नेशनल हेराल्ड क्या है

  1. क्या है नेशनल हेराल्ड केस?
  2. National Herald Case Rahul Gandhi to appear before ED today 13 June Congress not allowed to march
  3. National Herald Case : What Is The National Herald Case? Which Increased The Trouble Of Sonia And Rahul Gandhi
  4. क्या है नेशनल हेराल्ड केस?
  5. National Herald Case Rahul Gandhi to appear before ED today 13 June Congress not allowed to march


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क्या है नेशनल हेराल्ड केस?

नेशनल हेराल्ड केस • नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र की शुरुआत इंदिरा गांधी के पिता और देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने 1938 में की थी। • नेशनल हेराल्ड का प्रकाशन एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड ( Associated Journals Limited-AJI) नाम की कंपनी करती थी। • AJL कंपनी की स्थापना 1937 में की गई थी। • AJL कंपनी में जवाहर लाल नेहरू के अलावा 5000 स्वतंत्रता सेनानी शेयरहोल्डर्स थे। • ये कंपनी दो और दैनिक समाचार पत्रों उर्दू में कौमी आवाज और हिन्दी में नवजीवन का प्रकाशन करती थी। • यह कंपनी किसी एक व्यक्ति के नाम पर नहीं थी। आरोप • इस कंपनी का उद्देश्य बिजनेस करना नहीं बल्कि एसोसिएट जर्नल लिमिटेड (AJL) को खरीदकर उसकी 2 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति को अपने नाम करना था। • यंग इंडिया कंपनी ने एसोसिएट जर्नल लिमिटेड (AJL) की 90 करोड़ का लोन चुकाने की जिम्मेदारी ले ली। • AJL के 10-10 रुपए के नौ करोड़ शेयर ‘यंग इंडियन’ को दे दिए गए और इसके बदले यंग इंडिया को कांग्रेस का लोन चुकाना था। • 9 करोड़ शेयर के साथ यंग इंडियन को इस कंपनी के 99% शेयर मिल गए। • बाद में कांग्रेस पार्टी ने 90 करोड़ का लोन माफ कर दिया। इस तरह राहुल-सोनिया गांधी की कंपनी ‘यंग इंडिया’ को मुफ्त में (AJL) का स्वामित्व मिल गया। अरोपी व्यक्ति • नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया और राहुल गांधी के अलावा और भी कई कांग्रेसी नेताओं के नाम सामने आए थे। • इनमें मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडीज के अलावा सैम पित्रोदा और सुमन दुबे का नाम भी है। NOTE-मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नाडिस अब इस दुनिया में नहीं हैं।

National Herald Case Rahul Gandhi to appear before ED today 13 June Congress not allowed to march

पुलिस उपायुक्त अमृता गुगुलोथ ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी को लिखे पत्र में कहा, "दिल्ली में वर्तमान सांप्रदायिक स्थिति और नई दिल्ली जिले के अधिकार क्षेत्र में भारी कानून व्यवस्था/वीवीआईपी मूवमेंट को ध्यान में रखते हुए रैली को नई दिल्ली जिले के अधिकार क्षेत्र में अनुमति नहीं दी जा सकती." पुलिस ने यह भी नोट किया कि पूरे भारत में कांग्रेस समर्थकों को इस रैली में शामिल होने का आह्वान किया गया है. अनुमति से इनकार करते हुए पुलिस ने कांग्रेस से सहयोग करने का अनुरोध किया है. हिरासत में लिए गए कांग्रेस कार्यकर्ता कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सोमवार को एआईसीसी मुख्यालय के बाहर से हिरासत में लिया गया, जहां वे पार्टी नेता राहुल गांधी के साथ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालय तक प्रस्तावित मार्च के लिए एकत्र हुए थे. एआईसीसी कार्यालय और राहुल गांधी के आवास के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहे. क्या है ये मामला नेशनल हेराल्ड का केस 2012 में सामने आया था. भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया था कि कुछ कांग्रेसी नेताओं ने गलत तरीके से यंग इंडियन लिमिटेड के जरिए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड का अधिग्रहण किया है. इस केस में 19 दिसंबर 2015 को सोनिया गांधी और राहुल गांधी को ट्रायल कोर्ट ने जमानत दे दी थी. ये भी पढ़िए- देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें

National Herald Case : What Is The National Herald Case? Which Increased The Trouble Of Sonia And Rahul Gandhi

EXPLAINER: क्या है नेशनल हेराल्ड केस, जिसमें सोनिया-राहुल गांधी से ईडी कर चुकी है पूछताछ? नेशनल हेराल्ड केस से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले (National Herald money laundering case) में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नेशनल हेराल्ड अखबार के दफ्तर समेत 10 ठिकानों पर छापेमारी की है. ईडी इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से पूछताछ कर चुकी है. यह भी पढ़ें • तमिलनाडु के मंत्री बालाजी को ED ने किया गिरफ्तार, 28 जून तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया • BJP के मानहानि केस में राहुल गांधी, सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार को कोर्ट ने किया तलब • "सरकार प्रतिशोध की राजनीति कर रही": तमिलनाडु के मंत्री को ED द्वारा गिरफ़्तार किये जाने पर भड़के विपक्षी नेता क्या है नेशनल हेराल्ड केस देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू समेत कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने साल 1938 में एसोसिएट्स जर्नल्स लिमिटेड (Associate Journal Limited) नाम से एक कंपनी बनाई थी, जो नेशनल हेराल्ड (National Herald) नाम से एक अखबार प्रकाशित करती थी. ये कंपनी अखबार प्रकाशित करती थी, इसलिए इसे कई शहरों में सस्ते दामों पर सरकारों से जमीनें मिली थीं. क्या है सोनिया- राहुल गांधी पर आरोप सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर आरोप है कि इन्होंने यंग इंडिया लिमिटेड कंपनी बनाई, जिसका मकसद कारोबार करना नहीं था, बल्कि वो इस कंपनी के जरिए एसोसिएट्स जर्नल्स लिमिटेड (AJL) को खरीदकर उसकी 2 हज़ार करोड़ रुपये की संपत्ति को अपने नाम पर करना चाहते थे. साल 2011 में ऐसा ही हुआ. उस समय सोनिया गांधी और राहुल गांधी की कंपनी यंग इंडिया लिमिटेड ने एसोसिएट्स जर्नल्स लिमिटेड (AJL) को टेकओवर कर लिया. इस तरह केवल 50 लाख रु...

क्या है नेशनल हेराल्ड केस?

नेशनल हेराल्ड केस • नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र की शुरुआत इंदिरा गांधी के पिता और देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने 1938 में की थी। • नेशनल हेराल्ड का प्रकाशन एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड ( Associated Journals Limited-AJI) नाम की कंपनी करती थी। • AJL कंपनी की स्थापना 1937 में की गई थी। • AJL कंपनी में जवाहर लाल नेहरू के अलावा 5000 स्वतंत्रता सेनानी शेयरहोल्डर्स थे। • ये कंपनी दो और दैनिक समाचार पत्रों उर्दू में कौमी आवाज और हिन्दी में नवजीवन का प्रकाशन करती थी। • यह कंपनी किसी एक व्यक्ति के नाम पर नहीं थी। आरोप • इस कंपनी का उद्देश्य बिजनेस करना नहीं बल्कि एसोसिएट जर्नल लिमिटेड (AJL) को खरीदकर उसकी 2 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति को अपने नाम करना था। • यंग इंडिया कंपनी ने एसोसिएट जर्नल लिमिटेड (AJL) की 90 करोड़ का लोन चुकाने की जिम्मेदारी ले ली। • AJL के 10-10 रुपए के नौ करोड़ शेयर ‘यंग इंडियन’ को दे दिए गए और इसके बदले यंग इंडिया को कांग्रेस का लोन चुकाना था। • 9 करोड़ शेयर के साथ यंग इंडियन को इस कंपनी के 99% शेयर मिल गए। • बाद में कांग्रेस पार्टी ने 90 करोड़ का लोन माफ कर दिया। इस तरह राहुल-सोनिया गांधी की कंपनी ‘यंग इंडिया’ को मुफ्त में (AJL) का स्वामित्व मिल गया। अरोपी व्यक्ति • नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया और राहुल गांधी के अलावा और भी कई कांग्रेसी नेताओं के नाम सामने आए थे। • इनमें मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडीज के अलावा सैम पित्रोदा और सुमन दुबे का नाम भी है। NOTE-मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नाडिस अब इस दुनिया में नहीं हैं।

National Herald Case Rahul Gandhi to appear before ED today 13 June Congress not allowed to march

पुलिस उपायुक्त अमृता गुगुलोथ ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी को लिखे पत्र में कहा, "दिल्ली में वर्तमान सांप्रदायिक स्थिति और नई दिल्ली जिले के अधिकार क्षेत्र में भारी कानून व्यवस्था/वीवीआईपी मूवमेंट को ध्यान में रखते हुए रैली को नई दिल्ली जिले के अधिकार क्षेत्र में अनुमति नहीं दी जा सकती." पुलिस ने यह भी नोट किया कि पूरे भारत में कांग्रेस समर्थकों को इस रैली में शामिल होने का आह्वान किया गया है. अनुमति से इनकार करते हुए पुलिस ने कांग्रेस से सहयोग करने का अनुरोध किया है. हिरासत में लिए गए कांग्रेस कार्यकर्ता कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सोमवार को एआईसीसी मुख्यालय के बाहर से हिरासत में लिया गया, जहां वे पार्टी नेता राहुल गांधी के साथ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालय तक प्रस्तावित मार्च के लिए एकत्र हुए थे. एआईसीसी कार्यालय और राहुल गांधी के आवास के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहे. क्या है ये मामला नेशनल हेराल्ड का केस 2012 में सामने आया था. भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया था कि कुछ कांग्रेसी नेताओं ने गलत तरीके से यंग इंडियन लिमिटेड के जरिए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड का अधिग्रहण किया है. इस केस में 19 दिसंबर 2015 को सोनिया गांधी और राहुल गांधी को ट्रायल कोर्ट ने जमानत दे दी थी. ये भी पढ़िए- देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें