Panchayat samiti ka pramukh kaun hota hai

  1. पंचायत समिति क्या है? Panchayat Samiti Kya Hai?
  2. पंचायती राज
  3. संसदीय राजभाषा समिति के अध्यक्ष कौन है?
  4. जिला अध्यक्ष कौन होता है


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पंचायत समिति क्या है? Panchayat Samiti Kya Hai?

पंचायती राज व्यवस्था का दूसरा प्रमुख अंग पंचायत समिति है। जिसका गठन प्रखंड स्तर पर किया जाता है। एक प्रखंड के क्षेत्र में जितने गांव सम्मिलित हैं, उसे पंचायत समिति का क्षेत्र माना जाता है। इस क्षेत्र में वे भाग सम्मिलित नहीं होतेजो किसी नगरपालिका या नगर निगम के अधिकार में आते हैं। इसके सभी सदस्यों को चार भागों में विभाजित किया जाता है। • सीधे निर्वाचित सदस्य, जिनमें से प्रत्येक सदस्य लगभग 5000 की ग्रामीण संख्या के ऊपर निर्वाचित होता है तथा ऐसे सदस्यों की संख्या विभिन्न पंचायत समितियों के क्षेत्र के आधार पर 20 से 24के बीच तक होती है। • पंचायत समिति के क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले लोकसभा तथा विधानसभा के सदस्य। • उस क्षेत्र से संबंधित यदि राज्य सभा अथवाविधान परिषद के कोई सदस्य हो, तो वेभी पंचायत समिति के सदस्य होते हैं। • पंचायत समिति के क्षेत्र से संबंधित सभी ग्राम पंचायतों के मुखिया इन चारों श्रेणियों के सदस्यों को पंचायत समिति की सभी बैठकों में भाग लेने और मतदान करने का अधिकार होता है। लेकिन पंचायत समिति के प्रमुख तथा उप-प्रमुख का निर्वाचन करने अथवा उन्हें हटाने के लिए केवल येसदस्य ही वोट दे सकते हैं, जो पंचायत समिति के निर्वाचित सदस्य होते हैं। पंचायत समिति के निर्वाचित सदस्य अपने में से किन्ही दो सदस्यों को क्रमशः प्रमुख और उप-प्रमुख के रूप में निर्वाचित करते हैं। पंचायत समिति के कार्यकी अवधि उसकी पहली बैठक की तिथि से 5 वर्ष की होती है। पंचायत समिति का प्रमुख इसकी बैठकों की अध्यक्षता करता है। इसकी अनुपस्थिति में बैठक की अध्यक्षता उप-प्रमुख के द्वारा की जाती है। बैठक की कार्यवाही तथा उसके निर्णयों को लिखने का काम प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा किया जाता है। यहीपंचायत ...

पंचायती राज

भारतीय संविधान में शासन चलाने से सम्बन्धित कुछ निर्देशक सिद्धांतों का भी उल्लेख है. इन्हें Directive Principles of State Policy कहते हैं. इन सिद्धांतों में से एक सिद्धांत यह है कि भारत की सरकार देश में ग्राम स्वशासन के दिशा में कार्रवाई करे. इस निर्देश के अनुपालन के लिए 1992 में संविधान में 73वाँ संशोधन किया गया. भारत में 24 अप्रैल को हर वर्ष राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस संशोधन के द्वारा देश में पंचायती राज की व्यवस्था लागू की गई. यह व्यवस्था त्रि-स्तरीय है- ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और जिला परिषद्. [alert-success]पंचायती राज (Panchayati Raj) व्यवस्था लागू करने करने के लिए राज्यों अपने नियम एवं विनियम बनाने का अधिकार है. फलस्वरूप अलग-अलग राज्यों में पद के आरक्षण, कार्यकलाप आदि के प्रावधानों में विविधता देखी जा सकती है. यहाँ हम जिन प्रावधानों का उल्लेख करेंगे वे एक model के तौर पर है.[/alert-success] बलवंतराय मेहता समिति भारत में “पंचायती राज” की स्थापना के उद्देश्य से ही भारत सरकार ने बलवंतराय मेहता की अध्यक्षता में एक समिति की नियुक्ति की थी. इस समिति ने भारतीय लोकतंत्र की सफलता के लिए लोकतंत्र की इमारत को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया. इसके लिए उसने प्रजातांत्रिक विकेंद्रीकरण के सिद्धांत को लागू करने की सिफारिश की. इस समिति ने निम्नलिखित सुझाव दिए – i) सरकार को अपने कुछ कार्यों और उत्तरदायित्वों से मुक्त हो जाना चाहिए और उन्हें एक ऐसी संस्था को सौंप देना चाहिए, जिसके क्षेत्राधिकार के अंतर्गत विकास के सभी कार्यों की पूरी जिम्मेदारी रहे. सरकार का काम सिर्फ इतना रहे कि ये इन संस्थाओं को पथ-प्रदर्शन और निरीक्षण करती रहे. ii) लोकतंत्र की आधारशि...

संसदीय राजभाषा समिति के अध्यक्ष कौन है?

विषयसूची Show • • • • • GkExams on 12-05-2019 • (1)स समिति में तीस सदस्य होंगे, जिनमें 20 लोकसभा के सदस्य होंगे तथा 10 राज्यसभा के सदस्य होंगे, जो क्रमश: लोकसभा के सदस्यों तथा राज्यसभा के सदस्यों द्वारा आनुपातिक प्रतिनिधित्व पद्धति के अनुसार एकल संक्रमणीय मत द्वारा निर्वाचित होंगे। • (2) इस समिति का कर्तव्य होगा कि संघ के राजकीय प्रयोजनों के लिए हिंदी के प्रयोग में की गई प्रगति का पुनर्विलोकन करे और उस पर सिफारिशें करते हुए राष्ट्रपति को प्रतिवेदन प्रस्तुत करे। राष्ट्रपति उस प्रतिवेदन को संसद के हर सदन के समक्ष रखने के लिए आदेश जारी करते हैं और उसे सभी राज्य सरकारों को भिजवाया जाता है। • (3) राष्ट्रपति उपधारा (3) में निर्दिष्ट प्रतिवेदन पर और उस पर राज्य सरकारों ने यदि कोई मत अभिव्यक्त किए हों तो उस पर विचार करने के पश्चात् उस समस्त प्रतिवेदन या उसके किसी भाग के अनुसार निदेश जारी करते हैं। "परन्तु इस प्रकार निकाले गए निदेश धारा 3 के उपबन्धों से असंगत नहीं होंगे। " • (4) समिति के अध्यक्ष का चुनाव समिति के सदस्यों द्वारा किया जाता है। परम्परा के अनुसार केन्द्रीय गृह मंत्री जी को समय समय पर समिति का अध्यक्ष चुना जाता रहा है। सम्बन्धित प्रश्न Comments Dayaram on 12-10-2021 Hindi rajbhasha samiti ka adhyaksh kaun hai Madhavi on 17-09-2021 Sansadiya rajbhasha Samiti ki Teesri Upar Samiti ke upadhyaksh kaun hai रवि on 29-08-2021 संसदीय राज भाषा समिति के अध्यक्ष कौन हैं। Ranjeet Yadav on 12-06-2021 Aayog ke Adhyaksh kaun hai aur Samiti ke Adhyaksh Mantosh kumar on 23-12-2020 गृह मंत्री अमित शाह Pawan Kumar on 14-09-2020 संसदीय राजभाषा समिति के अध्यक्ष कौन थे Minti singh on 13-09-2...

जिला अध्यक्ष कौन होता है

हमारे देश में त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था है जिसे हम जिला पंचायत, जनपद पंचायत. ग्राम पंचायत, के रूप में जानते है। प्रत्येक जिले में एक जिला पंचायत होती है जिला पंचायत के अधीन जनपद पंचायते होती जो उस जिले के प्रत्येक विकासखण्ड में होता है और जनपद के अधीन उसū विकासखण्ड की ग्राम पंचायत होती है। जिला पंचायत का प्रशासनिक प्रमुख मुख्यकार्यपालन अधिकारी होता है जिसे सी ई.ओ. जिला पंचायत कहा जाता है जिसका अर्थ होता है चीफ एक्सिक्यूटिव अफसर इस पद पर भारतीय प्रशासनिक सेवा आई.ए एस. स्तर के अधिकारी को ही दिया जाता है राजनितिक प्रमुख के पद को जिला पंचायत अध्यक्ष कहा जाता है जिसका चुनाव अप्रत्यक्ष रूप के सम्बंधित जिला पंचायत के निर्वाचित सदस्य अपने में से करते है मुख्यतः एक जिला पंचायत में १० से २० सदस्य हो सकते है जो अपने अपने जिला निर्वाचन क्षेत्र से चुने जाते है वस्तुतः जिले की सम्पूर्ण ग्राम पंचायतो को जिला निर्वाचन क्षेत्र के रूप में बाटा जाता है एक निर्वाचन क्षेत्र में कितने ग्राम पंचायतो को शामिल किया जायेगा इसका निर्धारण जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा किया जाता है मूल रूप से इसका आधार जनसख्या होता है इस प्रकार प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र से एक सदस्य का चुनाव सम्बंधित क्षेत्र की जनता करती है।