नवरात्रि 2023 चैत्र

  1. चैत्र नवरात्रि 2023: तिथि, समय, इतिहास, महत्व, महत्व और राशि अनुसार उपाय
  2. चैत्र नवरात्रि 2023
  3. Chaitra Navratri 2023: 2023 में कब से शुरू होंगी चैत्र नवरात्रि? ये है घटस्‍थापना मुहूर्त और 9 तिथियां
  4. चैत्र नवरात्रि 22 मार्च से 30 मार्च 2023 ‣ Om Asttro / ॐ एस्ट्रो


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चैत्र नवरात्रि 2023: तिथि, समय, इतिहास, महत्व, महत्व और राशि अनुसार उपाय

नवरात्रि हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है और इसे भव्य शैली में मनाया जाता है। हिंदू कैलेंडर में चार नवरात्रि होते हैं। चैत्र और शारदीय नवरात्रि के अलावा दो गुप्त नवरात्रि हैं। चैत्र नवरात्रि मार्च या अप्रैल में मनाई जाती है, जबकि महा नवरात्रि सितंबर या अक्टूबर में मनाई जाती है। चैत्र नवरात्रि 2023 बुधवार, 22 मार्च, 2023 से शुरू होगी; अगले नौ दिनों, 31 मार्च, 2023 तक, हिंदू धर्म में अत्यधिक धार्मिक महत्व रखता है। चैत्र नवरात्रि हिंदू कैलेंडर के अनुसार चैत्र के महीने में आती है जो ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार मार्च-अप्रैल से मेल खाती है। संस्कृत में ‘नवरात्रि’ शब्द का शाब्दिक अर्थ है ‘नौ रातें’, और यह हिंदू देवी दुर्गा और उनके नौ अवतारों – दुर्गा, शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महा की पूजा के लिए समर्पित त्योहार है। गौरी और सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। नवरात्रि के दौरान देशभर में तरह-तरह के धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। शारदीय नवरात्रि 2023: तिथि, समय (नवरात्रि 2023 कब है?) चैत्र नवरात्रि 22 मार्च 2023 से 31 मार्च 2023 तक मनाई जाएगी। चैत्र नवरात्रि की अष्टमी, जिसे अनुष्ठान का सबसे महत्वपूर्ण दिन माना जाता है , नवरात्रि के 9वें दिन पड़ता है जो 30 मार्च को है। रामनवमी, भगवान राम का जन्मदिन आमतौर पर नवरात्रि उत्सव के नौवें दिन होता है। इसलिए चैत्र नवरात्रि को राम नवरात्रि के नाम से भी जाना जाता है। चैत्र नवरात्रि 2023 तिथि व समय चैत्र नवरात्रि प्रारंभ बुधवार, 22 मार्च, 2023 चैत्र नवरात्रि समाप्त शुक्रवार, 31 मार्च, 2023 को घटस्थापना मुहूर्त 22 मार्च, 06:29 AM से 07:42 AM तक है प्रतिपदा तिथि प्रारंभ 21 मार्च 20...

चैत्र नवरात्रि 2023

चैत्र नवरात्री के दिन घट स्थापना – मुहूर्त एवं पूजन विधि चैत्र नवरात्रि प्रथम दिन – बुधवार 22 मार्च 2023 चैत्र नवरात्रि सभी चारों नवरात्रों में विशेष महत्व रखता है। आमतौर पर साल में चार चैत्र, आषाढ़, आश्विन और माघ नवरात्र माने गए हैं। जिसमें चैत्र नवरात्रि को विशेष महत्व दिया गया है, क्योंकि भारतीय नववर्ष चैत्र मास के शुक्लपक्ष की प्रतिपदा से ही प्रारंभ होती है। इस वर्ष चैत्र नवरात्रि बुधवार, 22 मार्च 2023 से लेकर गुरुवार, 30 मार्च 2023 तक रहेगी। नवरात्रि के नौ दिनों में मां के अलग-अलग रुपों की पूजा को शक्ति की पूजा के रुप में भी देखा जाता है। चैत्र नवरात्रि महत्व माता शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्रि देवी दुर्गा के नौ अलग-अलग रुप हैं। हिन्दू शास्त्रों में किसी भी पूजन से पूर्व, भगवान गणेशजी की आराधना का प्रावधान बताया गया है। माता जी की पूजा में कलश से संबन्धित एक मान्यता है के अनुसार कलश को भगवान श्री गणेश का प्रतिरुप माना गया है। इसलिये सबसे पहले कलश का पूजन किया जाता है। कलश स्थापना करने से पहले पूजा स्थान को गंगा जल से शुद्ध किया जाना चाहिए। पूजा में सभी देवताओं आमंत्रित किया जाता है। कलश में सात प्रकार की मिट्टी, सुपारी, मुद्रा रखी जाती है। और पांच प्रकार के पत्तों से कलश को सजाया जाता है। इस कलश के नीचे सात प्रकार के अनाज और जौ बौये जाते है। जिन्हें दशमी की तिथि पर काटा जाता है। माता दुर्गा की प्रतिमा पूजा स्थल के मध्य में स्थापित की जाती है। कलश स्थापना के बाद, गणेश भगवान और माता दुर्गा जी की आरती से, नौ दिनों का व्रत प्रारंभ किया जाता है। कई व्यक्ति पूरे नौ दिन तो यह व्रत नहीं रख पाते हैं किन्त...

Chaitra Navratri 2023: 2023 में कब से शुरू होंगी चैत्र नवरात्रि? ये है घटस्‍थापना मुहूर्त और 9 तिथियां

Navratri Ghatasthapana Date 2023: हिंदू धर्म में नवरात्रि बहुत महत्‍वपूर्ण पर्व माना गया है. मां दुर्गा के 9 रूपों की आराधना का पर्व हिंदू पंचांग के अनुसार साल में 4 बार मनाया जाता है. 2 बार नवरात्रि प्रत्‍यक्ष रूप में मनाई जाती हैं, तो वहीं 2 बार गुप्‍त नवरात्रि होती हैं. चैत्र नवरात्रि के पहले दिन से ही हिंदू नववर्ष की शुरुआत होती है. साल 2023 में चैत्र नवरात्रि 22 मार्च से शुरू होंगी. वहीं 30 मार्च को चैत्र नवरात्रि समाप्‍त होंगी. चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होती है और नवमी तिथि तक चलती है. चैत्र नवरात्रि के पहले दिन ही घरों में घटस्‍थापना होती है और 9 दिन तक देवी दुर्गा के 9 रूपों की आराधना की जाती है. इस दौरान भक्‍त 9 दिन तक उपवास रखते हैं और दशमी तिथि को पारण करते हैं. हिंदू पंचांग के अनुसार साल 2023 में चैत्र नवरात्रि का आरंभ 22 मार्च से होगा. पंचांग के अनुसार, चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 21 मार्च 2023 की रात 10 बजकर 52 मिनट से शुरू होगी और 22 मार्च 2023 की रात 8 बजकर 20 मिनट पर समाप्‍त होगी. उदया तिथि के अनुसार चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 22 मार्च 2023 से होगी. इस दिन घटस्‍थापना का शुभ मुहूर्त केवल 1 घंटा 10 मिनट का रहेगा. घटस्‍थापना का शुभ मुहूर्त 22 मार्च की सुबह 06:29 बजे से सुबह 07:39 बजे तक रहेगा. चैत्र नवरात्रि 2023 तिथि चैत्र नवरात्रि के 9 दिन मां दुर्गा के 9 रूपों को समर्पित होते हैं और हर दिन मां दुर्गा के संबंधित रूप की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. चैत्र नवरात्रि प्रथम दिन (22 मार्च 2023) - प्रतिपदा तिथि, मां शैलपुत्री पूजा, घटस्थापना चैत्र नवरात्रि दूसरा दिन (23 मार्च 2023) - द्वितीया तिथि, मां ब्रह्मचारिणी पू...

चैत्र नवरात्रि 22 मार्च से 30 मार्च 2023 ‣ Om Asttro / ॐ एस्ट्रो

News & Update ॐ नमस्ते गणपतये ॥ स्वस्ति न इन्द्रो वृद्धश्रवाः । स्वस्ति नः पूषा विश्ववेदाः । स्वस्ति नस्तार्क्ष्यो अरिष्टनेमिः । स्वस्ति नो बृहस्पतिर्दधातु ॥ ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥ हमारे यहां पर वैदिक ज्योतिष के आधार पर कुंडली , राज योग , वर्ष पत्रिका , वार्षिक कुंडली , शनि रिपोर्ट , राशिफल , प्रश्न पूछें , आर्थिक भविष्यफल , वैवाहिक रिपोर्ट , नाम परिवर्तन पर ज्योतिषीय सुझाव , करियर रिपोर्ट , वास्तु , महामृत्‍युंजय पूजा , शनि ग्रह शांति पूजा , शनि ग्रह शांति पूजा , केतु ग्रह शांति पूजा , कालसर्प दोष पूजा , नवग्रह पूजा , गुरु ग्रह शांति पूजा , शुक्र ग्रह शांति पूजा , सूर्य ग्रह शांति पूजा , पितृ दोष निवारण पूजा , चंद्र ग्रह शांति पूजा , सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ , प्रेत बाधा निवारण पूजा , गंडमूल दोष निवारण पूजा , बुध ग्रह शांति पूजा , मंगल दोष (मांगलिक दोष) निवारण पूजा , केमद्रुम दोष निवारण पूजा , सूर्य ग्रहण दोष निवारण पूजा , चंद्र ग्रहण दोष निवारण पूजा , महालक्ष्मी पूजा , शुभ लाभ पूजा , गृह-कलेश शांति पूजा , चांडाल दोष निवारण पूजा , नारायण बलि पूजन , अंगारक दोष निवारण पूजा , अष्‍ट लक्ष्‍मी पूजा , कष्ट निवारण पूजा , महा विष्णु पूजन , नाग दोष निवारण पूजा , सत्यनारायण पूजा , दुर्गा सप्तशती चंडी पाठ (एक दिन) जैसी रिपोर्ट पाए और घर बैठे जाने अपना भाग्य अभी आर्डर करे ‘ ‘इदं विष्णुर्विचक्रमे त्रेधा निदधेपदम्। समूढ़मस्यपा सुरे स्वाहा’’ जय श्री कृष्णा Om Asttro / ॐ एस्ट्रो आपका हार्दिक स्वागत करता है , आपको हमारी पोस्ट पर प्रतिदिन धर्म , ज्योतिष , वेद , पुराण , शास्त्र , वास्तु , कुंडली एवं त्योहार से जुड़ी जानकारियां मिलती रहेगी । /i> Contents • 1 चैत्र नवरात्रि की तिथियाँ ...