Nijvachak sarvnam ki paribhasha

  1. Sarvanam ki paribhasha (सर्वनाम की परिभाषा)
  2. nijvachak sarvanam ki paribhasha Archives
  3. सर्वनाम की परिभाषा, भेद, और उदाहरण
  4. Nijvachak Sarvanam


Download: Nijvachak sarvnam ki paribhasha
Size: 10.77 MB

Sarvanam ki paribhasha (सर्वनाम की परिभाषा)

“वह शब्द जो संज्ञा के बदले में आए उसे सर्वनाम कहते हैं।” अर्थात जिन शब्दों का प्रयोग संज्ञा के स्थान पर किया जाता है, उन्हें सर्वनाम कहते है। सर्वनाम Sarvanam Ki Paribhahsa सर्वनाम दो शब्दों के योग से बना है सर्व + नाम , अर्थात जो नाम सब के स्थान पर प्रयुक्त हो उसे सर्वनाम कहा जाता है। • मोहन 11वीं कक्षा में पढ़ता है। • मोहन स्कूल जा रहा है। • मोहन के पिताजी पुलिस हैं। • मोहन की माताजी डॉक्टर है। • मोहन की बहन खाना बना रही है। जैसे – मैं , तुम , हम , वह , आप , उसका , उसकी , वह आदि। इसके शाब्दिक अर्थ को समझें तो यही प्रतीत होता है कि “ सबका नाम ” यह शब्द किसी व्यक्ति विशेष के द्वारा प्रयुक्त ना होकर सबके द्वारा प्रयुक्त होते हैं। किसी एक का नाम ना होकर सबका नाम होते हैं। मैं का प्रयोग सभी व्यक्ति अपने लिए करते हैं। अतः मैं किसी एक का नाम ना होकर सबका नाम है। • • • • • •

nijvachak sarvanam ki paribhasha Archives

यहां आप निजवाचक सर्वनाम की परिभाषा, उदाहरण और प्रश्न उत्तर का अध्ययन करेंगे साथ ही अंत में इस सर्वनाम का अध्ययन करते हुए इसका निर्माण करना भी सीखेंगे। निजवाचक सर्वनाम की सम्पूर्ण जानकारी परिभाषा:- वह सर्वनाम जिसके माध्यम से अपनेपन तथा स्वयं का बोध हो , वहां निजवाचक सर्वनाम माना जाता है। यह सर्वनाम पुरुषवाचक … Categories Tags

सर्वनाम की परिभाषा, भेद, और उदाहरण

आज के इस लेख में हम सर्वनाम की परिभाषा, भेद, और उदाहरण सहित विस्तार से अध्ययन करेंगे। परिभाषा: जो शब्द संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होते हैं उन्हें हम सर्वनाम कहते हैं। इनका प्रयोग इसलिए किया जाता है ताकि संज्ञा शब्दों का वाक्य में बार-बार इस्तेमाल ना हो। जैसे:- तुम, मैं, वह, यह, कौन, कोई इत्यादि शब्द। आसान शब्दों में कहें तो संज्ञा की पुनरुक्ति को रोकने के लिए ही सर्वनाम का प्रयोग किया जाता है। सर्वनाम के भेद सर्वनाम के 6 भेद होते हैं जिनके नाम है १. पुरुषवाचक Advertisements २. निश्चयवाचक ३. अनिश्चयवाचक ४. संबंध वाचक ५. प्रश्नवाचक ६. निजवाचक पुरुषवाचक सर्वनाम परिभाषा:- जिस सर्वनाम का प्रयोग बोलने वाला व्यक्ति स्वयं अपने लिए या फिर सुनने वाले के लिए या किसी अन्य के लिए करता है तो वह पुरुषवाचक सर्वनाम होता है। पुरुषवाचक को एक और तरीके से समझा जा सकता है। इसका प्रयोग बोलने वाला व्यक्ति या फिर लेखक स्वयं अपने लिए या सुनने वाले के लिए या फिर पढ़ने वाले के लिए इस्तेमाल करता है तो वहां पर पुरुषवाचक होता है। इसके कुछ उदाहरण Advertisements १. मैं कल बंगाल जाऊंगा। २. अगर हम चाहे तो कुछ भी कर सकते हैं। ३. मुझे मेरी किताब वापस कर दो। ४. हमारा एक ही कर्तव्य है दूसरों की मदद करना। ५. तुम से सुलझा हुआ व्यक्ति मैंने आज तक नहीं देखा। ६. तुम्हारी यह पुस्तक मेरे पास रह गई थी। ७. तुझे जो पुस्तक चाहिए पुस्तकालय से मिल जाएगी। ८. तुम अपना काम अच्छे से करो। ९. वह विद्यार्थी पढ़ने में बहुत बढ़िया है। १०. उसने कल एक औरत की मदद की थी। ११. अगर उसने कल अच्छा काम किया होता तो आज उसके साथ अच्छा होता। Advertisements १२. इसने बार-बार एक ही गलती करी जिसके कारण आज उसे इतना नुकसान हुआ। इसके भी तीन भेद होते ह...

Nijvachak Sarvanam

Table of Contents • • • • Nijvachak Sarvanam Nijvachak Sarvanam निजवाचक सर्वनाम की परिभाषा | Nijvachak Sarvanam Ki Paribhasha जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग वक्ता स्वयं के लिए करता है उन्हें निजवाचक सर्वनाम कहते हैं। निजवाचक सर्वनाम के अंतर्गत आप, अपना, स्वयं, ख़ुद आदि शब्द आते हैं। आसान भाषा में कहें तो जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग कर्ता के संदर्भ में किया जाता है उन्हें निजवाचक सर्वनाम (Nijvachak Sarvanam) कहते हैं। ‘आप’ सर्वनाम का प्रयोग पुरुषवाचक सर्वनाम के रूप में भी किया जाता है और निजवाचक सर्वनाम के रूप में भी। निजवाचक ‘आप’ का प्रयोग पुरुषवाचक ‘आप’ के प्रयोग से भिन्न होता है। निजवाचक ‘आप’ एक ही रूप से दोनों वचनों में प्रयुक्त होता है जबकि पुरुष वाचक ‘आप’ बहुवचन में प्रयुक्त होता है पुरुषवाचक ‘आप’ का प्रयोग मध्यम एवं अन्य पुरुष में ही होता है जबकि निजवाचक ‘आप’ का प्रयोग तीनों पुरुषों में होता है। ‘आप’ सर्वनाम के स्थान पर अथवा उसके साथ ख़ुद, स्वत: अथवा स्वयं का प्रयोग किया जाता है। ख़ुद, स्वत: अथवा स्वयं शब्द अव्यय हैं, जिनका प्रयोग अक्सर क्रिया विशेषण के समान होता है। निजवाचक सर्वनाम के उदाहरण | Nijvachak Sarvanam Ke Udaharan • मैं स्वयं पर भरोसा करता हूँ। • मुझे अपना सामान वापस चाहिए। • आप भला तो जग भला। • अपने से छोटे को प्रेम और सम्मान देना चाहिए। • मैंने अपने स्वास्थ्य का सदा ख्याल रखा। • मैं तो स्वयं से ही प्यार करता हूँ। • मैं अपना खाना बना रहा हूँ। • मैं अपना खाना खुद बनाता हूँ। उपरोक्त दोनों वाक्यों में ‘अपना’ सर्वनाम का प्रयोग किया गया है। आप इन दोनों वाक्यों में स्पष्ट रूप से देख सकते हैं कि वक्ता ने स्वयं के लिए ‘अपना’ सर्वनाम का प्रयोग किया है। निजवाचक सर्व...