पैनिक अटैक क्यों होता है

  1. क्या है पैनिक अटैक? क्या उससे बचने का कोई रास्ता है?
  2. आपको मानसिक बीमार बना सकते हैं बार
  3. अचानक पैनिक अटैक होने पर घबराएं नहीं बल्कि ऐसे करें बचाव
  4. Panic and Anxiety Attack Symptoms: पैनिक और एंग्जायटी अटैक को लेकर न हों कंफ्यूज, जान लें दोनों के लक्षणों के बारे में
  5. Panic Attack symptoms causes treatment in hindi। पैनिक अटैक के कारण, लक्षण और इलाज
  6. डॉक्टर से समझें पैनिक डिसऑर्डर क्या है और क्यों होता है?
  7. क्यों ठंड के मौसम में बढ़ जाता है पैनिक अटैक का खतरा? जानें इसके लक्षण और इलाज
  8. What is panic attack and how to identify symptoms and what are the treatments


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क्या है पैनिक अटैक? क्या उससे बचने का कोई रास्ता है?

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आपको मानसिक बीमार बना सकते हैं बार

Written by |Published : May 30, 2023 5:03 PM IST • • • • • Causes of panic attacks: हमारी मेंटल हेल्थ यानी मानसिक स्वास्थ्य बहुत हमारी फिजिकल हेल्थ से भी ज्यादा सेंसिटिव होती है। कुछ मानसिक समस्याएं ऐसी भी हैं, कि उनका तब तक पता नहीं चल पाता है जब तक स्थिति गंभीर नहीं हो जाती है। यहां तक कि अभी तक भी कुछ लोग मेंटल इलनेस को कोई बीमारी समझते ही नहीं है और इस कारण से कई बार स्थिति गंभीर हो जाती है। मानसिक बीमारियां होने के पीछे के कारण कुछ अलग होते हैं और इनमें से एक है पैनिक अटैक आना। देखा गया है कि कुछ लोगों को बार-बार पैनिक अटैक आने लगते हैं, जो आपको मानसिक रूप गंभीर बीमार बना सकते हैं। वहीं बार-बार पैनिक अटैक आना आपके पहले से ही मानसिक रूप से बीमार होने का संकेत भी हो सकता है। यदि आपको भी बार-बार पैनिक अटैक आते हैं, तो सावधान होने की जरूरत है। इस लेक हमें हम आपको बार-बार पैनिक अटैक आने के कारण व उसकी रोकथाम के तरीके बताने वाले हैं। क्या है पैनिक अटैक (What is panic attacks) सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि आखिर पैनिक अटैक क्या है। पैनिक अटैक एक प्रकार की एंग्जायटी यानी चिंता ही होता है, जो बहुत गंभीर होने के साथ-साथ अचानक से ही विकसित होती है। पैनिक अटैक के दौरान दिल की धड़कन बढ़ जाती है, साथ ही सांस फूलना, जी मिचलाना, सिर घूमना और शरीर में कंपन होना आदि लक्षण विकसित हो जाते हैं। पैनिक अटैक के दौरान व्यक्ति को मृत्यु या संतुलन छूटने का भय हो जाता है और कारण से वह पूरी तरह से डर जाता है। क्यों आते हैं पैनिक अटैक (Why panic attack occurs) पैनिक अटैक होने के कई अलग-अलग कारण हो सकते हैं। इसमें आमतौर पर ज्यादातर मानसिक समस्याओं से ही जुड़े हैं जैसे लंबे समय से एंग्जायटी की समस्य...

अचानक पैनिक अटैक होने पर घबराएं नहीं बल्कि ऐसे करें बचाव

Written by |Updated : January 5, 2017 8:40 AM IST • • • • • Read this in English अनुवादक: Anoop Singh आज के समय में कई लोग एंग्जायटी डिसऑर्डर से पीड़ित होते हैं और उन्हें इस बात का पता भी नहीं होता कि वे ऐसी किसी गंभीर बीमारी के शिकार हैं। इस बीमारी से पीड़ित मरीज कभी भी पैनिक अटैक के खतरे का शिकार हो सकता है। सबसे अजीब बात तो यह है कि मरीज को कभी कभी यह पता ही नहीं चलता कि जो उसे महसूस हो रहा है वो पैनिक अटैक है या कुछ और। इसलिए बहुत ज़रूरी है कि आप इस बीमारी के बारे में और इसके लक्षणों को पहले जान लें और यह भी जान लें कि इससे बचने के क्या उपाय हैं। Also Read • • • मुंबई स्थित मसिना हॉस्पिटल के मनोचिकित्सक डॉ युसूफ मैचस्वाला बताते हैं कि जब भी किसी को पैनिक अटैक आता है जो अचानक मरीज को समझ में नहीं आता कि उसे ऐसा क्यों महसूस हो रहा है या वो अचानक से इतना क्यों घबरा रहा है। पैनिक अटैक थोड़ी देर से लेकर आधे घंटे तक का भी हो सकता है। बहुत ज्यादा भीड़ वाली जगह में होने पर या फिर ट्रेवल करते समय या किसी अनजान छोटी सी जगह पर फंस जाने पर पैनिक अटैक होने की संभावना काफी बढ़ जाती है। पढ़ें : 4 बादाम ही काफी हैं चिंता और घबराहट दूर करने के लिए, ये चीजें भी खाएं जब भी मरीज को पैनिक अटैक होता है ऐसे में उसे एंग्जायटी वाले सारे लक्षण महसूस होने लगते हैं। उसे सीने में दर्द, सांस फूलना, चक्कर आना और पसीने आने लगते हैं। कई बार मरीज को ऐसा लगता है जैसे उसे हार्ट अटैक आ गया है। ऐसे में मरीज किसी भी कीमत पर उस सिचुएशन से बाहर निकलना चाहता है। शुरू शुरू में मरीज को लगता है कि उसके साथ कुछ बहुत बुरा होने वाला है और आगे चलकर पूरी तरह वह इसकी चपेट में आ जाता है। पैनिक अटैक से कैसे बचें: जब भी आप ऐसा क...

Panic and Anxiety Attack Symptoms: पैनिक और एंग्जायटी अटैक को लेकर न हों कंफ्यूज, जान लें दोनों के लक्षणों के बारे में

पैनिक अटैक और एंग्जायटी अटैक से लेकर काफी लोग कंफ्यूज रहते हैं. वे समझ नहीं पाते हैं कि इन दोनों में क्या फर्क है. इन दोनों में ही दिल की धड़कन का बढ़ना, रुक-रुककर सांस आना, अचानक से घबराहट होना जैसे लक्षण महसूस होने लगते हैं. हालांकि, ये दोनों ही अलग हैं और इनके होने के कारण भी. जैसे पैनिक अटैक को एंग्जायटी अटैक से ज्यादा खतरनाक माना जाता है, क्योंकि ये बिना किसी ट्रिगर के आता है. जबकि एंग्जायटी अटैक में रोगी को बेचैनी होने लगती है, डर लगने लगता है और अचानक से पसीना आने लगता है. इसका कारण ये भी है कि इन दोनों के लक्षण कुछ-कुछ एक जैसे ही होते हैं. पैनिक अटैक के लक्षण और साइन क्या हैं? वैसे तो पैनिक अटैक का समय 5 से 20 मिनट होता है लेकिन कई बार ये लगातार आ सकता है, जिससे ऐसा लगता है कि अटैक ज्यादा समय तक चल रहा है. इसके लक्षणों में निम्नलिखित शामिल हैं- 1. अचानक हार्ट रेट बढ़ जाना 2. छाती में दर्द 3. चक्कर आना या हल्कापन महसूस होना 4. गर्मी लगना या ठंड लगना 5. जी मिचलाना 6. हाथ पैरों में सुन्नपन या झुनझुनी 7. कंपन 8. सांस लेने में कठिनाई 9. पेट दर्द 10. पसीना आना एंग्जायटी अटैक क्या है? जैसे पैनिक अटैक अचानक से आता है, उससे उलट एंग्जायटी धीरे धीरे और लंबे समय तक चलने वाला अटैक है. एंग्जायटी अटैक के लक्षण कुछ मिनटों या घंटों में समझ आने लगते हैं. ये पैनिक अटैक की तुलना में आम तौर पर कम खतरनाक होता है. इतना ही नहीं बल्कि पैनिक अटैक के लक्षण एंग्जायटी के लक्षणों से ज्यादा समय तक बने रह सकते हैं. ये वे दिनों, हफ्तों या महीनों तक बने रह सकते हैं. इसके लक्षण हैं- 1. घबराहट 2. चिड़चिड़ापन 3. दिल जोर-जोर से धड़कना 3. तेजी से सांस लेने लगना 4. पसीना आना 5. डर लगने लगना 5. फोकस करने मे...

Panic Attack symptoms causes treatment in hindi। पैनिक अटैक के कारण, लक्षण और इलाज

दुनिया में न जानें ऐसी कितनी बीमारियां हैं जो लोगों के मन में मृत्यु का डर पैदा कर सकती हैं। ऐसी एक बीमारी का नाम है पैनिक अटैक। जब ये स्थिति पैदा होती है तब‌ व्यक्ति के मन में मौत का भय सताने होने लगता है और उस पर ये डर हावी होने लगता है। पैनिक अटैक की स्थिति किसी भी वक्त और किसी भी स्थान पर हो सकती है। वहीं इस स्थिति के होने पर व्यक्ति को डर के अलावा बेचैनी का भी सामना करना पड़ता है। आज का हमारा लेख पैनिक अटैक पर ही है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि पैनिक अटैक के लक्षण क्या हैं। साथ ही कारण बचाव और उपचार के बारे में भी जानेंगे। इसके लिए हमने गेटवे ऑफ हीलिंग साइकोथेरेपिस्ट डॉ. चांदनी (Dr. Chandni Tugnait, M.D (A.M.) Psychotherapist, Lifestyle Coach & Healer) से भी बात की है। पढ़ते हैं आगे... पैनिक अटैक के लक्षण जब व्यक्ति को पैनिक अटैक की स्थिति का सामना करना पड़ता है तो कई लक्षण नजर आ सकते हैं। यह लक्षण निम्न प्रकार हैं- 1 - व्यक्ति के पेट में दर्द होना। 2 - पैनिक अटैक की स्थिति में मतली की समस्या होना। 3 - शरीर का सुन्न पड़ जाना या शरीर में झनझनाहट महसूस करना। 4 - व्यक्ति को मरने का डर सताना। 5 - व्यक्ति को तेज चक्कर आना। 6 - व्यक्ति के पूरे शरीर में कपकपाहट महसूस करना। 7 - व्यक्ति को कभी ठंड या कभी गर्मी लगना। 8 - व्यक्ति को बेहोशी जैसा महसूस करना। 9 - व्यक्ति को बार-बार पसीना आना। 10 - व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत महसूस करना। 11 - व्यक्ति के तापमान में बदलाव होना। 12 - व्यक्ति के सीने में दर्द महसूस करना। 13 - हार्टबीट तेज हो जाना। 14 - शरीर में कमजोरी महसूस करना। 15 - हाथ पैरों में या नसों में झनझनाहट महसूस करना। इसे भी पढ़ें- पैनिक अटैक के कारण (...

डॉक्टर से समझें पैनिक डिसऑर्डर क्या है और क्यों होता है?

What Is Panic Disorder Explained In Hindi: 28 वर्षीय सारा में अक्सर पैनिक अटैक के लक्षण दिखाई देते थे। वह ज्यादातर समय परेशान और चिंतित रहती थी। इस दौरान अचानक उसकी दिल की धड़कन बढ़ जाती, पसीना आने लगता, कंपकंपी होती और सांस लेने में तकलीफ महसूस होती थी। ये समस्याएं उसे काफी समय तक परेशान करती रहीं लेकिन उसे इसकी कोई स्पष्ट वजह समझ नहीं आई। अपनी सिचुएशन को समझाते हुए सारा कहती है, ‘मुझे अपनी हालत देखकर कई बार ऐसा लगता था कि कहीं मैं पागल ही न हो जाऊं? मुझे भीड़-भरे इलाकों में जाने से डर लगने लगता था और कार चलाते हुए मेरे हाथ-पांव कांपते थे। मुझे डर लगता था कि एक बार मुझे पैनिक अटैक आ चुका है और कहीं, दोबारा ऐसा न हो।’ दरअसल सारा पैनिक डिसऑर्डर (Panic Disorder) की मरीज हैं। पैनिक डिसऑर्डर होने पर व्यक्ति को बार-बार पैनिक अटैक्स आ सकते हैं। ऐसा अचानक हो सकता है और पैनिक अटैक्स कुछ ही मिनट में इतनी गंभीर स्थिति तक पहुंच जाते हैं कि मरीज उसे समझ ही नहीं पाता। पैनिक डिसऑर्डर भी एक तरह से महत्वपूर्ण चिंता का विषय है, क्योंकि मरीज भविष्य में पैनिक अटैक या ऐसी स्थितियों से डर सकते हैं जो उन्हें ट्रिगर कर सकती हैं। ओनलीमायहेल्थ ऐसे मानसिक विकारों और रोगों की बेहतर समझ के लिए ’मेंटल हेल्थ मैटर्स’ नाम से एक विशेष सीरीज शुरू कर रहा है, जिसमें अलग-अलग तरह की मानसिक समस्याओं, इसके प्रभाव, इलाज आदि के बारे में हम एक्सपर्ट्स के द्वारा उप्लब्ध कराई गई सटीक जानकारी अपने पाठकों तक पहुंचाएंगे। आज इस सीरीज के इस लेख में सारा की कहानी के जरिए हम समझेंगे ‘पैनिक डिसऑर्डर’ नामक बीमारी के बारे में। तो आइए जानते हैं सिजोफ्रेनिया के बारे में। ओनलीमायहेल्थ के साथ सारा की यह केस स्टडी जानी-मानी क्लीनिकल स...

क्यों ठंड के मौसम में बढ़ जाता है पैनिक अटैक का खतरा? जानें इसके लक्षण और इलाज

पैनिक अटैक ( panic attack)या फिर (Anxiety Attack) आजकल के युवाओं में तेजी से देखी जाने वाली एक बीमारी है. ये बीमारी सुनने में जितनी नार्मल लगती है, उतनी असल में होती नहीं है. दरअसल ये एक प्रकार का मनोरोग होता है. (negativity) को मन में बैठा लेता है तो उसको पैनिक अटैक (भय का दौरा) या फिर तनावजनित अटैक से ग्रसित हो जाता है . पैनिक अटैक अक्सर जीवन के कुछ बुरे अनुभवों के कारण भी होता है. क्या है पैनिक अटैक या फिर एनजाइटी और फोबिया? फोबिया में व्यक्ति को कुछ खास चीजों से डर लगता है. हालांकि फोबिया का किसी प्रकार का कोई भी तार्किक आधार नहीं होता है.जब कई रिपोट्स की मानें तो फोबिया में पैनिक अटैक के लक्षण दिख सकते हैं. पैनिक अटैक अचानक बने हालात से भी हो सकता है क्या होता हैं पैनिक अटैक का कारण शारीरिक कारण कई बार हमारे शरीर के कुछ रोग भी पैनिक अटैक या फिर एनजाइटी का कारण बन जाते हैं. हेल्थ रिपोर्ट्स की मानें तो हार्ट अटैक या हृदय रोगों से जुड़ी समस्याएं और कैंसर आदि के मरीजों में भी ये समस्या हो सकती है. मानसिक कारण पैनिक अटैका मुख्य कारण मानसिक परेशानी ही होता है. कई बार परिवारिक, निजी आदि समस्याओं से जब व्यक्ति ग्रस्ति हो जाता है और वह अपने मन की बात किसी से शेयर नहीं कर पाता है तो फिर पैनिक अटैक का कारण बन सकते हैं. जिन लोगों को छोटी-छोटी बातों पर बेचैनी करती हैं, उनमें भी यह खतरा बढ़ जाता है. जानें पैनिक अटैक या फिर एनजाइटी के लक्षणों को -अचानक दिल की धड़कन बढ़ना -घबराहट होना -सांस लेने में तकलीफ होना -बीपी बढ़ना -पसीना आना व शरीर में कंपन होना -सिर दर्द और बदन दर्द -शरीर में ठंडी या गर्म लहर महसूस होना -चक्कर आना -उल्टी, गैस या एसिडिटी पैदा होना ऐसे कर सकते हैं बचाव 1- हर ए...

What is panic attack and how to identify symptoms and what are the treatments

पैनिक अटैक एक मनोरोग है, जिसमें व्यक्ति ज्ञात या फिर अज्ञात कारणों से अचानक भयग्रस्त हो जाता है। वह अत्यधिक चिंतित हो उठता है। इस बेहद नकारात्मक मनोदशा को पैनिक अटैक (भय का दौरा) कहा जाता है। इसे तनावजनित अटैक भी कहते हैं। बीते कुछ समय में दुनियाभर में पैनिक अटैक के मामले बढ़े हैं। पैनिक अटैक और फोबिया फोबिया में व्यक्ति ऊल-जलूल विचारों के वशीभूत होकर किसी खास व्यक्ति, वस्तु, परिस्थिति और परिवेश से बहुत ज्यादा डर जाता है। फोबिया का कोई तार्किक आधार नहीं होता। हालांकि, फोबिया में पैनिक अटैक के लक्षण दिख सकते हैं, लेकिन पैनिक अटैक किसी खास चीज के डर से जुड़ा नहीं है। इसका एक कारण अवसाद भी है। पैनिक अटैक अचानक बने हालात से भी हो सकता है। क्या हैं कारण शारीरिक कारण कुछ रोग भी पैनिक अटैक का कारण बन सकते हैं। मसलन, हार्ट अटैक या हृदय रोगों से जुड़ी समस्याएं और कैंसर आदि में पैनिक अटैक की आशंकाएं बढ़ जाती हैं। इसके अलावा, थायरॉएड की बीमारी के कारण भी ऐसा हो सकता है। मानसिक कारण इसके तहत उन मनोविकारों, परिवेश और हालातों को शामिल किया जाता है, जिसके कारण मन पर भय हावी हो जाता है। वैवाहिक जीवन में कलह, तलाक होना, किसी करीबी की मौत होना, नौकरी छूट जाना या फिर छूट जाने का भय रहना या आर्थिक नुकसान, पैनिक अटैक का कारण बन सकते हैं। ऐसे लोग, जिन्हें जीवन में बहुत दुख झेलने पड़े हैं या बचपन की कुछ ऐसी कड़वी बातें हैं, जो डराती हैं या असुरक्षा का एहसास कराती हैं, उनमें इन कारणों से भी पैनिक अटैक का खतरा बढ़ जाता है। जिन लोगों को छोटी-छोटी बातों पर बेचैनी होती है, उनमें भी यह खतरा बढ़ जाता है। सामाजिक कारण अकेलापन पैनिक अटैक का बड़ा कारण है। अपने मन के भय या दिल की बात को अपनों के सामने न रख...