भांग, दूध, दही, घी आदि से स्नान कराया गया. इसके बाद भगवान का सिंगार करने का क्रम शुरू हुआ. राजाधिराज भगवान महाकाल को भांग, चंदन, बेलपत्र, मुंडों की माला आदि से सजाया गया. निराकार रूप से भगवान महाकाल ने जब साकार रूप लिया, तब उनकी भव्य भस्म आरती हुई. आज सावन के तीसरे सोमवार की भस्म आरती — vikram Singh jat (@vikramsinghjat7) महानिर्वाणी अखाड़े के विनीत गिरी महाराज ने भगवान महाकाल को भस्म से स्नान कराया. महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी महेश गुरु के मुताबिक सावन के तीसरे सोमवार धार्मिक नगरी उज्जैन शि...

Changed rules for Bhasma Aarti of Mahakal, now devotees will have to d

उज्जैन. श्री महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती करने वाले प्रोटोकॉल प्राप्त सभी श्रद्धालुओं को अपने-अपने आइडी देने होंगे। वर्तमान में जो व्यवस्था चल रही थी, उसमें पारदर्शिता का अभाव था, जिससे एक नाम की आइडी लेने के बाद उसके साथ के सभी श्रद्धालुओं की भस्म आरती अनुमति बनाई जा रही थी। प्रशासक के निर्देश बाद जिला प्रोटोकॉल अधिकारी ने व्यवस्था में बदलाव किया है। जल्द ही मंदिर का सॉफ्टवेयर भी अपडेट हो जाएगा।

Mahakal Mandir: महाकाल मंदिर में भस्म आरती के दौरान महिलाएं कर लेती हैं घूंघट, जानें इसके पीछे का रहस्य

डीएनए हिंदी: मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकाल (Mahakal) के महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर (Mahakaleshwar Jyotirling Mandir) से कई कहानियां और रहस्य जुड़े हुए हैं. महाकाल का यह मंदिर सिर्फ मध्य प्रदेश में ही नहीं पूरे भारत में प्रसिद्ध है. यहां भगवान शिव के भक्त दूर दूर से महाकाल (Mahakal) के दर्शन के लिए पहुंचते हैं. महाकाल का महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर 12 ज्योतिर्लिंग (12 Jyotirling) में से एक है. यहां पर रोज महाकाल की भस्म आरती (Mahakal Bhasm Aarti) होती है इस दौरान महाकाल पर भस्म चढ़ाई जाती है. भस्म आरती (Bhasm Aarti) के बाद ही सुबह की आरती और भगवान को भोग लगाया जाता है. भस्म आरती के समय कोई भी महिला महाकाल के दर्शन नहीं कर सकती हैं. आज हम आपको इस नियम के पीछे के रहस्य के बारे में बताएंगे. भस्म आरती के समय घूंघट कर लेती हैं महिलाएं जब मंदिर में महाकाल की भस्म आरती होती है उस समय सभी महिलाएं घूंघट कर लेती है. मंदिर के पुजारी मानते है कि महाकाल भस्म आरती के समय शिव रूप से शंकर रूप में आते हैं. जब महाकाल निराकार से साकार रूप में आते हैं तो उन्हें भस्म लगाई जाती है. भस्म आरती के दौरान महिलाओं को महाकाल के अभ्यंग स्नान के दर्शन नहीं करने दिया जाता है. महिलाओं को महाकाल की भस्म आरती के दर्शन न करने देने के पीछे यहीं एक कारण है. यह भी पढ़ें - भस्म आरती में शामिल होने के भी हैं नियम महाकाल की भस्म आरती में शामिल होने के भी नियम हैं. यहां इस भस्म आरती में शामिल होने के लिए महिलाओं को साड़ी पहनना जरूरी होता है. भस्म आरती में शामिल होने के लिए सिर्फ महिलाओं के लिए ही नहीं बल्कि पुरुषों के लिए भी कुछ नियम हैं. पुरुषों को इस आरती में शामिल होने के समय सिर्फ सूती कपड़े की स...

महाकाल मंदिर में भस्म आरती के लिए फिर नई व्यवस्था

उज्जैन। श्री महाकालेश्वर मंदिर में होने वाली भस्म आरती के लिए देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं को बड़ी मुश्किल से भस्म आरती की परमिशन मिलती है। रोजाना सेकड़ो भक्त भस्म आरती करने से वंचित रह जाते है। ऐसे में मंदिर समिति ने तत्काल अनुमति देने का रास्ता भी निकाल लिया है। श्रद्धालु को इसके लिए 11 सो रुपए दान देने के बाद 200 रुपए प्रति सदस्य अनुमति बनवाने के लिए देना होंगे। हालांकि व्यवस्था के बारे में अभी ज्यादा लोगों को जानकारी नहीं है। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में मंदिर प्रबंध समिति द्वारा श्रद्धालुओं को भगवान महाकाल के दर्शन सुविधा के साथ ही प्रतिदिन सुबह होने वाली भस्म आरती के लिए अनुमति जारी की जाती है। बैरिकेट्स में बैठक व्यवस्था सीमित होने के कारण करीब 1500 सो श्रद्धालुओं को अनुमति जारी होती है। हाल ही में मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 11 सो रुपए दान करने के बाद प्रति सदस्य 200 रुपए भस्म आरती अनुमति के लिए जमा करने पर तत्काल अनुमति दी जाती है। मंदिर समिति के अधिकारियों का कहना है कि यह व्यवस्था केवल उन श्रद्धालुओं के लिए है। जो भस्म आरती अनुमति नहीं ले पाते हैं। और तत्काल व्यवस्था के तहत दान राशि जमा कर अनुमति लेने के इच्छुक रहते हैं। अभी तीन स्तर से मिलती है अनुमति श्री महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती के लिए एक ऑनलाइन व्यवस्था है जिसके तहत श्रद्धालु कहीं से भी अपनी सुविधा अनुसार तिथि पर खाली रहने पर ऑनलाइन 200 रुपए शुल्क के साथ अनुमति बनवा सकते हैं। दूसरी व्यवस्था में प्रोटोकॉल के माध्यम से शासकीय अधिकारी जनप्रतिनिधि प्रेस के माध्यम से 200 रुपए शुल्क के साथ अनुमति बनाने की व्यवस्था है। तीसरी व्यवस्था सामान्य श्रद्धालु के लिए निशुल्क भस्म आरती अनुम...

Mahakal Lok क्यों बाबा महाकाल की जाती है भस्म से पूजा समय के साथ परम्परा में भी आया है बदलाव

Mahakal Lok: क्यों बाबा महाकाल की जाती है भस्म से पूजा, समय के साथ परम्परा में भी आया है बदलाव Mahakal Lok Ujjain कल यानि 11 अक्टूबर के दिन प्रधानमंत्री मोदी महाकाल लोक का लोकार्पण करेंगे। वहीं महाकालेश्वर मन्दिर में सबसे अधिक आकर्षण का केंद्र यहां होने वाली भस्म आरती होती है। भस्म आरती के कुछ नियम है जिसे हर व्यक्ति को मानना पड़ता है। नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क | Mahakal Lok, Mahakal Bhasm Aarti: आज यानि 11 अक्टूबर 2022 के दिन प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी देशवासियों को एक बड़ा और खास उपहार महाकाल लोक के रूप में भेंट करेंगे। यहां भगवान शिव की लीलाओं पर आधारित 190 मूर्तियां हैं और यहां 108 स्तंभ स्थापित किए गए हैं। महाकाल लोक में भगवान शिव से जुड़ी कई चीजों के विषय में बताया गया है। इसके साथ पवित्र उज्जैन नगरी में बाबा महाकाल के दर्शन के लिए हर दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु देशभर के कई हिस्सों से आते हैं। मान्यताओं के अनुसार बाबा महाकाल के दर्शन करने से जीवन-मृत्यु का चक्र खत्म हो जाता है और व्यक्ति को मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है। लेकिन इन सबमें बाबा महाकाल की भस्म आरती के दर्शन के लिए लाखों की संख्या में भक्त आते हैं। बता दें कि विश्वभर में महाकालेश्वर मंदिर एक अकेला तीर्थ स्थान है जहां वैदिक मंत्रों, शंख, डमरू के साथ बाबा भोलेनाथ की भस्म आरती की जाती है। यह आरती भारतीय महानिर्वाणी अखाड़े के महंत अथवा उनके प्रतिनिधि द्वारा की जाती है। आइए जानते हैं क्या है भस्म आरती का नियम और किसे आई इससे जुड़े प्राचीन अनुष्ठान क्रिया में बदलाव। महाकाल मंदिर में जल अर्पित करने के लिए हैं कुछ नियम बता दें कि भस्म आरती के पूर्व भगवान महाकाल को श्रद्धालु जल अर्पित करते हैं। लेकिन उन्हे...

Mahakaleshwar Jyotirlinga Online Aarti: Shri Mahakal Ujjain Live online darshan of Baba Mahakal here on the first Monday of Sawan

Mahakaleshwar Jyotirlinga: जय महाकाल! सावन के पहले सोमवार पर यहां करें महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के ऑनलाइन दर्शन और देखें आरती सावन का महीना भगवान शंकर को अत्यंत प्रिय है। इस महीने में भगवान शिव और उनके अलग-अलग स्वरूपों की पूजा का विधान है। आज सावन का पहला सोमवार है। इस मौके पर उज्जैन के महाकाल मंदिर में भस्म आरती की गई।... बाबा महाकाल के यहां करें ऑनलाइन लाइव दर्शन व आरती- बाबा महाकाल के ऑनलाइन दर्शन करने के लिए mahakaleshwar.nic.in पर विजिट करना होगा। यहां आप महाकालेश्वर मंदिर के भी लाइव दर्शन कर सकेंगे। ऐसा कहा जाता है कि भगवान शिव की 5 तरह से आरती की जाती है। जिसमें सबसे महत्वपूर्ण होती है 'भस्म आरती'। महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में हर रोज भस्म आरती की जाती है। भस्म से ही शिवलिंग का हर रोज श्रृंगार किया जाता है। भस्म आरती के लिए ऑनलाइन बुकिंग जरूरी- भस्म आरती में शामिल होने के लिए ऑनलाइन बुकिंग कराना जरूरी होता है। इसके लिए आपको सबसे पहले वेबसाइट mahakaleshwar.nic.in पर विजिट करना होगा। मंदिर की इस आधिकारिक वेबसाइट पर आपको धर्मशाला, दर्शन टिकट और प्रसाद बुक संबंधित कई जरूरी जानकारियां भी मिलती हैं। ये रहा महाकाल की आरती के ऑनलाइन दर्शन का लिंक

mahakaleshwar temple bhasma aarti booking and live darshan

उज्जैन. भगवान महाकाल की विश्व प्रसिद्ध भस्म आरती में अब हर श्रद्धालु शामिल हो सकेंगे। मंदिर में भस्म आरती के लिए चलित दर्शन व्यवस्था लागू होने जा रही है। इसके तहत जिन श्रद्धालुओं का ऑफलाइन या ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ, उन्हें आरती में नि:शुल्क प्रवेश दिया जाएगा। भस्म आरती को लेकर यह बड़ा बदलाव सोमवार से शुरू होगा। इसमें पहले सात दिन तक ट्रायल किया जाएगा और व्यवस्था सुचारू रहने पर नियमित करेंगे। चलित दर्शन की इस नई व्यवस्था से देश-विदेश से आने वाले भक्तों को बाबा की भस्म आरती में शामिल नहीं होने का मलाल नहीं रहेगा।