नारकोटिक्स ड्रग्स list

  1. Narcotics Control Bureau busted major drug trafficking network on Darknet 22 members arrested linked with united states uk poland
  2. Home, CBN
  3. स्वापक नियंत्रण ब्युरो
  4. एनडीपीएस (NDPS) एक्ट 1985 क्या है NARCOTIC DRUGS AND PSYCHOTROPIC SUBSTANCE ACT 1985 पूरी जानकारी
  5. एनडीपीएस अधिनियम: नारकोटिक ड्रग्स और साइकोट्रोपिक पदार्थ अधिनियम, 1985
  6. Delhi News One accused arrested with drugs worth Rs 9 lakh used to supply in Delhi
  7. International Drug Racket Busted, NCB Caught Gang Exploiting Girls By Giving Narcotics


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Narcotics Control Bureau busted major drug trafficking network on Darknet 22 members arrested linked with united states uk poland

खुलासा हुआ है कि इनमें से कुछ लोगों का कनेक्शन यूनाइटेड स्टेट्स, यूनाइडेट किंगडम, नीदरलैंड और पोलैंड से भी है। एक चौंकाने वाली बात यह भी है कि इस ऑपरेशन के दौरान एनसीबी के अधिकारी को भी पकड़ा गया है। एनसीबी अधिकारी पर आरोप है कि उसने मुख्य आरोपी से मिलीभगत कर सबूत मिटाने की कोशिश की थी। इस तस्करी में शामिल 20 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी के लिए एनसीबी ने कई स्थानों पर छापेमारी की थी। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, असम, दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, झारखंड, पश्चिम बंगाल, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में छापेमारी की थी। बताया जा रहा है कि एनसीबी का यह ऑपरेशन चार महीने पहले कोलकाता जोनल यूनिट के साथ शुरू हुआ। इसके बाद आगे इसे दिल्ली जोनल यूनिट ने ले लिया। जिन 22 लोगों को ड्रग्स कंट्रोल ब्यूरो ने गिरफ्तार किया है वो सभी डार्कनेट ड्रग्स ट्रैफिकंग रिंग के सदस्य थे। डार्कनेट पर इनके नाम अलग-अलग थे। मसलन- The Orient Express, DNM India, और Dread शामिल है। कैश और क्रिप्टोकरेंसी जब्त मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ड्रग्स कंट्रोल ब्यूरो ने करीब 15.55 लाख कैश रुपये जब्त किये हैं। इसके अलावा करीब 2 करोड़ की क्रिप्टोकरेंसी की पहचान की गई है। इनके पास से एलएसडी, एमडीएमए, गांजा, चरस, कैनबिज के पेस्ट, अल्फ्राजोलम, हशीश चॉकलेट और कोकिन जब्त किये गये हैं। सभी आरोपी 22-35 साल के बीच के हैं। यह सभी इंजीनियर, डॉक्टर, फाइनेंनशियल कंसल्टेन्ट, कलाकार और म्यूजिशियन जैसे पेशे से भी जुड़े है। टेलीग्राम, इंस्टाग्राम का भी इस्तेमाल एनसीबी ने गिरफ्तार किये गये आरोपियों के फोन भी सीज किये हैंष पता चला है कि यह सभी आरोपी टेलीग्राम, इंस्टाग्राम, टोर ब्राउजर, विक्स जैसे ऐप्स का इस्तेमाल ड्रग्स बे...

Home, CBN

PUBLIC NOTICE dated 13-04-2023 केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो में प्रतिनियुक्ति/समावेशन/पुनर्रोजगार के आधार पर स्टाफ कार चालक (साधारण ग्रेड) के संबंध में रिक्ति परिपत्र जिसे 31.12.2022 के रूप में उल्लिखित किया गया था, को 6 महीने यानी 01.07.2023 तक बढ़ा दिया गया है। Vacancy Circular regarding staff Car Driver (Ordinary Grade) in Central Bureau of Narcotics on deputation/absorption/re-employment basis which was mentioned as 31.12.2022 has been extended by 6 months i.e., til 01.07.2023. PUBLIC NOTICE dated 10-04-2023 राजस्थान इकाई में अफीम तौल कार्य हेतु अफीम गोदाम, चित्तौड़गढ़ से गाजीपुर तक सुरक्षित रूप से पहुँचाने हेतु किराये पर बंद बाडी ट्रक उपलब्ध कराने की निविदायें आमंत्रित की जाती है। Tenders are invited for providing closed body trucks on rent for safely transporting opium godown from Chittorgarh to Ghazipur for opium weighing work in Rajasthan unit. PUBLIC NOTICE dated 30-03-2023 राजस्थान इकाई में अफीम तौल कार्य हेतु अफीम गोदाम, चित्तौड़गढ़ से गाजीपुर तक सुरक्षित रूप से पहुँचाने हेतु किराये पर बंद बाडी ट्रक उपलब्ध कराने की निविदायें आमंत्रित की जाती है। Tenders are invited for providing closed body trucks on rent for safely transporting opium godown from Chittorgarh to Ghazipur for opium weighing work in Rajasthan unit. PUBLIC NOTICE dated 25-03-2023 जिला कार्यालय प्रतापगढ़ (राजस्थान) में अफीम तोलने के कार्य के लिए निम्नलिखित टेंट, समियाना, कनात एवं बिजली के सामान आदि किराये पर लेने हेतु निविदा सूचना। Tender notice for hiring the following tents, samiyaana, qanat and elec...

स्वापक नियंत्रण ब्युरो

एनसीबी आदर्श वाक्य आसुचना प्रवर्तन समन्वय संस्था जानकारी स्थापना 17मार्च 1986 ; 37 वर्ष पहले ( 1986-03-17) कर्मचारी 1000 वैधानिक वयक्तित्व सरकारी: अधिकार क्षेत्र (संचालन अधिकार क्षेत्र) वैधानिक अधिकारक्षेत्र राष्ट्रीय अधिकार क्षेत्र प्राथमिक शासी निकाय माध्यमैक शसी निकाय सामान्य प्रकृति • • नागरिक संस्था प्रचालन ढांचा वेस्ट ब्लॉक नंबर 1, विंग नंबर वी, मंत्री responsible संस्था के कार्यपालक • सत्यनारायण प्रधान आईपीएस, • आर एन श्रीवास्तव आईआरएस, उप महानिदेशक (ऑप्स) मातृ संस्था स्वापक नियंत्रण ब्युरो या नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी), अनुक्रम • 1 गठन • 2 संगठन • 3 कार्य • 4 सन्दर्भ गठन [ ] नार्कोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट, 1985 के पूर्ण कार्यान्वयन को सक्षम करने और नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस एक्ट, 1988 में अवैध तस्करी की रोकथाम के माध्यम से इसके उल्लंघन से लड़ने के लिए 17 मार्च 1986 को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो बनाया गया था। संगठन [ ] स्वापक नियंत्रण ब्यूरो का राष्ट्रीय मुख्यालय प्रत्यक्ष फीडर ग्रेड के अलावा, इस संगठन में अधिकारियों को भारतीय राजस्व सेवा, भारतीय पुलिस सेवा और अन्य अर्धसैनिक बलों से भी लिया जाता है। स्वापक नियंत्रण ब्यूरो को आर्थिक खुफिया परिषद में भी दर्शाया गया है। कार्य [ ] स्वापक नियंत्रण ब्यूरो का मुख्य उद्देश्य अखिल भारतीय स्तर पर मादक पदार्थों की तस्करी को रोकन और खत्म करना है। सन्दर्भ [ ] • ↑ . अभिगमन तिथि 19 07 2009. |accessdate= में तिथि प्राचल का मान जाँचें ( • ↑ (PDF). (PDF) से 2011-07-16 को पुरालेखित . अभिगमन तिथि 2009-07-19. Cite journal requires |journal= ( • narcoticsindia.nic.in. . अभिगमन तिथि 29 अक्टूबर 2019....

एनडीपीएस (NDPS) एक्ट 1985 क्या है NARCOTIC DRUGS AND PSYCHOTROPIC SUBSTANCE ACT 1985 पूरी जानकारी

सरकारनेइननशीलेपदार्थोंकासेवनरोकनेकेलिएसख्तसेसख्तकानूनबनाएगएहैंलेकिनफिरभीइसकाबाजारदिनप्रतिदिनबढ़ताजारहाहैगाजाशब्दफिरएकबारसुर्खियोंमेंहैक्याकहताहैंसरकारद्वाराबनायागयानारकोटिक्सएनडीपीएसकानूनकिसतरहसेकामकरताहै ? एनडीपीएस (NDPS) एक्ट 1985 केतहतइसकीस्थापनाहुईथीयहजाहिरतौरपरकिसीभीनशीलेपदार्थकीरोकथामकेलिएबनाईगईथीवहचाहेनशेकाउत्पादनहो यानशीलीपदार्थकास्टोरेजहोयानशीलीपदार्थोंकीबिक्रीहोयाफिरनशीलेपदार्थकाट्रांसपोर्टकरनाहोयहएनडीपीएसएक्टहरतरफतरफतरहकेनशेसेजुड़ीएक्टिविटीकोरोकनेकाकामकरतीहै तोआइएजानतेहैक्याहैएनडीपीएसकानूनऔरइसकेतहतहोनेवालीसजावधाराएंक्याक्याहै हमारेसाथऐसेहीअंततकबनेरहिएजिससेकीआपकोजाननेमेंआसानीहोकीएनडीपीएसएक्टक्याहै ? एनडीपीएस (NDPS) एक्टक्याहै ? (NDPS ACT KYA HAI) WITH FULL FORM NDPS – NARCOTIC DRUGS AND PSYCHOTROPIC SUBSTANCE ACT 1985 एनडीपीएस– स्वापकऔषधिऔरमनप्रभावीपदार्थअधिनियम (1985) भारतीयसंसदनेसाल 1985 मेंनशीलेपदार्थोंकोबेचनेबनानेऔरसेवनकरनेवालेकोलेकरनारकोटिक्सड्रग्ससाइकॉट्रॉपिकसब्सटेंसएक्ट 1985 एनडीपीएसपारितकियाथानारकोटिक्सकाअर्थनींदसेहैऔरसाइकॉट्रॉपिककाअर्थउनपदार्थोंसेहैजोदिमागपरअसरडालतेहैंसरकारइनसबगतिविधियोंकोएनडीपीएसएक्टकेतहतनियंत्रितकरतीहै इनसभीमेंसेकुछड्रगऔरपदार्थऐसेभीहैंजिनकाकारोबारऔरउत्पादनकरनाजरूरीहैअर्थातकिसीभीकार्यकीएकसीमाऔरनियमोंकेभीतररहकरयहसबकरनेकीमंजूरीसरकारदेतीहै सरकारइनसभीमामलोंकोएनडीपीएसएक्टकेतहतकंट्रोलअथवानियंत्रितकरतीहैएनडीपीएसएक्टमेंअभीतकतीनबार 1988 2001 और 2014 मेंबदलावभीहुएहैं कुछड्रग्सऔरपदार्थऐसेभीहोतेहैंजिनकाउत्पादनऔरविक्रयकरनाजरूरीहोताहैलेकिनअनियमितउत्पादनतथाविक्रयनहींकियाजासकताउनपरसरकारकाबड़ासख्तप्रतिबंधहोताहै क्योंकिकिसीभीपदार्थकोअत्यधिकमात्रामेंलेनीउ...

एनडीपीएस अधिनियम: नारकोटिक ड्रग्स और साइकोट्रोपिक पदार्थ अधिनियम, 1985

यह लेख नोएडा के एमिटी लॉ स्कूल के Nikunj Arora ने लिखा है। यह लेख नारकोटिक ड्रग्स और साइकोट्रोपिक पदार्थ अधिनियम, 1985 (एनडीपीएस अधिनियम) का गहन विश्लेषण प्रदान करता है। यह लेख इस अधिनियम के उद्देश्यों, सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओं, संबंधित संशोधनों के साथ-साथ महत्वपूर्ण धाराओं को सूचीबद्ध करता है। इस लेख का अनुवाद Ashutosh के द्वारा किया गया है। Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • परिचय ड्रग के दुरुपयोग को नियंत्रित करने और उनके उपयोग, वितरण, निर्माण और व्यापार को प्रतिबंधित करने के इरादे से नारकोटिक ड्रग्स और साइकोट्रोपिक पदार्थ अधिनियम (एनडीपीएस अधिनियम), 1985 पारित किया गया था। नारकोटिक ड्रग्स वे हैं जो नींद को प्रेरित करते हैं, जबकि साइकोट्रोपिक पदार्थ वे हैं जो मन के साथ प्रतिक्रिया (रिएक्ट) करते हैं और इसे सकारात्मक रूप से बदलते हैं। भारत की संसद ने 14 नवंबर 1985 को एनडीपीएस अधिनियम पारित किया था। इस प्रकार के ड्रग्स का चिकित्सा के अभ्यास में अपना स्थान है। नतीजतन, अधिनियम में भांग (कैनाबिस), खसखस (पॉपी), और कोका के पौधों की खेती के साथ-साथ साइकोट्रोपिक पदार्थों के निर्माण के प्रावधान शामिल हैं। इसका प्राथमिक उद्देश्य ड्रग्स जिन्हे नारकोटिक या साइकोट्रोपिक पदार्थ माना जाता है, के निर्माण, कब्जे, बिक्री और परिवहन (ट्रांसपोर्ट) को विनियमित (रेगुलेट) करना है। इस अधिनियम के परिणामस्वरूप, 200 साइकोट्रोपिक पदार्थों को वॉक-इन ग्राहकों को बिक्री से प्रतिबंधित कर दिया गया है। इन ड्रग्स को प्राप्त करने के लिए डॉक्टर द्वारा निर्धारण की आवश्यकता होती है। इसकी स्थापना के बाद से कानून में कई संशोधन हुए हैं। इसके अलावा, एनडीपीएस, ड्रग उपय...

Delhi News One accused arrested with drugs worth Rs 9 lakh used to supply in Delhi

Delhi News One accused arrested with drugs worth Rs 9 lakh used to supply in Delhi-NCR | Delhi News: 9 लाख रुपये की ड्रग्स के साथ एक आरोपी गिरफ्तार, दिल्ली-एनसीआर में करता था सप्लाई | Hindi News, Delhi-NCR-Haryana Delhi News: 9 लाख रुपये की ड्रग्स के साथ एक आरोपी गिरफ्तार, दिल्ली-एनसीआर में करता था सप्लाई Delhi News: उत्तर-पूर्वी जिला नारकोटिक्स टीम ने हेरोइन के साथ एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. पकड़ा गया आरोपी कप्तान सिंह है. पुलिस ने इसके पास से कुल 327.54 ग्राम कमर्शियल हेरोइन बरामद की है. पुलिस पकड़े गए आरोपी से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है. ये भी पढ़ें: Delhi Fire News: AC ने गर्मी से राहत देने की बजाए उगली आग, हुई बुजुर्ग की मौत उत्तरी-पूर्वी जिला एडिशनल डीसीपी संध्या स्वामी ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर उत्तर-पूर्वी जिला दिल्ली की विभिन्न पुलिस टीमों द्वारा जिले में छापेमारी की जा रही है. इसी कड़ी में उत्तर-पूर्वी जिले के स्थानीय क्षेत्र में आपूर्ति के लिए मादक पदार्थ की भारी खेप आने की गुप्त सूचना नारकोटिक्स टीम को प्राप्त हुई. जिस पर तुरंत पुलिस टीम ने दिल्ली के केशव चौक के पास जाल बिछाया और लगातार अपराधी का इंतजार करती रही. रात करीब 9 बजकर 15 मिनट पर पुलिस टीम को केशव चौक की तरफ से एक संदिग्ध व्यक्ति हाथ में काला प्लास्टिक बैग लिए आता दिखाई दिया. वह मुस्कान चौक के पास रुका और किसी का इंतजार करने लगा. पुलिस टीम ने अपराधी को मौके पर पकड़ लिया. पूछताछ पर उसने अपना अपराध कबूल किया और आगे खुलासा किया कि वह पिछले कुछ वर्षों से मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल है और एक वाहक के रूप में काम करता है, जो एक अनिल (यूपी में रहने वाला और पंजाब से संचालित होता है) के ...

International Drug Racket Busted, NCB Caught Gang Exploiting Girls By Giving Narcotics

गौरतलब है, इस सिंडिकेट से जुड़े तमाम लोग बेहद पढ़े लिखे और प्रोफेशनल हैं. गिरफ्तार किए गए आरोपियों की उम्र 22 से 35 साल के बीच हैं जिनमे से कुछ आईटी प्रोफेशनल तो कुछ MBAकर किसी बड़ी एमएनसी में काम करने वाले प्रोफेशनल हैं.इनमें से कोई जेल में बैठकर LSD किंग बनना चाहता था तो कोई नारकोज.दरअसल, एक खुफिया जानकारी के बाद कुछ सोशल मेसेजिंग एप को ट्रैक करते हुए एनसीबी की कोलकाता यूनिट वहां के एकविदेशी डाकघर पहुँची.जहां 44 पोस्ट पार्सल की पहचान की गयी और पार्सलों को जब्त कर लिया.जांच के दौरान एक महिला तरीना भटनागर को एनसीबी कोलकाता नेगिरफ्तार कर लिया.इन तमाम पार्सलों में बड़ी तादाद में ड्रग्स मौजूद थी जोकि देश के अलग अलग शहरों में सप्लाई होनी थी. इस बरामदगी के बाद दिल्ली निवासी सर्वोथामन गुहान उर्फ ​​सरवो की पहचान जब्त पार्सलों के रिसीवर के रूप में की गई.उसके बाद दिल्ली हवाई अड्डे पर सर्वो को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की गई. मामले की प्रारंभिक जांच के दौरान सामान की तलाशी में 30 ग्राम क्यूरेटेड मारिजुआना (Curated Marijuana)(आयातित) और 0.45 ग्राम एमडीएमए (गोलियां) बरामद हुई.आगे की जांच में फरीदाबाद में उसके एक सहयोगी राहुल मिश्रा का पता चला, जोकि एक स्पोर्ट्समैन था और लंबे समय से सर्वो का दोस्त था. इसके बाद फरीदाबाद में राहुल के ठिकानों पर छापा मारा गया और 1.050 किलोग्राम क्यूरेटेड मारिजुआना (इंडियापोस्ट के माध्यम से ऑर्डर किया गया) बरामद किया गया. आगे पता चला कि सरवो डार्क नेट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिये ऐसी ड्रग्स का ऑर्डर करता था जहां उसके द्वारा रिसीवर के घर के एड्रेस मुहैया किए जाते थे और ड्रग्स की डिलीवरी के लिए इंडिया पोस्ट और घरेलू कोरियर सेवाओं का इस्तेमाल किया जाता था...