पादप हार्मोन के पौधों के लिए दो महत्व लिखिए

  1. पादप ऊतक
  2. पादप आकारिकी
  3. पादप हार्मोन
  4. फाइटोहोर्मोन प्रकार और उनकी विशेषताएं / जीवविज्ञान
  5. [हिन्दी] पादप ऊतक MCQ [Free Hindi PDF]
  6. हार्मोन


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पेड़

हेलो दोस्तों पे ड़-पौधे क्या हैं?इसके कितने भाग होते हैं| पौधों के प्रकार, वर्गीकरण, महत्त्व तथा विशेषताएँपोस्ट के माध्यम से www.way2pathshala.in तथा पौधे के कौन-कौन से अंग होते हैंतथा इन पौधे के विभिन्न भाग एवं उनके कार्य,पौधों के प्रकार एवं भागऔर इनका वर्गीकरण, महत्व तथा विशेषताएँ का उल्लेख किया गया है। तथा साथ ही साथ विभिन्न टॉपिक जैसे - पेड़ के भागों के नाम,पौधे के कौन-कौन से अंग होते हैं,पौधे के विभिन्न भाग एवं उनके कार्य, पौधों के नाम,पौधों के विभिन्न भागों के नाम बताइए, पौधों के प्रकार एवं भाग, पेड़ के भागों के नाम इंग्लिश में, पौधे के प्रकार पर भी प्रकाश डाला गया है। पेड़ पोधों का हमारे जीवन में अनमोल योगदान है| जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते है| यह हमारे प्रदूषण को कम करते है और हमारे द्वारा छोड़ी गयी कार्बनडाईऑक्साइड को ग्रहड़ कर हमें प्राण वायु ऑक्सीजन प्रदान करते है तथा इनसे प्राप्त होनेवाली विभिन्न प्रकार की वस्तुए जैसे औषधियाँ , मसाले , सब्जियाँ , खड्यातेल , फल , अनाज से हमारा जीवन का निर्वाह होता है | पेड़ - पौधों के भाग ( पार्ट ऑफ ट्री ) पेड़ - पौधों के प्रकार एवं भाग की विस्तृत जानकारी के लिए इन्हे दो भागो में बाटा गया है तथा | • जड़ पेड़ - पोधों का वह भाग जो जमीन के अंदर पाया जाता है उसे जड़ कहते है | जड़ के कार्य - जड़े पेड़ - पोधों को आधार प्रदान करती है | जड़े जमीन से का अवशोषण कर पेड़ - पोधों के विभिन्न भागों तक पहुँचाती है | • तना पेड़ - पोधों का वह भाग जो जमीन के ऊपर पाया जाता है उसे तना कहते है | तना के कार्य - इसके प्रमुख कार्य जड़ो के द्वारा अवशोषित जल एवं खनिज पदार्थो को पौधों के अन्य भाग जैसे - पत्ती , फूल , फल , बीज तक पहुचाना है | पौधों के विभिन्न भागों के ...

पादप ऊतक

इस आर्टिकल में जीवधारियों की बनावट के साथ उत्तक के बारे में विस्तृत रूप से जानेगें | पादप उत्तक क्या है उसके प्रकार क्या है इसके बारे में जानेगें | साथ ही स्थायी उत्तक (Permanent Tissue) और जटिल स्थायी उत्तक (Complex Permanent Tissue) को समझेगें | जाइलम क्या है ?, फ्लोएम क्या है ? जाइलम और फ्लोएम में क्या अंतर है ? विशिष्ट स्थायी उत्तक (Special Permanent Tissue) क्या है उसके प्रकार क्या है और वह पोधो के लिय किस प्रकार सहायक है ? रबरक्षीरी (Laticiferous glands) ग्रंथिया क्या होती है और किस प्रकार बनती है आदि के बारे में बात करेगे | उत्तक क्या है (What is Tissues) बहुकोशिकीय जीवों में विभिन्न शारीरिक कायों के सम्पादन हेतु समान उत्पत्ति, संरचना एवं कार्यो वाली कोशिकाओं का समूह संगठित होता है। कोशिकाओं का यह विशेष समूह जिसे ऊतक (tissue) कहते हैं, निश्चित कार्य हेतु जिम्मेदार होते हैं। ऊतक शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम विचट (Witchet) ने किया। जीव विज्ञान की वह शाखा, जिसमें ऊतकों का अध्ययन किया जाता है उसे औतिकी (Histology) कहते हैं। विभिन्न कोशिकाएँ मिलकर ऊतक बनते है। ऊतकों का समूह मिलकर अंग, अंगों का समूह अंगतन्त्र बनाता है और अगतन्त्र मिलकर जीव के जीवन प्रक्रिया को सुचारु रूप से चलाते हैं। बहुकोशिकीय जीवों का यह संगठन पादपों और प्राणियों में अलग-अलग प्रकार का होता है। जैसा कि हम जानते है कि पादप भी जीवित होते हैं, और जीवन की मूलभूत आवश्यकताएँ उनको भी होती हैं, जिनकी पूर्ति के लिए उनमें अनेक प्रकार के कार्य होते हैं। किंतु पादपों का शरीर और शरीर में होने वाली क्रियाएँ जंतुओं से पूर्णतः भिन्न होती हैं। अतः पादप ऊतक भी जंतु ऊतकों से भिन्न होते हैं जो अपने शरीर में होने वाली क्रिया-वि...

पादप आकारिकी

एक पादप को बाहर से दिखने पर उसमें जड़ (Root), तना (Stem), पत्ते (Leaves), फूल (Flower), फल (Fruit), छाल (Bark) आदि दिखाई पड़ते हैं, पादप आकारिकी के अंदर इन्हीं संरचनाओं का अध्ययन किया जाता है। आकारिकी जीव विज्ञान की वह शाखा होती है जो अंगों की कार्य पद्धति से अधिक महत्व उनके आकार, आकृति, रंग, रूप और रूप में रूपान्तरण, शरीर में उनके स्थान को देती है। पादप आकारिकी के अन्तर्गत पौधों के शारीरिक आकार जैसे उसके विभिन्न अंगों जड़, तना, पत्ती, फूल, फलों एवं बीजों की रचना व उसके विकास का अध्ययन किया जाता है। पादप के विभिन्न वर्गों; जैसे 1. थैलोफाइटा ( 2. 3. 4. 5. एन्जिमोस्पर्म ( जड़ तथा उसकी शाखाओं को सामूहिक रूप से मूल तन्त्र कहते हैं। जड़ तथा उसकी शाखाएँ मूल तन्त्र जबकि तना एवं उसकी शाखाएँ, पत्तियाँ, पुष्प एवं फल सम्मिलित रूप से प्ररोह तन्त्र के अन्तर्गत आते हैं। जड़, तना तथा पत्तियाँ कायिक अंग, जबकि पुष्प और फल प्रजनन अंग होते है। पुष्प में उपस्थित जननांगों के संयोजन क्रिया के फलस्वरूप नई पीढ़ी का विकास होता है। स्वभाव तथा पोषण के आधार पर पौधों में भिन्नता पाई जाती है। स्वभाव के आधार पर यह शाक, झाड़ी तथा वृक्ष होते है, जबकि पोषण के आधार पर स्वपोषी, परपोषी आदि होते हैं। इन सभी में पादप अंगो का कार्य मूल रूप से समान होता है। इन पौधों का प्रत्येक भाग विशेष कार्य को करने के लिए अनुकूलित होता है | पादप आकारिकी | (Plant Morphology) के महत्वपुर्ण भाग पादप आकारिकी के महत्वपुर्ण तथ्य • थैलोफाईटा का शरीर जड, तना पत्ति में विभक्त नहीं होता, इसके शरीर को थैलस कहा जाता है। • भूमि के ऊपर रहने वाला भाग प्ररोह तंत्र (Shoot system) कहलाता है। • भूमि के नीचे रहने वाला भाग जड़ तंत्र (Root System) क...

पादप हार्मोन

पादप फाइटोहार्मोन भी कहते हैं, रसायन होते हैं जो पौधों के विकास को विनियमित करते हैं। पादप हार्मोन, संकेत अणु होते है और बहुत कम परिमाण में इनका उत्पादन पौधों में ही होता है। हार्मोन, स्थानीय रूप से लक्षित कोशिकाओं में कोशिकीय प्रक्रियाओं को विनियमित करते हैं और जब यह पौधे में दूसरे स्थानों पर पहुँचते हैं तो वहाँ कि कोशिकीय प्रक्रियाओं को विनियमित करते हैं। पौधों में जानवरों की तरह हार्मोन के उत्पादन और स्रावण के लिए ग्रंथियों नहीं होतीं। पादप हार्मोन, पौधे को निश्चित आकार देने के साथ, बीज विकास, पुष्पण का समय, फूलों के लिंग, पत्तियों और फलों के वार्धक्य (बुढा़पा) के लिए उत्तरदायी होते हैं। यह उन पौधों में मुख्यतः पाँच प्रकार के हार्मोन पाए जाते हैं। वे हैं - अॉक्स़िन, जिब्रेलिक अम्ल, साइटोकाईनिन, इथाइलिन और एब्सिसिक अम्ल। • Afrikaans • العربية • Asturianu • Български • বাংলা • Bosanski • Català • Čeština • Dansk • Deutsch • English • Español • Eesti • Euskara • فارسی • Suomi • Français • Galego • עברית • Magyar • Հայերեն • Bahasa Indonesia • Italiano • 日本語 • Қазақша • 한국어 • Latviešu • മലയാളം • Bahasa Melayu • Nederlands • Norsk nynorsk • Norsk bokmål • Polski • پښتو • Português • Română • Русский • Srpskohrvatski / српскохрватски • Simple English • Slovenčina • Српски / srpski • Svenska • தமிழ் • Тоҷикӣ • ไทย • Türkçe • Українська • Oʻzbekcha / ўзбекча • Tiếng Việt • 吴语 • 中文

फाइटोहोर्मोन प्रकार और उनकी विशेषताएं / जीवविज्ञान

fitohormonas या पादप हार्मोन, कार्बनिक पदार्थ होते हैं जो पौधों की कोशिका कोशिकाओं द्वारा निर्मित होते हैं। एक विशिष्ट साइट में संश्लेषित, वे संयंत्र के चयापचय, विकास और विकास को विनियमित कर सकते हैं. जैविक विविधता की विशेषता अलग-अलग आकारिकी वाले व्यक्तियों की उपस्थिति, विशेष निवास स्थान और प्रजनन के रूपों के साथ होती है। हालांकि, शारीरिक स्तर पर उन्हें विकास और विकास की प्रक्रिया के दौरान मॉर्फोजेनिक अभिव्यक्तियों से जुड़े केवल कुछ पदार्थों की आवश्यकता होती है. इस संबंध में, वनस्पति हार्मोन प्राकृतिक यौगिक हैं जिनमें न्यूनतम सांद्रता में शारीरिक प्रक्रियाओं को विनियमित करने की संपत्ति होती है,<1 ppm). Se originan en un sitio y se translocan a otro donde regulan procesos fisiológicos definidos: estimulación, inhibición o modificación del desarrollo. सूची • 1 जाइलम और फ्लोएम • २ डिस्कवरी • 3 लक्षण • 4 कार्य • 5 तंत्र क्रिया • 6 प्रकार • 6.1 औक्सिनस • 6.2 साइटोकिनिन • 6.3 गिबरेलिन • 6.4 एथिलीन • 6.5 एब्सिसिसिक एसिड • 6.6 ब्रस्टोनिस्टिरॉइड्स • 7 संदर्भ जाइलम और फ्लोएम वास्तव में, फाइटोहोर्मोन संवहनी ऊतकों के माध्यम से पौधों में फैलते हैं: जाइलम और फ्लोएम। विभिन्न तंत्रों के लिए जिम्मेदार होने के नाते, जैसे फूल आना, फल पकना, पत्ती का गिरना या जड़ और तने का बढ़ना. कुछ प्रक्रियाओं में एक एकल फाइटोहोर्मोन भाग लेता है, हालांकि कभी-कभी कई पदार्थों के हस्तक्षेप के माध्यम से तालमेल होता है। इसी तरह, पौधे के ऊतक और विशिष्ट शारीरिक प्रक्रियाओं में सांद्रता के आधार पर, विरोध हो सकता है. खोज फाइटोहोर्मोन या पादप हार्मोन की खोज अपेक्षाकृत हाल ही में हुई है। सेल डिवीजन की उत्तेजना और कट्टर...

[हिन्दी] पादप ऊतक MCQ [Free Hindi PDF]

अवधारणा: विभज्योतक ऊतक: • ये ऊतक पादपों की वृद्धि में योगदान करते हैं क्योंकि वे पादपों के सक्रिय रूप से विकसित क्षेत्रों में उपस्थित होते हैं। • उदाहरण- पादप की मूल का सिरा और अंकुर। • उन्हें 3 भागों में वर्गीकृत किया गया है: • शिखर • पार्श्व • अंतर्वेशी रंध्र • रंध्र पर्ण अधिचर्म पर पाए जाने वाले छोटे छिद्र होते हैं। • यह तनों और पादपों के अन्य भागों पर पाया जा सकता है। • इसे प्रकाश सूक्ष्मदर्शी के नीचे देखा जा सकता है। • रंध्र संरचना: • प्रत्येक रंध्र के चारों ओर रंध्रद्वार कोशिका होती हैं। • गुर्दे के आकार के रंध्रद्वार में क्लोरोप्लास्ट होते हैं। • रंध्र में एक श्वसन कक्ष होता है। • व्याख्या: • विभज्योतक ऊतक अविभाजित अपरिपक्व कोशिकाओं का समूह है जो या तो विभाजन की संतत अवस्था में हैं या विभाजित होने की तैयारी कर रहे हैं। • विभज्योतक कोशिकाओं के कारण, एक पादप शरीर जीवन भर असीमित वृद्धि की क्षमता रखता है। • रंध्रद्वार कोशिका बीन के आकार की कोशिकाएं होती हैं जो रंध्र होती हैं। • रंध्र के माध्यम से रोमकूपों को खोलकर और बंद करके पादपों की पत्तियों के गैसीय विनिमय में रक्षक कोशिका महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। • गूदेदार पादपों में रंध्र रात में खुलते हैं और दिन में बंद हो जाते हैं। अतः कारण गलत है। • गूदेदार पादपों में CAM (क्रस्युलेसी अम्ल उपापचयी) उपापचय उपस्थित होता है। • CAM प्रकाश संश्लेषण में, रंध्र केवल रात में ही खुलते हैं जब पादप अपेक्षाकृत ठंडा होता है। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि A सत्य है परन्तु R असत्य है। Additional Information • स्थायी ऊतक विभाजित होने की क्षमता खो देते हैं। • एक स्थायी आकृति, आकार और कार्य लेने की प्रक्रिया को विभेदीकरण के रूप में जाना जाता ह...

हार्मोन

हार्मोन या ग्रन्थिरस या अंत:स्राव जटिल परिचय पौधों एवं जन्तुओं दोनो के अपने अपने हार्मोन होते हैं। पौधों में पाए जाने वाले हार्मोन को वनस्पति हार्मोन या हार्मोन अपने कार्य स्थल की कोशिकाओं के कार्यों को प्रभावित करते हैं। इनके कार्य करने के तरीके इनकी रासायनिक प्रकृति के अनुसार भिन्न-भिन्न होते हैं। प्रोटीन हार्मोन एवं पोली पेप्टाइड हार्मोन कोशिकाओं की सतह पर उपस्थित संयोजको से जुड़कर कोशिका के कोशिका द्रव में रासायनिक परिवर्तन कर देते हैं जिसके परिणाम स्वरूप अपेक्षित कार्य सम्पन्न हो जाता है। स्टेरायड हार्मोन कोशिका झिल्ली को पारकर कोशिका में प्रवेश करते हैं एवं कोशिका द्रव मे किसी संयोजक से संयोग करने के बाद केन्द्रक में पहुँच जाते हैं। सन्दर्भ • Afrikaans • Alemannisch • Aragonés • العربية • الدارجة • مصرى • অসমীয়া • Asturianu • تۆرکجه • Башҡортса • Žemaitėška • Bikol Central • Беларуская • Беларуская (тарашкевіца) • Български • বাংলা • Bosanski • Català • کوردی • Čeština • Чӑвашла • Cymraeg • Dansk • Deutsch • Ελληνικά • English • Esperanto • Español • Eesti • Euskara • فارسی • Suomi • Français • Nordfriisk • Gaeilge • Galego • 客家語/Hak-kâ-ngî • עברית • Fiji Hindi • Hrvatski • Kreyòl ayisyen • Magyar • Հայերեն • Արեւմտահայերէն • Interlingua • Bahasa Indonesia • Ilokano • Ido • Íslenska • Italiano • 日本語 • Jawa • ქართული • Qaraqalpaqsha • Қазақша • ಕನ್ನಡ • 한국어 • कॉशुर / کٲشُر • Kurdî • Кыргызча • Latina • Lombard • ລາວ • Lietuvių • Latviešu • Македонски • മലയാളം • मराठी • Bahasa Melayu • Malti • မြန်မာဘာသာ • नेपाली • नेपाल भाषा • Nederlands • Norsk nynorsk • Norsk bokmål...