मुकदमा

  1. मुकदमा किस भाषा का शब्द है?
  2. मुकदमा
  3. Bulandshahr rape case filed against 10 people of family one accused died 20 years ago
  4. Case filed for blackmailing by taking obscene photos
  5. 1884 का रखमाबाई मुकदमा क्या है?


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मुकदमा किस भाषा का शब्द है?

मुकदमा मूल रूप से किस भाषा का शब्द है? कोई भी भाषा समय के साथ साथ अन्य भाषा के शब्दों को अपना कर ही समृद्ध होती है और हिन्दी भी इसका अपवाद नहीं है। विदेशी भाषाओं से हिंदी में आये शब्दों को विदेशी शब्द कहा जाता है। इन विदेशी भाषाओं में मुख्यतः अरबी, फारसी, तुर्की, अंग्रेजी व पुर्तगाली शामिल हैं। इन भाषाओं के अनेकों शब्द हिन्दी भाषा में इस तरह से घुल मिल गए हैं कि उन्हें पहचानना कठिन है। जैसे कि यह बताना मुश्किल है कि – क्या मुकदमा विदेशी भाषा का शब्द है? या यह पहचानना कि मुकदमा कौन सी भाषा का शब्द है? Advertisement विदेशी शब्द मुकदमा का वाक्य प्रयोग – मुजरिम के ऊपर मुकदमा दायर किया गया। अंग्रेजी के शब्द – ब्रिटिश शासन के समय से भारत में आम बोलचाल की भाषा में अनेकों अंग्रेजी शब्द इस तरह घुल-मिल गए हैं कि उनकी हिन्दी खोजनी मुश्किल है। जैसे – कॉलेज (महाविद्यालय), पेंसिल (कलम), रेडियो (आकाशवाणी), टेलीविजन (दूरदर्शन), डॉक्टर (चिकित्सक), मशीन (यंत्र), सिगरेट (धूम्रपान शलाका), साइकिल (दुपहिया वाहन), स्टेशन (पड़ाव) आदि। फारसी के शब्द – भारत की भाषा का नाम ‘हिन्दी’ भी एक फारसी शब्द है। मुगल कल में शासन की भाषा रही फारसी के बहुत से शब्द हिन्दी के ही हो गए हैं जैसे – अनार (दाड़िम), चश्मा (चक्षु यंत्र), जमींदार (बड़े भू-भाग का कृषक), दुकान (सामान क्रय-विक्रय स्थल), नमक (लवण), नमूना (उदाहरण), बीमार (रोगी), आदमी (मानव), गंदगी (अपशिष्ट) Advertisement अरबी के शब्द – अरबी भाषा हिन्द-यूरोपीय परिवार की प्रमुख भाषा है और इस्लाम के भारत में आगमन के साथ यहाँ आई। इसके अनेकों शब्द थोड़े बदलाव के साथ हिन्दी में बोले जाते हैं जैसे – औलाद (संतान), अमीर (धनी), कत्ल (हत्या), कलम (लेखनी), कानून (विधि), रि...

मुकदमा

मुकदमा कानून में मुकदमा एक नागरिक-क्रिया है जो किसी न्यायालय के समक्ष की जाती है। इसमें अभ्यर्थी न्यायालय से विधिक उपचार या साम्या की याचना करता है। अभ्यर्थी की शिकायत पर एक या अधिक प्रतिवादी अपनी सफाई देते हैं। यदि अभ्यर्थी सफल होता है तो न्यायालय उसे उसके अधिकारों को लागू कराने, क्षतिपुर्ति दिलवाने आदि का आदेश देता है।... मुकदमा संज्ञा पुं० [अ० मुकद्दमह्]१. दो पक्षो के बीच का धन,अधिकार आदि से संबंध रखनेवाला कोई झगड़ा अथवा किसीअपराध (जुर्म) का मामला जो निबटारे या विचार के लियेन्यायालय में जाय । व्यवहार या अभियोग । जैसे,—वह वकीलजो मुकदमा हाथ में लेता है, वही जीतता है ।क्रि० प्र०—उठाना ।—खड़ा करना ।—चलना । चलाना ।—जीतना । हारना ।मुहा०=मुकदमा लड़ना=मुकदमें में अपने पक्ष में प्रयत्न करना ।२. धन का अधिकार आदि पाने के लिये अथवा किए हुए अपराधपर दंड दिलाने के लिये किसी के विरुद्ध न्यायालय में कारवाई ।दावा । नालिश ।क्रि० प्र०—दायर करना ।यौ०—मुकदमेबाजी ।३. किसी पुस्तक को प्रस्तावना । भूमिका । प्राक्कथन (को०) । ४.काम । कार्य (को०) ।

Bulandshahr rape case filed against 10 people of family one accused died 20 years ago

Bulandshahr rape case filed against 10 people of family one accused died 20 years ago | Bulandshahr: बुलंदशहर में 90 साल के बुजुर्ग पर रेप की FIR, पुलिस के सामने आई चौंका देने वाली कहानी | Hindi News, Uttar Pradesh Bulandshahr: बुलंदशहर में 90 साल के बुजुर्ग पर रेप की FIR, पुलिस के सामने आई चौंका देने वाली कहानी मोहित गोमत/बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां पुलिस ने रेप (Rape) के आरोप में दादा-परदादा से एक परिवार के दस लोगों पर रेप का मुकदमा दर्ज किया है. बुलंदशहर की आहार पुलिस ने रेप के एक मामले में मृतक पिता, उनके 90 साल के बेटे समेत परिवार के दस लोगों के खिलाफ रेप की धाराओं में एफआईआर दर्ज की है. थाना पुलिस की मनमजी के खिलाफ पीड़ित परिवार आज एसएसपी बुलंदशहर से मिला और न्याय की गुहार लगाई. एसएसपी ने न्याय का भरोसा दिया है. फिलहाल क्षेत्र में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है. आहार थाना क्षेत्र का मामला जानकारी के मुताबिक यह पूरा मामला आहार थाना क्षेत्र का है. यहां के एक गांव निवासी व्यक्ति ने एक ही परिवार के दस लोगों के खिलाफ रेप और मारपीट की धाराओं में केस दर्ज कराया है. बताया जा रहा है पिंटू नाम का व्यक्ति पीड़ित की बेटी को शादी का झांसा देकर दो वर्षों से शारीरिक शोषण कर रहा था. पीड़िता ने जब शादी करने की बात कही तो आरोपित पिंटू, उसके परिजन अजय, सोनू, महेश, राकेश, सुखपाल, थान सिंह और चार-पांच अन्य अज्ञात उसके घर में घुस आए और पीड़िता और उसके स्वजन के साथ मारपीट की. शोर-शराबा होने पर आरोपी हत्या की धमकी देकर भाग गए. Mirzapur: बारात में मोदी-योगी को लेकर छिड़ा विवाद, मीरजापुर में चालक ने दूल्हे के चाचा को उतारा मौत के घाट पीड़...

Case filed for blackmailing by taking obscene photos

अम्बेडकरनगर, जलालपुर। स्थानीय कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में लड़की का अश्लील फोटो खींचकर ब्लैकमेल करने की धमकी देने के मामले में पुलिस ने एक आरोपी के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर विवेचना शुरू की है। लड़की ने पुलिस को तहरीर देकर आरोप लगाया है कि अर्जुन यादव नाम का युवक उसकी अश्लील फोटो खींचकर वायरल करने की धमकी दे रहा है और ब्लैकमेल करने का प्रयास कर रहा है। कोतवाल संत कुमार सिंह ने बताया कि लड़की की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

1884 का रखमाबाई मुकदमा क्या है?

Explanation : रखमाबाई (Rukhmabai) का जन्म 22 नवंबर 1864 को जयंतीबाई और जनार्दन जी के यहां महाराष्ट्र में हुआ था। उस वक्त भारत में बालविवाह का प्रचलन था इसलिए उनकी शादी कम आयु (11 वर्ष) में कर दी गई थी। वह अपने माता-पिता के घर में रहकर पढ़ाई करती थीं, लेकिन उनके पति को यह पसंद नहीं था। रखमाबाई को यह नागवार गुजरा। उन्हें बिलकुल भी अच्छा नहीं लगा कि पढ़ने-लिखने की उम्र में उन्हें पति के साथ रहना पड़ रहा है। इसके अलावा रखमाबाई कम आयु में गर्भवती होने के खिलाफ थीं। इनके पति दादाजी भीकाजी ने इनके खिलाफ वैवाहिक अधिकार के लिए वर्ष 1884 में कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। यही मुकदमा भारत में शादी की आयु को तय करने का आधार बना। इस प्रकार वर्ष 1884 का रखमाबाई मुकदमा सहमति की आयु तथा दांपत्य अधिकारों के प्रत्यास्थापन पर केंद्रित था। रखमाबाई महिला अधिकारों को लेकर टाइम्स ऑफ इंडिया में 'द हिंदू लेडी' नाम के लेख भी लिखा करती थी।