ओके गूगल दीपावली कब है

  1. ओके गूगल क्या है? OK Google Kya Hai (2023)
  2. Diwali 2021 Timing Muhurat: दिवाली का सर्व श्रेष्ठ लक्ष्मी पूजन मुहूर्त कब है 2021 में शुभ चौघड़िया
  3. कैसे गूगल अकाउंट बनाएं (google account, kaise kare, banaye)
  4. दीपावली कब है महत्व इतिहास पूजा विधि और शायरी 2022
  5. दीपावली 2022 में कब है । Diwali 2022 Date In India । दीपावली 2023 Date In India
  6. दीपावली के पांच त्यौहार कैसे, कब और क्यों मनाया जाता है । How, When And Why Five Festivals Of Deepawali Are Celebrated In Hindi


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ओके गूगल क्या है? OK Google Kya Hai (2023)

OK Google Kya Hai: ओके गूगल (OK Google) बोलकर आप अपने smartphone में call कर सकते हैं, sms लिख सकते हैं, alarm set कर सकते हैं या फिर कोई app खोलने जैसे इत्यादि कार्य कर सकते हैं। Android Mobile में “Google app” की मदद से ये सभी कार्य किये जा सकते हैं। Android smartphone में ‘Ok Google’ बोलने से mobile को unlock किया जा सकता था लेकिन Google के द्वारा security को ध्यान में रखते हुए इस feature को remove कर दिया गया है। Google के इस फीचर की सबसे बड़ी कमी यह थी कि इससे user की आवाज से मिलती जुलती आवाज वाले किसी और user के ओके गूगल बोलने से भी device unlock हो जाता था। इतना ही नहीं अगर किसी ने यूजर की आवाज को रिकॉर्ड कर Mobile के सामने Play कर दिया तो भी mobile आसानी से unlock हो जाता था। Google Assistant से आप “ओके गूगल हिन्दी बोलो” या “टॉक टू मी इन हिन्दी” बोलकर हिंदी में बात कर सकते हैं। हिन्दी और अंग्रेजी के अलावा users अब मराठी, कन्नड़, तमिल, तेलुगु, बंगाली, गुजराती और मलयालय में भी Google Assistant से बात कर सकते हैं। गूगल के उपाध्यक्ष (प्रोडक्ट मैनेजमेंट) मैनुएल ब्रांस्टेन ने एक बयान में कहा, “कई भारतीयों के लिए वॉयस तेजी से सर्च का पसंदीदा तरीका बनता जा रहा है, और आज हिन्दी दुनियाभर में अंग्रेजी के बाद दूसरी सबसे अधिक प्रयोग की जानेवाली असिस्टेंट की भाषा बन गई है।” • Google App को • Google App open करें और App की Setting में जाएँ Settings > Voice > “Ok Google” Detection. • यहाँ “From the Google app” और “From any screen” के सामने उपलब्ध विकल्प को on कर लीजिये • अब आपको तीन बार “ओके गूगल” बोलना पड़ेगा, जिससे आपकी आवाज की पहचान हो सके “ओके गूगल” बोल कर Smartphone में आप निम्...

Diwali 2021 Timing Muhurat: दिवाली का सर्व श्रेष्ठ लक्ष्मी पूजन मुहूर्त कब है 2021 में शुभ चौघड़िया

Diwali 2021 Date In India / When Is Diwali Kab Hai 2021: कार्तिकमासकीअमावस्याकोदिवालीपूजन (महालक्ष्मीपूजा) काविधानहै।इसवर्षदिवाली 2021 में 4 नवंबरकोमनाईजाएगी।दिवालीसेपहलेकरवाचौथ, गौत्सव, धनतेरस, नरकचतुर्दशी, छोटीदिवालीऔरफिरदिवालीकापर्वआताहै।दिवालीकेएकदिनबादगोवर्धनपूजा, अन्नकूटमहोत्सव, भाईदूजऔरविश्वकर्मापूजाकीजातीहै।हिन्दुओंकासबसेबड़ादिवालीकापर्वपूरेविश्वमेंपांचदिनतकमनायाजाताहै।आइयेजानतेहैंकरवाचौथकबहै, गौत्सवकबहै, धनतेरसकबहै, नरकचतुर्दशीकबहै, छोटीदिवालीकबहैऔरदिवालीकबहै, गोवर्धनपूजाकबहै, अन्नकूटमहोत्सवकबहै, भाईदूजकबहैऔरविश्वकर्मापूजाकबहै। दिवालीकेदिनभगवानश्रीगणेशऔरमातालक्ष्मीकीपूजाकीजातीहै।दिवालीसेपहलेपूरेघरकीअच्छीतरहसेसफाईकीजातीहैऔरशामकेसमयगणेशजीऔरलक्ष्मीजीकापूजनकरकेपूरेघरकोदीपोंसेसजाकरमातालक्ष्मीकीस्वागतकियाजाताहै।दिवालीकोदीपोंकात्योहारकहाजाताहै।पुराणोंकेअनुसारदीपावलीकेदिनहीभगवानरामअयोध्यालौटेथे।भगवानरामकेआनेकीखुशीमेंअयोध्यावासियोंनेउनकादीपजलाकरस्वागतकियाथा।उसीसमयसेदिवालीकात्योहारबड़ीहीधूमधामसेमनायाजाताहै।तोचलिएजानतेहैंदिवाली 2021 कीतिथि, लक्ष्मीपूजाकामुहूर्त, दिवालीकामहत्व, दिवालीपूजनविधिऔरदिवालीकीकथाकेबारेमें। Diwali 2021 Muhurat | Lakshami Puja Muhurat 2021 | Diwali Puja Date Time दिवाली 2021 तिथि और शुभ मुहूर्त दिवाली की तिथि:4 नबंवर 2021 अमावस्या तिथि प्रारम्भ:4 नबंवर 2021 सुबह 6 बजकर 3 मिनट से अमावस्या तिथि समाप्त: अगले दिन सुबह 2 बजकर 44 मिनट तक (5 नबंवर 2021) लक्ष्मी पूजा मुहूर्त: शाम 6 बजकर 9 मिनट से रात 8 बजकर 4 मिनट तक (4 नबंवर 2021) प्रदोष काल मुहूर्त: शाम 5 बजकर 34 मिनट से रात 8 बजकर 10 मिनट तक वृषभ काल मुहूर्त: शाम 6 बजकर 9 मिनट से रात 8 बजकर 4 मिनट तक Diwali ...

कैसे गूगल अकाउंट बनाएं (google account, kaise kare, banaye)

किसी भी गूगल वेबपेज को खोलें: इसमें गूगल, जीमेल, गूगलप्लस, गूगल ड्राइव और अधिक शामिल हैं। बटन में लाल निशान को क्लिक करें और फिर लाल साइन-अप बटन पर क्लिक करें। यह आपको "क्रिएट ए न्यू गूगल अकाउंट" पृष्ठ पर ले जाएगा। • गूगल की सेवा के आधार पर ये बटन बदल सकता है। उदाहरण के लिए, जीमेल पर "साइन अप" बटन के बजाय "क्रिएट एन अकाउंट" बटन है। एक उपयोगकर्ता नाम के साथ आएं: डिफ़ॉल्ट रूप से, आपका उपयोगकर्ता नाम आपके नए जीमेल खाते का नाम हो जाएगा। आप नया जीमेल पता बनाने के बजाय एक मौजूदा ईमेल पते के साथ गूगल अकाउंट बनाने के लिए उपयोगकर्ता नाम क्षेत्र के नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर सकते हैं। • यह विकल्प उपलब्ध नहीं है, विशेष रूप से, यदि आप जीमेल के लिए साइन अप करने की कोशिश कर रहे हैं। इस मामले में, आपको एक जीमेल अकाउंट बनाना होगा। • यदि आपका वाला उपयोगकर्ता नाम उपलब्ध नहीं है, तो आपको कई संबंधित विकल्प दिए जायेंगे, या आप एक अलग से उपयोगकर्ता नाम बनाने की कोशिश कर सकते हैं।

दीपावली कब है महत्व इतिहास पूजा विधि और शायरी 2022

दीपावली कब है महत्व इतिहास पूजा विधि और शायरी 2022 Deepawali Kab Hai Importance History Lakshmi Poojan vidhi And Shayari In Hindi प्राचीन हिन्दू वर्ण व्यवस्था में चार प्रकार के वर्ण माने गये थे. जिनके अपने अपने व्रत एवं त्यौहार थे. वर्ण व्यवस्था कमजोर पड़ने के कारण धीरे धीरे इन्हे सभी मनाते है. जिनमे दीपावली का त्यौहार मुख्य है. वैसे तो यह वैश्य वर्ण का पर्व था मगर आज भारत के सभी धर्मो के लोग दिवाली को हर्षोल्लास के साथ मिलकर मनाते है.वर्ष 2022 में दीपावली कब है इसकी katha मनाने का महत्व लक्ष्मी पूजन पूजा विधि और मित्रों व रिश्तेदारों को इस पर्व की अग्रिम शुभकामना प्रेषित करने के लिए शायरी SMS नीचें दिए जा रहे है. दीपावली कब है महत्व इतिहास पूजा विधि और शायरी 2022 दीपावली का शाब्दिक अर्थ होता है दीपों की पक्ति. दिवाली के दिन लोग अपने घरों में और घरों के बाहर की दीवार को दीपकों से सजाते है. इस कारण इसे दीपोत्सव भी कहा जाता है. यह त्यौहार हिन्दू कैलेंडर के अनुसार कार्तिक महिने के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाई जाती है. इस दिन धन दौलत और एश्वर्य की देवी मानी जाने वाली माँ लक्ष्मी की विधिवत पूजा की जाती है. 2022 Deepawali Kab Hai (दीपावली कब है) दिवाली का पर्व मुख्यतः 5 दिन का होता है. जो धनतेरस से आरम्भ होकर भैया दूज तक चलता है मगर कुछ राज्यों में इसे धनतेरस के एक दिन पूर्व बारस से ही गोवत्स के साथ आरम्भ किया जाता है. इन सभी में अमावस्या का दिन सबसे महत्वपूर्ण होता है तथा इसी दिन दीपावली का पर्व मनाया जाता है. इस वर्ष 24 अक्टूबर 2022 को दीवाली का पर्व है. इस पांच दिवसीय त्यौहार की बात करे तो 22 अक्टूबर के दिन धनतेरस का दिन है. इसके अगले दिन 23 अक्टूबर को नरक चतुर्थी का पर्व है...

दीपावली 2022 में कब है । Diwali 2022 Date In India । दीपावली 2023 Date In India

सनातन धर्म में कार्तिक मास की अमावस्या को दीपावली पूजन (महालक्ष्मी पूजा) किए जाने का विधान है. दिपावली से पूर्व करवा चौथ, गौत्सव, धनतेरस, नरक चतुर्दशी, छोटी दिपावली और फिर दिपावली का पर्व मनाया जाता है. दिपावली के एक दिन बाद गोवर्धन पूजा, अन्नकूट महोत्सव, भाई दूज और विश्वकर्मा पूजन किया जाता है. सनातन धर्म में सबसे बड़ा और महत्वपूर्व पर्व दिपावली का है. यह पर्व पूरी दुनिया में पांच दिनों तक मनाई जाती है. दोस्तों चलिए लेख के माध्यम से हम जानते हैं, दिवाली की तारीख कब है? ( Diwali 2022 Date In India) दिवाली 2022 गोवत्स द्वादशी त्योहार धनतरेस के एक दिन पहले मनाते हैं. गोवत्स द्वावदशी के दिन गाेवंशों का पूजन किया जाता है.गोवंशों को आटे का बना प्रसाद बनाकर खिलाया जाता है. गोवत्स द्वादशी को नंदिनी व्रत के नाम से जाना जाता है. गोवत्व द्वादशी 23 अक्टूब 2022 को है. दिपावली का महत्व (Importance Of Diwali Festival) धार्मिक ग्रंथों में उल्लेख है कि, त्रेतायुग में जब भगवान श्री राम रावण का वध करके अयोध्या लौट रहे थे. तो अयोध्यावासियों ने श्रीराम का दीप जलाकर स्वागत किया था. श्री राम के स्वागत को हर साल लोग दिपावली पर्व के रुप में मनाते हैं. इस दिन भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजन का विधान है. दीपोत्सव के पूर्व लोग घरों की सफाई करते हैं.पर्व के दिन लोग द्वार पर रंगोली बनाकर और पूरे घर को दीपों से सजाकर मां लक्ष्मी के आगमन के लिए उनका अनुरोध पूर्वक पूजन करते हैं. भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजन के बाद खील और बतासे का प्रसाद बांटकर एक दूसरे को दिपोत्सव की शुभकामना देते हैं. इस दिन लोग अपने गहनों,पैसों और बहीखातों का भी पूजन करते हैं. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार ऐसा करने से मां लक्ष्मी...

दीपावली के पांच त्यौहार कैसे, कब और क्यों मनाया जाता है । How, When And Why Five Festivals Of Deepawali Are Celebrated In Hindi

भारत को त्यौहारों का देश कहा जाता है.शायद ही ऐसा कोई देश होगा जहां पर भारत के समान त्यौहार सालभर में मनाए जाते हाे. दीपावली एक सनातन धर्म का पर्व हैं. हिंदू धर्म के लोग इसे पूरे वर्ष में सबसे बड़ा त्यौहार मानते हैं. पर्व को अधर्म पर धर्म की विजय और अंधकार पर रोशनी की विजय के प्रतीक के रूप में मनाया जाता हैं. इस पर्व के इतिहास से जुडी बहुत सारी कहानियां हैं. पर्व की तैयारियों को लेकर एक माह पूर्व से ही तैयारियों शुरू करर दी जाती है. लोग घरों की सफाई कर उसे सजाते है.माता लक्ष्मी का पूजन किया जाता है. सांकेतिक तस्वीर सोर्स गूगल दीपावली का महत्व (Deepawali Ka Mahatva) Table of Contents • • • • • • • दीपावली पर्व भारत में ही नहीं बल्कि नेपाल, श्रीलंका, मलेशिया, मॉरीशस, सूरीनाम, त्रिनिदाद, अमेरिका और दक्षिण अफ्रीका में भी मनाया जाता हैं. दीपाेत्सव पर्व मुख्य रूप से 5 दिनों का होता हैं. शुरुआत दीपावली के एक दिन पूर्व धनतेरस के साथ होती हैं. दीपाेत्सव के हर दिन का एक विशेष महत्व हैं. जिसके कारण इसे उल्लास और धूमधाम से मनाया जाता हैं. धनतेरस दीपावली की शुरुआत धनतेरस से होती हैं. आपकों नाम से ही स्पष्ट हो रहा होगा कि इस दिन धन की देवी माता लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है. हिंदू धर्म में इस दिन लोग अपने दूकान और व्यवसाय वाली जगह पर माता लक्ष्मी का चित्र रख पूजन करते हैं. इस दिन पर सोना या आभूषण खरीदा जाना बेहद ही शुभफलदायी होता है. रूपचौदस दीपावली का दूसरा दिन रूपचौदस का होता हैं. इस दिन महिलाएं घरों में बेसन से बने उबटन का उपयोग कर अपने रूप को निखारती हैं जिसके कारण इसे रूपचौदस कहा जाता हैं. इस दिन को छोटी दीवाली, रूप चौदस और नरक चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है. मान्य...