नवरात्रि कब से चालू हो रहा है

  1. Navratri 2022 When Is Chaitra Navratri Starting Know The Kalash Timing And Worship On The First Day
  2. Shardiya Navratri 2022 Wonderful Coincidences Are Being Made On First Day Of Navratri
  3. Shardiya Navratri 2022 Date navratri kab shuru ho rahi kalash sthapna kaise karen stmp
  4. Navratri 2021 When Is Durga Puja 2021 Know Date And Right Time For Kalash Sthapana
  5. Chaitra Navratri 2021 : कब से प्रारंभ हो रहा है चैत्र नवरात्रि का पर्व
  6. Gupt Navratri: 18 या 19 जून? कब शुरू हो रही गुप्त नवरात्रि, देवघर के ज्योतिषी से जानें सही तारीख


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Navratri 2022 When Is Chaitra Navratri Starting Know The Kalash Timing And Worship On The First Day

Navratri 2022 :नवरात्रि के पर्व का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. नवरात्रि में पूरे नौ दिनों तक मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है. शास्त्रों में मां दुर्गा को शक्ति का प्रतीक माना गया है. मान्यता है कि नवरात्रि में विधि पूवर्क पूजा करने से मां दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त होती है और कष्ट, रोग, शत्रु से मुक्ति मिलती है. इस साल यानि 2022 में नवरात्रि का कब पड़ रहा है.आइए जानते हैं. चैत्र नवरात्रि कब है? चैत्र माह में पड़ने वाली नवरात्रि को चैत्र नवरात्रि भी कहा जाता है. पंचांग के अनुसार चैत्र नवरात्रि का पर्व 2 अप्रैल 2022 से 11 अप्रैल 2022 तक मनाया जाएगा. विशेष बात ये है कि इस वर्ष किसी भी तिथि का क्षय नहीं हो रहा है. घटस्थापना का शुभ मुहूर्त नवरात्रि में घटस्थापना का विशेष महत्व है. पंचांग के अनुसार चैत्र नवरात्रि में घटस्थापना 02 अप्रैल को की जाएगी. हिंदू कैलेंडर के अनुसार प्रतिपदा तिथि 01 अप्रैल 2022 को सुबह 11 बजकर 53 मिनट पर शुरू होगी जो 02 अप्रैल 11 बजकर 58 मिनट पर समाप्त होगी. घटस्थापना का शुभ मुहूर्त - 2 अप्रैल को सुबह 6 बजकर 10 मिनट से 8 बजकर 31 मिनट तक. घटस्थापना अभिजीत मुहूर्त - 2 अप्रैल को दोपहर 12 बजे से 12 बजकर 50 मिनट तक रहेगा.म्म् राहुकाल- इस दिन राहुकाल प्रात: 9 बजकर 17 मिनट से प्रात: 10 बजकर 51 मिनट तक रहेगा. शुभ कार्य राहुकाल में निषेध माने गए हैं. नवरात्रि का प्रथम दिन- शैलपुत्री की पूजा नवरात्रि के प्रथम दिन शैलपुत्री की पूजा की जाती है. मां दुर्गा का पहला स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा पहले नवरात्रि के दिन की जाती है. इन्हें सौभग्य और शांति की देवी माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा करने से हर तरह ...

Shardiya Navratri 2022 Wonderful Coincidences Are Being Made On First Day Of Navratri

Shardiya Navratri 2022 Start Date: शारदीय नवरात्रि आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से लेकर नवमी तक चलती है. दशमी के दिन विसर्जन के साथ 9 दिनों के नवरात्रि पर्व का समापन होता है. नवरात्रि के 9 दिनों में मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूप की पूजा-अर्चना की जाती है. नौ दिन मां दुर्गा (Maa Durga) की आराधना के लिए भक्त कलश स्थापना (Kalash Sthapana 2022) भी करते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस बार शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri 2022) के पहले दिन खास संयोग बन रहे हैं. जिस वजह से नवरात्रि का महत्व और भी अधिक बढ़ गया है. आइए जानते हैं शारदीय नवरात्रि के बारे में. शारदीय नवरात्रि कब से हो रहा है शुरू | Shardiya Navratri 2022 Date पंचांग के अनुसार, इस बार शारदीय नवरात्रि 26 सितंबर से शुरू हो रहे हैं. नवरात्रि का समापन 05 अक्टूबर को होगा. साल में कुल चार नवरात्रि आती हैं. जिसमें से दो गुप्त और 2 सामान्य नवरात्रि होती है. धार्मिक मान्यता के अनुसार शक्ति की उपासना के लिए सभी 4 नवरात्रि खास होती है. नवरात्रि पर बन रहे हैं शुक्ल और ब्रह्म योग | Shardiya Navratri 2022 Shubh Yog ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, नवरात्रि के पहले दिन यानी 26 सितंबर को शुक्ल योग सुबह 8 बजकर 06 मिनट तक रहेगा. इसके बाद ब्रह्म योग शुरू हो जाएगा. ज्योतिष शास्त्र की मान्यता के अनुसार, शुक्ल व ब्रह्म योग में पूजा करना शुभ और फलदायी होता है. नवरात्रि का त्योहार कहां मनाया जाता है | Where is navratri celebrated देवी दुर्गा को समर्पित नवरात्रि का त्योहार देश के कई हिस्सों में अलग-अलग रूप से मनाया जाता है. नवरात्रि के त्योहार की रौनक पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, असम, बिहार और यूपी समेत देश के कई राज्यों में देखने को मिलती है. ...

Shardiya Navratri 2022 Date navratri kab shuru ho rahi kalash sthapna kaise karen stmp

Shardiya Navratri 2022 kalash Sthapna Vidhi: हर साल अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शारदीय नवरात्रि का प्रारंभ होता है. नवरात्रि में पूरे नौ दिन मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है. अब से कुछ ही दिन में शारदीय नवरात्रि शुरू होने वाली है, जिसको लेकर भक्तों में अभी से काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. ऐसे में आइए जानते हैं कब शुरू हो रही नवरात्रि, कैसे करे मां दुर्गा की पूजा और क्या है कलश स्थापना की सही विधि? शारदीय नवरात्रि 2022 तिथि हिंदू पंचाग के अनुसार शारदीय नवरात्रि का प्रारम्भ 26 सितंबर से हो रहा है. नवरात्रि का समापन 05 अक्टूबर को होगा. नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरुपों की अलग-अलग पूजा की जाती है. नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना के बाद शैलपुत्री की पूजा की जाती है. जो लोग नौ दिन का व्रत नहीं रख पाते हैं, वे नवरात्रि के प्रथम दिन और अष्टमी के दिन व्रत रखते हैं. कलश स्थापना शुभ मुहूर्त नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना की जाती है. इस बार नवरात्रि के पहले दिन यानी 26 सितंबर को कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 06 बजकर 11 मिनट से लेकर 07 बजकर 51 मिनट तक है. वहीं इस दिन सुबह 06 बजकर 11 मिनट से 07 बजकर 42 मिनट तक चौघड़िया का अमृत्त सर्वोत्तम मुहूर्त है. इस शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना करना विशेष लाभकारी होता है. जानिए कैसे करें कलश स्थापना नवरात्रि के पहले दिन शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना करें. इस दिन स्नान करने के पश्चात मिट्टी के बड़े पात्र में मिट्टी डालें और उसमें जौ के बीज डाल दें. इसके बाद पात्र में थोड़ी और मिट्टी डालें और फिर जौ के बीज और डाल दें. अब इसके बाद इसमें थोड़ा सा जल डालें. इसके पश्चात कलश में मौली बांधकर तिलक लगाएं. अब आप...

Navratri 2021 When Is Durga Puja 2021 Know Date And Right Time For Kalash Sthapana

Navratri 2021 Start and End Date, Sharad Navratri 2021: नवरात्रि के पर्व का विशेष महत्व है. हिंदू धर्म में मां दुर्गा को शक्ति का प्रतीक माना गया है. नवरात्रि का पर्व मां दुर्गा को समर्पित है. नवरात्रि में मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा और उपासना की जाती है. मान्यता है कि नवरात्रि पर मां दुर्गा की विधि पूर्वक पूजा करने से जीवन में सुख समृद्धि आती है. नवरात्रि के मौके पर मां दुर्गा के भक्त 9 दिनों तक व्रत रखकर मां दुर्गा की भक्ति में लीन रहते हैं. नवरात्रि 2021 में कब है ? पंचांग के अनुसार नवरात्रि का पर्व 07 अक्टूबर 2021 से आरंभ होगा. इसे शरद नवरात्रि कहा जाता है. शरद नवरात्रि का पर्व 15 अक्टूबर 2021 को समाप्त होगा. दुर्गा पूजा कलश स्थापना कब है 2021? नवरात्रि का पर्व कलश स्थापना से आरंभ होता है. शरद नवरात्रि में 07 अक्टूबर 2021 को कलश स्थापना यानि घटस्थापना की जाएगी. कलश स्थापना के साथ ही नवरात्रि के पर्व की विधि शुरूआत मानी जाती है. नवरात्रि 2021 (Navratri 2021 Start and End Date) नवरात्रि प्रारंभ- 7 अक्टूबर 2021, गुरुवार नवरात्रि नवमी तिथि- 14 अक्टूबर 2021, गुरुवार नवरात्रि दशमी तिथि- 15 अक्टूबर 2021, शुक्रवार घटस्थापना तिथि- 7 अक्टूबर 2021, गुरुवार शरद नवरात्रि कब से शुरू है? • मां शैलपुत्री की पूजा- नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के पहले स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा होती है. • मां ब्रह्मचारिणी- द्वितीया तिथि 8 अक्टूबर 2021, शुक्रवार कोमां दुर्गा का दूसरा स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी है. नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है. • मां चंद्रघंटा की पूजा- तृतीया तिथि 9 अक्टूबर 2021, शनिवार को मां चंद्रघंटा की पूजा होती है. • मां कुष्मांडा की पूजा- चत...

Chaitra Navratri 2021 : कब से प्रारंभ हो रहा है चैत्र नवरात्रि का पर्व

देवी पुराण के अनुसार एक वर्ष में चार नवरात्र आती है। वर्ष के प्रथम महीने अर्थात चैत्र में प्रथम नवरात्रि होती है जिसे चैत्र नवरात्रि या बड़ी नवरात्रि कहते हैं। चौथे माह आषाढ़ में दूसरी नवरात्रि होती है जिसे गुप्त नवरात्रि कहते हैं। इसके बाद अश्विन मास में तीसरी और प्रमुख नवरात्रि होती है जिसे शारदीय नवरात्रि कहते हैं। इसी प्रकार वर्ष के ग्यारहवें महीने अर्थात माघ में चौथी नवरात्रि आती है जिसे गुप्त नवरात्रि कहते हैं। पंचांग के अनुसार 13 अप्रैल मंगलवार को चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा की तिथि से नवरात्रि का पर्व शुभारंभ होगा। पंचांग के अनुसार 13 अप्रैल को घटस्थापना की जाएगी। इस दिन घटस्थापना का मुहूर्त प्रात: 05 बजकर 28 मिनट से सुबह 10 बजकर 14 मिनट तक रहेगा। नवमी की तिथि 21 अप्रैल को पड़ेगी। वहीं नवरात्रि व्रत पारण 22 अप्रैल दशमी की तिथि को किया जाएगा। इस बार चैत्र नवरात्रि का प्रारंभ 13 अप्रैल 2021 दिन मंगलवार से हो रहा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि के पावन दिनों में मां धरती पर ही निवास करती हैं। मां का वाहन शेर होता है, लेकिन नवरात्रि के पावन मौके पर माता धरती पर किसी ना किसी वाहन पर सवार होकर आती है। देवीभागवत पुराण के अनुसार मां दूर्गा का आगमन आने वाले भविष्य की घटनाओं के बारे में संकेत देता है। कहते हैं कि यदि नवरात्रि का प्रारंभ रविवार, सोमवार से हो रहा है तो मां हाथी पर सवार होकर आती हैं। शनिवार, मंगलवार से प्रारंभ हो रहा है तो मां घोड़े पर सवार होकर आती हैं। गुरुवार, शुक्रवार से नवरात्रि प्रारंभ हो तो मां डोली में बैठकर आती हैं। वहीं दिय बुधवार से नवरात्रि प्रारंभ हो तो मां नाव पर सवार होकर आती हैं। इस बार नवरात्रि मंगलवार से प्रारंभ हो रही हैं, इसल...

Gupt Navratri: 18 या 19 जून? कब शुरू हो रही गुप्त नवरात्रि, देवघर के ज्योतिषी से जानें सही तारीख

परमजीत कुमार/देवघर. साल भर में चार नवरात्रि मनायी जाती है. जो चेत माह में होने वाली वसंत नवरात्रि से शुरू होती है. दूसरा गुप्त नवरात्रि है जो आसाढ़ महीने में मनायी जाती है. तीसरा आश्विन मास का वसंती नवरात्रि है और अंतिम माघ मास में गुप्त नवरात्रि मनायी जाती है. यानि दो वसंत व दो गुप्त नवरात्रि मनाने की परंपरा है. आषाढ़ महीने के गुप्त नवरात्रि शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनायी जाती है. इस नवरात्रि में मां दुर्गा के 9 स्वरूपों के अलावा 10 महाविद्याओं का भी पूजन होता है. तंत्र-मंत्र की साधना के लिए गुप्त नवरात्री अच्छी मानी जाती है. वहीं, बैद्यनाथधाम के ज्योतिषाचार्य का कहना है कि इस साल 18 जून को दिन के 11 बजकर 05 मिनट में आषाढ़ महीने की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत हो रही है और अगले दिन 19 जून को दिन के 11 बजकर 13 मिनट पर इसकी समाप्ति होगी. उदया तिथि के अनुसार 19 जून से नवरात्रि मानी जाएगी. कैसे अलग है यह नवरात्री बैधनाथधाम के ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुदगल ने लोकल18 से बातचीत करते हुए कहा कि चैत्र और अश्विन महीने में पड़ने वाले नवरात्रि में पंडालों में माता की मूर्ति स्थापित कर पूजा की जाती है. लेकिन आषाढ़ महीने में मनाई जाने वाली यह गुप्त नवरात्रि अन्य नवरात्रों से अलग है. इसकी पूजा घर पर ही की जाती है. इसमें तंत्र विद्या की साधना होती है. 19 तारीख को घर में कलश रखकर नौ दिन तक माता दुर्गा का पाठ करें. इससे घर में सुख शांति बनी रहेगी और सारी मनोकामना पूर्ण होगी. इसके साथ ही गुप्त नवरात्रि इसलिए अलग है क्योंकि इस नवरात्री मे मां दुर्गे के नौ रूपों के साथ-साथ 10 महाविद्यायें मां काली, मां तारा, मां त्रिपुर सुंदरी, मां भुनेश्वरी, मां छिन्नमस्तिके, मां त्रिपुर भ...