महिलाओं में कैल्शियम की कमी के लक्षण

  1. महिलाओं में कैल्शियम की कमी
  2. महिलाओं में कैल्शियम की कमी के आम लक्षण
  3. महिलाओं में कैल्शियम की कमी होने के लक्षण
  4. Eat calcium rich food to overcome calcium deficiency in women after the age of 30 in hindi
  5. महिलाओं में कैल्शियम की कमी
  6. महिलाओं में कैल्शियम की कमी
  7. महिलाओं में कैल्शियम की कमी
  8. महिलाओं में कैल्शियम की कमी होने के लक्षण
  9. Eat calcium rich food to overcome calcium deficiency in women after the age of 30 in hindi
  10. महिलाओं में कैल्शियम की कमी के आम लक्षण


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महिलाओं में कैल्शियम की कमी

Highlights हार्मोनल बदलाव के कारण महिलाओं में कैल्शियम की कमी के किस्से काफी आम है। लेकिन, लंबे समय तक कैल्शियम की कमी शरीर में रहने से इसके बेहद गंभीर दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते हैं। इसलिए समय रहते कैल्शियम की कमी को दूर करना आवश्यक होता है। अगर आप भी कैल्शियम की कमी से जूझ रही हैं तो आप घर पर आसानी से हरी पत्तेदार सब्जियां, फल, सोयाबीन, दूध, दही खाकर कैल्शियम की कमी को दूर कर सकती हैं। यूं तो आहार में कैल्शियम की मात्रा कम लेने से कैल्शियम की कमी तो किसी को भी हो सकती है, लेकिन विशेषकर 30 की उम्र के बाद महिलाओं में कैल्शियम की देखा जाना आम है। यह अक्सर बदलते कैल्शियम हमारे शरीर के सुचारु ढंग से काम करने के लिए काफी जरूरी होता है। कैल्शियम से शरीर में हड्डियाँ मजबूत बनती हैं, दांत मजबूत रहते हैं, दिमाग सही ढंग से काम करता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि हमारे शरीर की हर कोशिका किसी-न-किसी रूप में कैल्शियम का उपयोग जरूर करती है। शरीर में कैल्शियम की कमी होने पर विभिन्न तरह के लक्षण नजर आने लगते हैं, जिससे कैल्शियम की कमी का पता आसानी से लगाया जा सकता है। लंबे समय तक शरीर में कैल्शियम की कमी रहने से, गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं देखने को मिल सकती है। इससे हड्डियों से जुड़ी, दिमाग से जुड़ी गंभीर बीमरियाँ हो सकती हैं। अगर आप भी कैल्शियम की कमी से सूझ रहीं हैं तो नीचे देखे कैल्शियम की कमी होने पर आप किन खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकती हैं। लेकिन, इससे पहले जान लेते हैं कि कैल्शियम की कमी शरीर में क्यूं होती है और इसके लक्षण क्या हैं? महिलाओं के शरीर में कैल्शियम की कमी होने के कारण महिलाओं के शरीर में कैल्शियम की कमी होने का सबसे आम कारण है शरीर को उतना कैल्शियम न मिल पाना जितने की इ...

महिलाओं में कैल्शियम की कमी के आम लक्षण

कैल्शियम मानव शरीर में एक प्रमुख पोषक तत्व है। आपका शरीर इसका उपयोग हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने के लिए करता है। आपके दिल और अन्य मांसपेशियों को ठीक से काम करने के लिए कैल्शियम की भी आवश्यकता होती है। जब आपको पर्याप्त कैल्शियम नहीं मिलता है, तो आप विकारों के विकास के जोखिम को बढ़ा सकते हैं जैसे: • • ऑस्टियोपीनिया • कैल्शियम की कमी से होने वाला रोग (हाइपोकैल्सीमिया) जिन बच्चों को पर्याप्त कैल्शियम नहीं मिलता है, वे वयस्कों के रूप में अपनी पूरी संभावित ऊंचाई तक नहीं बढ़ सकते हैं। आपको अपने द्वारा खाए जाने वाले भोजन, सप्लीमेंट आहार या विटामिन के माध्यम से प्रतिदिन कैल्शियम की अनुशंसित मात्रा का सेवन करना चाहिए। हड्डियों और दांतों में 99 प्रतिशत से अधिक (1.2-1.4 किग्रा) जमा होता है। कोशिकी सीरम कैल्शियम में 1 प्रतिशत से भी कम पाया जाता है। जब वयस्क भोजन या सप्लीमेंट के रूप में कैल्शियम का सेवन करते हैं, तो औसत अवशोषण दर लगभग 30 प्रतिशत होती है। कई कारकों के कारण दर व्यापक रूप से अलग हो सकती है। उदाहरण के लिए, गर्भावस्था में जब बढ़ते भू्रण यानी कि फीटस के लिए अधिक कैल्शियम की आवश्यकता होती है तो कैल्शियम अवशोषण दर बढ़ जाती है। कैल्शियम की कमी होना वैसे तो आम है लेकिन, इसका पता लगाना मुश्किल हो सकता है। आपको कैसे पता चलेगा कि आपको कैल्शियम की कमी है? कैल्शियम की कमी विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती हैः हाथों और पैरों में झुनझुनी, मांसपेशियों में दर्द, अनियमित दिल की धड़कन, थकान और यहां तक कि याददाश्त की हानि भी हो सकती है। कैल्शियम की कमी (हाइपोकैल्सीमिया) क्या है? हाइपोकैल्सीमिया ब्लड में कैल्शियम का अत्यधिक निम्न स्तर है। गंभीरता के आधार पर, लक्षण हल्के या ध्यान देने...

महिलाओं में कैल्शियम की कमी होने के लक्षण

Symptoms Of Calcium Deficiency In Women:कैल्शियम शरीर के लिए बहुत जरूरी होता है। महिलाओं में अधिकतर इसकी कमी देखने को मिलती है। कैल्शियम की कमी के कारण भी शरीर में कई बार ज्यादा थकावट का अनुभव हो सकता है। जिस कारण किसी काम में मन नहीं लगता है। इसकी कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और शरीर का विकास भी ठीक ढ़ंग से नहीं होता है। कई बार बच्चों में भी कैल्शियम की कमी होती है। जिस कारण उनकी हाइट भी ठीक ढ़ंग से नहीं बढ़ पाती है और शारीरिक विकास में भी बाधा आती है। शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए दूध, दही, पनीर और हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल करना चाहिए। कैल्शियम का सही मात्रा में सेवन करने से महिलाओं की मांसपेशियां मजबूत होने के साथ शरीर की थकावट भी आसानी से दूर होती हैं। कई बार महिलाओं के शरीर में कैल्शिमय की कमी होने पर कई तरह के लक्षण नजर आते हैं लेकिन हम पहचान नहीं पाते। ऐसे में आज हम आपको उन लक्षणों के बारे में बताने वाले हैं, जो शरीर में कैल्शियम की कमी के कारण महिलाओं के शरीर में नजर आते हैं। कमजोर हड्डियां शरीर में कैल्शियम की कमी होने पर महिलाओं की शरीर की हड्डियां कमजोर हो सकती हैं और कई बार उनमें कट-कट की आवाज भी आ सकती हैं। हड्डियों में कैल्शियम स्टोर होता है जो उन्हें मजबूती देता है और उन्हे हेल्दी रखता है। वहीं कैल्शियम की कमी होने पर शरीर हड्डियों से कैल्शियम सोख लेता है जिससे वे कमजोर हो जाती हैं। जिससे उठने-बैठने में भी परेशानी आती है। नाखून कमजोर हो सकते हैं महिलाओं के शरीर में कैल्शियम की कमी होने पर नाखून कमजोर हो सकते हैं और जल्दी-जल्दी टूट भी सकते हैं। कई बार कैल्शियम की कमी के कारण नाखून में ड्राईनेस भी बढ़ सकती हैं और उनका रंग भी बदल सकता ह...

Eat calcium rich food to overcome calcium deficiency in women after the age of 30 in hindi

पुरुषों के मुकाबले में महिलाओँ कैल्शियम की कमी ज्यादा होता है। महिलाओं को अपने शरीर से ज्यादा खून बहाना होता है। प्रेग्नेंसी, डिलेवरी, माहवारी आदि में शरीर से रक्त बहता ही है। ऊपर से उम्र बढ़ने के साथ-साथ शरीर में कैल्शियम की कमी बढ़ती है। 30 की उम्र महिलाओं की जिंदगी में एक ऐसा आंकड़ा होता है जहां उनके शरीर में परेशानियां ज्यादा बढ़ने लगती हैं। शादी, बच्चा आदि के चक्कर में उनके शरीर में कैल्शियम की ज्यादा होने लगती है। ऊपर से भारत के पारिवारिक ढांच इस हिसाब के हैं जहां महिलाएं पति और परिवार के अन्य सदस्यों को एक गिलास दूध पीने को दे देंगी पर खुद नहीं पिएंगी। ऐसे में शरीर में कैल्शियम की कमी उम्र के साथ बढ़ती रहती है। कैल्शियम की कमी से महिलाओं में ऑस्टियोपोरिसिस से लेकर मानसिक विकार तक हो सकते हैं। आज के इस लेख में डाइट मंत्रा की डायटीशियन डॉक्टर कामिनी कुमारी बताएंगी कि 30 की उम्र के बाद महिलाओं में कैल्शियम की कमी क्यों होने लगती है और इसे पूरा करने के लिए क्य़ा खाएं। कैल्शियम की कमी के लक्षण • थकान • हाथों, पैरों में सुन्नपन • शरीर में ड्राइनेस • भूख न लगना • नाखूनों का खराब होना • दांतों का सड़ना • लगातार सुस्ती रहना • जोड़ों में दर्द होना • मांसपेशियों में ऐंठन होना • घबराहट होना • बालों का झड़ना 30 के बाद महिलाओं में क्यों होती है कैल्शियम की कमी एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी 30 की उम्र पार करने के बाद महिलाओं में आहार में कैल्शियम की कमी आज 21वीं सदी में भी महिलाएं घर में सभी को खाना खिलाने के बाद खुद खाना खाती हैं। इस वजह से उनके शरीर को सभी पोषक तत्त्व नहीं मिल पाते। शरीर में कैल्शियम की कमी का सबसे बड़ा कारण है आहार में कैल्शियम की कमी होना। कैल्शियए एक खनिज है, जिसकी...

महिलाओं में कैल्शियम की कमी

लुधियाना हौस्पिटल में किये गए एक ताजा अध्ययन के अनुसार 14 से 17 साल की आयु वर्ग की लगभग 20% लड़कियों में कैल्शियम की कमी पाई गई है. जब कि पहले इतनी ज्यादा मात्रा में कैल्शियम की कमी केवल प्रैग्नैंट और उम्रदराज महिलाओं में ही पाई जाती थी. इस की वजह कहीं न कहीं आज की बिगड़ती जीवन शैली है. लोग पैकेट फूड पर तेजी से निर्भर होते जा रहे हैं जिस के कारण लोगों के शरीर को संतुलित भोजन नहीं मिल पा रहा. लोगों का पूरा समय एसी में गुजरता है. खासकर महिलाएं अपने पति और बच्चों की सेहत का तो भरपूर ख्याल रखती हैं. मगर अक्सर अपनी फिटनेस के प्रति ही लापरवाह हो जाती है . अच्छे स्वास्थ्य और मजबूत शरीर के लिए कैल्शियम एक अनिवार्य तत्व है जिस की पर्याप्त मात्रा हड्डियों और दांतों की मजबूती के लिए जरूरी है. हमारी हड्डियों का 70% हिस्सा कैल्शियम फॉस्फेट से बना होता है. यही कारण है कि कैल्शियम हमारी हड्डियों और दांतों की अच्छी सेहत के लिए सबसे जरूरी होता है. अच्छे स्वास्थ्य और मजबूत शरीर के लिए कैल्शियम एक अनिवार्य तत्व है. पुरुषों के देखे महिलाओं को अधिक कैल्शियम की जरूरत होती है. महिलाओं के शरीर में 1000 से 1200 मिली कैल्शियम होना चाहिए वरना कैल्शियम की कमी से कई तरह की शारीरिक समस्याएं नजर आने लगती है. कैल्शियम तंदुरुस्त दिल, मसल्स की फिटनेस, दांतों , नाखूनो और हड्डियों की मजबूती समेत कई बातों के लिए जिम्मेदार है. कैल्शियम की कमी से बारबार फ्रैक्चर होना, औस्टोसीपोरोसिस का खतरा, संवेदनशून्यता, पूरे बदन में दर्द, मांसपेशियों में मरोड़ होना, थकावट, दिल की धड़कन बढ़ना, मासिकधर्म में अधिक दर्द होना ,बालों का झड़ना जैसी समस्याएं पैदा हो जाती हैं.

महिलाओं में कैल्शियम की कमी

लुधियाना हौस्पिटल में किये गए एक ताजा अध्ययन के अनुसार 14 से 17 साल की आयु वर्ग की लगभग 20% लड़कियों में कैल्शियम की कमी पाई गई है. जब कि पहले इतनी ज्यादा मात्रा में कैल्शियम की कमी केवल प्रैग्नैंट और उम्रदराज महिलाओं में ही पाई जाती थी. इस की वजह कहीं न कहीं आज की बिगड़ती जीवन शैली है. लोग पैकेट फूड पर तेजी से निर्भर होते जा रहे हैं जिस के कारण लोगों के शरीर को संतुलित भोजन नहीं मिल पा रहा. लोगों का पूरा समय एसी में गुजरता है. खासकर महिलाएं अपने पति और बच्चों की सेहत का तो भरपूर ख्याल रखती हैं. मगर अक्सर अपनी फिटनेस के प्रति ही लापरवाह हो जाती है . अच्छे स्वास्थ्य और मजबूत शरीर के लिए कैल्शियम एक अनिवार्य तत्व है जिस की पर्याप्त मात्रा हड्डियों और दांतों की मजबूती के लिए जरूरी है. हमारी हड्डियों का 70% हिस्सा कैल्शियम फॉस्फेट से बना होता है. यही कारण है कि कैल्शियम हमारी हड्डियों और दांतों की अच्छी सेहत के लिए सबसे जरूरी होता है. अच्छे स्वास्थ्य और मजबूत शरीर के लिए कैल्शियम एक अनिवार्य तत्व है. पुरुषों के देखे महिलाओं को अधिक कैल्शियम की जरूरत होती है. महिलाओं के शरीर में 1000 से 1200 मिली कैल्शियम होना चाहिए वरना कैल्शियम की कमी से कई तरह की शारीरिक समस्याएं नजर आने लगती है. कैल्शियम तंदुरुस्त दिल, मसल्स की फिटनेस, दांतों , नाखूनो और हड्डियों की मजबूती समेत कई बातों के लिए जिम्मेदार है. कैल्शियम की कमी से बारबार फ्रैक्चर होना, औस्टोसीपोरोसिस का खतरा, संवेदनशून्यता, पूरे बदन में दर्द, मांसपेशियों में मरोड़ होना, थकावट, दिल की धड़कन बढ़ना, मासिकधर्म में अधिक दर्द होना ,बालों का झड़ना जैसी समस्याएं पैदा हो जाती हैं.

महिलाओं में कैल्शियम की कमी

Highlights हार्मोनल बदलाव के कारण महिलाओं में कैल्शियम की कमी के किस्से काफी आम है। लेकिन, लंबे समय तक कैल्शियम की कमी शरीर में रहने से इसके बेहद गंभीर दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते हैं। इसलिए समय रहते कैल्शियम की कमी को दूर करना आवश्यक होता है। अगर आप भी कैल्शियम की कमी से जूझ रही हैं तो आप घर पर आसानी से हरी पत्तेदार सब्जियां, फल, सोयाबीन, दूध, दही खाकर कैल्शियम की कमी को दूर कर सकती हैं। यूं तो आहार में कैल्शियम की मात्रा कम लेने से कैल्शियम की कमी तो किसी को भी हो सकती है, लेकिन विशेषकर 30 की उम्र के बाद महिलाओं में कैल्शियम की देखा जाना आम है। यह अक्सर बदलते कैल्शियम हमारे शरीर के सुचारु ढंग से काम करने के लिए काफी जरूरी होता है। कैल्शियम से शरीर में हड्डियाँ मजबूत बनती हैं, दांत मजबूत रहते हैं, दिमाग सही ढंग से काम करता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि हमारे शरीर की हर कोशिका किसी-न-किसी रूप में कैल्शियम का उपयोग जरूर करती है। शरीर में कैल्शियम की कमी होने पर विभिन्न तरह के लक्षण नजर आने लगते हैं, जिससे कैल्शियम की कमी का पता आसानी से लगाया जा सकता है। लंबे समय तक शरीर में कैल्शियम की कमी रहने से, गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं देखने को मिल सकती है। इससे हड्डियों से जुड़ी, दिमाग से जुड़ी गंभीर बीमरियाँ हो सकती हैं। अगर आप भी कैल्शियम की कमी से सूझ रहीं हैं तो नीचे देखे कैल्शियम की कमी होने पर आप किन खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकती हैं। लेकिन, इससे पहले जान लेते हैं कि कैल्शियम की कमी शरीर में क्यूं होती है और इसके लक्षण क्या हैं? महिलाओं के शरीर में कैल्शियम की कमी होने के कारण महिलाओं के शरीर में कैल्शियम की कमी होने का सबसे आम कारण है शरीर को उतना कैल्शियम न मिल पाना जितने की इ...

महिलाओं में कैल्शियम की कमी होने के लक्षण

Symptoms Of Calcium Deficiency In Women:कैल्शियम शरीर के लिए बहुत जरूरी होता है। महिलाओं में अधिकतर इसकी कमी देखने को मिलती है। कैल्शियम की कमी के कारण भी शरीर में कई बार ज्यादा थकावट का अनुभव हो सकता है। जिस कारण किसी काम में मन नहीं लगता है। इसकी कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और शरीर का विकास भी ठीक ढ़ंग से नहीं होता है। कई बार बच्चों में भी कैल्शियम की कमी होती है। जिस कारण उनकी हाइट भी ठीक ढ़ंग से नहीं बढ़ पाती है और शारीरिक विकास में भी बाधा आती है। शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए दूध, दही, पनीर और हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल करना चाहिए। कैल्शियम का सही मात्रा में सेवन करने से महिलाओं की मांसपेशियां मजबूत होने के साथ शरीर की थकावट भी आसानी से दूर होती हैं। कई बार महिलाओं के शरीर में कैल्शिमय की कमी होने पर कई तरह के लक्षण नजर आते हैं लेकिन हम पहचान नहीं पाते। ऐसे में आज हम आपको उन लक्षणों के बारे में बताने वाले हैं, जो शरीर में कैल्शियम की कमी के कारण महिलाओं के शरीर में नजर आते हैं। कमजोर हड्डियां शरीर में कैल्शियम की कमी होने पर महिलाओं की शरीर की हड्डियां कमजोर हो सकती हैं और कई बार उनमें कट-कट की आवाज भी आ सकती हैं। हड्डियों में कैल्शियम स्टोर होता है जो उन्हें मजबूती देता है और उन्हे हेल्दी रखता है। वहीं कैल्शियम की कमी होने पर शरीर हड्डियों से कैल्शियम सोख लेता है जिससे वे कमजोर हो जाती हैं। जिससे उठने-बैठने में भी परेशानी आती है। नाखून कमजोर हो सकते हैं महिलाओं के शरीर में कैल्शियम की कमी होने पर नाखून कमजोर हो सकते हैं और जल्दी-जल्दी टूट भी सकते हैं। कई बार कैल्शियम की कमी के कारण नाखून में ड्राईनेस भी बढ़ सकती हैं और उनका रंग भी बदल सकता ह...

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पुरुषों के मुकाबले में महिलाओँ कैल्शियम की कमी ज्यादा होता है। महिलाओं को अपने शरीर से ज्यादा खून बहाना होता है। प्रेग्नेंसी, डिलेवरी, माहवारी आदि में शरीर से रक्त बहता ही है। ऊपर से उम्र बढ़ने के साथ-साथ शरीर में कैल्शियम की कमी बढ़ती है। 30 की उम्र महिलाओं की जिंदगी में एक ऐसा आंकड़ा होता है जहां उनके शरीर में परेशानियां ज्यादा बढ़ने लगती हैं। शादी, बच्चा आदि के चक्कर में उनके शरीर में कैल्शियम की ज्यादा होने लगती है। ऊपर से भारत के पारिवारिक ढांच इस हिसाब के हैं जहां महिलाएं पति और परिवार के अन्य सदस्यों को एक गिलास दूध पीने को दे देंगी पर खुद नहीं पिएंगी। ऐसे में शरीर में कैल्शियम की कमी उम्र के साथ बढ़ती रहती है। कैल्शियम की कमी से महिलाओं में ऑस्टियोपोरिसिस से लेकर मानसिक विकार तक हो सकते हैं। आज के इस लेख में डाइट मंत्रा की डायटीशियन डॉक्टर कामिनी कुमारी बताएंगी कि 30 की उम्र के बाद महिलाओं में कैल्शियम की कमी क्यों होने लगती है और इसे पूरा करने के लिए क्य़ा खाएं। कैल्शियम की कमी के लक्षण • थकान • हाथों, पैरों में सुन्नपन • शरीर में ड्राइनेस • भूख न लगना • नाखूनों का खराब होना • दांतों का सड़ना • लगातार सुस्ती रहना • जोड़ों में दर्द होना • मांसपेशियों में ऐंठन होना • घबराहट होना • बालों का झड़ना 30 के बाद महिलाओं में क्यों होती है कैल्शियम की कमी एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी 30 की उम्र पार करने के बाद महिलाओं में आहार में कैल्शियम की कमी आज 21वीं सदी में भी महिलाएं घर में सभी को खाना खिलाने के बाद खुद खाना खाती हैं। इस वजह से उनके शरीर को सभी पोषक तत्त्व नहीं मिल पाते। शरीर में कैल्शियम की कमी का सबसे बड़ा कारण है आहार में कैल्शियम की कमी होना। कैल्शियए एक खनिज है, जिसकी...

महिलाओं में कैल्शियम की कमी के आम लक्षण

कैल्शियम मानव शरीर में एक प्रमुख पोषक तत्व है। आपका शरीर इसका उपयोग हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने के लिए करता है। आपके दिल और अन्य मांसपेशियों को ठीक से काम करने के लिए कैल्शियम की भी आवश्यकता होती है। जब आपको पर्याप्त कैल्शियम नहीं मिलता है, तो आप विकारों के विकास के जोखिम को बढ़ा सकते हैं जैसे: • • ऑस्टियोपीनिया • कैल्शियम की कमी से होने वाला रोग (हाइपोकैल्सीमिया) जिन बच्चों को पर्याप्त कैल्शियम नहीं मिलता है, वे वयस्कों के रूप में अपनी पूरी संभावित ऊंचाई तक नहीं बढ़ सकते हैं। आपको अपने द्वारा खाए जाने वाले भोजन, सप्लीमेंट आहार या विटामिन के माध्यम से प्रतिदिन कैल्शियम की अनुशंसित मात्रा का सेवन करना चाहिए। हड्डियों और दांतों में 99 प्रतिशत से अधिक (1.2-1.4 किग्रा) जमा होता है। कोशिकी सीरम कैल्शियम में 1 प्रतिशत से भी कम पाया जाता है। जब वयस्क भोजन या सप्लीमेंट के रूप में कैल्शियम का सेवन करते हैं, तो औसत अवशोषण दर लगभग 30 प्रतिशत होती है। कई कारकों के कारण दर व्यापक रूप से अलग हो सकती है। उदाहरण के लिए, गर्भावस्था में जब बढ़ते भू्रण यानी कि फीटस के लिए अधिक कैल्शियम की आवश्यकता होती है तो कैल्शियम अवशोषण दर बढ़ जाती है। कैल्शियम की कमी होना वैसे तो आम है लेकिन, इसका पता लगाना मुश्किल हो सकता है। आपको कैसे पता चलेगा कि आपको कैल्शियम की कमी है? कैल्शियम की कमी विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती हैः हाथों और पैरों में झुनझुनी, मांसपेशियों में दर्द, अनियमित दिल की धड़कन, थकान और यहां तक कि याददाश्त की हानि भी हो सकती है। कैल्शियम की कमी (हाइपोकैल्सीमिया) क्या है? हाइपोकैल्सीमिया ब्लड में कैल्शियम का अत्यधिक निम्न स्तर है। गंभीरता के आधार पर, लक्षण हल्के या ध्यान देने...