Paristhitik pyramid kise kahate hain

  1. परिमेय संख्या क्या होती है? परिभाषा, उदाहरण
  2. पारिस्थितिक पिरामिड क्या है?
  3. तत्व किसे कहते हैं? परिभाषा एवं प्रकार! ( Tatv Kise Kahate Hain )
  4. हिंदी का प्रथम प्रबंध काव्य किसे माना जाता है?
  5. पारिस्थितिक पिरामिड क्या है?
  6. तत्व किसे कहते हैं? परिभाषा एवं प्रकार! ( Tatv Kise Kahate Hain )
  7. परिमेय संख्या क्या होती है? परिभाषा, उदाहरण
  8. हिंदी का प्रथम प्रबंध काव्य किसे माना जाता है?


Download: Paristhitik pyramid kise kahate hain
Size: 14.27 MB

परिमेय संख्या क्या होती है? परिभाषा, उदाहरण

नमस्कार दोस्तों, यदि आप गणित विषय के बारे में रुचि रखते हैं या फिर गणित विषय पढ़ते हैं, तो आपने परिमेय संख्या के बारे में जरूर सुना होगा। अगर आप गणित विषय को अच्छी तरह से समझना चाहते हैं तथा इसकी गहराई में जाना चाहते हैं तो आपको परिमेय संख्या के बारे में जानकारी होना काफी आवश्यक है। क्या आप जानते हैं कि परिमेय संख्या क्या होती है या फिर परिमेय संख्या किसे कहते हैं, यदि आपको इसके बारे में कोई भी जानकारी नहीं है, तथा आप इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं। आज के इस पोस्ट के माध्यम से हम जाने वाले हैं कि परिमेय संख्या किसे कहते हैं, इसके अलावा इस पोस्ट के अंतर्गत हम आपको परिमेय संख्या से जुड़ी लगभग हर जानकारी देने वाले हैं। तो ऐसे में आज का यह आर्टिकल आपके लिए काफी महत्वपूर्ण तथा काफी फायदेमंद होने वाला है, तो इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़िए। परिमेय संख्या किसे कहते हैं? एक पूर्णांक के अंतर्गत दूसरे पूर्णाक का भाग देने के बाद जो न्यूनतम संख्या प्राप्त होती है उसे परिमेय संख्या कहा जाता है। या फिर एक संख्या के अंतर्गत दूसरी संख्या का भाग देने के बाद जो भी संख्या प्राप्त होती है, उसको परिमेय संख्या कहते हैं। परिमेय संख्या को मुख्य रूप से दो प्रकारों में बांटा गया है। जिस तरीके से संख्या भी दो प्रकार की होती है जिसमें धनात्मक संख्या तथा ऋणात्मक संख्या शामिल है उसी प्रकार से परिमेय संख्या भी दो प्रकार की होती है :- A. धनात्मक परिमेय संख्या B. ऋणात्मक परिमेय संख्या 1. धनात्मक परिमेय संख्या ऐसी परिमेय संख्या जिसके अंश तथा हर दोनों धनात्मक होते हैं, उस परिमेय संख्या को धनात्मक परिमेय संख्या कहते ह...

पारिस्थितिक पिरामिड क्या है?

Question पारिस्थितिक पिरामिड क्या है? Answer पारिस्थितिक पिरामिड पारिस्थितिकी तंत्र के भीतर पोषी संरचना या भोजन संबंधों का एक चित्रमय प्रतिनिधित्व है। यह एक पोषण स्तर से दूसरे पोषण स्तर तक ऊर्जा और पोषक तत्वों के प्रवाह को दर्शाता है, और यह कई स्तरों या स्तरों से बना होता है। यह तीन प्रकार का होता है। (1) संख्या का पिरामिड (Pyramid of number) (2) जीवभार का पिरामिड (Pyramid of biomass) (3) ऊर्जा का पिरामिड (Pyramid of energy)

तत्व किसे कहते हैं? परिभाषा एवं प्रकार! ( Tatv Kise Kahate Hain )

इस लेख में तत्व ( Elements ) विषय से सम्बन्धित सभी जानकारी मिलेगी जैसे कि – तत्व किसे कहते हैं? परिभाषा एवं प्रकार! ( Tatv Kise Kahate Hain ) आदि । तो चलिए आगे जानते है इन सभी प्रश्नों के बारे में ” उत्तर “ । तत्व किसे कहते हैं? ( What are the Elements Called ) तत्व किसे कहते हैं :— वे पदार्थ जो एक ही प्रकार के परमाणुओं से मिलकर बने होते है , तत्त्व ( Elements ) कहलाते हैं । तत्त्व के प्रकार ( Type of Element ) तत्त्व 2 प्रकार के होते हैं — ( 1 ). धातु और , ( 2 ). अधातु आदि । ( 1 ). धातु ( Metal ) अवस्था — सभी धातुएं सामान्य तापमान पर ठोस होती हैं । पारा ( Mercury ) सामान्य तापमान पर द्रव के रूप में होता है । आघात वर्धनीयता — धातुओं को पीटकर चादर ( Sheet ) में बदला जा सकता है । सोना सबसे अच्छा आघात वर्धनीय धातु है । तन्यता — धातुओं को खींचकर तारों में बदला जा सकता है । सोना सबसे ज्यादा तन्य धातु है । ध्वानिक — धातु टकराने पर ध्वनि उत्पन्न करती हैं । चमकीलापन — सभी धातुएं चमकीली होती हैं । कठोरता — कठोर होती हैं लेकिन सोडियम और पोटैशियम नरम होते हैं । इन्हें चाकू से काटा जा सकता है । चालकता — सभी धातुएं ऊष्मा और विद्युत की सुचालक होती हैं । चाँदी सबसे अच्छी सुचालक हैं । भंगुरता — धातुएं आसानी से नहीं टूटती हैं । घनत्व — घनत्व बहुत ज्यादा होता है । गलनांक और क्वथनांक बिन्दु — गलनांक बहुत ऊँचा होता है । सोडियम और पोटैशियम का यह बिन्दु बहुत कम होता है । ( 2 ). अधातु ( Non-Metal ) अवस्था — अधातुएं सामान्य तापमान पर तीनों अवस्थाओं में मिलती हैं । • ठोस — कार्बन , सल्फर , फॉस्फोरस • द्रव — ब्रोमीन • गैस — हाइड्रोजन , ऑक्सीजन , नाइट्रोजन , क्लोरीन आघात वर्धनीयता — अधातुओं को पीटकर...

हिंदी का प्रथम प्रबंध काव्य किसे माना जाता है?

मित्रों हिंदी साहित्य में प्रबंध काव्य की महत्वता एक अलग शिखर पर ही रहती है। इसीलिए जो भी कवि या रचयिता किसी प्रबंध काव्य की रचना करता है, उसे महान रचनाकार के तौर पर माना जाता है। इसीलिए काफी लोग यह जानना चाहते हैं कि हिंदी का प्रथम प्रबंध काव्य किसने लिखा था, और हिंदी का प्रथम प्रबंध काव्य किसे माना जाता है? | Hindi ka pratham prabandh kavya kise mana jata hai. यदि आप भी यह जानना चाहते हैं कि हिंदी के प्रथम प्रबंध काव्य के बारे में तो आज हम आपको विस्तार से जानकारी देते हुए बताएंगे कि Hindi ka pratham prabandh kavya kise mana jata hai । इसी के साथ हम आपको आज इस लेख में प्रबंध काव्य के बारे में संपूर्ण जानकारी देंगे। चलिए शुरू करते हैं:- प्रबंध काव्य क्या होता है ? | prabandh kavya kise kahate hain इसके अंतर्गत जो स्वरूप के आधार पर काव्य का निर्धारण किया जाता है उसे भी दो भागों में विभाजित किया जा सकता है – • श्रव्य काव्य • दृष्य काव्य श्रव्य काव्य वे काव्य होते है जिनका रसास्वादन किसी भी दूसरे व्यक्ति के द्वारा सुनकर या स्वयं से पढ़कर किया जाता है, जैसे कि रामायण, महाभारत इत्यादि। श्रव्य काव्य भी दो प्रकार होते हैं:- • प्रबंध काव्य • मुक्तक काव्य अब हम आपको बताते हैं कि प्रबंध काव्य किसे कहते हैं। मित्रों, प्रबंध काव्य एक प्रकार से एक ऐसा काव्य होता है जिसमें कोई कथा या कहानी क्रमबद्ध रूप से शुरू से लेकर अंत तक चलती रहती है, और बीच में कहीं भी नहीं टूटती है। हालांकि इसमें कोई दूसरी गौण कथाएं या कहानियां बीच-बीच में सहायक बन कर उभरा सकती है जैसे की रामचरितमानस। जब किसी काव्य में मूल रूप से कथा का सूत्र अलग-अलग प्रकार के छंदों के माध्यम से जुड़ा हुआ होता है, तो उसे प्रबंध का...

पारिस्थितिक पिरामिड क्या है?

Question पारिस्थितिक पिरामिड क्या है? Answer पारिस्थितिक पिरामिड पारिस्थितिकी तंत्र के भीतर पोषी संरचना या भोजन संबंधों का एक चित्रमय प्रतिनिधित्व है। यह एक पोषण स्तर से दूसरे पोषण स्तर तक ऊर्जा और पोषक तत्वों के प्रवाह को दर्शाता है, और यह कई स्तरों या स्तरों से बना होता है। यह तीन प्रकार का होता है। (1) संख्या का पिरामिड (Pyramid of number) (2) जीवभार का पिरामिड (Pyramid of biomass) (3) ऊर्जा का पिरामिड (Pyramid of energy)

तत्व किसे कहते हैं? परिभाषा एवं प्रकार! ( Tatv Kise Kahate Hain )

इस लेख में तत्व ( Elements ) विषय से सम्बन्धित सभी जानकारी मिलेगी जैसे कि – तत्व किसे कहते हैं? परिभाषा एवं प्रकार! ( Tatv Kise Kahate Hain ) आदि । तो चलिए आगे जानते है इन सभी प्रश्नों के बारे में ” उत्तर “ । तत्व किसे कहते हैं? ( What are the Elements Called ) तत्व किसे कहते हैं :— वे पदार्थ जो एक ही प्रकार के परमाणुओं से मिलकर बने होते है , तत्त्व ( Elements ) कहलाते हैं । तत्त्व के प्रकार ( Type of Element ) तत्त्व 2 प्रकार के होते हैं — ( 1 ). धातु और , ( 2 ). अधातु आदि । ( 1 ). धातु ( Metal ) अवस्था — सभी धातुएं सामान्य तापमान पर ठोस होती हैं । पारा ( Mercury ) सामान्य तापमान पर द्रव के रूप में होता है । आघात वर्धनीयता — धातुओं को पीटकर चादर ( Sheet ) में बदला जा सकता है । सोना सबसे अच्छा आघात वर्धनीय धातु है । तन्यता — धातुओं को खींचकर तारों में बदला जा सकता है । सोना सबसे ज्यादा तन्य धातु है । ध्वानिक — धातु टकराने पर ध्वनि उत्पन्न करती हैं । चमकीलापन — सभी धातुएं चमकीली होती हैं । कठोरता — कठोर होती हैं लेकिन सोडियम और पोटैशियम नरम होते हैं । इन्हें चाकू से काटा जा सकता है । चालकता — सभी धातुएं ऊष्मा और विद्युत की सुचालक होती हैं । चाँदी सबसे अच्छी सुचालक हैं । भंगुरता — धातुएं आसानी से नहीं टूटती हैं । घनत्व — घनत्व बहुत ज्यादा होता है । गलनांक और क्वथनांक बिन्दु — गलनांक बहुत ऊँचा होता है । सोडियम और पोटैशियम का यह बिन्दु बहुत कम होता है । ( 2 ). अधातु ( Non-Metal ) अवस्था — अधातुएं सामान्य तापमान पर तीनों अवस्थाओं में मिलती हैं । • ठोस — कार्बन , सल्फर , फॉस्फोरस • द्रव — ब्रोमीन • गैस — हाइड्रोजन , ऑक्सीजन , नाइट्रोजन , क्लोरीन आघात वर्धनीयता — अधातुओं को पीटकर...

परिमेय संख्या क्या होती है? परिभाषा, उदाहरण

नमस्कार दोस्तों, यदि आप गणित विषय के बारे में रुचि रखते हैं या फिर गणित विषय पढ़ते हैं, तो आपने परिमेय संख्या के बारे में जरूर सुना होगा। अगर आप गणित विषय को अच्छी तरह से समझना चाहते हैं तथा इसकी गहराई में जाना चाहते हैं तो आपको परिमेय संख्या के बारे में जानकारी होना काफी आवश्यक है। क्या आप जानते हैं कि परिमेय संख्या क्या होती है या फिर परिमेय संख्या किसे कहते हैं, यदि आपको इसके बारे में कोई भी जानकारी नहीं है, तथा आप इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं। आज के इस पोस्ट के माध्यम से हम जाने वाले हैं कि परिमेय संख्या किसे कहते हैं, इसके अलावा इस पोस्ट के अंतर्गत हम आपको परिमेय संख्या से जुड़ी लगभग हर जानकारी देने वाले हैं। तो ऐसे में आज का यह आर्टिकल आपके लिए काफी महत्वपूर्ण तथा काफी फायदेमंद होने वाला है, तो इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़िए। परिमेय संख्या किसे कहते हैं? एक पूर्णांक के अंतर्गत दूसरे पूर्णाक का भाग देने के बाद जो न्यूनतम संख्या प्राप्त होती है उसे परिमेय संख्या कहा जाता है। या फिर एक संख्या के अंतर्गत दूसरी संख्या का भाग देने के बाद जो भी संख्या प्राप्त होती है, उसको परिमेय संख्या कहते हैं। परिमेय संख्या को मुख्य रूप से दो प्रकारों में बांटा गया है। जिस तरीके से संख्या भी दो प्रकार की होती है जिसमें धनात्मक संख्या तथा ऋणात्मक संख्या शामिल है उसी प्रकार से परिमेय संख्या भी दो प्रकार की होती है :- A. धनात्मक परिमेय संख्या B. ऋणात्मक परिमेय संख्या 1. धनात्मक परिमेय संख्या ऐसी परिमेय संख्या जिसके अंश तथा हर दोनों धनात्मक होते हैं, उस परिमेय संख्या को धनात्मक परिमेय संख्या कहते ह...

हिंदी का प्रथम प्रबंध काव्य किसे माना जाता है?

मित्रों हिंदी साहित्य में प्रबंध काव्य की महत्वता एक अलग शिखर पर ही रहती है। इसीलिए जो भी कवि या रचयिता किसी प्रबंध काव्य की रचना करता है, उसे महान रचनाकार के तौर पर माना जाता है। इसीलिए काफी लोग यह जानना चाहते हैं कि हिंदी का प्रथम प्रबंध काव्य किसने लिखा था, और हिंदी का प्रथम प्रबंध काव्य किसे माना जाता है? | Hindi ka pratham prabandh kavya kise mana jata hai. यदि आप भी यह जानना चाहते हैं कि हिंदी के प्रथम प्रबंध काव्य के बारे में तो आज हम आपको विस्तार से जानकारी देते हुए बताएंगे कि Hindi ka pratham prabandh kavya kise mana jata hai । इसी के साथ हम आपको आज इस लेख में प्रबंध काव्य के बारे में संपूर्ण जानकारी देंगे। चलिए शुरू करते हैं:- प्रबंध काव्य क्या होता है ? | prabandh kavya kise kahate hain इसके अंतर्गत जो स्वरूप के आधार पर काव्य का निर्धारण किया जाता है उसे भी दो भागों में विभाजित किया जा सकता है – • श्रव्य काव्य • दृष्य काव्य श्रव्य काव्य वे काव्य होते है जिनका रसास्वादन किसी भी दूसरे व्यक्ति के द्वारा सुनकर या स्वयं से पढ़कर किया जाता है, जैसे कि रामायण, महाभारत इत्यादि। श्रव्य काव्य भी दो प्रकार होते हैं:- • प्रबंध काव्य • मुक्तक काव्य अब हम आपको बताते हैं कि प्रबंध काव्य किसे कहते हैं। मित्रों, प्रबंध काव्य एक प्रकार से एक ऐसा काव्य होता है जिसमें कोई कथा या कहानी क्रमबद्ध रूप से शुरू से लेकर अंत तक चलती रहती है, और बीच में कहीं भी नहीं टूटती है। हालांकि इसमें कोई दूसरी गौण कथाएं या कहानियां बीच-बीच में सहायक बन कर उभरा सकती है जैसे की रामचरितमानस। जब किसी काव्य में मूल रूप से कथा का सूत्र अलग-अलग प्रकार के छंदों के माध्यम से जुड़ा हुआ होता है, तो उसे प्रबंध का...