मकर संक्रांति के बारे में in hindi

  1. Essay on makar sankranti in hindi, article, paragraph: मकर संक्रांति पर निबंध, लेख, अनुच्छेद
  2. 10 Lines on Makar Sankranti in Hindi 2021
  3. मकर संक्रांति 2023
  4. मकर संक्रांति 2023
  5. मकर संक्रांति के बारे में 13 बड़ी बातें, पर्व मनाने से पहले जानिए यहां....
  6. 10 Lines On Makar Sankranti Festival In Hindi And English Language


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Essay on makar sankranti in hindi, article, paragraph: मकर संक्रांति पर निबंध, लेख, अनुच्छेद

By Jul 24, 2019 मकरसंक्रांतिहिंदूधर्मकेसबसेमहत्वपूर्णत्योहारोंमेंसेएकहै।यहहरसाल 14 या 15 जनवरीकोमनायाजाताहै।यहएकऐसात्योहारहैजिसेदेशभरमेंअलग-अलगनामोंऔररीति-रिवाजोंकेसाथमनायाजाताहै।लोगविभिन्नगतिविधियोंजैसेनृत्य, गायनऔरआनंदकेसाथमौसमकेउत्सवकाआनंदलेतेहैंजोविशेषरूपसेतिल (तिलकेबीज) औरगुड़केसाथबनायाजाताहै।लोगपतंगभीउड़ातेहैंऔरअपनेपरिवारऔरदोस्तोंकेसाथत्योहारकाआनंदलेतेहैं। मकरसंक्रांतिपरनिबंध, short essay on makar sankranti in hindi (100 शब्द) मकरसंक्रांतिवहत्यौहारहैजोहिंदूसमुदायद्वाराबड़ेहीहर्षऔरउल्लासकेसाथमनायाजाताहै।यहहरसाल 14 जनवरीकोमनायाजाताहैलेकिनइसे 15 जनवरीकोसौरचक्रकेआधारपरभीमनायाजासकताहै।लोगइसत्यौहारकोसुबहनदियोंमेंपवित्रडुबकीलगाकरमनातेहैंऔरसूर्यकोप्रार्थनाकरतेहैंजिसेहिंदूपौराणिककथाओंकेअनुसारभगवानमानाजाताहै। ऐसामानाजाताहैकिमकरसंक्रांतिकेदिनगंगानदीमेंस्नानकरनेसेहमारेसभीपापधुलसकतेहैंऔरमोक्षप्राप्तकरनेमेंमददमिलतीहै।लोगतिलऔरगुड़सेबनीमिठाइयांखाकरमौसमकेउत्सवकाआनंदलेतेहैं।लोग, विशेषरूपसेबच्चे, अपनेदोस्तोंऔरपरिवारकेसदस्योंकेसाथपतंगउड़ाकरइसअवसरकाआनंदलेतेहैं। मकरसंक्रांतिपरनिबंध, essay on makar sankranti in hindi (200 शब्द) प्रस्तावना: मकरसंक्रांतिवहत्यौहारहैजोहरसाल 14 या 15 जनवरीकोसूर्यकेमकरराशिमेंआनेयाराशिचक्रके’मकररशी’केस्वागतकेलिएमनायाजाताहै।यहहिंदूत्योहारोंमेंसेएकहैजोहरसालउसीतारीखकोपड़ताहैक्योंकियहसौरचक्रोंपरनिर्भरकरताहै। मकरसंक्रांतिकोबहुतहीशुभदिनमानाजाताहैऔरगंगाजैसीपवित्रनदियोंमेंस्नानकरनेसेभक्तोंकेजीवनमेंसमृद्धिऔरखुशियाँआतीहैं।मकरसंक्रांतिदेशभरमेंविभिन्ननामोंऔररीति-रिवाजोंकेसाथमनाईजातीहैजैसेतमिलनाडुमेंपोंगल, असममेंमाघबिहू, गुजरातमेंउत्तरायण, पंजाबऔरहरियाणामेंमाघी, उत्तरप्रदेशऔर...

10 Lines on Makar Sankranti in Hindi 2021

10 Lines on Makar Sankranti in Hindi 2021 | Makar Sankranti 10 Sentences in Hindi | मकर संक्रांति पर 10 लाइन हिंदी में | Makar Sankranti 10 Lines in Hindi 10 Lines on Makar Sankranti in Hindi 2021 जैसा कि हम सभी जानते हैं कि मकर संक्रांति का त्यौहार हिंदू धर्म में मनाया जाता है। मकर संक्रांति हिंदू धर्म में बहुत बड़ा दिवस माना जाता है। इस तरह को मनाने का सबसे बड़ा कारण यह है कि इस दिन भगवान सूर्यदेव ने धनु राशि को छोड़ा था और मकर राशि में अपना प्रवेश किया था। यह त्योहार पूरे भारत के अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नाम से जाना जाता है और अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। मकर संक्रांति का त्यौहार वर्ष 2021 में जनवरी माह की 14 तारीख को मनाया जाता है। मकर संक्रांति के महत्व में यह कहा जाता है कि सूर्य देव की मकर राशि में प्रवेश करना बहुत ही लाभदायक होता है। मकर संक्रांति का त्यौहार जिसे अलग अलग राज्य में खिचड़ी, पोंगल लड्डू, तिल आदि त्योहार के नाम से भी जाना जाता है। मकर संक्रांति का त्यौहार भारतीय लोगों में सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश, बिहार के लोगों द्वारा मनाया जाता है जहां इस त्यौहार को खिचड़ी के नाम से जाना जाता है। खिचड़ी के त्यौहार के दिन लोग खिचड़ी को भगवान को चढ़ाने और बांटने के साथ-साथ खुद खाने में आनंद महसूस करते हैं। खिचड़ी के त्यौहार के दिन बहुत सी जगह पर पतंगों का खेल भी खेला जाता है। छोटे-छोटे बच्चों से लेकर बड़े-बड़े नौजवानों तक मकर संक्रांति के दिन पतंगों का उड़ाना व पतंगों का आनंद लेना पसंद करते हैं। चलिए, मकर संक्रांति पर कुछ ऐसे पंक्तियों के बारे में बात करते हैं जिन्हें पढ़कर आपका मन मकर संक्रांति के त्यौहार के लिए आप को तैयार कर देगा। मकर संक्रांति के बारे में नि...

मकर संक्रांति 2023

मकर संक्रांति का महत्त्व | Importance of Makar Sankranti in Hindi मकर संक्रांति - ‘तिल गुड़ घ्या, अणि गोड़ गोड़ बोला’ मकर संक्रांति का महत्त्व सूर्य के उत्तरायण हो जाने के कारण है। शीत काल जब समाप्त होने लगता है तो सूर्य मकर रेखा का संक्रमण करते (काटते) हुए उत्तर दिशा की ओर अभिमुख हो जाता है, इसे ही उत्तरायण कहा जाता है। एक फसल काटने के बाद इस दौरान दूसरे फसल के लिए बीज बोया जाता है। एक वर्ष में कुल 12 संक्रांतियां आती हैं। इनमे से मकर संक्रांति का महत्त्व सर्वाधिक है, क्योंकि यहीं से उत्तरायण पुण्य काल (पवित्र/शुभ काल) आरम्भ होता है। उत्तरायण को देवताओं के काल के रूप में पूजा जाता है। वैसे तो इस सम्पूर्ण काल को ही पवित्र माना जाता है, परन्तु इस अवधि का महत्त्व कुछ ज्यादा है। इसी के बाद से सभी त्यौहार आरम्भ होते हैं। महत्व और क्यों मकर संक्रांति मनाई जाती है | Significance and why Makar Sankranti is celebrated in Hindi मकर संक्रांति संदेश - श्री श्री रवि शंकर मकर संक्रांति, पुणे एवं मेरा एक सम्बन्ध है। हर वर्ष इस समय आप लोग कुछ न कुछ ख़ास कर बैठते हैं और मुझे यहाँ बुला लेते हैं। इसलिए मैं फिर से कहूँगा, ‘तिल गुड़ घ्या, अणि गोड़ गोड़ बोला’। आज मैंने देखा कि तिल ऊपर से काला है और अन्दर से सफ़ेद। यदि ये बाहर से सफ़ेद और भीतर से काला होता तब बात कुछ और होती। आज तिल और गुड़ मिल कर देश को ये सन्देश दे रहे हैं कि, भीतर से उज्जवल (शुद्ध) रहें। यदि हम तिल को थोडा रगड़ें तो यह बाहर से भी सफ़ेद हो जाता है। ब्रह्माण्ड या सृष्टि के परिप्रेक्ष्य में हम सभी तिल के ही सामान हैं। यदि हम देखें तो, ब्रह्मांड /सृष्टि में हमारा क्या महत्व है; जीवन क्या है? कुछ भी नहीं, तिल के सामान; एक कण जैसा ! हम सभी अत...

मकर संक्रांति 2023

मकर संक्रांति हिंदू धर्म का एक प्रमुख पर्व है। यह तब मनाया जाता है जब पौष माह में सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है। मकर संक्रांति एक ऐसा त्योहार है, जिसे भारत तथा नेपाल में काफी धूम-धाम के साथ मनाया जाता है। मकर संक्रांति को उत्तराखंड तथा गुजरात के कुछ क्षेत्रों में उत्तरायण के नाम से भी जाना जाता है। ऐसी मान्यता है कि मकर संक्रांति के पर्व पर किये गये दान कार्यों द्वारा अन्य दिनों के अपेक्षा सौ गुना अधिक पुण्य प्राप्त होता। इसके साथ ही मकर संक्रांति का यह त्योहार भारत भर में पतंजबाजी के लिए भी काफी प्रसिद्ध है। मकर संक्रांति 2023 वर्ष 2023 में मकर संक्रांति का त्योहार 15 जनवरी, रविवार के दिन मनाया गया। मकर संक्रांति क्यों मनाया जाता है? मकर संक्रांति के पर्व को लेकर कई सारी मान्यताएं प्रचलित हैं, लेकिन इस विषय की जो सबसे प्रचलित मान्यता है, वह यह है कि हिंदू धर्म के अनुसार जब सूर्य एक राशि से दूसरे राशि में प्रवेश करता है, तो उसे संक्रांति कहा जाता है और इन राशियों की संख्या कुल मिलाकर बारह हैं लेकिन इनमें मेष, मकर, कर्क, तुला जैसी चार राशियां सबसे प्रमुख हैं और जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है तो मकर संक्रांति का यह विशेष पर्व मनाया जाता है। इस दिन को हिंदू धर्म में काफी पुण्यदायी माना गया है और मान्यता है कि इस दिन किया जाने वाला दान अन्य दिनों के अपेक्षा कई गुना अधिक फलदायी होता है। इसके साथ ही यदि मकर संक्रांति के इस पर्व को समान्य परिपेक्ष्य में देखा जाये तो इसे मानने का एक और भी कारण है क्योंकि यह वह समय होता है, जब भारत में खरीफ (शीत श्रृतु) के फसलों की कटाई की जाती है और क्योंकि भारत एक कृषि प्रधान देश है इसलिए यह फसलें किसानों के आय तथा जीवनयापन का एक प्रमुख...

मकर संक्रांति के बारे में 13 बड़ी बातें, पर्व मनाने से पहले जानिए यहां....

1. मकर संक्रांति का अर्थ : मकर संक्रांति में 'मकर' शब्द मकर राशि को इंगित करता है जबकि 'संक्रांति' का अर्थ संक्रमण अर्थात प्रवेश करना है। मकर संक्रांति के दिन सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है। एक राशि को छोड़कर दूसरे में प्रवेश करने की इस विस्थापन क्रिया को संक्रांति कहते हैं। चूंकि सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है इसलिए इस समय को 'मकर संक्रांति' कहा जाता है। 2. वर्ष में होती है 12 संक्रांतियां : पृथ्वी साढ़े 23 डिग्री अक्ष पर झुकी हुई सूर्य की परिक्रमा करती है तब वर्ष में 4 स्थितियां ऐसी होती हैं, जब सूर्य की सीधी किरणें 21 मार्च और 23 सितंबर को विषुवत रेखा, 21 जून को कर्क रेखा और 22 दिसंबर को मकर रेखा पर पड़ती है। वास्तव में चन्द्रमा के पथ को 27 नक्षत्रों में बांटा गया है जबकि सूर्य के पथ को 12 राशियों में बांटा गया है। भारतीय ज्योतिष में इन 4 स्थितियों को 12 संक्रांतियों में बांटा गया 3. इस दिन से सूर्य होता है उत्तरायन : चन्द्र के आधार पर माह के 2 भाग हैं- कृष्ण और शुक्ल पक्ष। इसी तरह सूर्य के आधार पर वर्ष के 2 भाग हैं- उत्तरायन और दक्षिणायन। इस दिन से सूर्य उत्तरायन हो जाता है। उत्तरायन अर्थात इस समय से धरती का उत्तरी गोलार्द्ध सूर्य की ओर मुड़ जाता है, तो उत्तर ही से सूर्य निकलने लगता है। इसे सोम्यायन भी कहते हैं। 6 माह सूर्य उत्तरायन रहता है और 6 माह दक्षिणायन। मकर संक्रांति से लेकर कर्क संक्रांति के बीच के 6 मास के समयांतराल को उत्तरायन कहते हैं। भगवान श्रीकृष्ण ने भी उत्तरायन का महत्व बताते हुए गीता में कहा है कि उत्तरायन के 6 मास के शुभ काल में जब सूर्यदेव उत्तरायन होते हैं और पृथ्वी प्रकाशमय रहती है, तो इस प्रकाश में शरीर का परित्याग करने से व्यक्ति ...

10 Lines On Makar Sankranti Festival In Hindi And English Language

Table of Contents • • • • 10 Lines On Makar Sankranti Festival In Hindi • मकर सक्रांति भारत में मनाया जाने वाला एक धार्मिक त्यौहार है और यह हर वर्ष एक निश्चित तिथि पर ही आता है। • अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 14 या 15 जनवरी में से किसी एक संभावित तिथि को यह त्यौहार होता है। • हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में मकर सक्रांति त्यौहार को एक दिन पहले लोहड़ी त्योहार के रूप में मनाते हैं। • हिंदू मान्यता के अनुसार मकर सक्रांति के दिन से ही खरमास खत्म हो जाता है और शुभ कार्य संपन्न होने शुरू हो जाते है। • धर्म शास्त्रों के मुताबिक मकर सक्रांति के पुण्य दिन पर दान, जप तथा धार्मिक अनुष्ठानों का अत्यंत धार्मिक महत्व है। • मकर सक्रांति के दिन श्रद्धालु तिल, मूंग की दाल और खिचड़ी इत्यादि का आहार में सेवन करते हैं। • मकर सक्रांति के पर्व पर तिल का खास महत्व होता है और इस त्योहार में तिल खाना या बांटना शुभ माना गया है। • पौराणिक कथा के अनुसार मकर सक्रांति वाले दिन भगवान सूर्य, पुत्र शनि से मिलने के लिए उनके घर में जाते है। • मकर संक्रांति का त्यौहार धार्मिक लिहाज के साथ ही खाने पीने के लिए भी लोगो को प्रिय लगता है। • मकर संक्रांति त्यौहार के कई भौगोलिक पहलू भी है, मकर सक्रांति से दिन अधिक बड़े और रातें छोटी होनी शुरू होने लगती है। 5 Lines On Makar Sankranti Festival In Hindi • मकर सक्रांति पर्व के महत्व का वर्णन हमारे प्राचीन वेदों में भी कई जगह किया गया है। • मकर सक्रांति वाले दिन गंगा स्नान करने का विशेष महत्व है। • उत्तर प्रदेश में के पूर्वी प्रांत में मकर संक्रांति को दान पर्व और खिचड़ी के नाम से जाना जाता है। • महाराष्ट्र में नव विवाहित महिलाएं अपनी पहली मकर सक्रांति को तिल के तेल, क...