पंचशील के सिद्धांत को समझाइए

  1. Panchsheel Siddhant kya hai
  2. पंचशील
  3. [Solved] निम्नलिखित में से कौन पंचशील संधि के तहत सिद्�
  4. UP board Syllabus पञ्चशील सिद्धान्ताः (पंचशील सिद्धान्त)
  5. पंचशील समझौता


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Panchsheel Siddhant kya hai

• • एक दूसरे की क्षेत्रीय अखंडता और प्रभुसत्ता के लिए परस्पर सम्मान करना • गैर आक्रमण • एक दूसरे के आंतरिक मामलों में दखल न देना • शांतिपूर्वक सह अस्तित्व और • समानता तथा परस्पर लाभ। भारत ने यह अनुभव किया है कि प्रतिस्पर्धी ताकतों की शक्तिशाली संधियों व संबंधों द्वारा शीत युद्ध के तनावों को कम करना और भय संतुलन बनाने के बजाय पंचशील संप्रभुत्व राष्ट्रों में शांतिपूर्ण सहयोग में उपयोगी है। भारत ने इसे सार्वभौमिकता के सिद्धांत पर आधारित बताया। यह शक्ति संतुलन की अवधारणा के विपरीत था। पंचशील काफी लोकप्रिय हुआ तथा कई राष्ट्रों जैसे म्यांमार, इंडोनेशिया तथा भूतपूर्व युगोस्लाविया ने इसे अपनाया। ‌‌पंचशील तथा गुटनिरपेक्षता अंतरराष्ट्रीय संबंधों की कल्पना व प्रयोगों में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका है। मगर चीन ने 1962 में इस सिद्धांत का उल्लंघन करते हुए भारत पर आक्रमण कर दिया था, जिससे इस संधि की मूल भावना को काफी क्षति पहुंची। नोट : जनवरी, 1966 में भारत और पाकिस्तान के बीच जो ऐतिहासिक ताशकंद समझौता हुआ था, उसमें मतभेद और विवादों को हल करने के लिए शस्त्र का प्रयोग न करना, एक दूसरे के आंतरिक मामलों में दखल न करना तथा सहयोग, सद्भाव बढ़ाने के प्रयत्न के जो सिद्धांत लागू किए गए, वें पंचशील के ही अंग थे।

पंचशील

अनुक्रम • 1 सिद्धांत • 2 इतिहास • 3 टिप्पणी और आलोचना • 4 पांच सिद्धांतों वाले दस्तावेजों की सूची • 4.1 चीन • 4.2 चीन और अफगानिस्तान • 4.3 चीन और बर्मा • 4.4 चीन और कंबोडिया • 4.5 चीन और भारत • 4.6 चीन और नेपाल • 4.7 चीन और पाकिस्तान • 5 इन्हें भी देखें • 6 References • 7 अग्रिम पठन सिद्धांत [ ] पांच सिद्धांत, जैसा कि चीन-भारतीय समझौते 1954 में कहा गया है, इस प्रकार सूचीबद्ध हैं: (1) एक दूसरे की प्रादेशिक अखंडता और प्रभुसत्ता का सम्मान करना (2) एक दूसरे के विरुद्ध आक्रामक कार्यवाही न करना (3) एक दूसरे के आंतरिक विषयों में हस्तक्षेप न करना (4) समानता और परस्पर लाभ की नीति का पालन करना तथा (5) शांतिपूर्ण सह अस्तित्व की नीति में विश्वास रखना। इतिहास [ ] पंचशील समझौता आर्थिक और सुरक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए भारत और चीन के बीच सबसे महत्वपूर्ण संबंधों में से एक के रूप में कार्य करता है। पांच सिद्धांतों की एक अंतर्निहित धारणा यह थी कि नए स्वतंत्र राज्य उपनिवेशवाद के बाद अंतरराष्ट्रीय संबंधों के लिए एक नया और अधिक सैद्धांतिक दृष्टिकोण विकसित करने में सक्षम होंगे। एक भारतीय राजनयिक और चीन के विशेषज्ञ वी. वी. परांजपे के अनुसार, पंचशील के सिद्धांतों को पहली बार सार्वजनिक रूप से झोउ एनलाई द्वारा तैयार किया गया था - "31 दिसंबर, 1953 को तिब्बती व्यापार वार्ता में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए [...] के रूप में "विदेशों के साथ चीन के संबंधों को नियंत्रित करने वाले पांच सिद्धांत।"" पांच सिद्धांतों को संशोधित रूप में अप्रैल 1955 में बांडुंग, इंडोनेशिया में ऐतिहासिक एशियाई-अफ्रीकी सम्मेलन में जारी दस सिद्धांतों के एक बयान में शामिल किया गया था, जिसने इस विचार को बनाने के लिए क...

[Solved] निम्नलिखित में से कौन पंचशील संधि के तहत सिद्�

पंचशील के सिद्धांत 29 अप्रैल 1954 को हस्ताक्षरित इस ऐतिहासिक समझौते को भारत और चीन के बीच बहुत ही मैत्रीपूर्ण संबंधों का आधार माना गया। लेकिन यह 1962 के चीन-भारतीय युद्ध के बाद शून्य और शून्य हो गया। समझौते के तहत, भारत ने तिब्बत में आनंदित सभी अतिरिक्त-क्षेत्रीय अधिकारों और विशेषाधिकारों को छोड़ दिया, जो इसे ब्रिटिश औपनिवेशिक विरासत से विरासत में मिला था। भारत ने तिब्बत को औपचारिक रूप से चीन का एक क्षेत्र माना। पाँच सिद्धांतों पर सहमत हुए थे: • एक दूसरे की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के लिए पारस्परिक सम्मान • पारस्परिक गैर-आक्रामकता • एक दूसरे के आंतरिक मामलों में पारस्परिक गैर-हस्तक्षेप • समान और पारस्परिक लाभकारी कार्य संबंध • शांतिपूर्ण सह - अस्तित्व​ समझौते ने उस समय चीन-भारतीय संबंधों में प्रवाह और घर्षण को समाप्त कर दिया। तब से इन पांच सिद्धांतों का उल्लेख न केवल विभिन्न अन्य भारतीय-भारतीय समझौतों और दस्तावेजों में किया गया है। राष्ट्रीय प्राकृतिक संसाधनों का गैर-साझाकरण पंचशील संधि के तहत एक सिद्धांत नहीं है।

UP board Syllabus पञ्चशील सिद्धान्ताः (पंचशील सिद्धान्त)

UP board Syllabus पञ्चशील सिद्धान्ताः (पंचशील सिद्धान्त) Board UP Board Text book NCERT Subject Sahityik Hindi Class 12th हिन्दी खण्ड-ख संस्कृत पञ्चशील सिद्धान्ताः (पंचशील सिद्धान्त) Chapter 10 Categories website Name upboarmaster.com गद्यांशों का सन्दर्भ सहित हिन्दी में अनुवाद प्रश्न-पत्र में संस्कृत के पाठों (गद्य व पद्य) से दो गद्यांश व दो श्लोक दिए जाएंगे, जिनमें से एक गद्यांश व एक श्लोक का सन्दर्भ सहित हिन्दी में अनुवाद करना होगा, दोनों के लिए 5-5 अंक निर्धारित हैं। • स्वशिष्यान शास्ति स्म। अत एवायं शब्द: अधुनापि तथैव स्वीक़तः। इमे सिद्धान्ताः क्रमेण एवं सन्ति- • अहिंसा 2. सत्यम् 3. अस्तेयम् 4. अप्रमादः 5. ब्रह्मचर्यम् इति। शब्दार्थ शिष्टाचारविषयका:-शिष्टाचार सम्बन्धी; एतान्-इनको नाम्ना-नाम से; शास्ति स्म-उपदेश देते थे; अधुनापि-अब भी; तथैव-उस ही प्रकारा सन्दर्भ प्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्य पुस्तक ‘संस्कृत के ‘पञ्चशील सिद्धान्ताः’ पाठ से उद्धृत है। अनुवाद पंचशील शिष्टाचार से सम्बन्धित सिद्धान्त हैं। महात्मा गौतम बुद्ध उपदेश देते थे, इसलिए यह शब्द आज भी उसी रूप में स्वीकारा गया है। ये सिद्धान्त क्रमशः निम्न प्रकार हैं- अहिंसा 2. सत्य 3 . चोरी न करना 4. प्रमाद न करना 5. ब्रह्मचर्य बौद्धयुगे इमे सिद्धान्ता: वैयक्तिकजीवनस्य अभ्युत्थानाय प्रयुक्ता आसन्। परमद्य इमे सिद्धान्ताः राष्ट्राणां परस्परमैत्रीसहयोगकारणानि, विश्वबन्धुत्वस्य, विश्वशान्तेश्च साधनानि सन्ति। राष्ट्रनायकस्य प्रधानमन्त्रित्वकाले चीनदेशेन सह भारतस्य मैत्री पञ्चशीलसिद्धान्तानधिकृत्य एवाभवत्। यतो हि उभावपि देशौ बौद्धधमें निष्ठावन्तौ। आधुनिके जगति पञ्चशीलसिद्धान्ता: नवीनं राजनैतिकं स्वरूपं गृहीतवन्तः। एवं च व्य...

पंचशील समझौता

विषय सूची • 1 इतिहास • 2 सीमा रेखा • 3 समझौता • 4 टीका टिप्पणी और संदर्भ • 5 बाहरी कड़ियाँ • 6 संबंधित लेख इतिहास साफ़ था कि तिब्बत पर चीन के कब्जे का असर सबसे ज्यादा भारत पर पड़ने वाला था। तिब्बत पर चीन के कब्जे ने भारत के सुरक्षा के लिए नए सवाल खड़े कर दिए। सीमा रेखा तब के नेफा (NEFA- North-East Frontier Agency) और आज के समझौता पंचशील समझौता कहा जाता है। इसमें शान्ति के साथ-साथ रहने और दोस्ताना सम्बन्ध की बात कही गई थी। • एक दूसरे की अखंडता और संप्रुभता का सम्मान • एक दूसरे पर आक्रमण न करना • एक दूसरे के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना • सामान और परस्पर लाभकारी सम्बन्ध • शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व इस समझौते के तहत भारत ने तिब्बत को चीन का एक क्षेत्र स्वीकार कर लिया। इस तरह उस समय इस संधि ने भारत और चीन के संबंधों के तनाव को काफ़ी हद तक दूर कर दिया था। भारत को पंडित नेहरू ने पन्ने की प्रगति अवस्था टीका टिप्पणी और संदर्भ बाहरी कड़ियाँ • • • संबंधित लेख