महाकाल कॉरिडोर

  1. महाकाल लोक की हिस्ट्री: हजार साल पहले इल्तुतमिश ने तोड़ा, अब फिर 190 मूर्तियों की स्थापना से हुआ गुलजार
  2. आंधी में गिरीं महाकाल लोक की 6 मूर्तियां, 7 महीने पहले ही PM मोदी ने किया था लोकर्पण; करीब 800 करोड़ का है प्रोजेक्ट
  3. Ujjain Mahakal Corridor: तेज आंधी
  4. Mahakal Corridor: PM मोदी ने किया महाकाल कॉरिडोर का उद्घाटन, जानें इस परियोजना से जुड़ी सभी खास बातें
  5. ujjain mahakal corridor development india first night garden 800 crore spend pm modi inaugurate ngmp


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महाकाल लोक की हिस्ट्री: हजार साल पहले इल्तुतमिश ने तोड़ा, अब फिर 190 मूर्तियों की स्थापना से हुआ गुलजार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उज्जैन में महाकाल कॉरिडोर 'महाकाल लोक' का उद्घाटन किया. पीएम मोदी ने पिछले साल काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन किया था, महाकाल कॉरिडोर उससे भी लंबा है. महाकाल कॉरिडोर 900 मीटर लंबा है. अभी पीएम मोदी ने महाकाल कॉरिडोर के पहले फेज का उद्घाटन किया है, जिसकी लागत 350 करोड़ रुपये है. दूसरे फेज की लागत 450 करोड़ रुपये होगी. पुराणों में बताए गए 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर एकमात्र दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग है. बाकी सभी ज्योतिर्लिंग पूर्वमुखी है. महाकाल के अलावा गुजरात में सोमनाथ और नागेश्वर, आंध्र प्रदेश में मल्लिकार्जुन, मध्य प्रदेश में ओमकारेश्वर, उत्तराखंड में केदारनाथ, महाराष्ट्र में भीमाशंकर, त्रयम्बकेश्वर और गृश्नेश्वर, वाराणसी में विश्वनाथ, झारखंड में बैद्यनाथ और तमिलनाडु में रामेश्वर ज्योतिर्लिंग है. कहा जाता है कि महाकाल मंदिर को मुस्लिम शासकों ने तोड़ दिया था. इसे बाद में हिंदू राजाओं ने बनवाया था. माना जाता है कि महाकाल मंदिर द्वापर युग से पहले बनाया गया था. जब भगवान श्रीकृष्ण शिक्षा लेने के लिए उज्जैन आए थे, तब उन्होंने महाकाल स्त्रोत का गान किया था. तुलसीदास ने भी महाकाल मंदिर का उल्लेख किया है. महाकाल कॉरिडोर का प्रवेश द्वार. (फाइल फोटो-PTI) इल्तुतमिश ने तोड़ दिया था मंदिर इतिहास पलटकर देखें तो पता चलता है कि महाकाल मंदिर पर कई बार आक्रमण हुआ. 1234 में दिल्ली के शासक शम्स-उद-दीन इल्तुतमिश ने मंदिर पर आक्रमण कर दिया था. कहा जाता है कि तब धार के राजा देपालदेव हमला रोकने के लिए निकले थे, लेकिन जब तक वो पहुंच पाते तब तक इल्तुतमिश ने मंदिर को तोड़ दिया था. इसके बाद देपालदेव ने मंदिर का पुनर्निर्माण करवाया था. इल्तुतमिश ने...

आंधी में गिरीं महाकाल लोक की 6 मूर्तियां, 7 महीने पहले ही PM मोदी ने किया था लोकर्पण; करीब 800 करोड़ का है प्रोजेक्ट

MP News: उज्जैन में रविवार शाम तेज आंधी के चलते महाकाल लोक कॉरिडोर में स्थापित कई मूर्तियां गिर कर टूट गईं. पिछले साल अक्टूबर में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकाल लोक कॉरिडोर परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन किया था. इस परियोजना की कुल लागत 856 करोड़ रुपये है जिसमें पहले चरण 351 करोड़ रुपये में पूरा हुआ. रविवार शाम अचानक तूफानी हवाओं के चलते महाकाल लोक में बनी सप्तऋषियों की मूर्तियों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. इनमें से कई मूर्तियां जमीन पर गिर गईं तो कई मूर्तियों के हाथ और सिर टूट गए. रविवार होने के चलते बड़ी संख्या में श्रद्धालु महाकाल लोक पहुंचे हुए थे. हालांकि, राहत की बात यह है कि इतने नुकसान के बाद भी किसी श्रद्धालु को चोट नहीं आई. दरअसल, 10 से 25 फीट ऊंची ये मूर्तियां लाल पत्थर और फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक से बनी हैं. इन पर गुजरात की एमपी बाबरिया फर्म से जुड़े गुजरात, ओडिशा और राजस्थान के कलाकारों ने कारीगरी की है. महाकाल लोक की कई मूर्तियां उखड़कर जमीन पर गिर गईं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्टूबर 2022 को उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर के नए परिसर 'महाकाल लोक' का लोकार्पण किया था. जिसके बाद देश विदेश से लगातार श्रद्धालु महाकाल लोक को निहारने पहुंचते हैं. लेकिन महाकाल लोक में हुए गुणवत्ताहीन निर्माण की पोल जरूर खुल गई. घटना की जानकारी मिलने के बाद जिला कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम मौके पर पहुंचे और मूर्तियों को पुनः स्थापित करने के निर्देश दिए. कलेक्टर का बयान उज्जैन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि महाकाल लोक कॉरिडोर में कुल 160 मूर्तियां स्थापित हैं. उनमें से 'सप्तऋषियों' की छह मूर्तियां, जो लगभग 10 फीट ऊंची थीं, रविवार शाम 4 बजे के आसपास तेज हवाओं के का...

Ujjain Mahakal Corridor: तेज आंधी

Ujjain Mahakal Corridor: तेज आंधी-तूफान में गिरीं महाकाल कॉरिडोर के अंदर सप्त ऋषियों की 6 मूर्तियां प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ महीने पहले 'श्री महाकाल लोक' कॉरिडोर के पहले चरण का लोकार्पण किया था। कुल 856 करोड़ रुपए की लागत वाले इस प्रोजेक्ट के पहले फेज में ‘श्री महाकाल लोक’ को 351 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया है। देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर का मंदिर उज्जैन में स्थित है। यहां देश विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं • • • • • • Ujjain Mahakal Corridor: मध्य प्रदेश (MP) के उज्जैन (Ujjain) में प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर (Mahakaleshwar Mandir) में बने ‘ श्री महाकाल लोक’ कॉरिडोर (Mahakal Corridor) की छह मूर्तियां रविवार दोपहर आई तेज आंधी (Storm) के चलते गिरकर क्षतिग्रस्त हो गईं। ये जानकारी एक अधिकारी ने दी। प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ महीने पहले 'श्री महाकाल लोक' कॉरिडोर के पहले चरण का लोकार्पण किया था। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, उज्जैन के जिलाधिकारी कुमार पुरुषोत्तम ने बताया, "श्री महाकाल लोक कॉरिडोर में 150 से ज्यादा मूर्तियां हैं, जिनमें से आज दोपहर आई तेज आंधी से छह मूर्तियां गिरकर टूट गईं। ये टूटी मूर्तियां वहां स्थापित किए गए सात सप्त ऋषियों में से हैं। ठेकेदार नई मूर्तियां लगाएंगे, क्योंकि पांच साल तक की मरम्मत का जिम्मा भी उनका ही है। हम आगे के लिए भी नियम और सख्त कर रहे हैं और उनकी जवाबदारी तय करने वाले हैं।"

Mahakal Corridor: PM मोदी ने किया महाकाल कॉरिडोर का उद्घाटन, जानें इस परियोजना से जुड़ी सभी खास बातें

• • Madhya Pradesh • Mahakal Corridor: PM मोदी ने किया महाकाल कॉरिडोर का उद्घाटन, जानें इस परियोजना से जुड़ी सभी खास बातें Mahakal Corridor: PM मोदी ने किया महाकाल कॉरिडोर का उद्घाटन, जानें इस परियोजना से जुड़ी सभी खास बातें Mahakal Corridor: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने मंगलवार शाम 856 करोड़ रुपये की लागत वाली महाकालेश्वर मंदिर कॉरिडोर विकास परियोजना 'श्री महाकाल लोक' (Mahakal Lok) के पहले चरण का उद्घाटन किया. Mahakal Corridor: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Modi) ने मंगलवार शाम 856 करोड़ रुपये की लागत वाली महाकालेश्वर मंदिर कॉरिडोर विकास परियोजना ‘श्री महाकाल लोक’ ( Mahakal Lok) के पहले चरण का उद्घाटन किया. महाकाल मंदिर ( Mahakal Temple) के नवनिर्मित गलियारे में 108 स्तंभ बनाए गए हैं और 910 मीटर का ये पूरा महाकाल मंदिर इन स्तंभों पर टिका होगा. इस परियोजना से मध्यप्रदेश की इस तीर्थ नगरी उज्जैन में पर्यटन को खासा बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. महाकाल गलियारा पुरानी रुद्र सागर झील के चारों तरफ फैला हुआ है. Also Read: • • • Total cost of the entire project is around Rs 850 cr. (Source: DD) — ANI (@ANI) दो भव्य प्रवेश द्वार, बलुआ पत्थरों से बने जटिल नक्काशीदार 108 अलंकृत स्तंभों की एक आलीशान स्तम्भावली, फव्वारों और शिव पुराण की कहानियों को दर्शाने वाले 50 से अधिक भित्ति-चित्रों की एक श्रृंखला ‘महाकाल लोक’ की शोभा बढ़ाएंगे. गलियारे के लिए दो भव्य प्रवेश द्वार-नंदी द्वार और पिनाकी द्वार बनाए गए हैं. यह गलियारा मंदिर के प्रवेश द्वार तक जाता है तथा मार्ग का मनोरम दृश्य पेश करता है. ‘पर्यटकों की संख्या दोगुनी होने की उम्मीद’ ‘महाकाल लोक’ के उद्घाटन के बाद उज्जैन के प्राचीन म...

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नई दिल्लीः मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकाल मंदिर (Ujjain Mahakal Corridor) का कॉरिडोर लगभग तैयार हो चुका है. महाकाल कॉरिडोर की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर खासे वायरल हो रहे हैं, जिनमें महाकाल कॉरिडोर की भव्यता कमाल की लग रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 अक्टूबर को महाकाल कॉरिडोर का लोकार्पण करेंगे. महाकाल कॉरिडोर की भव्यता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसके विकास पर सरकार करीब 800 करोड़ रुपए खर्च कर रही है. देश का पहला नाइट गार्डन महाकाल कॉरिडोर में देश का पहला नाइट गार्डन भी बनाया गया है. यहां भगवान शिव, शक्ति और अन्य धार्मिक घटनाओं से जुड़ी करीब 200 मूर्तियां स्थापित की गई हैं. यहां श्रद्धालु भगवान शिव से जुड़ीं कथाओं के बारे में जान सकेंगे. यहां सप्त ऋषि, नवग्रह मंडल, त्रिपुरासुर वध, कमल ताल में भगवान शिव की मूर्ति, शिव तांडव की विभिन्न भाग-भंगिमाओं की प्रतिमाएं और नंदी की विशाल प्रतिमा यहां दिखाई देंगी. मूर्तियों में क्यूआर कोड स्कैन करके उनके बारे में जान सकेंगे. महाकाल कॉरिडोर के पहले चरण के तहत महाकाल पथ, महाकाल वाटिका, रुद्रसागर तालाब के किनारे का डेवलेपमेंट किया गया है. यहां श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन के अलावा धार्मिक पर्यटन भी कर सकेंगे. कॉरिडोर में घूमने, फिरने और आराम करने की सुविधाएं मिलेंगी. महाकाल कॉरिडोर के डेवलेपमेंट से जुड़े कुछ फैक्ट्स महाकाल मंदिर कॉरिडोर के विकास में 793 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं. इनमें से 421 करोड़ मध्य प्रदेश सरकार और 271 करोड़ रुपए केंद्र सरकार ने दिए हैं. जिसके बाद मंदिर का एरिया 2 हेक्टेयर से बढ़कर 20 हेक्टेयर हो गया है. महाकाल पथ से सटे ऐतिहासिक रुद्रसागर तालाब की साफ-सफाई कर इसे विकसित किया गया है....