Om aghorebhyo mantra ke fayde in hindi

  1. नौ ग्रहों के नौ मंत्र, सूर्य के लिए ऊँ सूर्याय नम: और चंद्र के ऊँ सोमाय नम: मंत्र का जाप करें
  2. गायत्री मंत्र का अर्थ, महत्व और जाप का सटीक तरीका
  3. गायत्री मंत्र के ये पांच फायदे जानकर आप भी प्रतिदिन करने लगेंगे इस मंत्र का जाप
  4. नवार्ण मंत्र साधना
  5. गायत्री मंत्र के फायदे और असाध्य रोगों का इलाज
  6. मंत्र जाप के प्रभाव से भाग जाते हैं दु:ख, चिंता और भय...
  7. ॐ के उच्चारण से होते हैं,10 बेहतरीन फायदे...
  8. गायत्री मंत्र के ये पांच फायदे जानकर आप भी प्रतिदिन करने लगेंगे इस मंत्र का जाप
  9. मंत्र जाप के प्रभाव से भाग जाते हैं दु:ख, चिंता और भय...
  10. गायत्री मंत्र का अर्थ, महत्व और जाप का सटीक तरीका


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नौ ग्रहों के नौ मंत्र, सूर्य के लिए ऊँ सूर्याय नम: और चंद्र के ऊँ सोमाय नम: मंत्र का जाप करें

ये है मंत्र जाप की सामान्य विधि जिस ग्रह के मंत्र जाप करना चाहते हैं, उस ग्रह की विधिवत पूजा करें। पूजन में सभी आवश्यक सामग्रियां अर्पित करें। ग्रह पूजा के लिए किसी ब्राह्मण की मदद भी ली जा सकती है। पूजा में संबंधित ग्रह के मंत्र का जाप करें। मंत्र जाप की संख्या कम से कम 108 होनी चाहिए। जाप के लिए रुद्राक्ष की माला का उपयोग किया जा सकता है। सूर्य मंत्र - ऊँ सूर्याय नम:। रोज सुबह सूर्य अर्घ्य देकर इस मंत्र का जाप करना चाहिए। चंद्र मंत्र - ऊँ सोमाय नम:। इस मंत्र जाप हर सोमवार शिवलिंग के सामने बैठकर करना चाहिए। मंगल मंत्र - ऊँ भौमाय नम:। इस मंत्र जाप भूमि पुत्र मंगल के लिए किया जाता है। इस मंत्र जाप मंगलवार को करना चाहिए। बुध मंत्र - ऊँ बुधाय नम:। इस मंत्र जाप हर बुधवार करना चाहिए। मंत्र जाप गणेशजी के मंदिर में कर सकते हैं। गुरु मंत्र - ऊँ बृहस्पतये नम:। इस मंत्र जाप से शिवलिंग के सामने बैठकर करना चाहिए। जाप हर गुरुवार को करना चाहिए। शुक्र मंत्र - ऊँ शुक्राय नम:। इस मंत्र जाप शिवलिंग के सामने बैठकर हर शुक्रवार को करना चाहिए। शनि मंत्र - ऊँ शनैश्चराय नम:। हर शनिवार शनिदेव के सामने बैठकर इस मंत्र का जाप करना चाहिए। राहु मंत्र - ऊँ राहवे नम:। केतु मंत्र - ऊँ केतवे नम:। हर शनिवार इन ग्रहों के मंत्रों का जाप करना चाहिए। मंत्र जाप शनिदेव की प्रतिमा के सामने बैठकर करना चाहिए।

गायत्री मंत्र का अर्थ, महत्व और जाप का सटीक तरीका

Gayatri Mantra in Hindi: नमस्कार मित्रों, इस पोस्ट में गायत्री मंत्र के बारे में जानकारी लिखी है। Gayatri Mantra एक ऐसा मंत्र है, जिसे पढ़ने या सुनने मात्र से ही हमारे मन को शांति का अनुभव होने लगता है, मन के साथ ही हमारे तन को भी अच्छा अनुभव मिलता है। गायत्री मंत्र के उच्चारण मात्र से ही हमारे मस्तिष्क में नकारात्मक विचारों का विनाश हो जाता है, हमारे अन्दर एक नयी ऊर्जा का प्रवाह होता है। हमेशा गायत्री मंत्र का जाप करने से हमारे अन्दर सकारात्मक विचारों के साथ साथ हमारा मानसिक विकास, बोद्धिक विकास, आध्यात्मिक विकास और स्मरण शक्ति बढ़ती है। नियमित गायत्री मंत्र उच्चारण करने से मन की एकाग्रता बढ़ती है, इसलिए इसे सभी मंत्रों “महामंत्र” कहा जाता है। गायत्री मंत्र को सबसे प्राचीन वेद ऋग्वेद से लिया गया है और गायत्री मंत्र का प्रयोग सभी भजनों में किया जाता है। गायत्री मंत्र को वेद ग्रन्थ की माता के नाम से भी जाना जाता है यह हिन्दू धर्म का सबसे उतम मंत्र है। Gayatri Mantra in Hindi आज हम इस पोस्ट में गायत्री मंत्र का अर्थ हिंदी में (Gayatri Mantra Meaning in Hindi), गायत्री मंत्र का महत्व, गायत्री मंत्र करने के फायदे और गायत्री मंत्र के नियम जैसी गायत्री मंत्र की पूरी जानकारी बताने जा रहे है। गायत्री मंत्र का अर्थ, महत्व और जाप का सटीक तरीका | Gayatri Mantra ka Arth | Gayatri Mantra in Hindi गायत्री मंत्र का हिंदी में अर्थ (Gayatri Mantra ka Hindi Arth) गायत्री मंत्र का अर्थ (Gayatri Mantra Ka Arth) है कि हम सृष्टिकर्ता प्रकाशमान परमात्मा का ध्यान करते हैं, परमात्मा का तेज हमारी बुद्धि को सन्मार्ग की ओर चलने के लिए प्रेरित करें। प्रभु आप ही इस सृष्टि के निर्माता हो, आप ही हम सब के...

गायत्री मंत्र के ये पांच फायदे जानकर आप भी प्रतिदिन करने लगेंगे इस मंत्र का जाप

गायत्री मंत्र अन्य कई मंत्रों से ज्यादा प्रभावशाली माना गया है। शास्त्रों में भी इस मंत्र में को बहुत शक्तिशाली बताया गया है। इस मंत्र का जाप करने के लिए किसी विशेष समय की आवश्यकता नहीं होती है। फिर भी इस मंत्र का जाप एक समय और नियम के अनुसार किया जाए तो यह एक ऐसा मंत्र है जिसमें हर समस्या का निदान छुपा हुआ है। इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को मानसिक शांति, के साथ जीवन में खुशियों का संचार होता है। यह अत्याधिक लाभकारी मंत्र है। तो चलिए जानते हैं गायत्री मंत्र जाप का सही समय, अर्थ और फायदे... माना जाता है कि गायत्री मंत्र का जाप करन से जीवन में उत्साह एवं सकारात्मकता आती है और व्यक्ति खराब से खराब परिस्थिति को भी बहुत आसानी से धैर्यपूर्वक पार कर लेता है। इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति सन्मार्ग की ओर प्रेरित होकर धर्म और सेवा जैसे कार्य करने लगता है। इस मंत्र के जप से जीवन में सुख समृद्धि बनी रहती है। Disclaimer हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी

नवार्ण मंत्र साधना

इस मंत्रसाधना से माँ दुर्गा की पूर्णकृपा प्राप्त होती है | और यह एक मात्र ऐसा मंत्र है जिन्हके मन्त्र जाप से माँ दुर्गा के जितने भी स्वरुप है उन सभी स्वरुप का आशीर्वाद प्राप्त होता है | सभी बाधा बांधो से मुक्ति देता है यह मंत्र | सभी कष्टों का निवारण करता है यह मंत्र | धर्म-अर्थ-कर्म-मोक्ष चतुर्विध पुरुषार्थो को देने वाला उत्तम मन्त्र है यह नवार्णमन्त्र | सभी प्रकार के ऋणों में से मुक्ति देता है यह मंत्र, सभी विलम्बित कार्यो में सफलता देता है यह मंत्र | सभी नकारात्मक शक्तियों को नष्ट कर देता है | नमस्ते मेरा नाम आनंद कुमार हर्षद भाई पाठक है। मैंने संस्कृत पाठशाला में अभ्यास कर (B.A-M.A) शास्त्री - आचार्य की पदवी प्राप्त की हुईं है।।। मेरा परिचय ।। आनंद पाठक (आचार्य) ( साहित्याचार्य ) ब्रह्मरत्न अवार्ड विजेता (2015) B.a-M.a ( शास्त्री - आचार्य ) कर्मकांड भूषण - कर्मकांड विशारद ज्योतिष भूषण - ज्योतिष विशारद • ► (76) • ► (18) • ► (23) • ► (16) • ► (15) • ► (4) • ► (103) • ► (4) • ► (3) • ► (3) • ► (28) • ► (3) • ► (15) • ► (26) • ► (9) • ► (12) • ► (100) • ► (6) • ► (1) • ► (7) • ► (5) • ► (9) • ► (12) • ► (14) • ► (5) • ► (8) • ► (13) • ► (20) • ► (117) • ► (9) • ► (7) • ► (11) • ► (6) • ► (1) • ► (16) • ► (5) • ► (11) • ► (10) • ► (24) • ► (8) • ► (9) • ▼ (152) • ► (6) • ► (6) • ► (9) • ► (8) • ► (12) • ► (25) • ► (18) • ▼ (55) • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • ► (13)

गायत्री मंत्र के फायदे और असाध्य रोगों का इलाज

गायत्री मंत्र की महिमा : गायत्री मंत्र को शास्त्रों के अनुसार चारों वेदों का सर्वश्रेष्ठ मंत्र कहा गया है, गायत्री मंत्र सनातन एवं अनादि मंत्र है। पुराणों में कहा गया है कि सृष्टिकर्ता ब्रह्मा को गायत्री मंत्र आकाशवाणी के ज़रिए मिला था। इस मंत्र की साधना करने से ही ब्रह्मा को सृष्टि की रचना करने की शक्ति प्राप्त हुई थी। गायत्री मंत्र के चार चरणों की व्याख्या स्वरूप ही ब्रह्मा ने चार मुखों से चार वेदों का वर्णन किया। गायत्री को वेदमाता भी कहा जाता है। चारों वेद, गायत्री की व्याख्या मात्र ही हैं। गायत्री को जाननेवाला वेदों को जानने का लाभ प्राप्त करता है। गायत्री मंत्र के २४ अक्षर २४ अत्यंत ही महत्त्वपूर्ण शिक्षाओं के प्रतीक हैं। वेद, शास्त्र, पुराण, स्मृति, उपनिषद् के माध्यम से जो शिक्षाएं मनुष्य जाति को दी गई हैं, उन सबका सार इन २४ अक्षरों में मौजूद है। इन्हें अपनाकर मनुष्य व्यक्तिगत और सामाजिक सुख-शांति पूर्ण रूप से पा सकता है। भारतीय संस्कृति की चार आधारशिलाएं गायत्री, गीता, गंगा और गौ हैं। इनमें गायत्री का स्थान सर्वोपरि है। जिस व्यक्ति ने गायत्री के छिपे हुए रहस्यों को जान लिया, उसके लिए और कुछ जानना शेष नहीं रह जाता है, गीता में भगवान ने स्वयं कहा है ‘गायत्री छंदसामहम्’ अर्थात् गायत्री मंत्र में स्वयं ही है। गायत्री मंत्र सूर्य भगवान को समर्पित है, इसलिए इस मंत्र को सूर्योदय और सूर्यास्त के समय पढ़ा जाता है, संस्कृत का यह मंत्र ऋग्वेद से लिया गया है, जो भृगु ऋषि को समर्पित है, गायत्री मंत्र के जाप के लिए शास्त्रों के अनुसार तीन समय बताए गए हैं- ✶ गायत्री मंत्र का पहला जाप प्रात:काल यानी सूर्योदय से पहले से सूर्योदय के बाद तक करें। ✶गायत्री मंत्र का दूसरा जाप दोपहर यान...

मंत्र जाप के प्रभाव से भाग जाते हैं दु:ख, चिंता और भय...

12 राशियों में 9 ग्रहों के विचरने से 108 प्रकार की शुभ-अशुभ स्थितियों का निर्माण होता है, जो हर मानव को प्रभावित करती हैं। हर व्यक्ति यह चाहता है कि उसके साथ सिर्फ अच्छी परिस्थितियां हों, पर बुरी परिस्थितियां भी आ जाती हैं और हर कोई मन-मसोसकर कहता है कि होनी को कौन टाल सकता है? पर बुरी परिस्थितियों को टाला जा सकता है या उसका प्रभाव इतना कम किया जा सकता है कि वे नाममात्र का नुकसान कर चली जाएं। जैसे ध्वनि तरंगें दूर-दूर तक जाती हैं, ऐसे ही नाद-जप की तरंगें हमारे अंतरमन में गहरे उतर जाती हैं तथा पिछले कई जन्मों के पाप मिटा देती हैं। इससे हमारे अंदर शक्ति-सामर्थ्य प्रकट होने लगता है और बुद्धि का विकास होने लगता है। अधिक मंत्र जप से दूरदर्शन, दूरश्रवण आदि सिद्धियां आने लगती हैं, किंतु साधक को चाहिए कि वह इन सिद्धियों के चक्कर में न पड़े, वरन अंतिम लक्ष्य परमात्मा-प्राप्ति में ही निरंतर संलग्न रहे। How to Care for Indoor Plants in Hindi : घर में हरेभरे पौधा के होने से मन प्रसन्न रहता है और सकारात्मकता फैलती है। क्या आपके गमले में पौधे पनप नहीं पा रहे हैं? जल्दी से मुरझा जाते हैं या पौधों की अच्छी ग्रोथ नहीं हो पा रही है? ऐसे में जानिए हमारे द्वारा बताए गए मात्र 3 टिप्स। इन टिप्स को आजमाएंगे तो आपके पौधे भी हरेभरे होकर महकने लगेंगे। How many shravan somvar in 2023 : आषाढ़ माह से वर्षा ऋ‍तु प्रारंभ हो जाती है। इसके बाद श्रावण माह आता है जिसमें भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व माना गया है। वैसे तो पूरे माह की व्रत रखते हैं परंतु इस माह में सोमवार के दिन व्रत रखने का खास महत्व होता है। आओ जानते हैं कि श्रावण मास कब से हो रहा है प्रारंभ, कितने सोमवार रहेंगे इस माह में? Lal kitab karj...

ॐ के उच्चारण से होते हैं,10 बेहतरीन फायदे...

हिन्दू धर्म में किसी भी पूजन व मंत्रोच्चार की शुरूआत ॐ के उच्चारण के साथ होती है। इसके अलावा वैज्ञानिक भी ओम के उच्चारण से निकलने वाली ध्वनि तरंगों पर शोध कर चुके हैं, और आगे भी कर रहे हैं। ॐ के उच्चारण के बाद मन और दिमाग शांत होने की प्रक्रिया के बारे में हम सभी जानते हैं। लेकिन ॐ के उच्चारण से आपकी कई बीमारियां भी ठीक हो सकती है। जानने के लिए पढ़ि‍ए ॐ उच्चारण के यह 10 स्वास्थ्य लाभ - पिता के महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए हर साल विश्वभर में फादर्स डे (father's day) मनाया जाता है। इस साल फादर्स डे 14 जून को मनाया जाएगा। अगर आपने अभी तक अपने पिता के लिए कोई भी गिफ्ट नहीं लिया है तो आप इन लास्ट मिनट गिफ्ट आईडिया की मदद से गिफ्ट चुन सकते हैं। चलिए जानते हैं क्या हैं ये गिफ्ट आईडिया... 21 June yoga day 2023 : शरीर में सर्वप्रथम गंदगी तीन जगह पर जमती है। पहला आहार नाल में और दूसरा पेट में और तीसरा आंतों में। इन तीनों जगह यदि गंदगी ज्यादा समय तक बनी रही तो यह फैलेगी। तब यह किडनी में, फेंफड़ों में और हृदय के आसपास भी जमने लगेगी। अंत में यह खून को गंदा कर देगी। अत: इस गंदगी को साफ करना जरूरी है। 'बापू सेहत के लिए तू तो हानिकारक है' दंगल फिल्म का आपने यह गाना तो ज़रूर सुना होगा। साथ ही आपने कई बार 'पापा कहते हैं बड़ा नाम करेगा' गाना भी गाया होगा। आपके पापा कहे न कहे पर फिल्म देखना सबको बहुत पसंद होता है। फिल्म हमारे जीवन और दुनिया की सच्चाई को दर्शाती है।आप अपने पिता के साथ ये फादर स्पेशल फिल्म देख सकते हैं। Dato par jama kalapan kaise hataye : दांतों पर धीरे धीरे एक पीली परत जम जाती है। इस परत को प्लाक कहते हैं। यह प्लाक बैक्टीरिया की एक चिपचिपी परत होती है। बैक्टीरिया एसिड पैदा कर...

गायत्री मंत्र के ये पांच फायदे जानकर आप भी प्रतिदिन करने लगेंगे इस मंत्र का जाप

गायत्री मंत्र अन्य कई मंत्रों से ज्यादा प्रभावशाली माना गया है। शास्त्रों में भी इस मंत्र में को बहुत शक्तिशाली बताया गया है। इस मंत्र का जाप करने के लिए किसी विशेष समय की आवश्यकता नहीं होती है। फिर भी इस मंत्र का जाप एक समय और नियम के अनुसार किया जाए तो यह एक ऐसा मंत्र है जिसमें हर समस्या का निदान छुपा हुआ है। इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को मानसिक शांति, के साथ जीवन में खुशियों का संचार होता है। यह अत्याधिक लाभकारी मंत्र है। तो चलिए जानते हैं गायत्री मंत्र जाप का सही समय, अर्थ और फायदे... माना जाता है कि गायत्री मंत्र का जाप करन से जीवन में उत्साह एवं सकारात्मकता आती है और व्यक्ति खराब से खराब परिस्थिति को भी बहुत आसानी से धैर्यपूर्वक पार कर लेता है। इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति सन्मार्ग की ओर प्रेरित होकर धर्म और सेवा जैसे कार्य करने लगता है। इस मंत्र के जप से जीवन में सुख समृद्धि बनी रहती है। Disclaimer हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी

मंत्र जाप के प्रभाव से भाग जाते हैं दु:ख, चिंता और भय...

12 राशियों में 9 ग्रहों के विचरने से 108 प्रकार की शुभ-अशुभ स्थितियों का निर्माण होता है, जो हर मानव को प्रभावित करती हैं। हर व्यक्ति यह चाहता है कि उसके साथ सिर्फ अच्छी परिस्थितियां हों, पर बुरी परिस्थितियां भी आ जाती हैं और हर कोई मन-मसोसकर कहता है कि होनी को कौन टाल सकता है? पर बुरी परिस्थितियों को टाला जा सकता है या उसका प्रभाव इतना कम किया जा सकता है कि वे नाममात्र का नुकसान कर चली जाएं। जैसे ध्वनि तरंगें दूर-दूर तक जाती हैं, ऐसे ही नाद-जप की तरंगें हमारे अंतरमन में गहरे उतर जाती हैं तथा पिछले कई जन्मों के पाप मिटा देती हैं। इससे हमारे अंदर शक्ति-सामर्थ्य प्रकट होने लगता है और बुद्धि का विकास होने लगता है। अधिक मंत्र जप से दूरदर्शन, दूरश्रवण आदि सिद्धियां आने लगती हैं, किंतु साधक को चाहिए कि वह इन सिद्धियों के चक्कर में न पड़े, वरन अंतिम लक्ष्य परमात्मा-प्राप्ति में ही निरंतर संलग्न रहे। How to Care for Indoor Plants in Hindi : घर में हरेभरे पौधा के होने से मन प्रसन्न रहता है और सकारात्मकता फैलती है। क्या आपके गमले में पौधे पनप नहीं पा रहे हैं? जल्दी से मुरझा जाते हैं या पौधों की अच्छी ग्रोथ नहीं हो पा रही है? ऐसे में जानिए हमारे द्वारा बताए गए मात्र 3 टिप्स। इन टिप्स को आजमाएंगे तो आपके पौधे भी हरेभरे होकर महकने लगेंगे। How many shravan somvar in 2023 : आषाढ़ माह से वर्षा ऋ‍तु प्रारंभ हो जाती है। इसके बाद श्रावण माह आता है जिसमें भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व माना गया है। वैसे तो पूरे माह की व्रत रखते हैं परंतु इस माह में सोमवार के दिन व्रत रखने का खास महत्व होता है। आओ जानते हैं कि श्रावण मास कब से हो रहा है प्रारंभ, कितने सोमवार रहेंगे इस माह में? Lal kitab karj...

गायत्री मंत्र का अर्थ, महत्व और जाप का सटीक तरीका

Gayatri Mantra in Hindi: नमस्कार मित्रों, इस पोस्ट में गायत्री मंत्र के बारे में जानकारी लिखी है। Gayatri Mantra एक ऐसा मंत्र है, जिसे पढ़ने या सुनने मात्र से ही हमारे मन को शांति का अनुभव होने लगता है, मन के साथ ही हमारे तन को भी अच्छा अनुभव मिलता है। गायत्री मंत्र के उच्चारण मात्र से ही हमारे मस्तिष्क में नकारात्मक विचारों का विनाश हो जाता है, हमारे अन्दर एक नयी ऊर्जा का प्रवाह होता है। हमेशा गायत्री मंत्र का जाप करने से हमारे अन्दर सकारात्मक विचारों के साथ साथ हमारा मानसिक विकास, बोद्धिक विकास, आध्यात्मिक विकास और स्मरण शक्ति बढ़ती है। नियमित गायत्री मंत्र उच्चारण करने से मन की एकाग्रता बढ़ती है, इसलिए इसे सभी मंत्रों “महामंत्र” कहा जाता है। गायत्री मंत्र को सबसे प्राचीन वेद ऋग्वेद से लिया गया है और गायत्री मंत्र का प्रयोग सभी भजनों में किया जाता है। गायत्री मंत्र को वेद ग्रन्थ की माता के नाम से भी जाना जाता है यह हिन्दू धर्म का सबसे उतम मंत्र है। Gayatri Mantra in Hindi आज हम इस पोस्ट में गायत्री मंत्र का अर्थ हिंदी में (Gayatri Mantra Meaning in Hindi), गायत्री मंत्र का महत्व, गायत्री मंत्र करने के फायदे और गायत्री मंत्र के नियम जैसी गायत्री मंत्र की पूरी जानकारी बताने जा रहे है। गायत्री मंत्र का अर्थ, महत्व और जाप का सटीक तरीका | Gayatri Mantra ka Arth | Gayatri Mantra in Hindi गायत्री मंत्र का हिंदी में अर्थ (Gayatri Mantra ka Hindi Arth) गायत्री मंत्र का अर्थ (Gayatri Mantra Ka Arth) है कि हम सृष्टिकर्ता प्रकाशमान परमात्मा का ध्यान करते हैं, परमात्मा का तेज हमारी बुद्धि को सन्मार्ग की ओर चलने के लिए प्रेरित करें। प्रभु आप ही इस सृष्टि के निर्माता हो, आप ही हम सब के...