नेपोलियन का इटली पर हमला कब हुआ था

  1. गैरीबाल्डी कौन था
  2. Nepolian Bona Part Biography In Hindi
  3. इटली का एकीकरण
  4. Nepolian Bona Part Biography In Hindi
  5. इटली का एकीकरण
  6. गैरीबाल्डी कौन था


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गैरीबाल्डी कौन था

गैरीबाल्डी का जन्म 4 जुलाई 1807, तथा देहांत 2 जून 1882 को हुआ। गैरीबाल्डीइटलीका एक राजनैतिक और सैनिक नेता था, जिसने इटली के इतिहास में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। ‘पिताओं’ में सम्मिलित हैं। गैबाल्डी जब पैदा हुआ तब इटली कई राज्यों में खंडित था औरयूरोपकी बाकी शक्तियों के रहम-ओ-करम पर था। पहले गैरीबाल्डी ने “ कार्बोनेरी” नाम के गुप्त राष्ट्रवादी क्रन्तिकारी संगठन के साथ नाता जोड़ा लेकिन एक असफल विद्रोह के बाद इसे इटली छोड़ना पड़ा। फिर इसनेदक्षिण अमेरिकामें कई विद्रोहों और लड़ाइयों में हिस्सा लिया। उसके बाद यह वापस इटली आया औरइटली को एक करने की लड़ाईमें मुख्य रणनीतिकार रहा। गैरीबाल्डी का योगदान गैरीबाल्डी का जन्म 1807 में नीस नगर में हुआ था। उसके पिता एक व्यापारी जहाज के अधिकारी थे, अतः वह युवक होने पर तटीय व्यापार में लग गया और उसे अपने समुद्री जीवन में भूमध्य सागर का अच्छा ज्ञान हो गया। इन्हीं यात्राओं के दौरान उसका इटली के देशभक्तों से परिचय हुआ, जिससे उसके मन में देश की स्वतंत्रता की ऐसी लगन लगी कि वह अपने देश के लिये सर्वस्व बलिदान करने को तैयार हो गया। कुछ समय बाद वह मेजिनी के संपर्क में आया और उसके आदर्शों से प्रभावित होकर वह युवा इटली का सदस्य बन गया। 1833 में उसने मेजिनी के सहयोग से इटली में गणतंत्र स्थापित करने के षड्यंत्र में भाग लिया, किन्तु षड्यंत्र का भंडाफोङ हो जाने से उसे कैद कर लिया गया। उसे देशद्रोह के अपराध में मृत्यु दंड की सजा सुनाई गयी, किन्तु वह इटली से भाग निकला और दक्षिणी अमेरिका पहुँच गया। 1848 तक वह दक्षिणी अमेरिका में रहा और अमेरिका के स्वतंत्रता संग्रामों में भाग लेता रहा। उसके साथी लाल कमीज पहनते थे, अतः उसका दल लाल कुर्ती दल कहलाया। 1848 की क्रांति...

Nepolian Bona Part Biography In Hindi

नमस्कार मित्रो आज के हमारे लेख में आपका स्वागत है आज हम Nepolian bona part Biography In Hindi में विश्व के महान सेनापति पूरी दुनिया में एकछत्र शासन स्थापित करने वाले नेपोलियन बोनापार्ट सम्राट की जीवनी बताने वाले है। 18 मई 1804 से 6 अप्रैल 1814 तक सम्राट रहने वाला नेपोलियोनि दि बोनापार्टे 11 नवम्बर 1799 से 18 मई 1804 तक फ्रान्स की क्रान्ति में प्रथम कांसल के रूप में शासक रहे थे। उसकी कार्य कुशलता इस तरह की थी कि पूरी दुनिया आज भी उन्हें उनके अद्भुत युद्ध कौशल के लिए याद करती है ,उनकी युद्धकौशल का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि विरोधी उनकी ख्याति से इतना घबरा गए कि उन्हें मारने के लिए ज़हर दे दिया था। आज nepolian bona part in hindi history में आपको nepolian bona part quotes in hindi , what did napoleon do ? और napoleon bonaparte french revolution की कहानी बताने वाले है। आज हम बात कर रहे है विश्व के महान विजेताओं में से एक नेपोलियन बोनापार्ट की ,आज हम आपको Nepolian bona part history in hindi बताते है। nepolian bona part thoughts बहुत ऊँचे हुआ करते थे उन्होंने एक विचार करलिया था की उनका शाशन पुरे विस्व पर चले सके तो चलिए उस महान व्यक्ति के व्यक्तित्व से आप सबको रूबरू करवाते है। Nepolian Bona Part Biography In Hindi – नाम नेपोलियन बोनापार्ट जन्म 15 अगस्त 1769 जन्म स्थान कोर्सिका के अजियाको में पिता कार्लो बोनापार्ट माता लेटीजिए रमोलिनो विवाह जोसेफीन , मैरी लुईस पत्नि जोसेफीन , मैरी लुईस मृत्यु 1821 मृत्यु का कारण पेट का कैंसर नेपोलियन बोनापार्ट की जीवनी – nepolian bona part date of birth15 अगस्त 1799 केको कोर्सिका के अजियाको में हुआ था। नेपोलियन फ्रैजस, फ्रांस में उतरा, ज...

इटली का एकीकरण

इटली का एकीकरण – इटली का एकीकरण की आवश्यकता इटली के उत्तर-पश्चिम में सार्डीनिया-पीटमाण्ट का राज्य था, जहां सेवाय वंश का शासन था। उसके उत्तर-पूर्व में लोम्बार्डी और वेनेशिया के प्रदेश थे, जिन पर आस्ट्रिया का आधिपत्य था। परमा, मोडेना और टस्कनी के यद्यपि स्वतंत्र राज्य थे, किन्तु उन पर भी आस्ट्रिया का प्रभाव था। मध्य में पोप का अपना स्वतंत्र राज्य था। दक्षिण में नेपिल्स और सिसली थे, जहाँ बुर्बो वंश के फर्डीनेण्ड प्रथम का शासन था। यह नई व्यवस्था पूर्णतः निरंकुश, प्रतिक्रियावादी एवं भ्रष्ट थी। इटली की इस दयनीय स्थिति का चित्रण करते हुये मेजिनी ने कहा था, कि हमारा कोई एक स्थान है। मेजिनी ने यह भी कहा कि हम आठ राज्यों में विभाजित हैं, जो सभी एक-दूसरे से स्वतंत्र हैं। इन आठ राज्यों की भिन्न-भिन्न मुद्राएँ हमको एक-दूसरे से अलग करके हमें अजनबी बना देती हैं। मेटरनिख ने भी कहा था, कि यहां का एक प्रांत दूसरे प्रांत के विरुद्ध है, एक नगर दूसरे नगर के विरुद्ध है, एक वंश दूसरे वंश के विरुद्ध है तथा एक मनुष्य दूसरे मनुष्य के विरुद्ध है। इटली के लोग बी क्रांतिजनित विचारधारा से प्रभावित थे। इटली का एकीकरण के मार्ग में बाधाएँ • इटली का एकीकरण के प्रयास इन सभी बाधाओं के बावजूद इटली के कुछ देशभक्तों ने मिलकर स्वतंत्रता प्राप्ति के लिये संघर्ष आरंभ कर दिया। इसके लिये इटली में अनेक गुप्त संस्थाओं की स्थापना हुई, जिनमें कार्बोनरी संस्था प्रमुख थी। कार्बोनरी संस्था का प्रमुख केन्द्र नेपिल्स में था तथा इसकी शाखाएँ समस्त इटली में फैली हुई थी। इस संस्था के दो प्रमुख राजनैतिक उद्देश्य थे – विदेशियों को इटली से बाहर निकालना तथा वैधानिक स्वतंत्रता की स्थापना करना। कार्बोनरी संस्था में सभी वर्ग के लोग थे ...

Nepolian Bona Part Biography In Hindi

नमस्कार मित्रो आज के हमारे लेख में आपका स्वागत है आज हम Nepolian bona part Biography In Hindi में विश्व के महान सेनापति पूरी दुनिया में एकछत्र शासन स्थापित करने वाले नेपोलियन बोनापार्ट सम्राट की जीवनी बताने वाले है। 18 मई 1804 से 6 अप्रैल 1814 तक सम्राट रहने वाला नेपोलियोनि दि बोनापार्टे 11 नवम्बर 1799 से 18 मई 1804 तक फ्रान्स की क्रान्ति में प्रथम कांसल के रूप में शासक रहे थे। उसकी कार्य कुशलता इस तरह की थी कि पूरी दुनिया आज भी उन्हें उनके अद्भुत युद्ध कौशल के लिए याद करती है ,उनकी युद्धकौशल का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि विरोधी उनकी ख्याति से इतना घबरा गए कि उन्हें मारने के लिए ज़हर दे दिया था। आज nepolian bona part in hindi history में आपको nepolian bona part quotes in hindi , what did napoleon do ? और napoleon bonaparte french revolution की कहानी बताने वाले है। आज हम बात कर रहे है विश्व के महान विजेताओं में से एक नेपोलियन बोनापार्ट की ,आज हम आपको Nepolian bona part history in hindi बताते है। nepolian bona part thoughts बहुत ऊँचे हुआ करते थे उन्होंने एक विचार करलिया था की उनका शाशन पुरे विस्व पर चले सके तो चलिए उस महान व्यक्ति के व्यक्तित्व से आप सबको रूबरू करवाते है। Nepolian Bona Part Biography In Hindi – नाम नेपोलियन बोनापार्ट जन्म 15 अगस्त 1769 जन्म स्थान कोर्सिका के अजियाको में पिता कार्लो बोनापार्ट माता लेटीजिए रमोलिनो विवाह जोसेफीन , मैरी लुईस पत्नि जोसेफीन , मैरी लुईस मृत्यु 1821 मृत्यु का कारण पेट का कैंसर नेपोलियन बोनापार्ट की जीवनी – nepolian bona part date of birth15 अगस्त 1799 केको कोर्सिका के अजियाको में हुआ था। नेपोलियन फ्रैजस, फ्रांस में उतरा, ज...

इटली का एकीकरण

इटली का एकीकरण – इटली का एकीकरण की आवश्यकता इटली के उत्तर-पश्चिम में सार्डीनिया-पीटमाण्ट का राज्य था, जहां सेवाय वंश का शासन था। उसके उत्तर-पूर्व में लोम्बार्डी और वेनेशिया के प्रदेश थे, जिन पर आस्ट्रिया का आधिपत्य था। परमा, मोडेना और टस्कनी के यद्यपि स्वतंत्र राज्य थे, किन्तु उन पर भी आस्ट्रिया का प्रभाव था। मध्य में पोप का अपना स्वतंत्र राज्य था। दक्षिण में नेपिल्स और सिसली थे, जहाँ बुर्बो वंश के फर्डीनेण्ड प्रथम का शासन था। यह नई व्यवस्था पूर्णतः निरंकुश, प्रतिक्रियावादी एवं भ्रष्ट थी। इटली की इस दयनीय स्थिति का चित्रण करते हुये मेजिनी ने कहा था, कि हमारा कोई एक स्थान है। मेजिनी ने यह भी कहा कि हम आठ राज्यों में विभाजित हैं, जो सभी एक-दूसरे से स्वतंत्र हैं। इन आठ राज्यों की भिन्न-भिन्न मुद्राएँ हमको एक-दूसरे से अलग करके हमें अजनबी बना देती हैं। मेटरनिख ने भी कहा था, कि यहां का एक प्रांत दूसरे प्रांत के विरुद्ध है, एक नगर दूसरे नगर के विरुद्ध है, एक वंश दूसरे वंश के विरुद्ध है तथा एक मनुष्य दूसरे मनुष्य के विरुद्ध है। इटली के लोग बी क्रांतिजनित विचारधारा से प्रभावित थे। इटली का एकीकरण के मार्ग में बाधाएँ • इटली का एकीकरण के प्रयास इन सभी बाधाओं के बावजूद इटली के कुछ देशभक्तों ने मिलकर स्वतंत्रता प्राप्ति के लिये संघर्ष आरंभ कर दिया। इसके लिये इटली में अनेक गुप्त संस्थाओं की स्थापना हुई, जिनमें कार्बोनरी संस्था प्रमुख थी। कार्बोनरी संस्था का प्रमुख केन्द्र नेपिल्स में था तथा इसकी शाखाएँ समस्त इटली में फैली हुई थी। इस संस्था के दो प्रमुख राजनैतिक उद्देश्य थे – विदेशियों को इटली से बाहर निकालना तथा वैधानिक स्वतंत्रता की स्थापना करना। कार्बोनरी संस्था में सभी वर्ग के लोग थे ...

गैरीबाल्डी कौन था

गैरीबाल्डी का जन्म 4 जुलाई 1807, तथा देहांत 2 जून 1882 को हुआ। गैरीबाल्डीइटलीका एक राजनैतिक और सैनिक नेता था, जिसने इटली के इतिहास में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। ‘पिताओं’ में सम्मिलित हैं। गैबाल्डी जब पैदा हुआ तब इटली कई राज्यों में खंडित था औरयूरोपकी बाकी शक्तियों के रहम-ओ-करम पर था। पहले गैरीबाल्डी ने “ कार्बोनेरी” नाम के गुप्त राष्ट्रवादी क्रन्तिकारी संगठन के साथ नाता जोड़ा लेकिन एक असफल विद्रोह के बाद इसे इटली छोड़ना पड़ा। फिर इसनेदक्षिण अमेरिकामें कई विद्रोहों और लड़ाइयों में हिस्सा लिया। उसके बाद यह वापस इटली आया औरइटली को एक करने की लड़ाईमें मुख्य रणनीतिकार रहा। गैरीबाल्डी का योगदान गैरीबाल्डी का जन्म 1807 में नीस नगर में हुआ था। उसके पिता एक व्यापारी जहाज के अधिकारी थे, अतः वह युवक होने पर तटीय व्यापार में लग गया और उसे अपने समुद्री जीवन में भूमध्य सागर का अच्छा ज्ञान हो गया। इन्हीं यात्राओं के दौरान उसका इटली के देशभक्तों से परिचय हुआ, जिससे उसके मन में देश की स्वतंत्रता की ऐसी लगन लगी कि वह अपने देश के लिये सर्वस्व बलिदान करने को तैयार हो गया। कुछ समय बाद वह मेजिनी के संपर्क में आया और उसके आदर्शों से प्रभावित होकर वह युवा इटली का सदस्य बन गया। 1833 में उसने मेजिनी के सहयोग से इटली में गणतंत्र स्थापित करने के षड्यंत्र में भाग लिया, किन्तु षड्यंत्र का भंडाफोङ हो जाने से उसे कैद कर लिया गया। उसे देशद्रोह के अपराध में मृत्यु दंड की सजा सुनाई गयी, किन्तु वह इटली से भाग निकला और दक्षिणी अमेरिका पहुँच गया। 1848 तक वह दक्षिणी अमेरिका में रहा और अमेरिका के स्वतंत्रता संग्रामों में भाग लेता रहा। उसके साथी लाल कमीज पहनते थे, अतः उसका दल लाल कुर्ती दल कहलाया। 1848 की क्रांति...