नवरात्रि कब से चालू होगा

  1. chaitra navratri 2022 date shubh mihurat puja vidhi
  2. Navratri 2022: नवरात्रि कब है जानें महत्व, शुभ योग, घटस्थापना मुहूर्त, पूजा विधि
  3. Navaratri 2022: कब से शुरू हो रही है नवरात्रि, जानें महत्‍व, कलश स्‍थापना का शुभ मुहूर्त और विधि
  4. Navratri 2022 Date:शारदीय नवरात्रि कब से शुरू? जानिए महत्व, कलश स्थापना शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
  5. When Does Gupt Navratri Of Magh Month Start Magh Navratri 2023 Date Shubh Muhurat Puja Vidhi And Importance Magh Navratri 2023 Kab Se Hai When Is Magh Navratri 2023


Download: नवरात्रि कब से चालू होगा
Size: 69.6 MB

chaitra navratri 2022 date shubh mihurat puja vidhi

Chaitra Navratri 2022: साल में चार बार नवरात्रि मनाई जाती है. जिसमें चैत्र और शारदीय नवरात्रि का खास महत्व है. इस बार चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2022) 2 अप्रैल, 2022 से शुरू हो रही है और इसका समापन 11 अप्रैल 2022 को होगा. नवरात्रि के पवित्र 9 दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है. चैत्र नवरात्रि के लिए कलश स्थापना शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को होगी. कलश स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त 2 अप्रैल सुबह 6 बजकर 10 मिनट से लेकर 8 बजकर 29 मिनट तक है. यानी कलश स्थापना के लिए कुल 2 घंटे 18 मिनट का समय मिलेगा. कैसे करें कलश स्थापना? कलश स्थापना के लिए सुबह उठकर स्नान के बाद साफ कपड़े पहनें. पूजा स्थल या पूजा मंदिर की साफ-सफाई कर लाल कपड़े बिछाएं. फिर इसके उपर अक्षत रखें. इसके बाद इसके ऊपर जौ बोएं. फिर इसके ऊपर जल से भरा हुआ कलश स्थापित करें. कलश पर स्वास्तिक बनाकर इस पर कलावा बांधें. कलश में साबुत, सुपारी, सिक्सा, अक्षत और आम का पल्लव डालें. इसके बाद एक नारियल के ऊपर चुनरी लपेटकर कलावा बांधें. इस नारियल को कलश के ऊपर रखें. इसके बाद देवी का आवाहन करें. फिर धूप-दीप आदि जलाकर कलश की पूजा करें. इसके बाद मां दुर्गा की पूजा करें. यह भी पढ़ें: शनि के राशि परिवर्तन से इन 3 राशियों के आएंगे अच्छे दिन, नौकरी-व्यापार में होगा लाभ किस दिन देवी के किस स्वरुप की होगी पूजा? 2 अप्रैल- शनिवार, घटस्थापना और शैलपुत्री स्वरुप की पूजा 3 अप्रैल- मां ब्रह्मचारिणी स्वरूप की पूजा 4 अप्रैल- माता चंद्रघंटा की पूजा 5 अप्रैल- माता कुष्माण्डा की पूजा 6 अप्रैल- स्कंदमाता की पूजा 7 अप्रैल- मां कात्यायनी की पूजा

Navratri 2022: नवरात्रि कब है जानें महत्व, शुभ योग, घटस्थापना मुहूर्त, पूजा विधि

navratri 2022 कब है- हिंदू धर्म में नवरात्रि का त्यौहार बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है हिंदू पंचांग के अनुसार नवरात्रि अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पहले दिन यानी प्रतिपदा तिथि से नवमी तक मनाया जाता है इस वर्ष navratri 2022 का महापर्व 26 सितंबर दिन सोमवार से प्रारंभ होगा और यह 5 अक्टूबर दिन बुधवार तक मनाया जाएगा इसके बाद दसवें दिन दुर्गा मां जी की मूर्ति का विसर्जन किया जाएगा। Navratri 2022 कब से शुरू होगा नवरात्रि हिंदुओं का मुख्य त्यौहार है इस त्यौहार में मां दुर्गा जी के नौ रूपों की पूजा पाठ किया जाता है इसलिए यह त्योहार 9 दिनों तक मनाया जाता है वेद पुराणों में मां दुर्गा जी को शक्ति का रूप माना गया है जो राक्षसों से इस संसार की रक्षा करती हैं नवरात्रि में दुर्गा मां जी के भक्त अपने सुखी जीवन और समृद्धि के लिए कामना करते हैं नवरात्रि का यह त्यौहार एक साल में 4 बार मनाया जाता है जिनमें से दो गुप्त रहते हैं और एक चैत्र नवरात्रि और दूसरा अश्विन नवरात्रि। इस अवसर पर देशभर के कई हिस्सों में मेला और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है नवरात्रि के समय दुर्गा जी के भक्त गण मां दुर्गा जी के दर्शन करने के लिए तीर्थ स्थलों पर जाते हैं इस नवरात्रि को शारदीय नवरात्रि के नाम से भी जानते हैं हिंदू पंचांग के अनुसार यह नवरात्रि अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पहले दिन प्रतिपदा से नवमी तक मनाया जाता है इस वर्ष navratri 2022 का यह महापर्व 26 सितंबर दिन सोमवार से प्रारंभ होगा जो 5 अक्टूबर दिन बुधवार तक मनाया जाएगा और दसवें दिन मां दुर्गा जी की मूर्ति का विसर्जन किया जाएगा। नवरात्रि पर्व का महत्व नवरात्रि का यह महापर्व मुख्य रूप से भारत के उत्तरी राज्यों के अलाव गुजरात और पश्चिम बंगाल ...

Navaratri 2022: कब से शुरू हो रही है नवरात्रि, जानें महत्‍व, कलश स्‍थापना का शुभ मुहूर्त और विधि

इन दिनों पितृ पक्ष चल रहे हैं. पितृ पक्ष अमावस्‍या के बाद शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो जाती है. अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के दिन शारदीय नवरात्रि का पहला दिन होता है. इस दिन लोग घर पर कलश स्‍थापना करते हैं और नौ दिनों के व्रत की शुरुआत होती है. जो लोग पूरे नौ दिनों तक व्रत नहीं रख पाते हैं, वो भी कम से कम नवरात्रि के पहले दिन और अष्‍टमी के दिन व्रत जरूर रखते हैं. नवरात्रि के दिनों को बेहद शुभ माना जाता है. देवशयनी एकादशी के बाद जिन शुभ कामों पर देवउठनी एकादशी तक रोक लग जाती है, वे शुभ काम इन नौ दिनों के बीच किए जा सकते हैं. ज्‍योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र से जानते हैं नवरात्रि का महत्‍व, कलश स्‍थापना के शुभ मुहूर्त और विधि के बारे में. शारदीय नवरात्रि का महत्‍व ज्‍योतिषाचार्य का कहना है कि शारदीय नवरात्रि बुराई पर अच्‍छाई की जीत का पर्व है. ये दिन मां दुर्गा की शक्ति का प्रतीक माने जाते हैं. देवी भागवत की कथा के अनुसार जब महिषासुर का आतंक धरती पर काफी बढ़ गया तो सभी देवी देवताओं ने त्रिदेव से मदद मांगी, लेकिन ब्रह्मा जी के वरदान के कारण त्रिदेव ने असमर्थता जताई. इसके बाद त्रिदेवों ने अपनी शक्ति से मां दुर्गा का सृजन किया. सभी देवताओं नें मां दुर्गा को अपनी-अपनी शक्ति और अस्त्र-शस्त्र प्रदान किए. इसके बाद मां दुर्गा का नौ दिनों तक महिषासुर के साथ युद्ध चला. दसवें दिन उसका वध किया. इस बीच मां दुर्गा की शक्ति और सामर्थ्‍य ने देवताओं को भी चकित कर दिया. तब से नवरात्रि के नौ दिन शक्ति की पूजा के लिए स‍मर्पित माने जाते हैं और दसवें दिन दशहरे का पर्व मनाया जाता है. ज्‍योतिषाचार्य बताते हैं कि रावण के वध से पहले प्रभु श्रीराम ने भी मां दुर्गा की पूजा की थी और विजयी ...

Navratri 2022 Date:शारदीय नवरात्रि कब से शुरू? जानिए महत्व, कलश स्थापना शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

अभी पितृ पक्ष जारी है और जैसे ही पितृ पक्ष खत्म होगा उसके फौरन बाद ही शारदीय नवरात्रि आरंभ हो जाएंगे। हिंदू धर्म में नवरात्रि पर्व का विशेष महत्व होता है। इस बार 26 सितंबर से 5 अक्तूबर 2022 तक नवरात्रि होंगे। मान्यता है कि मां दुर्गा नवरात्रि के 9 दिनों के दौरान कैलाश पर्वत से पृथ्वी लोक पर आती हैं। नवरात्रि के 9 दिनों तक माता दुर्गा के 9 अलग-अलग स्वरूपों की पूजा उपासना और साधना की जाती है। इसके अलावा मां दुर्गा की उपासना के साथ 9 दिनों का व्रत भी रखा जाता है। नवरात्रि के पहले दिन यानी प्रतिपदा पर घटस्थापना होती है। कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त आश्विन नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि 26 सितंबर 2022 को सुबह 03 बजकर 23 मिनट से शुरू हो जाएगी जो 27 सितंबर 2022 को सुबह 03 बजकर 08 मिनट पर खत्म होगी। ऐसे में इस शारदीय नवरात्रि पर मां दुर्गा की कृपा पाने के लिए कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 26 सितंबर 2022 को सुबह 6 बजकर 11 मिनट से लेकर 7 बजकर 51 मिनट तक रहेगा। इसके अलावा इस दिन अभिजीत मुहूर्त में दोपहर 12 बजकर 06 मिनट से 12 बजकर 54 मिनट पर किया जा सकता है। शारदीय नवरात्रि 2022 घटस्थापना मुहूर्त अवधि नवरात्रि 2022 सुबह 06 बजकर 11 मिनट से 07 बजकर 51 मिनट तक 1 घंटे 40 मिनट कलश स्थापना पूजा विधि • नवरात्रि पर सभी तरह के शुभ कार्य किए जा सकते हैं। मां दुर्गा इस दिन भक्तों के घर आती हैं ऐसे में शारदीय नवरात्रि के पहले दिन घर के मुख्य द्वार के दोनों तरफ स्वास्तिक बनाएं और दरवाजे पर आम और अशोक के पत्ते का तोरण लगाएं। • नवरात्रि में माता की मूर्ति को लकड़ी की चौकी या आसन पर स्थापित करना चाहिए। जहां मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें वहां पहले स्वास्तिक का चिह्न बनाएं। उसके बाद रोली और अक्षत से टीकें और फिर...

When Does Gupt Navratri Of Magh Month Start Magh Navratri 2023 Date Shubh Muhurat Puja Vidhi And Importance Magh Navratri 2023 Kab Se Hai When Is Magh Navratri 2023

Magh Gupt Navratri 2023: नवरात्रि यानी नौ पवित्र रातें जिसमें नवदुर्गा अर्थात मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा का समय होता है. साल 2023 में पहली नवरात्रि माघ महीने में आएगी. माघ माह की आने वाली नवरात्रि गुप्त नवरात्रि मानी जाती है. गुप्त नवरात्रि की देवियां 10 महाविद्याएं हैं, जिनकी आराधना से सिद्धियां प्राप्त की जाती हैं. तंत्र साधना के लिए गुप्त नवरात्रि बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती हैं. नौ दिन तक अघोरी और तांत्रिक दुलर्भ सिद्धियां प्राप्त करने के लिए गोपनीय तरीके से इन दस शक्तियों की आराधना करते हैं. आइए जानते हैं नए साल 2023 में माघ गुप्त नवरात्रि की डेट, मुहूर्त और महत्व. यह भी पढ़ें • Shardiya Navratri अक्टूबर की इस तारीख से होगी शुरू, यहां जानिए किस दिन कौन से स्वरूप की होगी पूजा • Shardiya Navratri 2023: जानिए कब से शुरू हो रही है शारदीय नवरात्रि, इस मुहूर्त में की जा सकेगी घटस्थापना • Aaj Ka Panchang: जान‍िए 14 अप्रैल 2023, दिन-शुक्रवार का पंचांग और शुभ-अशुभ मुहूर्त माघ गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 22 जनवरी 2023 से होगी. इसका समापन 30 जनवरी 2023 की होगा. ये नवरात्रि माघ महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से नवमी तक चलती है. इसी दिन व्रत का पारण किया जाएगा. मां दुर्गा को उपासक 9 दिन तक गुप्त तरीके से शक्ति साधना करते हैं. माघ गुप्त नवरात्रि 2023 मुहूर्त | Magh Gupt Navratri 2023 Muhurat पंचांग के मुताबिक माघ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 22 जनवरी 2023 को सुबह 02 बजकर 22 मिनट पर आरंभ हो रही है और 22 जनवरी को ही रात 10 बजकर 27 मिनट पर इसकी समाप्ति है. घटस्थापना मुहूर्त - सुबह 10:04 - सुबह 10:51 (22 जनवरी 2023) घटस्थापना अभिजित मुहूर्त - दोपहर 12:17 - दोपहर 01:00 (22 जन...