पृथ्वीराज चौहान जयंती 2023

  1. ब्यावर में पृथ्वीराज चौहान जयंती महोत्सव समिति की ओर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। .....
  2. सम्राट पृथ्वीराज चौहान जयंती : पखवाड़े का आयोजन 5 मई से, प्रचार सामग्री का किया विमोचन
  3. राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना ने सम्राट पृथ्वीराज चौहान की जयंती मनाई
  4. Prithviraj Chauhan 39 s birth anniversary celebrated with enthusiasm
  5. Prithviraj Chauhan Jayanti 2023: पृथ्वीराज चौहान जयंती पर भेजें शुभकामनाएं, बताएं उनका इतिहास
  6. Tribute to Prithviraj Chauhan on his birth anniversary
  7. 200 शिक्षक, 150 स्वास्थ्य कर्मी और 15 सामाजिक संगठनों को किया सम्मानित


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ब्यावर में पृथ्वीराज चौहान जयंती महोत्सव समिति की ओर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। .....

आलोक कुमार ने कहा कि पृथ्वीराज चौहान का जीवन गौरवमयी है। उनकी जीवन शैली और वीरता का जितना गुणगान किया जाए कम है। चौहान की जन्मभूमि यह अजयमेरू है। उनकी जीवन की विलक्षण कथाएं, पराक्रम की गाथा, अचूक निशाने की गाथा हमारे के लिए प्रेरणादायी है। हमें अपने जीवन में उनकी शिक्षाओं को, उनके आदर्शों को अपनाना चाहिए। वक्ताओं ने पृथ्वीराज चौहान से संबंधित प्रसंग सुनाते हुए कहा कि इस आधुनिक युग में हम अपने पुरखों के आदर्शों को भूला रहे है, हमारे वीरों को भुला रहे है। आज ऐसे आयोजनों की जरूरत है। जिससे कि युवा पीढ़ी हमारे वीरो की वीरता, शौर्यगाथाओं को जान सके। समापन समारोह में गायकों ने विभिन्न भजनों के माध्यम से सम्राट पृथ्वीराज चौहान की शौर्यगाथा का गुणगान किया। कार्यक्रम में विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री उमाशंकर, चित्तौड़ प्रांत के प्रताप सिंह नागदा, विश्व हिंदू परिषद परियोजना अध्यक्ष छोटू सिंह कानाखेड़ा, सारण धूणी के भक्तावर नाथ, विश्व हिंदू परिषद राजस्थान क्षेत्रीय मार्गदर्शक मंडल के सदस्य राम कष्ण दास, ब्यावर विधायक शंकर सिंह रावत, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा, जैतारण विधायक अविनाश गहलोत, रायपुर प्रधान कमला चौहान, ब्यावर के सभापति नरेश कनोजिया, रावत महासभा के अध्यक्ष डॉक्टर शैतान सिंह रावत, गिरधारीसिंह बरजाल, जवाजा प्रधान गणपत सिंह और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।

सम्राट पृथ्वीराज चौहान जयंती : पखवाड़े का आयोजन 5 मई से, प्रचार सामग्री का किया विमोचन

खेल-कूद के साथ होगी अनेक प्रतियोगिताएं सम्राट पृथ्वीराज चौहान जयंती ज्येष्ठ कृष्णा द्वादश 16 मई को अजमेर (अजमेर मुस्कान)। सम्राट पृथ्वीराज चौहान समारोह समिति, अजमेर की बैठक स्वामी काम्पलेक्स में आयोजित की गई। जिसमे समिति के तत्वावधान में देश की एकता एवं अखण्डता की रक्षार्थ अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले वीर शिरोमणी सम्राट पृथ्वीराज चौहान की 857वीं जयन्ती की 5 मई से 16 मई तक पखवाड़े के सफल आयोजन के पूर्व सांसद ओंकार सिंह लखावत की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। इस अवसर प्रचार सामग्री का भी विमोचन किया गया। ज्येष्ठ कृष्णा द्वादश 16 मई को मुख्य कार्यक्रम तारागढ़ पर्वत श्रंखला पर स्थिति सम्राट पृथ्वीराज चौहान स्मारक पर भव्य व गरिमापूर्वक कार्यक्रम आयोजित करने साथ कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई। पखवाडे़ के तहत 5 मई को रंग भरो प्रतियोगिता, 6 मई को देशभक्ति एकल गायन प्रतियोगिता, 7 मई को साईकिल रैली का आयोजन, 7 व 8 मई को राईफल व तीरनदाजी प्रतियोगिता,10 मई को राष्ट्रीय संगोष्ठी, 9 से 11 मई को हाॅकी, प्रतियोगिता, 12 से 14 मई टेनिस प्रतियोगिता, 14 मई मैराथन दौड़, 15 मई प्रश्नोतरी, 16 मई को मुख्य कार्यक्रम व पुरस्कार वितरण कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा व गत वर्ष की काव्य प्रतियोगिता के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया जायेगा। साथ ही 21 मई को प्रभातफेरी का आयोजन होगा। बैठक में यह भी तय किया गया कि विभिन्न समाजों में चौहान वंशीय परिवारों को भी निमंत्रण दिया जायेगा। मैं भी पृथ्वीराज हूं - विभिन्न समाज के बन्धु मुख्य कार्यक्रम में तैयार होकर सम्मिलित होगें। इन कार्यक्रमों में अजमेर विकास प्राधिकरण, नगर निगम अजमेर, पर्यटन विभाग, अजमेर डेयरी, पृथ्वीराज ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक शोध केन्द्र मदस वि...

राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना ने सम्राट पृथ्वीराज चौहान की जयंती मनाई

सिकंदराराऊ 16 मई | आज गांव सिंधौली में आज सम्राट पृथ्वीराज चौहान जी की जयंती पृथ्वीराज चौहान जी के छवि चित्र रूपी बोर्ड का राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रदेश महासचिव निशांत चौहान राष्ट्रवादी ने तिलक कर व पूजन कर धूम धाम से मनाई। प्रदेश महासचिव निशांत चौहान राष्ट्रवादी ने कहा कि पृथ्वीराज चौहान अंतिम हिन्दू शासक थे और एक महान योद्धा थे जिन्होंने मुहम्मद गौरी को 17 बार युद्ध में पराजित किया। श्री चौहान ने कहा कि पृथ्वीराज चौहान को शब्द भेदी बांड चलाने में महारथ हासिल थी।पृथ्वीराज चौहान ने चंद्रबरदाई की चार बांस चौबीस गज,अंगुल अष्ट प्रमाण, ता ऊपर सुल्तान है मत चुके चौहान के शब्द बोलते ही बाड़ से मुहम्मद गौरी का धड़ सर से अलग कर दिया था। श्री चौहान ने कहा कि वर्तमान समय में समाज के युवाओं को महापुरुषों से प्रेरणा लेकर उनके आदर्शो पर चलना चाहिए।कार्यक्रम में नीरज चौहान,मिथुन चौहान,अन्नू चौहान,अमित पुंढीर,ऋषि चौहान,सुमित चौहान,नितिन चौहान,अनुज चौहान,रामप्रताप सिंह,गगन चौहान आदि लोग उपस्थित रहे |

Prithviraj Chauhan 39 s birth anniversary celebrated with enthusiasm

उन्होंने पृथ्वीराज चौहान के जीवन से युवाओं को सीख लेने पर बल दिया। इस मौके पर गजेन्द्र सिंह, हरिराज, प्रभुपाल, अनिल, रूद्राक्ष, हरेन्द्र, विकास त्यागी, पंकज, बॉबी, प्रदीप तोमर, विकास शर्मा आदि शामिल रहे। उधर, गढ़ के डेहरा कुटी पर पृथ्वीराज चौहान की जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। हवन यज्ञ किया गया और मूर्ति में माल्यार्पण किया गया। पूर्व मंत्री मदन चौहान को राजपूत समाज की ओर से पगड़ी पहना कर स्वागत कर समाज का नेता घोषित कर दिया गया। राजपूत समाज समिति के सौजन्य से पृथ्वीराज चौहान जयंती के मौके पर पूर्व विधायक पूर्व मंत्री बसपा नेता मदन चौहान ने कहा कि समाज की तरक्की एकजुटता के साथ है संगठन में ही शक्ति है। पूर्व प्रधानाचार्य मेघराज सिंह, भाकियू नेता जीते चौहान, अवनीश चौहान, संजीव चौहान, सुरेन्द्र प्रधान, अमित प्रधान रजत चौहान, डॉ राजेश चौहान सहित ने राजपूत समाज की ओर से पूर्व मंत्री को पगड़ी पहनाई और समाज का नेता घोषित किया गया।

Prithviraj Chauhan Jayanti 2023: पृथ्वीराज चौहान जयंती पर भेजें शुभकामनाएं, बताएं उनका इतिहास

Prithviraj Chauhan Jayanti 2023: भारत के इतिहास में कई ऐसे वीर योद्धा हुए जिन्होंने अपने साम्राज्य और धर्म को बचाने के लिए अपना सबकुछ न्यौछावर कर दिया. उनमें से एक वीर योद्धा सम्राट पृथ्वीराज चौहान भी थे. उन्हें पृथ्वीराज तृतीय भी कहते थे जिन्होंने वर्तमान उत्तर-पश्चिमी भारत में पारंपरिक चौहान क्षेत्र सपादलक्ष पर शासन किया था. पृथ्वीराज ने वर्तमान राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में अपना नियंत्रण रखा. 16 मई को पृथ्वीराज चौहान की जयंती मनाई जा रही है, हालांकि उनकी जयंती अलग-अलग तारीखों पर पड़ती है चलिए आपको इसकी वजह बताते हैं और इस खास दिन की शुभकामनाएं भी देते हैं. यह भी पढ़ें: क्या है पृथ्वीराज चौहान का इतिहास? (Prithviraj Chauhan History in Hindi) इतिहास के मुताबिक, ज्येष्ठ माह के 12वें दिन पृथ्वीराज चौहान का जन्म हुआ था और इस साल ये दिन 16 मई को पड़ा है. वहीं उनकी जयंती की तारीख (Prithviraj Chauhan Jayanti Date) 1 जून को होती है. साल 1163 में उनका जन्म हुआ था और उनके दूसरे नाम भरतेश्वर, पृथ्वीराज तृतीय, हिंदूसम्राट, सपादलक्षेश्वर, राय पिथौरा भी रहे हैं. 28 साल की उम्र में यानी 11 मार्च 1192 को पृथ्वीराज का निधन हो गया था. चौहान वंश में जन्में पृथ्वीराज आखिरी हिंदू शासक भी थे और 11 वर्ष की उम्र में उनके पिता की मृत्यु के बाद सारी जिम्मेदारी उनके ऊपर आ गई थी. उन्होंने अपनी नीतियों और वीरता से कई राज्यों को अपने आधीन कर लिया था. सम्राट पृथ्वीराज चौहान. (फोटो साभार: Twitter) 1.चार बांस चौबीस गज, अंगुल अष्ट प्रमाण, ता ऊपर सुल्तान है, मत चूको चौहान पृथ्वीराज चौहान की जयंती पर शुभकामनाएं 2.शत्रु करे जिसका अंतिम सांस तक बखान नतमस्तक था...

Tribute to Prithviraj Chauhan on his birth anniversary

अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा (एबीवीजीएम) के द्वारा खेड़ा कुरतान में गुर्जर सम्राट पृथ्वीराज चौहान की जयंती मनाई गई। सर्वप्रथम उनके चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण किया गया । इस अवसर पर जिलाध्यक्ष रवि चौहान ने बताया कि गुर्जर सम्राट पृथ्वीराज चौहान गुर्जर समाज के सम्राट थे। इस बात के पुख्ता प्रमाण हैं। पृथ्वीराज विजय महाकाव्यं संस्कृत महाकाव्य है। इसे हिन्दी में पृथ्वीराज विजय महाकाव्य भी कहा जाता है । पृथ्वीराज विजय महाकाव्य में तराइन के प्रथम युद्ध में पृथ्वीराज चौहान की मुहम्मद गौरी पर विजय का वर्णन है। गुर्जर सम्राट पृथ्वीराज चौहान का जन्म जेष्ठ मास कृष्ण पक्ष द्वादशी विक्रमी संवत 1206 (1149 ईसवी) में हुआ था। पृथ्वीराज विजय महाकाव्य के सर्ग 7 के श्लोक नंबर 50 में मिलता है। पृथ्वीराज विजय महाकाव्य के सर्ग 10 के श्लोक नंबर 50 में पृथ्वीराज के किले को गुर्जर दुर्ग लिखा है और सर्ग 11 के श्लोक नंबर 7 और 9 में गुर्जरो द्वारा गौरी को पराजित करने का वर्णन है। इस अवसर पर कृषणपाल चौहान ,नारायण सिंह ,तेजपाल सिंह ,सालीम प्रधान, उमरदीन, लीलूराम, देवी सिंह, विशाल चौहान ,विनय चौहान आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहें।

200 शिक्षक, 150 स्वास्थ्य कर्मी और 15 सामाजिक संगठनों को किया सम्मानित

दहिसरा गांव में रविवार को सम्राट पृथ्वीराज चौहान की जयंती मनाई गई। जिसमें करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सूरज पाल अम्मू ने 200 शिक्षक, 150 स्वास्थ्य कर्मी व 15 सामाजिक संगठनों को सम्मानित किया। करणी सेना ने दहिसरा गांव में सम्राट पृथ्वीराज चौहान की प्रतिमा लगाने की घोषणा की। करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सूरज पाल अम्मू ने समाजसेवा के लिए जयभगवान आंतिल को सम्राट पृथ्वीराज चौहान की प्रतिमा देकर सम्मानित किया। दहिसरा में करणी सेना द्वारा सम्राट पृथ्वीराज चौहान की जयंती मनाई गई। जिसमें मुख्य अतिथि करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सूरजमपाल अम्मू, विधायक मोहनलाल बड़ौली, सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट एपी सिंह, आंतिल बारहा खाप के प्रधान समाजसेवी जयभगवान आंतिल दीपालपुर, दलीप सिंह राणा उर्फ ग्रेट खली, सतपाल सिंह चौहान, पदमश्री अवार्डी कंवल सिंह चौहान, समाजसेवी प्रतीक राजकुमार शर्मा, करणी सेना के प्रदेश संगठन महामंत्री दीपक चौहान, पूर्व पार्षद नंदकिशोर चौहान ने 200 शिक्षक, 150 स्वास्थ्य कर्मी, सफाई कर्मी, पंच- सरपंचों को सम्मानित किया। आंतिल बारहा खाप प्रधान जयभगवान आंतिल ने पृथ्वीराज चौहान की प्रतिमा के लिए 1 लाख 51 हजार रुपए दिए। इसके अलावा 51 सौ रुपए से मेडलिस्ट का सम्मान किया। करणी सेना को 11 हजार रुपए देकर सम्मानित किया गया। सतपाल चौहान ने प्रतिमा के लिए 80 हजार रुपए का योगदान दिया। पृथ्वीराज चौहान राष्ट्र के गौरव हैं दलीप सिंह राणा उर्फ ग्रेट खली ने कहा कि सम्राट पृथ्वीराज चौहान राष्ट्र के गौरव हैं। उनका जीवन प्रेरणादायक रहा है। सम्राट चौहान का जन्म एक जून 1149 को गुजरात में हुआ था। जो भारत वर्ष के आखिरी हिदू शासक रहे हैं। 11 वर्ष की उम्र में पिता के देहांत के बाद दिल्ली और अजमेर के श...