मकर संक्रांति 2023 कब है

  1. Makar Sankranti 2023:आज मनाई जा रही है मकर संक्रांति, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और उपाय
  2. Makar Sankranti 2023: 14 या 15 जनवरी, कब मनाई जाएगी मकर संक्रांति? दूर कर लीजिए अपना कन्‍फ्यूजन
  3. मकर संक्रांति 2023 कब हैं, महत्व, शुभ मुहूर्त और कथा
  4. Makar Sankranti 2023 Date and Timing: कब है मकर संक्रांति 14 या 15 जनवरी? नोट कर लें सही तिथि और शुभ मुहूर्त
  5. Makar Sankranti 2023 Date: जानिए 14 या 15 जनवरी कब है मकर संक्रांति?
  6. Makar Sankranti 2023:आज मनाई जा रही है मकर संक्रांति, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और उपाय
  7. Makar Sankranti 2023 Date: जानिए 14 या 15 जनवरी कब है मकर संक्रांति?
  8. Makar Sankranti 2023:कब है मकर संक्रांति ? जानें इस त्योहार से जुड़ी धार्मिक और ज्योतिषीय मान्यताएं
  9. Makar Sankranti 2023 Date and Timing: कब है मकर संक्रांति 14 या 15 जनवरी? नोट कर लें सही तिथि और शुभ मुहूर्त
  10. Makar Sankranti 2023: 14 या 15 जनवरी, कब मनाई जाएगी मकर संक्रांति? दूर कर लीजिए अपना कन्‍फ्यूजन


Download: मकर संक्रांति 2023 कब है
Size: 65.25 MB

Makar Sankranti 2023:आज मनाई जा रही है मकर संक्रांति, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और उपाय

When is Makar Sankranti in 2023: देश भर में आज मकर संक्रांति मनाई जा रही है I मकर संक्रांति हिंदू धर्म का प्रमुख त्योहार माना जाता है। ये साल का पहला पर्व होता है। भारत के अलग-अलग राज्यों में मकर संक्रांति को विभिन्न नामों से जाना जाता है। इस त्योहार को गुजरात में उत्तरायण, पूर्वी उत्तर प्रदेश में खिचड़ी और दक्षिण भारत में इस दिन को पोंगल के रूप में मनाया जाता है। मकर संक्रांति का पर्व सूर्य के राशि परिवर्तन के मौके पर मनाया जाता है। इस दिन सूर्यदेव धनु राशि से निकलकर मकर में प्रवेश कर जाते हैं। सूर्य का मकर राशि में प्रवेश करना मकर संक्रांति कहलाता है I ऐसे में चलिए जानते हैं आज मकर संक्रांति की पूजा विधि, महत्व और उपाय के बारे में... मकर संक्रांति 2023 पूजा विधि मकर संक्रांति के दिन सुबह जल्दी उठकर किसी पवित्र नदी में जाकर स्नान करें। फिर इसके बाद साफ वस्त्र पहनकर तांबे के लोटे में पानी भर लें और उसमें काला तिल, गुड़ का छोटा सा टुकड़ा और गंगाजल लेकर सूर्यदेव के मंत्रों का जाप करते हुए अर्घ्य दें। इस दिन सूर्यदेव को अर्घ्य देने के साथ ही शनिदेव को भी जल अर्पित करें। इसके बाद गरीबों को तिल और खिचड़ी का दान करें।

Makar Sankranti 2023: 14 या 15 जनवरी, कब मनाई जाएगी मकर संक्रांति? दूर कर लीजिए अपना कन्‍फ्यूजन

वैसे तो सालभर में 12 संक्रांति होती हैं, लेकिन मकर संक्रांति (Makar Sankranti) का महत्‍व सबसे ज्‍यादा माना गया है. जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं, तो इसे मकर संक्रांति कहा जाता है. मकर संक्रांति को बहुत शुभ दिन माना गया है. इसे उत्‍तरायण, पोंगल और खिचड़ी जैसे नामों से भी जाना जाता है. ज्‍यादातर ये त्‍योहार 14 या 15 जनवरी को मनाया जाता है. साल 2023 में मकर संक्रांति 14 जनवरी को है या 15 जनवरी को है, इसको लेकर लोगों के बीच कन्‍फ्यूजन की स्थिति बनी हुई है. आइए आपको बताते हैं. Makar Sankranti 2023 Date- कब है मकर संक्रांति ज्‍योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र की मानें तो हिंदू पंचांग के अनुसार सूर्य देव 14 जनवरी शनिवार की रात को 8 बजकर 45मिनट पर मकर राशि में प्रवेश करेंगे. इसलिए मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी को मनाया जाएगा. 14 तारीख को संक्रांति मनाना शास्‍त्र सम्‍मत नहीं होगा क्‍योंकि हिंदू धर्म में उदया तिथि से त्‍योहार मनाना शुभ माना गया है. Makar Sankranti 2023 Auspicious Time- मकर संक्रांति शुभ मुहूर्त इस बार मकर संक्रांति का त्‍योहार रविवार को पड़ रहा है. ये दिन सूर्य देव का ही दिन माना गया है, ऐसे में इस दिन का महत्‍व कहीं ज्‍यादा बढ़ गया है. मकर संक्रांति के दिन स्‍नान और दान का विशेष महत्‍व माना गया है. इस दिन महा पुण्‍यकाल सुबह 07 बजकर 15 मिनट से सुबह 9 बजे तक है और पुण्‍यकाल सुबह 9 बजे से शाम 05 बजकर 46 मिनट तक है. इस बीच आप स्‍नान, दान आदि कोई भी पुण्‍यदायी काम कर सकते हैं. मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव को अर्घ्य देना बेहद शुभ होता है. इस दिन तांबे के लोटे में जल लेकर उसमें काला तिल, गुड़, लाल चंदन, लाल पुष्प, अक्षत आदि डालकर अर्घ्‍य देना चाहिए और अर्घ्‍य देते ...

मकर संक्रांति 2023 कब हैं, महत्व, शुभ मुहूर्त और कथा

Makar Sankranti 2022: वर्ष 2022 में मकर संक्रांति का पर्व पंचांग के अनुसार 14 जनवरी 2023, शनिवार को पौष मास की शुक्ल पक्ष की द्वादशी की तिथि को मनाया जाएगा. इस दिन सूर्य धनु राशि से निकल कर मकर राशि में प्रवेश करेंगे. सूर्य जब एक राशि से दूसरी राशि में जाते हैं तो इस प्रक्रिया को संक्रांति कहा जाता है. मकर संक्रांति को सभी संक्रांति में अति महत्वपूर्ण माना गया है. मकर संक्रांति को खिचड़ी का पर्व भी कहा जाता है. मकर संक्रांति पर स्नान और दान का विशेष महत्व बताया गया है. त्योहारों के देश भारतवर्ष में हरदिन कोई ना कोई पर्व या व्रत अवश्य मनाया जाता है. आस्था का प्रतीक यह त्यौहार सिर्फ एक परंपरा नहीं है परंतु उन्हें मनाए जाने का प्रामाणिक वैज्ञानिक कारण भी उपलब्ध है. भारत में हर साल जनवरी में मकर सक्रांति ( Makar Sankranti मकर संक्रांति 2023 के दिन के शुभ मुहूर्त (Makar Sankranti Muhurat 2023 Timings ) 07:15:13 से 12:30:00 तक पुण्य काल अवधि 5 घंटे 14 मिनट संक्रांति महापुण्य महा पुण्य काल मुहूर्त 07:15:13 से 09:15:13 तक महापुण्य काल अवधि 2 घंटे 0 मिनट मकर संक्रांति का महत्व (Makar Sankranti Mahatva) पौष माह के दौरान जब सूर्य देवता धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करता हैं. उन दिनों सनातन धर्म में यह पर्व सक्रांति के तौर मनाया जाता है. संक्रांति के दिन सूर्य उत्तरायणी गति प्रारंभ करता है. इसलिए इस पर वह को उत्तरायणी पर्व के नाम से भी जाना जाता है. भगवान शनिदेव मकर राशि के स्वामी हैं और इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं इस दिन जप, तप, ध्यान और धार्मिक क्रियाकलापों का अधिक महत्व होता हैं. अन्य प्रांतों में इसे फसल उत्सव के नाम से भी जाना जाता हैं. वैज्ञानिकों की मानें...

Makar Sankranti 2023 Date and Timing: कब है मकर संक्रांति 14 या 15 जनवरी? नोट कर लें सही तिथि और शुभ मुहूर्त

Makar Sankranti 2023 Date and Timing: हिंदू धर्म में मकर संक्रांति का विशेष महत्व होता है. इसे उत्तर भारत समेत कई राज्यों में काफी धूम धाम से मनाया जाता है. इस दिन लोगखिचड़ी का प्रसाद बनाते हैं. वहींपवित्र ​नदियों में स्नान करने के साथ ही दान की परंपरा है. हर साल इस त्योहार को14 जनवरी के दिन मनाया जाता है,लेकिन ग्रहों के बदलाव या उदयातिथि के अनुसार अक्सर 14 और 15 जनवरी को लेकर लोगों के बीच कंफ्यूजन रहती है. आइए जानते हैंइस साल मकर संक्रांति का त्योहार कब मनाया जाएगा 14 या 15 जनवरी? मकर संक्रांति 2023 कब है? Zee Business Hindi Live TV यहां देखें मकर संक्रांति 2023 शुभ मुहूर्त मकर संक्रांति के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने की परंपरा है और स्नान के बाद सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. इस दिन शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 15 मिनट से शुरू होकर शाम के 5 बजकर 46 मिनट तक रहेगा. मकर संक्रांति के दिन पुण्य काल मुहूर्त सुबह 7 बजकर 15 से दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक रहेगा. इस मुहूर्त दान-पुण्य करना बेहद ही शुभ माना जाता है. मकर संक्रांति का महत्व हिंदू धर्म में मकर संक्रांति का विशेष महत्व है और इस दिन यदि स्नान के बाद दान किया जाए तो इसका कई गुना अधिक फल मिलता है. यह दिन बेहद ही शुभ होता है क्योंकि इस दिन सूर्य अपने पुत्र शनि से मिलन करते हैं और इस दिन शुक्र ग्रह का भी उदय होता है. इस दिन स्नान करते समय काले तिल में गंगाजल मिलाकर स्नान करना बहुत शुभ माना जाता है. साथ ही कुंडली में मौजूद ग्रह दोष भी समाप्त होते हैं.

Makar Sankranti 2023 Date: जानिए 14 या 15 जनवरी कब है मकर संक्रांति?

Makar Sankranti 2023 Date: संवत 2079 माघ कृष्ण अष्टमी रविवार के दिन चित्रा नक्षत्र और सुकर्मा योग में 15 जनवरी 2023 को मकर संक्रांति मनाई जाएगी। चूंकिसूर्य का मकर राशि में प्रवेश 14 जनवरी को रात्रि में 8 बजकर 44 मिनट पर होगा इसलिए शास्त्रीय दृष्टि से संक्रांति का पुण्य काल अगले दिन 15 जनवरी को रहेगा। इस दिन सूर्योदय से सूर्यास्त तक पवित्र नदियों में स्नान, दान-पुण्य आदि कर्म किए जा सकेंगे। सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करते ही धनुर्मास अथवा मलमास समाप्त होगा। इसके साथ ही सूर्य का उत्तरायण प्रारंभ होगा। उत्तरायण से देवताओं का दिन प्रारंभ होता है। इस दिन से विवाह आदि मांगलिक कार्य फिर से प्रारंभ हो जाएंगे। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान और दान-पुण्य आदि का विशेष महत्व होता है। मकर संक्रांति पुण्य काल के दौरान चावल-मूंग दाल की खिचड़ी, काली तिल, गुड़, स्वर्ण का दाना, ऊनी वस्त्र, ऊनी कंबल, तांबे का कलश आदि दान करने करना चाहिए। गरीबों, जरूरतमंदों को उनके दैनिक उपयोग का सामान दान दें। पशुओं को हरा चारा, पक्षियों के लिए दाना-पानी आदि का इंतजाम करना चाहिए। इस दिन प्यासों के लिए प्याऊ लगवाने से बड़ा पुण्य फल प्राप्त होता है। इस दिन दान करने से पितरों को तृप्ति मिलती है और वे शुभ आशीर्वाद प्रदान करते हैं। ग्रह जनित पीड़ाएं भी दूर होती हैं। इस दिन रविवार होने से सूर्यदेव की विशेष कृपा प्राप्त होगी। समृद्धि, प्रतिष्ठा, सम्मान प्राप्ति का दिन इस बार मकर संक्रांति के दिन रविवार का संयोग भी बना है। रविवार सूर्य के पूजन का ही दिन है। इस दिन सूर्य के साथ शिवलिंग का संयुक्त पूजन करने से सुख-समृद्धि के साथ प्रतिष्ठा और सम्मान प्राप्त होता है। इस दिन मस्तक पर केसर अथवा लाल चंदन का तिलक करने से ...

Makar Sankranti 2023:आज मनाई जा रही है मकर संक्रांति, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और उपाय

When is Makar Sankranti in 2023: देश भर में आज मकर संक्रांति मनाई जा रही है I मकर संक्रांति हिंदू धर्म का प्रमुख त्योहार माना जाता है। ये साल का पहला पर्व होता है। भारत के अलग-अलग राज्यों में मकर संक्रांति को विभिन्न नामों से जाना जाता है। इस त्योहार को गुजरात में उत्तरायण, पूर्वी उत्तर प्रदेश में खिचड़ी और दक्षिण भारत में इस दिन को पोंगल के रूप में मनाया जाता है। मकर संक्रांति का पर्व सूर्य के राशि परिवर्तन के मौके पर मनाया जाता है। इस दिन सूर्यदेव धनु राशि से निकलकर मकर में प्रवेश कर जाते हैं। सूर्य का मकर राशि में प्रवेश करना मकर संक्रांति कहलाता है I ऐसे में चलिए जानते हैं आज मकर संक्रांति की पूजा विधि, महत्व और उपाय के बारे में... मकर संक्रांति 2023 पूजा विधि मकर संक्रांति के दिन सुबह जल्दी उठकर किसी पवित्र नदी में जाकर स्नान करें। फिर इसके बाद साफ वस्त्र पहनकर तांबे के लोटे में पानी भर लें और उसमें काला तिल, गुड़ का छोटा सा टुकड़ा और गंगाजल लेकर सूर्यदेव के मंत्रों का जाप करते हुए अर्घ्य दें। इस दिन सूर्यदेव को अर्घ्य देने के साथ ही शनिदेव को भी जल अर्पित करें। इसके बाद गरीबों को तिल और खिचड़ी का दान करें।

Makar Sankranti 2023 Date: जानिए 14 या 15 जनवरी कब है मकर संक्रांति?

Makar Sankranti 2023 Date: संवत 2079 माघ कृष्ण अष्टमी रविवार के दिन चित्रा नक्षत्र और सुकर्मा योग में 15 जनवरी 2023 को मकर संक्रांति मनाई जाएगी। चूंकिसूर्य का मकर राशि में प्रवेश 14 जनवरी को रात्रि में 8 बजकर 44 मिनट पर होगा इसलिए शास्त्रीय दृष्टि से संक्रांति का पुण्य काल अगले दिन 15 जनवरी को रहेगा। इस दिन सूर्योदय से सूर्यास्त तक पवित्र नदियों में स्नान, दान-पुण्य आदि कर्म किए जा सकेंगे। सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करते ही धनुर्मास अथवा मलमास समाप्त होगा। इसके साथ ही सूर्य का उत्तरायण प्रारंभ होगा। उत्तरायण से देवताओं का दिन प्रारंभ होता है। इस दिन से विवाह आदि मांगलिक कार्य फिर से प्रारंभ हो जाएंगे। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान और दान-पुण्य आदि का विशेष महत्व होता है। मकर संक्रांति पुण्य काल के दौरान चावल-मूंग दाल की खिचड़ी, काली तिल, गुड़, स्वर्ण का दाना, ऊनी वस्त्र, ऊनी कंबल, तांबे का कलश आदि दान करने करना चाहिए। गरीबों, जरूरतमंदों को उनके दैनिक उपयोग का सामान दान दें। पशुओं को हरा चारा, पक्षियों के लिए दाना-पानी आदि का इंतजाम करना चाहिए। इस दिन प्यासों के लिए प्याऊ लगवाने से बड़ा पुण्य फल प्राप्त होता है। इस दिन दान करने से पितरों को तृप्ति मिलती है और वे शुभ आशीर्वाद प्रदान करते हैं। ग्रह जनित पीड़ाएं भी दूर होती हैं। इस दिन रविवार होने से सूर्यदेव की विशेष कृपा प्राप्त होगी। समृद्धि, प्रतिष्ठा, सम्मान प्राप्ति का दिन इस बार मकर संक्रांति के दिन रविवार का संयोग भी बना है। रविवार सूर्य के पूजन का ही दिन है। इस दिन सूर्य के साथ शिवलिंग का संयुक्त पूजन करने से सुख-समृद्धि के साथ प्रतिष्ठा और सम्मान प्राप्त होता है। इस दिन मस्तक पर केसर अथवा लाल चंदन का तिलक करने से ...

Makar Sankranti 2023:कब है मकर संक्रांति ? जानें इस त्योहार से जुड़ी धार्मिक और ज्योतिषीय मान्यताएं

Makar Sankranti 2023: कब है मकर संक्रांति ? जानें इस त्योहार से जुड़ी धार्मिक और ज्योतिषीय मान्यताएं विस्तार Makar Sankranti 2023: हिंदू धर्म में मकर संक्रांति के त्योहार का विशेष महत्व होता है। मकर सक्रांति का त्योहार धार्मिक,ज्योतिषीय और सांस्कृतिक नजरिए से यह पर्व खास होता है। हिंदू धर्म में जहां पर सभी त्योहारों की गणना चंद्रमा की गणना पर तिथियों के अनुसार मनाया जाता है, वहीं मकर संक्रांति का त्योहार सूर्य पर आधारित पंचांग की गणना के आधार पर मनाया जाता है। सौर कैरेंडर के अनुसार हर वर्ष मकर संक्रांति का त्योहार 14 जनवरी को मनाई जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, सूर्य 14 जनवरी 2023 की रात 8 बजकर 21 मिनट पर मकर राशि में गोचर करेंगे। उदया तिथि 15 जनवरी को प्राप्त हो रही है। ऐसे में मकर संक्रांति नए साल में 15 जनवरी 2023 को मनाई जाएगी। ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं के अनुसार मकर संक्रांति पर सूर्य धनु राशि की यात्रा को विराम देते हुए मकर राशि में प्रवेश करते हैं। इस कारण से मकर संक्रांति कहते हैं। मकर संक्रांति पर सूर्य उत्तरायण होते हैं। मकर संक्रांति से मौसम में बदलाव शुरू होने लगते हैं। शरद ऋतु जाने लगती है और बसंत ऋतु का आगमन शुरू हो जाता है। मकर संक्रांति के बाद से दिन लंबे होने लगते हैं और रात छोटी होने लगती है। इन सबके अलावा मकर संक्रांति के त्योहार का विशेष महत्व होता है। आइए जानते हैं देशभर में मकर संक्रांति को लेकल क्या है परंपरा और मान्यताएं। मकर संक्रांति से जुड़ी प्रमुख धार्मिक और ज्योतिषीय मान्यताएं • मकर संक्रांति पर सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण की ओर चलते हैं। सूर्य के उत्तरायण होने पर सूर्यदेव की पूजा-पाठ का महत्व बढ़ जाता है। इस दिन पूजा-पाठ और दान करने का व...

Makar Sankranti 2023 Date and Timing: कब है मकर संक्रांति 14 या 15 जनवरी? नोट कर लें सही तिथि और शुभ मुहूर्त

Makar Sankranti 2023 Date and Timing: हिंदू धर्म में मकर संक्रांति का विशेष महत्व होता है. इसे उत्तर भारत समेत कई राज्यों में काफी धूम धाम से मनाया जाता है. इस दिन लोगखिचड़ी का प्रसाद बनाते हैं. वहींपवित्र ​नदियों में स्नान करने के साथ ही दान की परंपरा है. हर साल इस त्योहार को14 जनवरी के दिन मनाया जाता है,लेकिन ग्रहों के बदलाव या उदयातिथि के अनुसार अक्सर 14 और 15 जनवरी को लेकर लोगों के बीच कंफ्यूजन रहती है. आइए जानते हैंइस साल मकर संक्रांति का त्योहार कब मनाया जाएगा 14 या 15 जनवरी? मकर संक्रांति 2023 कब है? Zee Business Hindi Live TV यहां देखें मकर संक्रांति 2023 शुभ मुहूर्त मकर संक्रांति के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने की परंपरा है और स्नान के बाद सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. इस दिन शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 15 मिनट से शुरू होकर शाम के 5 बजकर 46 मिनट तक रहेगा. मकर संक्रांति के दिन पुण्य काल मुहूर्त सुबह 7 बजकर 15 से दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक रहेगा. इस मुहूर्त दान-पुण्य करना बेहद ही शुभ माना जाता है. मकर संक्रांति का महत्व हिंदू धर्म में मकर संक्रांति का विशेष महत्व है और इस दिन यदि स्नान के बाद दान किया जाए तो इसका कई गुना अधिक फल मिलता है. यह दिन बेहद ही शुभ होता है क्योंकि इस दिन सूर्य अपने पुत्र शनि से मिलन करते हैं और इस दिन शुक्र ग्रह का भी उदय होता है. इस दिन स्नान करते समय काले तिल में गंगाजल मिलाकर स्नान करना बहुत शुभ माना जाता है. साथ ही कुंडली में मौजूद ग्रह दोष भी समाप्त होते हैं.

Makar Sankranti 2023: 14 या 15 जनवरी, कब मनाई जाएगी मकर संक्रांति? दूर कर लीजिए अपना कन्‍फ्यूजन

वैसे तो सालभर में 12 संक्रांति होती हैं, लेकिन मकर संक्रांति (Makar Sankranti) का महत्‍व सबसे ज्‍यादा माना गया है. जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं, तो इसे मकर संक्रांति कहा जाता है. मकर संक्रांति को बहुत शुभ दिन माना गया है. इसे उत्‍तरायण, पोंगल और खिचड़ी जैसे नामों से भी जाना जाता है. ज्‍यादातर ये त्‍योहार 14 या 15 जनवरी को मनाया जाता है. साल 2023 में मकर संक्रांति 14 जनवरी को है या 15 जनवरी को है, इसको लेकर लोगों के बीच कन्‍फ्यूजन की स्थिति बनी हुई है. आइए आपको बताते हैं. Makar Sankranti 2023 Date- कब है मकर संक्रांति ज्‍योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र की मानें तो हिंदू पंचांग के अनुसार सूर्य देव 14 जनवरी शनिवार की रात को 8 बजकर 45मिनट पर मकर राशि में प्रवेश करेंगे. इसलिए मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी को मनाया जाएगा. 14 तारीख को संक्रांति मनाना शास्‍त्र सम्‍मत नहीं होगा क्‍योंकि हिंदू धर्म में उदया तिथि से त्‍योहार मनाना शुभ माना गया है. Makar Sankranti 2023 Auspicious Time- मकर संक्रांति शुभ मुहूर्त इस बार मकर संक्रांति का त्‍योहार रविवार को पड़ रहा है. ये दिन सूर्य देव का ही दिन माना गया है, ऐसे में इस दिन का महत्‍व कहीं ज्‍यादा बढ़ गया है. मकर संक्रांति के दिन स्‍नान और दान का विशेष महत्‍व माना गया है. इस दिन महा पुण्‍यकाल सुबह 07 बजकर 15 मिनट से सुबह 9 बजे तक है और पुण्‍यकाल सुबह 9 बजे से शाम 05 बजकर 46 मिनट तक है. इस बीच आप स्‍नान, दान आदि कोई भी पुण्‍यदायी काम कर सकते हैं. मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव को अर्घ्य देना बेहद शुभ होता है. इस दिन तांबे के लोटे में जल लेकर उसमें काला तिल, गुड़, लाल चंदन, लाल पुष्प, अक्षत आदि डालकर अर्घ्‍य देना चाहिए और अर्घ्‍य देते ...