निकट दृष्टि दोष के कारण और निवारण

  1. दूर दृष्टि दोष किसे कहते हैं? कारण निवारण और किरण आरेख
  2. दृष्टि दोष और उनका कारण एवं निवारण (Vision Defects and their Causes, Remedies in Hindi)
  3. निकट दृष्टि दोष क्या होता है और इसका उपचार/ ईलाज कैसे किया जाता है ?
  4. निकट दृष्टि दोष क्या होता है, निकट दृष्टि दोष के क्या कारण और उसका निवारण क्या है?
  5. मायोपिया (निकट दृष्टि दोष)
  6. निकट दृष्टि दोष किसे कहते हैं इसके कारण क्या है?
  7. निकट दृष्टि दोष (Nearsighted) के कारण, लक्षण और उपाए


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दूर दृष्टि दोष किसे कहते हैं? कारण निवारण और किरण आरेख

दूर दृष्टि दोष किसे कहते हैं? कारण निवारण और किरण आरेख | Dur Drishti dosh Kise Kahate Hain मित्रों स्वागत है! आपका एक और नई पोस्ट में इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि दूर दृष्टि दोष किसे कहते हैं, इस रोग में कौन से लेंस का उपयोग किया जाता है, कारण एवं निवारण और किरण आरेख तो दूर दृष्टि दोष से संबंधित आपके सभी सवालों के उत्तर इस पोस्ट में है तो आपको इस पोस्ट को पूरा पढ़ना है और इस पोस्ट को अपने दोस्तों में जरूर शेयर करें। Dur Drishti dosh Kise Kahate, dur Drishti dosh Ka Chitra kaise banaen, dur Drishti dosh mein kaun se lens ka prayog Kiya jata hai, dur Drishti dosh ke nivaran, dur Drishti dosh kin karno se hota Hai, दूर दृष्टि दोष किसे कहते हैं, दूर दृष्टि दोष की परिभाषा, दूर दृष्टि दोष में चित्र कैसे बनाएं, दूर दृष्टि दोष में कौन सा लेंस का प्रयोग किया जाता है अभी तक आपने हमारे चैनल को सब्स क्राइब नहीं किया है तो नीचे आपको लिंक दी जा रही है। और साथ में टेलीग्राम ग्रुप की भी लिंक जॉइन कर लीजिएगा। 👉 Joined Telegram Group 👈 👉 Visit our YouTube Channel👈 दूर दृष्टि दोष किसे कहते हैं? यह किन कारणों से होता है? इस दोष के निवारण के लिए किस प्रकार का लेस प्रयुक्त किया जाता है? किरण आरेख द्वारा समझाइए दूर दृष्टि दोष - इस दोष से पीड़ित व्यक्ति को दूर की वस्तुएं तो स्पष्ट दिखाई देती हैं, परंतु निकट की वस्तुएं स्पष्ट दिखाई नहीं देती। यह दोष निम्नलिखित दो कारणों में से किसी एक कारण से हो सकता है- (i) नेत्र लेंस की वक्रता कम हो जाए, जिससे उसकी फोकस दूरी बढ़ जाए। (ii) नेत्र लेंस तथा रेटिना के बीच की दूरी कम हो जाए अर्थात् नेत्र के गोलक का व्यास कम हो जाए। इस दृष्टि दोष वाले व्यक्...

दृष्टि दोष और उनका कारण एवं निवारण (Vision Defects and their Causes, Remedies in Hindi)

यह वह दृष्टि दोष है जिसके कारण मानव नेत्र पास की वस्तुओं को तो स्पष्ट रूप से देख सकती है किन्तु दूर की वस्तुओं को स्पष्ट रूप से नहीं देख सकती। कारण− इस दृष्टि दोष का मुख्य कारण नेत्र लेंस की फोकस दूरी का घटना, नेत्रगोलक का बढ़ना और वस्तु का प्रतिबिम्ब रेटिना के आगे बनना अर्थात् नेत्र लेंस की क्षमता का बढ़ना है। निवारण− इस दृष्टि दोष से पीड़ित व्यक्ति के लिए अवतल लेंस (Concave Lens) वाले चश्मे का प्रयोग उपयुक्त माना जाता है। दूर दृष्टि दोष अथवा हाइपरमेट्रोपिया (Long Sightedness Or Hypermetropia) यह वह दृष्टि दोष है जिसके कारण मानव नेत्र दूर की वस्तुओं को तो स्पष्ट रूप से देख सकती है किन्तु पास की वस्तुओं को स्पष्ट रूप से नहीं देख सकती। कारण− इस दृष्टि दोष का मुख्य कारण नेत्र लेंस की फोकस दूरी का बढ़ना, नेत्रगोलक का घटना और वस्तु का प्रतिबिम्ब रेटिना के पीछे बनना अर्थात् नेत्र लेंस की क्षमता का घटना है। निवारण− इस दृष्टि दोष से पीड़ित व्यक्ति के लिए उत्तल लेंस (Convex Lens) वाले चश्मे का प्रयोग उपयुक्त माना जाता है। जरा दृष्टि दोष अथवा प्रेसबायोपिया (Old Sightedness Or Presbyopea) यह वह दृष्टि दोष है जिसके कारण मानव नेत्र न तो ज्यादा दूर की वस्तुएँ स्पष्ट रूप से देख सकती है और न ही ज्यादा पास की। कारण− इस दृष्टि दोष का मुख्य कारण Ciliary Muscles का धीरे-2 कमजोर होना और नेत्र लेंस के लचीलेपन में कमी आना है। निवारण− इस दृष्टि दोष से पीड़ित व्यक्ति के लिए Bifocal Lens वाले चश्मे का प्रयोग उपयुक्त माना जाता है, जो कि अवतल और उत्तल लेंस से मिलकर बना होता है।

निकट दृष्टि दोष क्या होता है और इसका उपचार/ ईलाज कैसे किया जाता है ?

मानव आँख दूर या निकट की वस्तुओं पर ध्यान केंद्रित कर सकती है। यह आमतौर पर आंख के लेंस की वक्रता द्वारा किया जाता है। यदि लेंस की वक्रता कम है, तो यह दूर की वस्तुओं पर ध्यान केंद्रित करेगा। लेकिन कभी-कभी दूर दृष्टि धुंधली होती है जबकि निकट दृष्टि स्पष्ट होती है। इस स्थिति को मायोपिया कहते हैं। मायोपिया को ही निकट दृष्टिदोष भी कहा जाता है। दूसरे शब्दों में, मायोपिया एक आँख का दोष या आँख की सामान्य असामान्यता है जिसमें निकट दृष्टि स्पष्ट होती है जबकि दूर दृष्टि धुंधली होती है। इस स्थिति को आमतौर पर मायोपिया कहा जाता है। यही निकट दृष्टि या अदूरदर्शिता या मायोपिया कहलाता है। आँख का वह भाग, जो आँख को प्रतिबिम्ब बनाने में सहायता करता है, रेटिना कहलाता है। मायोपिया (निकट दृष्टि दोष) में, प्रकाश किरणें आंखों में बहुत जल्दी इकट्ठा हो जाती हैं और रेटिना तक पहुंचने से पहले केंद्रित हो जाती हैं, और इसलिए रेटिना पर कोई छवि नहीं बन सकती है। Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • आम तौर पर निकट दृष्टि दोष का मुख्य कारण हैं • आजकल गैजेट्स का बढ़ता चलन, • घर और ऑफिस की चारदीवारी में सिमटता जीवन, • शारीरिक गतिविधियों की कमी और जंक फूड का बढ़ता चलन • यह न केवल हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है बल्कि हमारे आंखों के स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, दुनिया भर में मायोपिया के प्रकार • सरल / सिंपल मायोपिया सिंपल मायोपिया में व्यक्ति की आँख वस्तुतः स्वस्थ होती है, उचित शक्तिशाली लेंस या चश्मे से दोष को आसानी से ठीक किया जा सकता है और आँख की दृष्टि की समस्या को ठीक किया जा सकता है। • हाई मायोपिया हाई मायोपिया, मायोपिया का चरम या उच्च र...

निकट दृष्टि दोष क्या होता है, निकट दृष्टि दोष के क्या कारण और उसका निवारण क्या है?

सामान्य तौर पर नेत्रलेंस से गुजरने वाली किरणें रेटिना पर एक दूसरे को काटती है। जहां यह किरणें एक दूसरे को काटती है वहीं पर फोकस बिंदु होता है और वहीं पर वस्तु की इमेज बनती है। नॉर्मल आंख में ऐसा ही होता है परंतु कभी-कभी नेत्र का गोला ऊपर नीचे से चपटा हो जाने के कारण रेटिना और नेत्र लेंस की दूरी अधिक हो जाती है जिसके कारण लेंस से निकलने वाली किरणें रेटिना के आगे ही एक दूसरे से मिलती है और वहां पर चित्र बनाती हैं जिसके कारण दूर की वस्तुएं हमें धुंधली दिखती है। जैसा की चित्र में दिखाया गया है।

मायोपिया (निकट दृष्टि दोष)

गैजेट्स का लगातार बढ़ता चलन, घर और ऑफिस की चहार दीवारी में सीमित जीवन, शारीरिक सक्रियता की कमी और जंक फूड्स का बढ़ता चलन हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को ही नहीं हमारी आंखों की सेहत को भी प्रभावित कर रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, पूरे विश्व में मायोपिया के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, आज विश्वभर में एक अरब चालीस करोड़ लोगों को निकट दृष्टि दोष है, 2050 तक यह आंकड़ा बढ़कर पांच अरब हो जाएगा। इनमें से लगभग दस प्रतिशत लोगों का मायोपिया इतना गंभीर होगा कि उनके लिए दृष्टिहीनता का खतरा अत्यधिक बढ़ जाएगा। क्या है निकटदृष्टि दोष? निकट दृष्टि दोष को चिकित्सीय भाषा में मायोपिया कहते हैं, इसमें दूर की चीजों को स्पष्ट रूप से देखने में परेशानी आती है। मायोपिया में आंख की पुतली (आई बॉल) का आकार बढ़ने से प्रतिबिंब रेटिना पर बनने के बजाय थोड़ा आगे बनता है। ऐसा होने से दूर की वस्तुएं धुंधली और अस्पष्ट दिखाई देती हैं, लेकिन पास की वस्तुएं देखने में कोई परेशानी नहीं होती है। एक अनुमान के अनुसार भारत की 20-30 प्रतिशत जनसंख्या मायोपिया से पीड़ित है। मायोपिया तब होता है, जब आंख की पुतली बहुत लंबी हो जाती है या कार्निया (आंखों की सबसे बाहरी सुरक्षात्मक परत) की वक्रता बहुत बढ़ जाती है। इससे जो रोशनी आंखों में प्रवेश करती है वो ठीक प्रकार से फोकस नहीं होती है, जिससे प्रतिबिंब रेटिना के थोड़ा आगे फोकस होते हैं। इससे नज़र धुंधली हो जाती है। जब मायोपिया की समस्या बहुत बढ़ जाती है तो मायोपिया धीरे-धीरे या तेजी से विकसित हो सकता है। बच्चों में यह समस्या तेजी से बढ़ती है क्योंकि उनका शरीर और दिल्ली स्थित, ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (एम्स) द्वारा किए गए एक निकट दृष्टि दोष के कारण ...

निकट दृष्टि दोष किसे कहते हैं इसके कारण क्या है?

Table of Contents Show • • • • उत्तर : (1) निकट दृष्टि दोष-इस दोष में मनुष्य को पास की वस्तुएँ तो स्पष्ट दिखाई देती है, किन्तु दूर की वस्तुएँ स्पष्ट दिखाई नहीं देती है। निकट दृष्टि दोष के कारण- (1) लैंस से रेटिना तक की दूरी बढ़ जाना, अर्थात् नेत्र के गोले की त्रिज्या का बढ़ जाना। (2) लैंस के पृष्ठों की वक्रता का बढ़ जाना अर्थात् लैंस का मोटा हो जाना, जिससे उसकी फोकस दूरी कम हो जाती है। निकट दृष्टि दोष का निवारण-इंस दोष को दूर करने के लिए ऐसा लैंस प्रयुक्त करना चाहिए जो नेत्रं की अभिसारी क्षमता को कम कर दे। इसलिए, अवतल लैंस प्रयुक्त किया जाता है। निकट दृष्टि दोष किसे कहते हैं? Nikat Drishti dosh Kise Kahate Hain निकट दृष्टि दोष (Myopia or short sightedness) - इस दोष में नेत्र निकट की वस्तुओं को तो स्पष्ट देख सकता है परंतु अधिक दूरी पर रखी वस्तु स्पष्ट दिखाई नहीं देती अर्थात् नेत्र का दूर बिंदु अनंत पर न होकर कम दूरी पर आ जाता है। यह दोष 10 से 16 वर्ष की आयु में होता है। अतः समंजन क्षमता पूर्ण होने के कारण नेत्र का निकट बिंदु भी सामान्य नेत्र के निकट बिंदु (25 सेमी) से कम दूरी पर आ जाता है। दोष के कारण - इस दोष के दो कारण हो सकते हैं- (i) नेत्र लेंस की वक्रता बढ़ जाए जिससे उसकी फोकस दूरी कम हो जाए, (ii) नेत्र लेंस और रेटिना के बीच की दूरी बढ़ जाए अर्थात नेत्र के गोले का व्यास बढ़ जाए। तब अनंत से चलने वाली किरणें नेत्र में अपवर्तित होकर बजाय रेटिना R पर मिलने के रेटिना से पहले ही एक बिंदु C पर मिल जाते हैं। अतः अनंत पर रखी वस्तु स्पष्ट दिखाई नहीं देती। निवारण - निकट दृष्टि दोष में नेत्र का दूर बिंदु f अनंत से कम दूरी पर ऐसी स्थिति में होता है जहां से चलने वाली किरणें बिना समं...

निकट दृष्टि दोष (Nearsighted) के कारण, लक्षण और उपाए

निकट दर्ष्टि दोष यह आज के समय की एक बहुत ही गंभीर बीमारी है जो छोटे बच्चों को अपनी चपेट में ले रही है, इसके ज्यादातर मामले छोटे बच्चों में ही देखो को मिलते है इसकी वजह है रेडिएशन। ये रेडिएशन फ़ोन का इस्तमाल ज्यादा करने पर होता है और आज कल के माँ- बाप अपने बच्चों को छोटी सी उम्र में ही फोन थमा देते है। बच्चे उसपर तरह-तरह की एक्टिविटी करते रहते है और ज्यादातर फ़ोन का इस्तेमाल करते है जिसके वजह से उनकी  क्या होता है निकट दृष्टि दोष ? निकट दृष्टि दोष का मतलब होता है दूर की चीजों को देखने में दिक्कत होना या दूर की चीजों का धुंधला दिखना। अगर हम डॉक्टर की भाषा में बताये तो जब मायोपिया मेà...