नवाब साहब की सनक नकारात्मक थी, किंतु हर सनक नकारात्मक नहीं होती। सोदाहरण सिद्ध कीजिए कि किस सनक को सकारात्मक कहा जा सकता है?

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NCERT Solutions for Class 10 Hindi Chapter 12

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लखनवी अंदाज रचना में नवाब साहब …

‘लखनवी अंदाज’ पाठ में नवाब साहब की सनक किसी भी तरह से उचित नहीं थी, क्योंकि अपनी सनक में उन्होने खाद्य पदार्थ का नुकसान ही किया। कोई भी खाद्य पदार्थ का महत्व होता है, उसको यूँ बर्बाद नहीं करना चाहिए था। अगर उन्हें खीरा खाना ही नहीं था तो उसे काटते ही नही। वह उस खीरे को किसी जरूरतमंद भूखे गरीब को दान दे सकते थे, लेकिन उन्होंने अपने नवाबी शौक और दिखावे में खीरे को काटा और फिर बिना खाए फेंक दिया। यह उनकी नकारात्मक सनक थी, जिसमें उन्होंने हानि ही की। हालाँकि सनक के सकारात्मक रूप भी हो सकते हैं। सकारात्मक रूप से कोई सनक सवार हो जाए तो किसी असंभव कार्य को भी संभव किया जा सकता है। लेकिन यहां पर ऐसी कोई बात नहीं थी, इसलिए नवाब साहब द्वारा खीरे को काट कर बिना खाए फेंक देना किसी भी दृष्टि से उचित नहीं था। यह केवल उनका व्यर्थ का दिखावा और पाखंड था।

लखनवी अंदाज़ 10th Class Hindi क्षितिज भाग 2 Chapter 12

प्रश्न: लेखक को नवाब साहब के किन हाव-भावों से महसूस हुआ कि वे उनसे बातचीत करने के लिए तनिक भी उत्सुक नहीं हैं? उत्तर: भीड़ से बचकर यात्रा करने के उद्देश्य से जब लेखक सेकंड क्लास के डिब्बे में चढ़ा तो देखा उसमें एक नवाब साहब पहले से बैठे थे। लेखक को देखकर • नवाब साहब के चिंतन में व्यवधान पड़ा, जिससे उनके चेहरे पर व्यवधान के भाव उभर आए। • नवाब साहब की आँखों में असंतोष का भाव उभर आया। • उन्होंने लेखक से बातचीत करने की पहल नहीं की। • लेखक की ओर देखने के बजाए वे खिड़की से बाहर देखते रहे। • कुछ देर बाद वे डिब्बे की स्थिति को देखने लगे। इन हाव-भावों को देखकर लेखक ने जान लिया कि नवाब साहब उनसे बातचीत करने के इच्छुक नहीं हैं। प्रश्न: नवाब साहब ने बहुत ही यत्ने से खीरा काटा, नमक-मिर्च बुरका, अंततः सँधकर ही खिड़की से बाहर फेंक दिया। उन्होंने ऐसा क्यों किया होगा? उनका ऐसा करना उनके कैसे स्वभाव को इंगित करता है? उत्तर: नवाब साहब ने यत्नपूर्वक खीरा काटकर नमक-मिर्च छिड़का और सँधकर खिड़की से बाहर फेंक दिया। उनका ऐसा करना उनकी नवाबी ठसक दिखाता है। वे लोगों के कार्य व्यवहार से हटकर अलग कार्य करके अपनी नवाबी दिखाने की कोशिश करते हैं। उनका ऐसा करना उनके अमीर स्वभाव और नवाबीपन दिखाने की प्रकृति या स्वभाव को इंगित करता है। प्रश्न: बिना विचार, घटना और पात्रों के भी क्या कहानी लिखी जा सकती है। यशपाल के इस विचार से आप कहाँ तक सहमत हैं? उत्तर: लेखक का मानना है कि बिना विचार, घटना और पात्रों के भी क्या कहानी लिखी जा सकती है अर्थात विचार, घटना और पात्र के बिना कहानी नहीं लिखी जा सकती है। मैं लेखक के इन विचारों से पूर्णतया सहमत हूँ। वास्तव में कहानी किसी घटना विशेष का वर्णन ही तो है। इसका कारण क्या था...

NCERT SOLUTIONS FOR CLASS

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लखनवी अंदाज़ कक्षा 10 की सम्पूर्ण जानकारी

छात्रों के लिए10वीं क्लास सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होती है, इसलिए NCERT अपने सिलेबस में उन टॉपिक को ज़रूर कवर करती हैं जो परीक्षा के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण होती हैं। हिंदी के इस ब्लॉग में हम कक्षा 10 के“Lakhnavi Andaaz Class 10 की कहानी के लेखक परिचय और NCERT की पुस्तक के अनुसार प्रश्नों के उत्तर के बारे में जानेंगे। तो चलिए जानते हैं ” Lakhnavi Andaaz Class 10 के बारे में विस्तार से। ये भी पढ़ें : बोर्ड CBSE टेक्स्टबुक NCERT कक्षा कक्षा 10 विषय हिंदी क्षितिज पाठ संख्या पाठ 12 पाठ का नाम लखनवी अंदाज़ This Blog Includes: • • • • • • • • लेखक यशपाल का जीवन परिचय लखनवी अंदाज कहानी के लेखक मशहूर रचनाकार यशपाल साहब हैं।यशपाल साहब का जन्म सन 1903 में पंजाब के फिरोजपुर छावनी में हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा कांगड़ा में हुई। उन्होंने लाहौर के नेशनल कॉलेज से BA किया था। यहीं पढ़ाई के दौरान ही उनका परिचय भारत के वीर शहीद भगत सिंह और सुखदेव से भी हुआ था। पढ़ाई के बाद बाद वो भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ गए। स्वाधीनता आंदोलन के दौरान वो कई बार जेल भी गए। उनकी मृत्यु 1976में हुई। यशपाल साहब की रचनाएं यशपाल की रचनाओं में आम आदमी के सरोकारों की उपस्थिति साफ दिखती है। वो यथार्थवादी शैली के विशिष्ट रचनाकार थे। सामाजिक विषमता, राजनीतिक पाखंड और रूढ़िवादियों के खिलाफ उनकी रचनाएं मुखर हैं। • कहानी संग्रह – ज्ञानदान, तर्क का तूफान, पिंजरे की उड़ान, वा दुलिया, फूलों का कुर्ता। • उपन्यास – झूठा सच (यह भारत विभाजन की त्रासदी का मार्मिक दस्तावेज है) • अन्य प्रमुख उपन्यास – अमिता, दिव्या, पार्टी कामरेड, दादा कामरेड, मेरी तेरी उसकी बात। पाठ सारांश Lakhnavi Andaaz Class 10 का पाठ सारांश नीचे द...

NCERT Solutions For Hindi Class10 Chapter 12 Yashapaal Lakhanavi Andaaj

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