मकर संक्रांति पर्व कब है

  1. मकर संक्रांति क्यों और कब मनाया जाता है
  2. In 2022 When Is Makar Sankranti In 2022 Know Panchang Tithi Date And Auspicious Time


Download: मकर संक्रांति पर्व कब है
Size: 21.14 MB

मकर संक्रांति क्यों और कब मनाया जाता है

पौष मास में जब सूर्य धनु राशि को छोड़कर मकर राशि मे प्रवेश करता है, तब मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है| क्योंकि इस महीने में सूर्य धनु राशि से मकर राशि मे प्रवेश करता है, इसलिए इसे मकर संक्रांति का पर्व का कहा जाता है, मकर संक्रांति एकमात्र ऐसा त्यौहार है, जो भारत के हर राज्य मे मनाया जाता है| लेकिन सभी राज्यों में मकर संक्रांति को अलग-अलग नामों से जाना जाता है और अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है| मकर संक्रांति क्यों मनाया जाता है | Makar Sankranti kyo manaya jaata hai? दरअसल, वैज्ञानिक और धार्मिक दृष्टि से मकर संक्रांति का अपना अलग-अलग महत्व है, वैज्ञानिक दृष्टि से सूर्य की स्थिति बदलने पर इस पर्व को मनाया जाता है, लेकिन धार्मिक दृष्टि से हिंदू धर्म और सनातन धर्म में इसे सूर्य देव की आराधना करने के समान माना गया है. ऐसा कहा जाता है कि, संक्रांति के दिन से ही भगवान सूर्य अपनी गति और उसमें तिल तिल कर आगे बढ़ाते हैं इसलिए इस पर्व में तिल का अपना अलग ही महत्व है, इस पर्व में अन्य और तिल दान करने का महत्व है, कहा जाता है कि मकर संक्रांति के दिन दान करने से कई गुना ज्यादा पुण्य मिलता है| मकर संक्रांति को भारत के अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है, और अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है, इस पर्व को गुजरात में उत्तरायण पर्व के नाम से जानते हैं, लेकिन बिहार झारखंड और राजस्थान में मकर संक्रांति को सकरात के नाम से जाना जाता है. वही, तमिलनाडु में इसे पोंगल के नाम से तथा आंध्र प्रदेश कर्नाटक और केरल में इसे केवल संक्रांति के नाम से जाना जाता है. इसके अलावा भारत के अलग-अलग राज्यों में मकर संक्रांति को अलग-अलग नामों से जाना जाता है जैसे भारत के राज्य अलग-अलग नाम भोगाली बिह...

In 2022 When Is Makar Sankranti In 2022 Know Panchang Tithi Date And Auspicious Time

Makar Sankranti 2022 Date : सूर्य जब मकर राशि में प्रवेश करते हैं तो इसे हिंदू धर्म में मकर संक्रांति के नाम से जाना जाता है. मकर संक्रांति के पर्व को देश के अलग-अलग हिस्से में अलग- अलग नामों से जाना जाता है. मकर संक्रांति को पंजाब में लोहड़ी, उत्तराखंड में उतरायणी, गुजरात में उत्तरायण, केरल में पोंगल कहा जाता है. इसके साथ ही कहीं कहीं इसे खिचड़ी का पर्व भी कहा जाता है. 2022 में मकर संक्रांति कब है? पंचांग के अनुसार वर्ष 2022 में मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी 2022, शुक्रवार को पौष मास की शुक्ल पक्ष की द्वादशी की तिथि को मनाया जाएगा. सूर्य का मकर राशि में गोचर 14 जनवरी 2022 को सूर्य धनु राशि से निकल कर मकर राशि में गोचर करेंगे. सूर्य जब एक राशि से दूसरी राशि में जाते हैं तो इस प्रक्रिया को संक्रांति कहा जाता है. मकर संक्रांति को सभी संक्रांति में अति महत्वपूर्ण माना गया है. मकर संक्राति 2022- शुभ मुहूर्त मकर संक्राति पुण्य काल - दोपहर 02:43 से शाम 05:45 तक अवधि - 03 घण्टे 02 मिनट मकर संक्राति महा पुण्य काल - दोपहर 02:43 से रात्रि 04:28 तक अवधि - 01 घण्टा 45 मिनट मकर संक्रांति का महत्व हिंदू धर्म में मकर संक्रांति के पर्व को महत्वपूर्ण माना गया है. इस दिन पवित्र नदी में स्नान और दान का विशेष पुण्य बताया गया है. मकर संक्रांति पर सूर्य देव उत्तरायण होते है. मान्यता के अनुसार इस दिन से ही ऋतु में परिवर्तन आरंभ हो जाता है. मकर संक्रांति से सर्दी में कमी आने लगती है यानि शरद ऋतु के जाने का समय आरंभ हो जाता है और बसंत ऋतु का आगमन शुरू हो जाता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मकर संक्रांति के बाद से ही दिन लंबे रातें छोटी होने लगती हैं. पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन भगवान आशुतोष ने ...