नरेंद्र मोदी की मां का नाम

  1. PM Narendra Modi family tree
  2. Narendra Modi
  3. नरेन्द्र मोदी का जीवन परिचय, आयु, शिक्षा, पत्नी, जाति, संपत्ति, विवाद, योजनाएं
  4. मेरी मां... हीराबा के 100वें जन्‍मदिन पर पढ़ें PM नरेंद्र मोदी का ब्‍लॉग


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PM Narendra Modi family tree

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबा मोदी (Heeraben Modi) नहीं रहीं. 100 साल की उम्र में उनका निधन हो गया. अहमदाबाद के यूएन मेहता अस्पताल की तरफ से जारी किए गए बयान के मुताबिक़, इलाज के दौरान 30 दिसंबर को 3 बजकर 30 मिनट पर उनकी मृत्यु हो गई. पीएम ने अपनी मां को मुखाग्नि दी. अंतिम संस्कार के दौरान हीराबा का पूरा परिवार उन्हें आखिरी प्रणाम करने पहुंचा. उनके सभी बेटे और बेटी, नाती-पोते सब मौजूद रहे. आइए जानते हैं प्रधानमंत्री के परिवार में कौन-कौन हैं और फिलहाल क्या कर रहे हैं? और कौन-कौन है परिवार में? नरेंद्र मोदी के पिता नाम का नाम दामोदरदास मूलचंद मोदी है. दामोदरदास चाय बेचते थे. दामोदरदास और हीराबेन मोदी के 6 बच्चे हैं. नरेंद्र मोदी छह भाई-बहनों में तीसरे नंबर के हैं. पीएम, सोमभाई और अमृतभाई से छोटे हैं. प्रह्लाद और पंकज से बड़े हैं. नरेन्द्र मोदी की एक बहन भी हैं. उनका नाम बसंतीबेन है. बताया जाता है कि मोदी का परिवार आज भी मध्यवर्गीय जीवन जी रहा है. प्रधानमंत्री से पहले जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब भी उनका परिवार चकाचौंध से दूर ही रहा. सोमभाई मोदी: सबसे बड़े भाई हैं. वडनगर में एक वृद्धाश्रम चलाते हैं. नरेंद्र मोदी और सोमभाई के संबंध कैसे है, उसका एक क़िस्सा बताते हैं. वृद्धाश्रम के निवासियों के साथ सोमभाई (फोटो - इंडिया टुडे) 2015 की बात है. मोदी प्रधानमंत्री बन चुके थे. पुणे में एक NGO का फ़ंक्शन था. लोगों में उत्साह था कि प्रधानमंत्री के भाई बोलने जा रहे हैं. सोमभाई माइक पर आए और कहा, "मेरे और प्रधानमंत्री मोदी के बीच एक स्क्रीन है. आप वो स्क्रीन देख नहीं सकते, लेकिन मैं देख सकता हूं. मैं नरेंद्र मोदी का भाई हूं, न कि प्रधानमंत्री का. प्रधानमंत्री मोदी के ल...

Narendra Modi

6. नरेंद्र मोदी बचपन में आम बच्चों से बिलकुल अलग थे। 7. नरेंद्र मोदी वड़नगर के भगवताचार्य नारायणाचार्य स्कूल में पढ़ते थे। नरेन्द्र मोदी स्कूल में औसत छात्र थे। 8. उन्हें बचपन में एक्टिंग का शौक था। 9. नरेन्द्र मोदी बचपन में स्कूल में एक्टिंग, वाद-विवाद, नाटकों में भाग लेते और पुरस्कार जीतते थे। एनसीसी में भी शामिल हुए। 10. वे एक बार शर्मिष्ठा तालाब से एक घड़ियाल का बच्चा पकड़कर घर लेकर आ गए। मां के समझाने पर वे वापस उसे तालाब छोड़कर आए। 11. नरेन्द्र मोदी बचपन में साधु-संतों से प्रभावित हुए। वे बचपन से ही संन्यासी बनना चाहते थे। 12. संन्यासी बनने के लिए मोदी स्कूल की पढ़ाई के बाद घर से भाग गए थे। इस दौरान मोदी पश्चिम बंगाल के रामकृष्ण आश्रम सहित कई जगहों पर घूमते रहे। 13. नरेंद्र मोदी बचपन से ही आरएसएस से जुड़े हुए थे। 1958 में दीपावली के दिन गुजरात आरएसएस के पहले प्रांत प्रचारक लक्ष्मण राव इनामदार उर्फ वकील साहब ने नरेंद्र मोदी को बाल स्वयंसेवक की शपथ दिलवाई थी। 14. वे बहुत मेहनती कार्यकर्ता थे। वे आरएसएस के बड़े शिविरों के आयोजन में मैनेजमेंट का हुनर दिखाते थे। आरएसएस नेताओं का ट्रेन और बस में रिजर्वेशन का जिम्मा उन्हीं के पास होता था। 15. हिमालय में कई महीनों तक साधुओं के साथ रहे। दो साल बाद जब वह हिमालय से वापस लौटे तब उन्होंने संन्यास जीवन त्यागने का फैसला लिया। 16. हिमालय से लौटने के बाद मोदी ने अपने भाई के साथ मिलकर अहमदाबाद की कई स्थानों पर चाय की दुकान भी लगाईं। उन्होंने हर कठिनाई को सहते हुए चाय बेची। 17. अठारह साल की उम्र में नरेन्द्र मोदी का विवाह उनकी मां ने बांसकाठा जिले के राजोसाना गांव में रहने वाली जसोदा बेन से किया गया था। 18. नरेन्द्र मोदी बाद में घर छोड...

नरेन्द्र मोदी का जीवन परिचय, आयु, शिक्षा, पत्नी, जाति, संपत्ति, विवाद, योजनाएं

Biography of Narendra Modi in Hindi: नरेंद्र मोदी भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री हैं। यह भारत के 2 बार प्रधानमंत्री रह चुके हैं। वर्तमान में यह भारत के 15वें प्रधानमंत्री के रूप में कार्यरत हैं। सन 2014 में पूर्ण बहुमत प्राप्त करके उसके बाद फिर साल 2019 के आम चुनावों में इन्होंने पूर्ण बहुमत प्राप्त किया। अब तक भारत में जितने भी प्रधानमंत्री हुए, उनमें ऐसी जीत प्राप्त करने वाले एकमात्र प्रधानमंत्री हैं। इतना ही नहीं नरेंद्र मोदी को चाहने वाले भी बहुत ज्यादा लोग हैं। माना जाता है इनकी फैन फॉलोइंग अन्य सभी नेताओं से ज्यादा है। Image: Biography of Narendra Modi in Hindi देश के विकास एवं निम्न वर्ग के लोगों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए नरेंद्र मोदी ने अब तक के शासनकाल में बहुत सारी योजनाएं लागू की और बहुत से ऐसे निर्णय लिए, जिससे देश का विकास हो। हालांकि यह बहुत से विवादों में भी घिरे रहे लेकिन इनके नीतियों का हमेशा ही प्रशंसा होता रहा है। आज के इस लेख नरेंद्र मोदी का जीवन परिचय में प्रारंभिक जीवन से लेकर इनकी राजनीतिक सफर और देश के विकास में इनके द्वारा लागू किए गए योजनाएं एवं उनके द्वारा किए गए महत्वपूर्ण कार्यों के बारे में जानेंगे। विषय सूची • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • नरेन्द्र मोदी का जीवन परिचय (Biography of Narendra Modi in Hindi) नाम नरेंद्र दामोदरदास मोदी जन्म और जन्मस्थान 17 सितंबर 1950, वड़नगर (गुजरात) पिता स्वर्गीय श्री दामोदर दास मूलचंद मोदी माता हीरा बेन वैवाहिक स्थिति विवाहित भाई-बहन पांच शिक्षा बीए एवं एमए (पोलिटिकल साइंस) पेशा राजनेता पार्टी भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीयता भारतीय धर्म हिंदू जाति घांची वर्...

मेरी मां... हीराबा के 100वें जन्‍मदिन पर पढ़ें PM नरेंद्र मोदी का ब्‍लॉग

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन मोदी आज जीवन के 100वें वर्ष में प्रवेश कर गईं। हीराबा गुजरात के गांधीनगर के बाहर इलाके में रायसण गांव में मोदी के छोटे भाई पंकज के साथ रहती हैं। मोदी परिवार ने हीराबा के जन्‍मदिन पर अहमदाबाद के जगन्नाथ मंदिर में भंडारा आयोजित करने की भी योजना बना रखी है। 100वें जन्‍मदिन के मौके पर पीएम मोदी ने गांधीनगर जाकर मां का आशीर्वाद लिया। इससे पहले मोदी मार्च 2022 में अपनी मां से मिलने गए थे। पीएम मोदी ने मां के लिए अपनी आधिकारिक वेबसाइट (www.narendramodi.in) पर 'मां' शीर्षक से एक ब्‍लॉग भी लिखा है। इसमें मोदी ने तमाम यादें ताजा करते हुए अपने जीवन में मां के महत्‍व को समझाया है। पढ़‍िए, मां के नाम पीएम मोदी का पूरा ब्‍लॉग। "मां, ये सिर्फ एक शब्द नहीं है। जीवन की ये वो भावना होती जिसमें स्नेह, धैर्य, विश्वास, कितना कुछ समाया होता है। दुनिया का कोई भी कोना हो, कोई भी देश हो, हर संतान के मन में सबसे अनमोल स्नेह मां के लिए होता है। मां, सिर्फ हमारा शरीर ही नहीं गढ़ती बल्कि हमारा मन, हमारा व्यक्तित्व, हमारा आत्मविश्वास भी गढ़ती है। और अपनी संतान के लिए ऐसा करते हुए वो खुद को खपा देती है, खुद को भुला देती है। आज मैं अपनी खुशी, अपना सौभाग्य, आप सबसे साझा करना चाहता हूं। मेरी मां, हीराबा आज 18 जून को अपने सौवें वर्ष में प्रवेश कर रही हैं। यानि उनका जन्म शताब्दी वर्ष प्रारंभ हो रहा है। पिताजी आज होते, तो पिछले सप्ताह वो भी 100 वर्ष के हो गए होते। यानि 2022 एक ऐसा वर्ष है जब मेरी मां का जन्मशताब्दी वर्ष प्रारंभ हो रहा है और इसी साल मेरे पिताजी का जन्मशताब्दी वर्ष पूर्ण हुआ है। पिछले ही हफ्ते मेरे भतीजे ने गांधीनगर से मां के कुछ वीडियो भेजे हैं। घर पर स...