नाभिकीय ऊर्जा का क्या महत्व है

  1. नाभिकीय उर्जा
  2. नाभिकीय ऊर्जा के लाभ क्या हैं?
  3. नाभिकीय ऊर्जा किसे कहते हैं इसका उपयोग क्या है? – ElegantAnswer.com


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नाभिकीय उर्जा

2012 में विश्व में असैनिक विद्युत उत्पादन की स्थिति (IEA, 2014) ██कोयला/पीट (40.4%) ██प्राकृतिक गैस (22.5%) ██जलविद्युत (16.2%) ██नाभिकीय विखण्डन (10.9%) ██तेल (5.0%) ██अन्य (5.0%) नियंत्रित नाभिकीय उर्जा या परमाणु उर्जा कहलाती है। दो प्रकार की नाभिकीय अभिक्रियाओं से नाभिकीय उर्जा प्राप्त हो सकती है - नाभिकीय उर्जा शब्दावली [ ] BWR -- उबलते पानी वाला रिएक्टर—वह एक CANDU -- एक कनाडाई डिजाइन का रिएक्टर जो अपरिष्कृत यूरेनियम का उपयोग करता है। इसमें भारी जल रिएक्टर -- भारी जल (D2O) में फास्ट रिएक्टर -- ये अत्यधिक समृद्ध ईंधन का उपयोग करते हैं; इसमें 'फास्ट न्यूट्रानों' (अधिक उर्जा वाले न्यूट्रानों) द्वारा FBR -- फास्ट ब्रीडर रिएक्टर—यह रिएक्टर जितना ईंधन खर्च करता है उससे अधिक पैदा (ब्रीड) करता है। इसमें 'फास्ट न्यूट्रानों' (अधिक उर्जा वाले न्यूट्रानों) द्वारा LWR -- लाइट वाटर रिएक्टर—यह मंदक (मॉडरेटर) एवं शीतलक (कूलैंट) के रूप में साधारण जल (H2O; D2O नहीं) का उपयोग करता है। मंदक (मॉडरेटर) -- यह अधिक उर्जा के न्यूट्रानों (तेज न्यूट्रान) का वेग कम कर देता है जिससे विखंडन क्रिया में वे अधिक उपयोगी हो जाते हैं और एनपीटी -- PWR -- दाबित जल रिएक्टर—यह शीतलक के लिये अधिक दाब पर जल का इस्तेमाल करता है। PBMR -- जो शीतलक के रूप में एक अर्ध या पूरी तरह से Pu-239 239 प्रोटॉन से युक्त मंद रिएक्टर -- जो तेज न्यूट्रॉनों को धीमा करने मंदक का इस्तेमाल करते हैं। मंद न्यूट्रॉन की U-235 के साथ टकराने की एवं नाभिकीय क्रिया करने की संभावना अधिक होती है। U-235 -- 235 प्रोटॉन वाला यूरेनियम का समस्थानिक U-238 -- 238 प्रोटॉन वाला यूरेनियम का समस्थानिक (आइसोटोप) असंवर्धित यूरेनियम—प्राकृतिक रूप से प्रा...

नाभिकीय ऊर्जा के लाभ क्या हैं?

हेलो दोस्तों इस प्रश्न में पूछा गया है नाभिकीय ऊर्जा के लाभ क्या क्या हैं तो हम देखते हैं नाभिकीय उर्जा को नाभिकीय ऊर्जा का उपयोग करके हम विद्युत निर्माण करते या नबी की रिएक्टर में यह प्रक्रिया संपन्न होती जिसमें बहुत ज्यादा मात्रा में हम ऊर्जा विद्युत ऊर्जा प्राप्त कर सकते हैं इसके मुख्य लाभ देखते हैं नाभिकीय ऊर्जा से हमें अति उच्च ऊर्जा का उत्पादन होता है जिसका प्रयोग हम बहुत सारे कार्यों में कर सकते हैं इसमें प्रदूषण भी कम होता है यह अपेक्षाकृत इसमें कम लागत होता है अट्ठारह स्टार्टिंग में ही जो हम जो प्लान बनाते हैं उसमें लागत ज्यादा लगता है उसके बाद जब गति पकड़ लेता है तो इसमें उत्पादन लागत है वह अपेक्षाकृत कम होता है यह एक स्थाई आधार होता है उर्जा का था जैसे सौर ऊर्जा हो गया पवन ऊर्जा एक निश्चित समय पर ही दिया ऊर्जा देता है मगर यह लगातार ऊर्जा दे सकता है

नाभिकीय ऊर्जा किसे कहते हैं इसका उपयोग क्या है? – ElegantAnswer.com

नाभिकीय ऊर्जा किसे कहते हैं इसका उपयोग क्या है? इसे सुनेंरोकेंपरमाणु ऊर्जा वह ऊर्जा है जिसे नियंत्रित (यानी, गैर-विस्फोटक) नाभिकीय अभिक्रिया से उत्पन्न किया जाता है। वर्तमान में विद्युत उत्पादन के लिए वाणिज्यिक संयंत्र नाभिकीय विखण्डन का उपयोग करते हैं। भारत का सबसे नया नाभिकीय ऊर्जा संयंत्र कौन सा है? इसे सुनेंरोकेंगुजरात में स्थित है काकरापार संयंत्र पूर्णत: भारत में निर्मित 700 मेगवाट वाले इस प्लांट का विकास और ऑपरेशन न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCIL) ने किया है। इस प्लांट में 220 मेगावाट के दो और स्टेशन KAPS-1 और KAPS-2 भी हैं। पहले प्लांट की शुरुआत 1993 और दूसरे की शुरुआत 1995 में हुई थी। नाभिकीय का अर्थ क्या है? इसे सुनेंरोकेंनाभिकीय संस्कृत [विशेषण] 1. नाभिक संबंधी ; नाभिक का 2. नाभिक से उत्पन्न। Nabhikiy Durghatna क्या होती है इसके बचाव के उपाय बताये? इसे सुनेंरोकेंनाभिकीय ऊर्जा : जब कोई भारी नाभिक दो या दो से अधिक हल्के नाभिको में टूटते है अर्थात नाभिकीय विखण्डन होता है या दो या दो से अधिक हल्के नाभिक मिलकर भारी नाभिक का निर्माण करते है अर्थात नाभिकीय संलयन होता है , दोनों ही प्रक्रियाओं के दौरान प्रचुर मात्रा में ऊर्जा प्राप्त होती है जिसे नाभिकीय ऊर्जा कहते है। पवन ऊर्जा क्या है इसके चार उपयोग बताइए? इसे सुनेंरोकेंबहती वायु से उत्पन्न की गई ऊर्जा को पवन ऊर्जा कहते हैं। वायु एक नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत है। पवन ऊर्जा बनाने के लिये हवादार जगहों पर पवन चक्कियों को लगाया जाता है, जिनके द्वारा वायु की गतिज ऊर्जा, यान्त्रिक उर्जा में परिवर्तित हो जाती है। इस यन्त्रिक ऊर्जा को जनित्र की मदद से विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जा सकता है। पवन ऊर्जा के उपयोग की क्या...