महिलाओं में थायराइड के लक्षण

  1. महिलाओं में थायराइड की समस्या के लक्षण, कारण, इलाज
  2. महिलाओं में थायराइड के लक्षण
  3. महिलाओं में थायरॉइड के हो सकते हैं ये लक्षण, न करें नजरअंदाज
  4. क्या महिलाओं को थायरॉइड की समस्या ज्यादा होती है?
  5. महिलाओं में थायराइड के कारण लक्षण दवा और बचाव
  6. KHABREN24 » महिलाओं में थायराइड के कारण, लक्षण और इलाज.....
  7. महिलाओं में थायराइड के कारण, लक्षण और उसके घरेलू उपचार – NAMHYA


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महिलाओं में थायराइड की समस्या के लक्षण, कारण, इलाज

आजकल एक अध्यन के मुताबिक यह बात सामने आई है की पुरुषो से ज्यादा महिलाओं में थायराइड की समस्या होती है। 80 प्रतिशत महिलाएं इस समस्या से ग्रसित है। थाइराइड ग्रंथि के ठीक से काम न करने की वजह से शरीर में विभिन्न प्रकार की सामान्य स्वास्थ्य समस्याएं शुरू हो जाती हैं, जैसे की – थकान आना, रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होना, जुकाम, थायराइड के प्रकार इसके दो प्रकार निम्नलिखित है, जिनमे शामिल है – • हाइपरथायराइडिज्म और, • हाइपोथायराइडिज्म। हाइपरथायराइडिज्म अगर थायराइड ग्रंथि ज्यादा मात्रा में थायराइड हाइपोथायराइडिज्म अगर थायराइड हार्मोन का निर्माण कम होता है तो इसे हाइपोथायराइडà¤...

महिलाओं में थायराइड के लक्षण

थायराइड रोग के साथ कौन से सामान्य लाइलहषहषहषिहषान से हो सकते हैं? महिलाओं में थायराइड के बहुत से लक्षहहैहइड यदि आपको थves की बीमारी है तो कई त तरह के लक्षण अनुभव क सकते हैं हैं। दुर्भाग्य से, थves की स्थिति के लक्षण अक्सर अन्य चिकित्सीय स्थितियों और जीवन च चरणों के के सम समान होते हैं।।।। इससे यह जानना मुश्किल हो सकता है कि आपके लक्षण थायराइड की समस्या से हैं हैं या पूरी तİ से कुछ औ औ औ औ औ औ औ औ औ औ औ औ औ औ औ अधिकांश भाग के लिए लिए, थायराइड रोग के लक्षणों को दो समूहों में विभाजित किया जinant सकता सकत है - वे जो बहुत अधिक थ enc को ह में में विभाजित कियाजित एक अति सक्रिय थायराइड (हाइपरथvesयegacióयडिज esperant) के लक्षणों में निम्न शामिल हो सकते हैं: चिंता, चिड़चिड़ापन और घबराहट का अनुनरनानरता नींद न आना। वजन कम होना। एक बढ़े हुए थायरॉयड ग्रंथि या एक गणोडानाहहाॉयड मांसपेशियों में कमजोरी और कंपकंपीहाहा ही अनियमित मासिक धर्म का अनुभव करना या आपका मासिक धरecar गर्मी के प्रति संवेदनशील महसूस कर।ार। दृष्टि की समस्या या आंख होना चिढ़। एक निष्क्रिय थायराइड (हाइपोथायरायडिज्म) के लक्षणों में निम्न शामिल हो हैं हैं: • थकान (थकान) महसूस होना। • वजन बढ़ना। • भुलक्कड़पन का अनुभव करना। • बार-बार और भारी मासिक धर्म होना। • सूखे और मोटे बाल होना। • कर्कश आवाज होना। • ठंडे तापमान के प्रति असहिष्णुता कुता कानवारति लक्षण 1. थायराइड ग्रंथिओपन पॉप-अप डायलॉग बॉॉबॉन हाइपोथायरायडिज esperant के लक्षण और लक्षण हार्मोन की की की गंभीरता के आधार पर भिन्न होते हैं। समस्याएं धीरे-धीरे विकसित होती हैं, अक्सर कई वर्षों में। सबसे पहले पहले, आप शायद ही हाइपोथायegacióयडिज्म के लक्षणों को नोटिस क सकते हैं हैं, ...

महिलाओं में थायरॉइड के हो सकते हैं ये लक्षण, न करें नजरअंदाज

और पढ़ें : सेक्शुअल लाइफ में आने लगते हैं बदलाव थायरॉइड से प्रभावित कुछ महिलाएं की सेक्स लाइफ पर भी इसका असर पड़ता है। वे इसमें दिलचस्पी नहीं लेतीं। समस्या तब और ज्यादा खराब हो जाती है जब उनके अंदर सेक्शुअल एक्टिविटी से घृणा बढ़ जाती है। अंडरएक्टिव थायराइड ग्लैंड अक्सर महिलाओं की आवाज में भी परिवर्तन लाता है। उनकी आवाज पहले से भारी और हार्श हो जाती हैं। आवाज में भारीपन महसूस होने लगता है। बॉडी इम्यूनिटी (रोग प्रतिरोधक क्षमता) कमजोर पड़ना थायरॉइड होने पर शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है। इम्यून सिस्टम कमजोर होने के चलते कई बीमारियां एक साथ हमला कर देती हैं। थायरॉइड की समस्या से ग्रस्त महिला अक्सर सुस्त रहने लगती है। उनके शरीर में उर्जा समाप्त होने लगती है। इन सबकी वजह से महिला सीने में दर्द होना अगर आपको थायराइॅड है तो इससे अनियमित पीरियड्स यूं तो महिलाओं में और पढ़ें : याददाश्त कम होना थायराइड के कारण स्मरण शक्ति और सोचने-समझने की क्षमता भी प्रभावित होती है। याददाश्त कमजोर हो सकती है और व्यक्ति का स्वभाव भी चिड़चिड़ा हो सकता है। अन्य लक्षण इसके अलावा इस बीमारी में पेट की गड़बड़ी, जोड़ो मे दर्द रहना, वजन का बढ़ना या कम होना, हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया (एचसीएफआई) के अध्यक्ष डॉ. के.के. अग्रवाल ने कहा कि थायरॉइड रोग महिलाओं में अधिक होता है। इससे वजन और हॉर्मोन असंतुलन जैसी कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। थायरॉइड हॉर्मोन और टीएसएच में वृद्धि के निधार्रण में आनुवंशिकी की एक प्रमुख भूमिका है। इससे ऑटोइम्यून थाइरॉइड रोग का पता लगाना भी संभव हो जाता है। उन्होंने कहा कि थायरॉइड की समस्या में ऐसे लोग जिनकी मेडिकल हिस्ट्री में थायरॉयड रहा है। उनमें थायरॉइड असामान्यता ...

क्या महिलाओं को थायरॉइड की समस्या ज्यादा होती है?

यह एक तथ्य है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं को थायरॉयड के सही से काम नहीं करने का अधिक खतरा रहता है। हालांकि, महिलाओं इससे अधिक प्रभावित क्यों होती है इसका कारण ज्ञात नहीं है। महिलाओं को एक और महत्वपूर्ण कारक आनुवंशिक प्रवृत्ति है। प्रत्येक 5 महिलाओं में से 1 को टीएसएचबी जीन के आनुवंशिक उत्परिवर्तन के परिणामस्वरुप थायरॉइड होता है। अधिकांशतः असामान्य थायरॉयड कार्यप्रणाली एक स्वप्रतिरक्षा स्थिति है। प्रत्येक व्यवहार्य गर्भावस्था में कम से कम एक बार गर्भ धारण के बाद थायराइड कार्यप्रणाली की जाँच करना आम बात है, खासकर गर्भाधान के तुरंत बाद। इसका माहवारी खत्म होने की शुरुआत में भी जाँच की जानी चाहिए। स्क्रीनिंग में टीएसएच (थायराइड स्टिमुलेटिंग हॉर्मोन) और टी4 के लिए जाँच शामिल हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ़ क्लिनिकल एंडोक्रिनोलॉजिस्ट और अमेरिकन थायराइड एसोसिएशन (एटीए) द्वारा सुझाए गए मानकों के अनुरूप हैं। दिशानिर्देश थायराइड नोडुलर रोग, ग्रेव्स रोग, गोइटर, हाशिमोटो बीमारी की बुनियादी नैदानिक और चिकित्सीय जानकारी देता है। महिलाओं में पाया जाने वाला सबसे आम थायरॉयड रोग हाइपोथायरायडिज्म है: हाइपरथायरायडिज्म की तुलना में हाइपोथायरायडिज्म कहीं अधिक आक्रामक होता है। यह 50 वर्ष से अधिक आयु की सभी महिलाओं को 15-20% तक प्रभावित करता है। यह थायरोक्सिन की कम उत्पादकता के कारण होता है और नींद, थकान, ठंडे हाथ पैर और कब्ज जैसे पाचन विकारों जैसे लक्षण पाए जाते हैं। इसे हाइपरथायरायडिज्म से भ्रमित होने की आवश्यकता नहीं है जो किसी भी उम्र की महिलाओं में हो सकती है। हाइपरथायरायडिज्म थायरोक्सिन के अत्यधिक उत्पादन के कारण होती है। हाइपरथायरायडिज्म 1% से भी कम महिलाओं में...

महिलाओं में थायराइड के कारण लक्षण दवा और बचाव

4 थायराइड रोग से बचाव के उपाय : Thyroid se Bachav in Hindi थायराइड क्या है ? और उसके कार्य : Thyroid in Hindi पुरे शरीर के स्वास्थ्य का पता लगाने के लिए थायराइड एक मुख्य जरीया है। छोटी सी थायराइड ग्रंथि आप के शरीर की ज्यादातर मैटाबोलिक क्रियाओं पर हानिकारक प्रभाव डाल सकती है। थायराइड में होने वाली किसी भी तरह की गड़बड़ी वजन में बढ़ोतरी, वजन में कमी और अन्य कई बीमारियों से ले कर थायराइड कैंसर तक का कारण बन सकती है। थायराइड से जुड़ी सब से सामान्य समस्या थायराइड हारमोंस का असामान्य उत्पादन है। थायराइड हारमोंस की बहुत अधिक मात्रा हाइपरथायराइडिज्म के नाम से जानी जाती है। हारमोंस का पर्याप्त उत्पादन भी हाइपरथायराइडिज्म की स्थिति पैदा करता है। हालांकि इस का प्रभाव कष्टकारक और असुविधाजनक हो सकता है, लेकिन सही जांच और उपचार हो जाए तो थायराइड से जुड़ी ज्यादातर समस्याओं से आसानी से निबटा जा सकता है। महिलाओं में थायराइड के कारण : Mahilaon me Thyroid ke Karan हाइपरथायराइड का सब से बड़ा कारण औटोइम्यून बीमारियां, गलत दवा लेना और लीथियम का उपयोग है। परिवार में थायराइड असंतुलन की समस्या किसी को रही हो, तो वह भी जोखिम का कारण बन सकती है। हाइपरथायराइडिज्म के बाद मासिकधर्म की असामान्यता और गर्भधारण में परेशानी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। गर्भावस्था के दौरान भ्रूण का विकास मां के थायराइड हारमोन से नियंत्रिण होता है और प्रसव के बाद भी विकास थायराइड से ही नियंत्रित होता है। आयोडीन का महत्त्व – यह एक महत्त्वपूर्ण माइक्रोन्यूट्रिएंट है जो थायराइड हारमोन के निर्माण के लिए आवश्यक है। आयोडीन डैफिशिएंसी आयोडीन तत्त्व की कमी है। यह हमारी डाइट का एक आवश्यक पोषक तत्त्व है। आयोडीन की कमी से हाइपोथायराइडिज्...

KHABREN24 » महिलाओं में थायराइड के कारण, लक्षण और इलाज.....

हार्मोनल असंतुलन, तनाव, शरीर में आयोडीन की कमी, वायरल संक्रमण आदि के कारण महिलाओं में कई तरह की समस्याएं पैदा होती हैं। थायराइड भी उन्हीं में से एक है। थायराइड महिलाओं को कई तरह से प्रभावित करता है। थायराइड क्या होता है थायराइड गले में आगे की तरफ मौजूद एक ग्रंथि है जो तितली के आकार की होती है। यह ग्रंथि शरीर की अनेकों आवश्यक गतिविधियों को नियंत्रित करती है जैसे कि भोजन को ऊर्जा में बदलना आदि। थायराइड टी3यानी ट्राईआयोडोथायरोनिन और टी4यानी थायरॉक्सिन हार्मोन का निर्माण करता है। ये हार्मोन दिल की धड़कन, सांस, पाचन तंत्र, शरीर का तापमान, हड्डियों, मांसपेशियों और कोलेस्ट्रॉल को संतुलित रखने में मदद करते हैं। जब इन दोनों हार्मोन में असंतुलन होता है तो उसे थायराइड की समस्या कहते हैं। पुरुषों की तुलना में महिलाओं में यह समस्या अधिक देखी जाती है। अगर आपके मन में यह प्रश्न उठता है कि महिलाओं में थायराइड कितना होना चाहिए तो हम आपको बता दें कि महिलाओं में थायराइड का नॉर्मल रेंज 0.4-4.0 mIU/Lके बीच होना चाहिए। महिलाओं में थायराइड के कारण महिलाओं में थायराइड कई कारणों से होता है जिसमें मुख्य रूप से निम्न शामिल हो सकते हैं:- • वायरल संक्रमण के चपेट में आने पर महिला को थायराइड की शिकायत हो सकती है। • जो महिला हमेशा तनाव यानी स्ट्रेसमें रहती है उन्हें थायराइड होने का खतरा अधिक होता है। • डिलीवरी के बादशरीर में बदलाव आने के कारण भी थायराइड की समस्या पैदा हो सकती है। • जब एक महिला की शरीर में आयोडीन की कमीहोती है तो थायराइड का खतरा होता है। • हार्मोनल असंतुलन के कारण महिला को कई तरह की परेशानियां होती हैं और थायराइड भी उन्हीं में एक है। महिलाओं में थायराइड के लक्षण महिलाओं में थायराइड के शुर...

महिलाओं में थायराइड के कारण, लक्षण और उसके घरेलू उपचार – NAMHYA

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