मकर sankranti 2023

  1. Mithun Sankranti 2023: कल है मिथुन संक्रांति, रा​शि अनुसार करें दान और उपाय, क​रियर में होगी उन्नति, धन, धान्य, यश
  2. Makar Sankranti 2023: 14 or 15 when to celebrate Uttarayana? Know Shubh Muhurat & Important beliefs
  3. Makar Sankranti 2023 : मकर संक्रांत 14 की 15 कधी साजरा करणार? जाणून घ्या तारीख, शुभ मुहूर्त आणि विधी
  4. Makar Sankranti 2023 Date Time Khichdi Kis Din Hai 14 Jan Or 15 January Know Sankranti Exact Date
  5. Makar Sankranti Significance: क्यों मनाया जाता है हर साल मकर संक्रांति, क्या है इसका महत्व और शुभ मुहुर्त
  6. Makar Sankranti 2023 Date Muhurat Puja Know When Will Celebrated Makar Sankranti On 14 Or 15 January
  7. Makar Sankranti 2023 Date Time Khichdi Kis Din Hai 14 Jan Or 15 January Know Sankranti Exact Date
  8. Makar Sankranti 2023 : मकर संक्रांत 14 की 15 कधी साजरा करणार? जाणून घ्या तारीख, शुभ मुहूर्त आणि विधी
  9. Mithun Sankranti 2023: कल है मिथुन संक्रांति, रा​शि अनुसार करें दान और उपाय, क​रियर में होगी उन्नति, धन, धान्य, यश
  10. Makar Sankranti Significance: क्यों मनाया जाता है हर साल मकर संक्रांति, क्या है इसका महत्व और शुभ मुहुर्त


Download: मकर sankranti 2023
Size: 28.2 MB

Mithun Sankranti 2023: कल है मिथुन संक्रांति, रा​शि अनुसार करें दान और उपाय, क​रियर में होगी उन्नति, धन, धान्य, यश

सूर्य जिस समय किसी राशि में प्रवेश करता है, उस समय संक्रांति होती है. इस दिन सूर्य देव की पूजा के बाद उनसे संबंधित वस्तुओं का दान करना चाहिए. सूर्य की मिथुन संक्रांति 15 जून गुरुवार को है. मिथुन संक्रांति शाम को 06 बजकर 29 मिनट पर होगी क्योंकि उस समय ही सूर्य का प्रवेश मिथुन राशि में होगा. सूर्य जिस समय किसी राशि में प्रवेश करता है, उस समय संक्रांति होती है. मिथुन संक्रांति के दिन पवित्र नदियों में स्नान करते हैं, उसके बाद दान करते हैं. दान करने से भाग्य मजबूत होता है, करियर में उन्नति होती है, धन, धान्य, यश और कीर्ति में वृद्धि होती है. सूर्य के मजबूत होने से यह सब संभव होता है. इस दिन सूर्य की वस्तुओं का दान करना चाहिए, जिसमें गेहूं, लाल या नारंगी कपड़े, गुड़, लाल फूल आदि शामिल हैं. केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र से जानते हैं मिथुन संक्रांति पर राशि अनुसार दान करने वाली वस्तुएं. मिथुन संक्रांति पर राशि अनुसार दान मेष: संक्रांति के दिन स्नान के बाद आपकी राशि के जातकों को लाल वस्त्र, लाल फूल, मसूर दाल, तांबा आदि का दान करना चाहिए क्योंकि आपका राशि स्वामी मंगल है. वृषभ: मिथुन संक्रांति पर आप दूध, सफेद कपड़े, चावल, चांदी आदि का दान कर सकते हैं. आपकी राशि के स्वामी शुक्र हैं. यह भी पढ़ें: 17 जून से शनि-राहु-केतु चलेंगे उल्टी चाल, 4 राशिवालों की बढ़ेंगी मुश्किलें, आप पर क्या होंगे प्रभाव मिथुन: आपकी राशि में ही सूर्य की संक्रांति है. आपकी राशि का स्वामी बुध है. ऐसे में आप हरे कपड़े, हरी सब्जियां, हरी मूंग का दान कर सकते है. गाय को हरा चारा खिला सकते हैं. कर्क: आपको संक्रांति वाले दिन सफेद वस्त्र, चावल, शक्कर, चांदी, दूध आदि का दान करना चाहि...

Makar Sankranti 2023: 14 or 15 when to celebrate Uttarayana? Know Shubh Muhurat & Important beliefs

Makar Sankranti 2023: 14 or 15 when to celebrate Uttarayana? Know Shubh Muhurat & Important beliefs Makar Sankranti 2023: Also known as Uttarayana, Makar Sankranti is said to be very important in Hindu mythology. According to Acharya Indu Prakash, bathing in the River Ganges is very auspicious on this day. Image Source : FREEPIK Makar Sankranti 2023: Find out when to celebrate Uttarayana Makar Sankranti 2023: Makar Sankranti is one of the most important festivals of Hindus. The festival is celebrated when the Sun enters Capricorn in the month of Pausha. Makar Sankranti is also known as Khichdi. Urad dal and rice are donated on this day. Along with this, donating sesame seeds, chidwa, gold, woolen clothes, blankets is considered auspicious. It is also associated to be kite flying festive and is called Uttarayana in Gujarat. According to Acharya Indu Prakash, on the day of Makar Sankranti, there is great importance of bathing and donating at the pilgrimage sites. Bathing in the river Ganga has special significance on this day. By doing this, the person's health remains good and there is no shortage of money. 14 or 15 When will Makar Sankranti be celebrated? On January 14, after leaving Sagittarius, the Sun will enter Capricorn at 8.44 pm and will continue to transit in Capricorn till 9.40 am on February 13. After that, it will enter Aquarius. Because Sun is entering Capricorn on January 14, 2023, Kharmas or Dhanurmas will also end as soon as Sun enters Capricorn. Therefore, ...

Makar Sankranti 2023 : मकर संक्रांत 14 की 15 कधी साजरा करणार? जाणून घ्या तारीख, शुभ मुहूर्त आणि विधी

Makar Sankranti Shubh Muhurat 2023 : मकर संक्रात...महिलांपासून मुलांपर्यंत सगळ्यांचा आवडीचा सण. नववधूसाठी तर हा सण खास. कारण महाराष्ट्रात नववधूला हलव्याचे दागिनी घालून तिला सजवलं जातं. लहान मुलांची लूट केली जाते. त्यालाच बोरन्हाण असंही म्हटलं जातं. तर लहान मुलांपासून मोठ्यापर्यंत पंतग उडविण्यासाठी रस्सीखेच सुरु असते. पण अनेकांना हा प्रश्न पडला आहे की, हा सण कधी साजरा करायचा. कारण 14 जानेवारी म्हणजे शनिवारी उद्या संध्याकाळी सूर्य मकर राशीत येतं आहे. त्यामुळे हा सण 14 की 15 जानेवारी नेमका कधी साजरा करायचा. तर आज आम्ही तुम्हाला सांगणार आहोत की, योग्य तारीख, शुभ मुहूर्त आणि पूजा विधी आणि उपाय. (When is Makar Sankranti on 14th or 15th January makar sankranti 2023 date Shubh Muhurt pooja vidhi and upay marathi news) मकर संक्रांत 14 की 15 जानेवारी कधी साजरी करणार? (Makar Sankranti 2023 Date) तुम्हाला माहिती आहे, सूर्य जेव्हा धनु राशीतून मकर राशीत प्रवेश करतो त्या संक्रमणाला मकर संक्रांती असं म्हटलं जातं. 14 जानेवारी म्हणजे शनिवारी उद्या संध्याकाळी सूर्य मकर राशीत येतं आहे. दरवर्षी मकर संक्राती हा सण 14 जानेवारीला साजरा केला जातो. पण 2023 मध्ये मकर संक्रांती 15 जानेवारीला साजरी होणार आहे. जाणून घेऊया मकर संक्रांतीच्या शुभ मुहूर्त. मकर संक्रांतीचा शुभ मुहूर्त (Makar Sankranti 2023 Shubh Muhurat ) 14 जानेवारी रोजी रात्री 8.21 वाजता सूर्य मकर राशीत प्रवेश करेल आणि 15 जानेवारी 2023 रोजी उदय तिथीनुसार मकर संक्रांती साजरी केली जाईल. मकर संक्रांती पुण्य काल मुहूर्त: 7 वाजून 15 मिनिटे ते 12 वाजून 30 मिनिटांपर्यंत एकूण कालावधी: 5 तास 14 मिनिटं महापुण्य काल मुहूर्त: 7 वाजून 15 मिनिटं ते 9 व...

Makar Sankranti 2023 Date Time Khichdi Kis Din Hai 14 Jan Or 15 January Know Sankranti Exact Date

Makar Sankranti 2023 Date: सालभर में 12 संक्रांति मनाई जाती है. इन सभी में मकर संक्रांति का विशेष महत्व है. सूर्य जब अपने पुत्र शनि की राशि मकर में प्रवेश करते हैं तो उस दिन मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाता है. इस पर्व को पोंगल (Pongal), उत्तरायण (Uttrayan), खिचड़ी (Khichdi) नाम से भी जाना जाता है. इस दिन स्नान, दान, सूर्य देव की खास पूजा का विधान है. इस साल संक्रांति की डेट को लेकर लोगों में कंफ्यूजन बना हुआ है. आइए जानते हैं मकर संक्रांति की सही तारीख और मुहूर्त. 14 या 15 मकर संक्रांति कब ? (14 or 15 January Makar Sankranti exact date) पंचांग के अनुसार इस साल सूर्य 14 जनवरी 2023 को रात 08 बजकर 57 मिनट पर धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे लेकिन विद्वानों के अनुसार मकर संक्रांति का त्योहार हिंदू धर्म में उदयातिथि से मनाया जाता है. ऐसे में उदयातिथि के अनुसार मकर संक्रांति 15 जनवरी 2023 को है. मकर संक्रान्ति पुण्य काल - सुबह 07:17- शाम 05:55 पी एम (15 जनवरी 2023) अवधि - 10 घण्टे 38 मिनट्स मकर संक्रान्ति महा पुण्य काल - सुबह 07:17 - सुबह 09:04 (15 जनवरी 2023) अवधि - 01 घण्टा 46 मिनट्स क्यों मनाई जाती हैं मकर संक्रांति ? (Why we celebrate Makar Sankranti) • मकर संक्रांति पर खरमास की समाप्ति हो जाती है. इस दिन से दोबारा मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं. इस त्योहार के बाद से सूर्य धीरे-धीरे दक्षिण से उत्तर की ओर भ्रमण करते हैं. उत्तरायण में दिन बड़े और रातें छोटी होती जाती हैं. • धार्मिक मान्यता है कि मकर संक्रांति के दिन ही मां गंगा ने राजा सगर के 60 हजार पुत्रों को मोक्ष प्रदान किया था. यही कारण है कि इस पर्व पर गंगा स्नान बहुत महत्व रखता है. • वहीं कहते हैं कि इस ...

Makar Sankranti Significance: क्यों मनाया जाता है हर साल मकर संक्रांति, क्या है इसका महत्व और शुभ मुहुर्त

Makar Sankranti Festival 2023, History & Significance: भगवान सूर्य को समर्पित मकर संक्रांति का त्योहार पूरे भारत में मनाया जाता है, हिंदू मान्यता के अनुसार यह एक फसल उत्सव है और इसे देश के अलग-अलग हिस्सो में कई नाम से जाना जाता है. यह मौसमी और धार्मिक त्योहार सूर्य की दिशा में परिवर्तन का प्रतीक है. दरअसल इस शुभ दिन से भगवान सूर्य उत्तर दिशा की ओर गमन करते हैं जिससे धीरे-धीरे दिन लंबी होती रहती है और रात छोटी होती जाती है. हिन्दू मान्यता के अनुसार सूर्य देवता मकर राशि में प्रवेश करके मिथुन राशि की ओर बढ़ने लगते हैं. जिस कारण मौसम धीरे-धीरे बदलने लगता है और ठंड का असर कम होने लगता है. Makar Sankranti 2023: मकर संक्रांति का महत्व और अलग हिस्सो में इस पर्व का नाम मकर संक्रांति का पर्व नए मौसम की शुरुआत का प्रतीक है. इस शुभ पर्व के बाद से सर्दी के मौसम का अंत और धीरे-धीरे दिन के समय में वृद्धि और रात के समय में कमी देखने को मिलती है. सूर्य के उत्तर दिशा की ओर गमन को उत्तरायण कहा जाता है. माना जाता है कि यह मंगल समय होता है. हिंदू परंपरा में श्रद्धा रखने वाले लोग मकर संक्रांति को शुभ अवसर मानते है और वे इस त्योहार को सौभाग्य और समृद्धि के रूप में मनाते हैं. यह त्योहार सूरज देवता को समर्पित है. इसमें लोग भगवान सूर्य का तहे दिल से सम्मान करते हैं. मकर संक्रांति को असम में बिहू, तमिलनाडु में पोंगल और हरियाणा में सक्रत के रूप में मनाया जाता है. इंटरनेशनल लेवल पर भी मकर संक्रांति पर्व को मनाया जाता है. नेपाल में इसे माघ संक्रांति, थाईलैंड में सोंगक्रान और म्यांमार में थिंग्यान के रूप में मनाया जाता है. Makar Sankranti 2023: मकर संक्रांति का शुभ मुहुर्त इस बार Makar Sankranti 2023: ऐ...

Makar Sankranti 2023 Date Muhurat Puja Know When Will Celebrated Makar Sankranti On 14 Or 15 January

Makar Sankranti 2023 Date 14 or 15 January: पंचांग के अनुसार मकर संक्रांति का पर्व पौष मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को मनाया जाता है. मकर संक्रांति हिंदू धर्म का प्रमुख त्योहार है. इसे देशभर में अलग-अलग नामों के साथ मनाया जाता है. मकर संक्रांति को लोहड़ा, उत्तरायण, खिचड़ी, टहरी, पोंगल आदि जैसे नामों से भी जाना जाता है. इस दिन स्नान, दान पूजा-पाठ और तिल खाने की परंपरा है. मकर संक्रांति के दिन ही ग्रहों के राजा सूर्य धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं. वैसे तो मकर संक्रांति का पर्व प्रत्येक वर्ष 14 जनवरी के दिन ही मनाया जाता है. लेकिन 2023 में मकर संक्रांति के डेट को लेकर लोगों के बीच असमंजस की स्थिति है. कुछ विद्वानों का मत है कि 2023 में मकर संक्रांति 14 जनवरी को होगी तो वहीं कुछ का कहना है कि मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी. जानते हैं साल 2023 में क्या है मकर संक्रांति की सही तिथि. मकर संक्रांति तिथि व शुभ मुहूर्त (Makar Sankranti 2023 Date Shubh Muhurat) पंचांग के अनुसार, मकर संक्रांति के दिन करें ये कार्य • मकर संक्रांति के दिन पानी में तिल और गंगाजल मिलाकर स्नान करना चाहिए. इससे कुंडली में ग्रह-दोष दूर होते हैं. • मकर संक्रांति के दिन काला तिल, गुड़, लाल चंदन, लाल फूल और अक्षत मिश्रित जल से सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए. • मकर संक्रांति के दिन दान-पुण्य करने का भी विशेष महत्व है. इस दिन गरीबों को दान दें. • मकर संक्रांति के दिन गुड़ और तिल मिठाई खाने के साथ ही खिचड़ी बनाने और खाने की परंपरा है. ये भी पढ़ें:

Makar Sankranti 2023 Date Time Khichdi Kis Din Hai 14 Jan Or 15 January Know Sankranti Exact Date

Makar Sankranti 2023 Date: सालभर में 12 संक्रांति मनाई जाती है. इन सभी में मकर संक्रांति का विशेष महत्व है. सूर्य जब अपने पुत्र शनि की राशि मकर में प्रवेश करते हैं तो उस दिन मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाता है. इस पर्व को पोंगल (Pongal), उत्तरायण (Uttrayan), खिचड़ी (Khichdi) नाम से भी जाना जाता है. इस दिन स्नान, दान, सूर्य देव की खास पूजा का विधान है. इस साल संक्रांति की डेट को लेकर लोगों में कंफ्यूजन बना हुआ है. आइए जानते हैं मकर संक्रांति की सही तारीख और मुहूर्त. 14 या 15 मकर संक्रांति कब ? (14 or 15 January Makar Sankranti exact date) पंचांग के अनुसार इस साल सूर्य 14 जनवरी 2023 को रात 08 बजकर 57 मिनट पर धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे लेकिन विद्वानों के अनुसार मकर संक्रांति का त्योहार हिंदू धर्म में उदयातिथि से मनाया जाता है. ऐसे में उदयातिथि के अनुसार मकर संक्रांति 15 जनवरी 2023 को है. मकर संक्रान्ति पुण्य काल - सुबह 07:17- शाम 05:55 पी एम (15 जनवरी 2023) अवधि - 10 घण्टे 38 मिनट्स मकर संक्रान्ति महा पुण्य काल - सुबह 07:17 - सुबह 09:04 (15 जनवरी 2023) अवधि - 01 घण्टा 46 मिनट्स क्यों मनाई जाती हैं मकर संक्रांति ? (Why we celebrate Makar Sankranti) • मकर संक्रांति पर खरमास की समाप्ति हो जाती है. इस दिन से दोबारा मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं. इस त्योहार के बाद से सूर्य धीरे-धीरे दक्षिण से उत्तर की ओर भ्रमण करते हैं. उत्तरायण में दिन बड़े और रातें छोटी होती जाती हैं. • धार्मिक मान्यता है कि मकर संक्रांति के दिन ही मां गंगा ने राजा सगर के 60 हजार पुत्रों को मोक्ष प्रदान किया था. यही कारण है कि इस पर्व पर गंगा स्नान बहुत महत्व रखता है. • वहीं कहते हैं कि इस ...

Makar Sankranti 2023 : मकर संक्रांत 14 की 15 कधी साजरा करणार? जाणून घ्या तारीख, शुभ मुहूर्त आणि विधी

Makar Sankranti Shubh Muhurat 2023 : मकर संक्रात...महिलांपासून मुलांपर्यंत सगळ्यांचा आवडीचा सण. नववधूसाठी तर हा सण खास. कारण महाराष्ट्रात नववधूला हलव्याचे दागिनी घालून तिला सजवलं जातं. लहान मुलांची लूट केली जाते. त्यालाच बोरन्हाण असंही म्हटलं जातं. तर लहान मुलांपासून मोठ्यापर्यंत पंतग उडविण्यासाठी रस्सीखेच सुरु असते. पण अनेकांना हा प्रश्न पडला आहे की, हा सण कधी साजरा करायचा. कारण 14 जानेवारी म्हणजे शनिवारी उद्या संध्याकाळी सूर्य मकर राशीत येतं आहे. त्यामुळे हा सण 14 की 15 जानेवारी नेमका कधी साजरा करायचा. तर आज आम्ही तुम्हाला सांगणार आहोत की, योग्य तारीख, शुभ मुहूर्त आणि पूजा विधी आणि उपाय. (When is Makar Sankranti on 14th or 15th January makar sankranti 2023 date Shubh Muhurt pooja vidhi and upay marathi news) मकर संक्रांत 14 की 15 जानेवारी कधी साजरी करणार? (Makar Sankranti 2023 Date) तुम्हाला माहिती आहे, सूर्य जेव्हा धनु राशीतून मकर राशीत प्रवेश करतो त्या संक्रमणाला मकर संक्रांती असं म्हटलं जातं. 14 जानेवारी म्हणजे शनिवारी उद्या संध्याकाळी सूर्य मकर राशीत येतं आहे. दरवर्षी मकर संक्राती हा सण 14 जानेवारीला साजरा केला जातो. पण 2023 मध्ये मकर संक्रांती 15 जानेवारीला साजरी होणार आहे. जाणून घेऊया मकर संक्रांतीच्या शुभ मुहूर्त. मकर संक्रांतीचा शुभ मुहूर्त (Makar Sankranti 2023 Shubh Muhurat ) 14 जानेवारी रोजी रात्री 8.21 वाजता सूर्य मकर राशीत प्रवेश करेल आणि 15 जानेवारी 2023 रोजी उदय तिथीनुसार मकर संक्रांती साजरी केली जाईल. मकर संक्रांती पुण्य काल मुहूर्त: 7 वाजून 15 मिनिटे ते 12 वाजून 30 मिनिटांपर्यंत एकूण कालावधी: 5 तास 14 मिनिटं महापुण्य काल मुहूर्त: 7 वाजून 15 मिनिटं ते 9 व...

Mithun Sankranti 2023: कल है मिथुन संक्रांति, रा​शि अनुसार करें दान और उपाय, क​रियर में होगी उन्नति, धन, धान्य, यश

सूर्य जिस समय किसी राशि में प्रवेश करता है, उस समय संक्रांति होती है. इस दिन सूर्य देव की पूजा के बाद उनसे संबंधित वस्तुओं का दान करना चाहिए. सूर्य की मिथुन संक्रांति 15 जून गुरुवार को है. मिथुन संक्रांति शाम को 06 बजकर 29 मिनट पर होगी क्योंकि उस समय ही सूर्य का प्रवेश मिथुन राशि में होगा. सूर्य जिस समय किसी राशि में प्रवेश करता है, उस समय संक्रांति होती है. मिथुन संक्रांति के दिन पवित्र नदियों में स्नान करते हैं, उसके बाद दान करते हैं. दान करने से भाग्य मजबूत होता है, करियर में उन्नति होती है, धन, धान्य, यश और कीर्ति में वृद्धि होती है. सूर्य के मजबूत होने से यह सब संभव होता है. इस दिन सूर्य की वस्तुओं का दान करना चाहिए, जिसमें गेहूं, लाल या नारंगी कपड़े, गुड़, लाल फूल आदि शामिल हैं. केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र से जानते हैं मिथुन संक्रांति पर राशि अनुसार दान करने वाली वस्तुएं. मिथुन संक्रांति पर राशि अनुसार दान मेष: संक्रांति के दिन स्नान के बाद आपकी राशि के जातकों को लाल वस्त्र, लाल फूल, मसूर दाल, तांबा आदि का दान करना चाहिए क्योंकि आपका राशि स्वामी मंगल है. वृषभ: मिथुन संक्रांति पर आप दूध, सफेद कपड़े, चावल, चांदी आदि का दान कर सकते हैं. आपकी राशि के स्वामी शुक्र हैं. यह भी पढ़ें: 17 जून से शनि-राहु-केतु चलेंगे उल्टी चाल, 4 राशिवालों की बढ़ेंगी मुश्किलें, आप पर क्या होंगे प्रभाव मिथुन: आपकी राशि में ही सूर्य की संक्रांति है. आपकी राशि का स्वामी बुध है. ऐसे में आप हरे कपड़े, हरी सब्जियां, हरी मूंग का दान कर सकते है. गाय को हरा चारा खिला सकते हैं. कर्क: आपको संक्रांति वाले दिन सफेद वस्त्र, चावल, शक्कर, चांदी, दूध आदि का दान करना चाहि...

Makar Sankranti Significance: क्यों मनाया जाता है हर साल मकर संक्रांति, क्या है इसका महत्व और शुभ मुहुर्त

Makar Sankranti Festival 2023, History & Significance: भगवान सूर्य को समर्पित मकर संक्रांति का त्योहार पूरे भारत में मनाया जाता है, हिंदू मान्यता के अनुसार यह एक फसल उत्सव है और इसे देश के अलग-अलग हिस्सो में कई नाम से जाना जाता है. यह मौसमी और धार्मिक त्योहार सूर्य की दिशा में परिवर्तन का प्रतीक है. दरअसल इस शुभ दिन से भगवान सूर्य उत्तर दिशा की ओर गमन करते हैं जिससे धीरे-धीरे दिन लंबी होती रहती है और रात छोटी होती जाती है. हिन्दू मान्यता के अनुसार सूर्य देवता मकर राशि में प्रवेश करके मिथुन राशि की ओर बढ़ने लगते हैं. जिस कारण मौसम धीरे-धीरे बदलने लगता है और ठंड का असर कम होने लगता है. Makar Sankranti 2023: मकर संक्रांति का महत्व और अलग हिस्सो में इस पर्व का नाम मकर संक्रांति का पर्व नए मौसम की शुरुआत का प्रतीक है. इस शुभ पर्व के बाद से सर्दी के मौसम का अंत और धीरे-धीरे दिन के समय में वृद्धि और रात के समय में कमी देखने को मिलती है. सूर्य के उत्तर दिशा की ओर गमन को उत्तरायण कहा जाता है. माना जाता है कि यह मंगल समय होता है. हिंदू परंपरा में श्रद्धा रखने वाले लोग मकर संक्रांति को शुभ अवसर मानते है और वे इस त्योहार को सौभाग्य और समृद्धि के रूप में मनाते हैं. यह त्योहार सूरज देवता को समर्पित है. इसमें लोग भगवान सूर्य का तहे दिल से सम्मान करते हैं. मकर संक्रांति को असम में बिहू, तमिलनाडु में पोंगल और हरियाणा में सक्रत के रूप में मनाया जाता है. इंटरनेशनल लेवल पर भी मकर संक्रांति पर्व को मनाया जाता है. नेपाल में इसे माघ संक्रांति, थाईलैंड में सोंगक्रान और म्यांमार में थिंग्यान के रूप में मनाया जाता है. Makar Sankranti 2023: मकर संक्रांति का शुभ मुहुर्त इस बार Makar Sankranti 2023: ऐ...