Paristhitik tantra kya hai one paristhitik tantra ki upyogita bataiye

  1. Paryavaran Vigyan (Hindi Version)
  2. पारिस्थितिकी तंत्र की परिभाषा क्या है?
  3. पारिस्थितिकी तंत्र एवं पर्यावरण प्रदूषण
  4. पारिस्थितिक तंत्र क्या है? ( Paaristhitik tantr kya hai )
  5. वन पारिस्थितिकी तंत्र
  6. पारिस्थितिकी तंत्र एवं पर्यावरण प्रदूषण
  7. Paryavaran Vigyan (Hindi Version)
  8. पारिस्थितिकी तंत्र की परिभाषा क्या है?
  9. वन पारिस्थितिकी तंत्र
  10. पारिस्थितिक तंत्र क्या है? ( Paaristhitik tantr kya hai )


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Paryavaran Vigyan (Hindi Version)

Prastut pustak paryavaran shiksha ke saath-saath samajik janchetana jagrat karne ke uddeshya se taiyar ki gayee hai. Paryavaran sankat ka nidan aaj hamari pahali prathmikta ban gayee hai. Pustak vishvavidyalaya anudan ayog ke nirdharit pathyakaram ke aadhar par likhi gayee hai. Paanch adhyayaon main bani pustak main paryavaran, paristhitiki tantra avam paristhitik, jaiv-vividhata avam iska sangrakshan, paryavaran pardushan tatha sansadhnon ke upyog ka vistrit varnan kiya gaya hai. Anek chhaya chitron, aarekhiya chitron tatha sarniyon ke madhyam se vishay-samagri ko saral avam pathniya banaya gaya hai. Pustak na sirf chhatron, balki paryavaran premiyon ke liye bhi upyogi avam gyanvardhak siddh hogi. ÅtkZ bl izdkj bldk blds cgqr dgrs g®A djrs djuk djus ds fy dk;Z ds dkj.k ds fy ds i e ds lkFk ds vuqlkj e`nk ekuo fd;k tk fd;k tkrk gSA fd;k x;k fdlh feV~Vh fo'o fodkl fofHkUu ftle­ ftlls fuekZ.k fuEu gks tkrh gksrh gksrk gSA gksrs gksus gS fd gSA bl gsrq Hkwfe i;kZoj.k ifjorZu ikfjfLFkfrd ra inkFkZ izdkj ds izeq[k izHkkfor izHkko izkIr izkÑfrd izÑfr iznw"k.k iznw"k.k ds iznwf"kr jgk gSA jk"Vªh jklk;fud kkjk laj{k.k lalk/ku lcls ldrk gSA leL;k leqnzh lHkh lkFk gh lzksr m|ku mRiUu Øekad ok;q okyh okys ouk­ pkfg,A rFkk thou tk ldrk tkrk gSA tkrs g®A tkus tSfod tSls tula[;k ugha vf/kd vf/kfu;e vif'k"V vius vkfn vkSj yxHkx

पारिस्थितिकी तंत्र की परिभाषा क्या है?

Explanation : पारिस्थितिकी तंत्र की परिभाषा जीव समुदाय और उसके वातावरण का संबंध है। पारिस्थितिक तंत्र (Ecology) एक विशेष जैविक समुदाय तथा उसके भौतिक वातावरण से समकालित होते हुए ऊर्जा के आदा-प्रदान तथा पोषक तत्वों के पुन: चक्रण द्वारा परस्पर जुड़ा रहता है। सामान्य विज्ञान General Science GK किसी भी परीक्षार्थी एवं प्रतिभागी के लिए सफलता पाने में अत्यधिक उपयोगी होता है। इससे संबंधित प्रश्न, एसएससी, यूपीएससी, बैंकिंग, डिफेंस, रेलवे इत्यादि प्रमुख सरकारी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं। इसलिए अगर आपका सामान्य ज्ञान अच्छा है तो आसानी से बहुत कम समय में ज्यादा प्रश्न हल कर सकते हैं और अच्छे अंक ला सकते है। Tags :

पारिस्थितिकी तंत्र एवं पर्यावरण प्रदूषण

आधुनिक युग में विकास के नाम पर मानव प्रकृति से छेड़छाड़ करने पर तुला है, परिणामस्वरूप मृदा, जल और वायु के भौतिक और रासायनिक गुणों में परिवर्तन दिखाई दे रहा है। इस परिवर्तन का असर सभी जैविक घटकों पर पड़ रहा है। ये परिवर्तन ही प्रदूषण का निर्माण करते हैं। रसायनयुक्त जल के सेवन से मानव में डायरिया, पीलिया, त्वचा रोग, फ्लोरोसिस, विकलांगता, नेत्र विकार, यूरेनिया आदि रोग हो जाते हैं। विविध प्रकार के वातावरण में भिन्न-भिन्न प्रकार के जीव पाए जाते हैं। सभी जीव, अपने चारों ओर के वातावरण से प्रभावित होते हैं। सभी जीव अपने वातावरण के साथ एक विशिष्ट तंत्र का निर्माण करते हैं, जिसे पारिस्थितिकी तंत्र कहते हैं। जीवों और वातावरण के इस संबंध को पारिस्थितिकी कहा जाता है। सन् 1965 में ओड़म ने पारिस्थितिकी के लिए प्रकृति की संरचना तथा कार्यों का अध्ययन नाम नई परिभाषा दी। विभिन्न वैज्ञानिकों ने पारिस्थितिकी तंत्र की भिन्न-भिन्न परिभाषाएं दी हैं। सबसे सरल परिभाषा है, ‘प्राणियों एवं वनस्पतियों के परस्पर संबंधों और इनके पर्यावरण से संबंधों का अध्ययन।’ इको-सिस्टम या पारिस्थितिक तंत्र क्या है? इसे समझने के लिए हम कल्पना करें एक तालाब की, जहां मछलियां, मेंढ़क, शैवाल, जलीय पुष्प और अन्य कई जलीय जीव रहते हैं। ये सभी न केवल एक-दूसरे पर आश्रित हैं, अपितु जल, वायु, भूमि जैसे अजैविक घटकों के साथ भी पारस्परिक रूप से जुड़े हुए हैं। समुदाय का यह पूर्ण तंत्र, जिसमें अजैविक घटकों तथा जैविक घटकों का पारस्परिक संबंध ही पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करता है। पारिस्थितिकी तंत्र की विशेषताएं 1. पारिस्थितिकी तंत्र एक कार्यशील क्षेत्रीय इकाई होता है, जो क्षेत्र विशेष के सभी जीवधारियों एवं उनके भौतिक पर्यावरण के सकल ...

पारिस्थितिक तंत्र क्या है? ( Paaristhitik tantr kya hai )

विषय सूची • • • • • • • • • • • • • पारिस्थितिक तंत्र क्या है? ( What is Ecosystem ) परिभाषा ( Definition ) — पारिस्थितिकी तंत्र शब्द को सर्वप्रथम सन् 1930 में रोय क्लाफाम द्वारा एक पर्यावरण के सभी शारीरिक और जैविक घटकों को निरूपित ( Denote ) करने के लिए बनाया गया था । सर्वप्रथम ब्रिटिश परिस्थिति विज्ञानशास्री ए.जी. टेंसले ने सन् 1935 में पारिस्थितिक तंत्र की विचारधारा का प्रतिपादन किया था । आर्थर टान्सले ( Arthur Tansley ) ने बाद में, इस शब्द को परिष्कृत करते हुए यह वर्णन किया कि ” यह पूरी प्रणाली में केवल जीव-परिसर ही नहीं बल्कि , सभी भौतिक कारकों का पूरा परिसर भी शामिल हैं जिसे हम पर्यावरण कहते हैं “। टान्सले ने पारितंत्रों को न केवल ” प्राकृतिक इकाइयाँ ( Natural units ) ” के रूप में, बल्कि ” मानसिक आइसोलेट्स ( Mental isolates ) ” के रूप में भी मानते थे । टान्सले ने बाद में ” ईकोटोप ( Ecotope ) ” शब्द के प्रयोग द्वारा पारितंत्रों के ” स्थानिक शब्द ( Local words ) ” को परिभाषित किया । पारिस्थितिक तंत्र ( Ecosystem ) यह वह तंत्र है , जिसमें सभी जीवधारी आपस में एक – दूसरे के साथ तथा पर्यावरण के उन भौतिक एवं रासायनिक कारकों के साथ परस्पर यानी एक – दूसरे से क्रिया करते हैं , जिसमें वे रहते हैं । पारिस्थितिक तंत्र के अध्ययन को पारिस्थितिकी ( Ecology ) कहते हैं । पारिस्थितिकी का अंग्रेजी पर्याय ( Ecology ) है , जिसका प्रयोग सबसे पहले अर्नेस्ट हिकल ( Ernest Hickel ) ने किया था । पारिस्थितिक तंत्र ” प्रकृति की क्रियात्मक इकाई ( Functional unit of nature ) “ होती है । पारिस्थितिक तंत्र छोटा भी हो सकता है एवं बड़ा भी । यह स्थाई भी हो सकता है और अस्थाई भी । यह प्राकृतिक भी हो सकता ...

वन पारिस्थितिकी तंत्र

पारिस्थितिक तंत्र (ecological system) : यह एक ऐसी इकाई है जिसमें की एक क्षेत्र विशेष सभी जीवधारी जैसे की पौधे, जानवर और अणुजीव आदि शामिल हैं। जो कि अपने अजैव पर्यावरण के साथ अंतर्क्रिया करके एक सम्पूर्ण जैविक इकाई बनाते हैं। इस प्रकार हम समझ सकते है की पर्यावरण पारिस्थितिक-तंत्र (importance of ecosystem) को नियंत्रित करता है और प्रत्येक व्यवस्था में विशिष्ट वनस्पति एवं जीव-प्रजातियों का विकास होता है। पर्यावरण वनस्पति एवं जीवों के अस्तित्व का आधार होता है और इनका अस्तित्व उस व्यवस्था पर निर्भर करता है जो इन्हें पोषण प्रदान करती है। Ecosystem Diagram : उपरोक्त तस्वीर के माध्यम से आप ecosystem diagram को आसानी से समझ सकते है। किसी भी पारिस्थितिकी तंत्र की संरचना उसके जैविक (पेड़-पौधे,जानवर आदि) तथा अजैविक (प्रकाश,हवा, जल,कार्बनडाई-ऑक्साइड आदि) तत्वों पर निर्भर करती हैं। ये सभी तत्व एक-दूसरे को प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करते हैं। प्रत्येक तत्व पारिस्थितिकी तंत्र में अपनी अहम भूमिका का निर्वहन करता हैं। पारिस्थितिकी तंत्र के घटक : आमतौर पर पारिस्थितिकी तंत्र के दो घटक (types of ecosystem) होते है, जो इस प्रकार है... 1. जैविक घटक : जैविक घटक के अंतर्गत सजीव (Living) तत्वों को सम्मिलित किया जाता हैं। 2. अजैविक घटक : पर्यावरण के निर्जीव (Non-living) तत्व पारिस्थितिकी तंत्र के अजैविक घटक कहलाते हैं। जीव विज्ञानं से सम्बन्धित अधिक पढने के लिए यहाँ क्लिक करें

पारिस्थितिकी तंत्र एवं पर्यावरण प्रदूषण

आधुनिक युग में विकास के नाम पर मानव प्रकृति से छेड़छाड़ करने पर तुला है, परिणामस्वरूप मृदा, जल और वायु के भौतिक और रासायनिक गुणों में परिवर्तन दिखाई दे रहा है। इस परिवर्तन का असर सभी जैविक घटकों पर पड़ रहा है। ये परिवर्तन ही प्रदूषण का निर्माण करते हैं। रसायनयुक्त जल के सेवन से मानव में डायरिया, पीलिया, त्वचा रोग, फ्लोरोसिस, विकलांगता, नेत्र विकार, यूरेनिया आदि रोग हो जाते हैं। विविध प्रकार के वातावरण में भिन्न-भिन्न प्रकार के जीव पाए जाते हैं। सभी जीव, अपने चारों ओर के वातावरण से प्रभावित होते हैं। सभी जीव अपने वातावरण के साथ एक विशिष्ट तंत्र का निर्माण करते हैं, जिसे पारिस्थितिकी तंत्र कहते हैं। जीवों और वातावरण के इस संबंध को पारिस्थितिकी कहा जाता है। सन् 1965 में ओड़म ने पारिस्थितिकी के लिए प्रकृति की संरचना तथा कार्यों का अध्ययन नाम नई परिभाषा दी। विभिन्न वैज्ञानिकों ने पारिस्थितिकी तंत्र की भिन्न-भिन्न परिभाषाएं दी हैं। सबसे सरल परिभाषा है, ‘प्राणियों एवं वनस्पतियों के परस्पर संबंधों और इनके पर्यावरण से संबंधों का अध्ययन।’ इको-सिस्टम या पारिस्थितिक तंत्र क्या है? इसे समझने के लिए हम कल्पना करें एक तालाब की, जहां मछलियां, मेंढ़क, शैवाल, जलीय पुष्प और अन्य कई जलीय जीव रहते हैं। ये सभी न केवल एक-दूसरे पर आश्रित हैं, अपितु जल, वायु, भूमि जैसे अजैविक घटकों के साथ भी पारस्परिक रूप से जुड़े हुए हैं। समुदाय का यह पूर्ण तंत्र, जिसमें अजैविक घटकों तथा जैविक घटकों का पारस्परिक संबंध ही पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करता है। पारिस्थितिकी तंत्र की विशेषताएं 1. पारिस्थितिकी तंत्र एक कार्यशील क्षेत्रीय इकाई होता है, जो क्षेत्र विशेष के सभी जीवधारियों एवं उनके भौतिक पर्यावरण के सकल ...

Paryavaran Vigyan (Hindi Version)

Prastut pustak paryavaran shiksha ke saath-saath samajik janchetana jagrat karne ke uddeshya se taiyar ki gayee hai. Paryavaran sankat ka nidan aaj hamari pahali prathmikta ban gayee hai. Pustak vishvavidyalaya anudan ayog ke nirdharit pathyakaram ke aadhar par likhi gayee hai. Paanch adhyayaon main bani pustak main paryavaran, paristhitiki tantra avam paristhitik, jaiv-vividhata avam iska sangrakshan, paryavaran pardushan tatha sansadhnon ke upyog ka vistrit varnan kiya gaya hai. Anek chhaya chitron, aarekhiya chitron tatha sarniyon ke madhyam se vishay-samagri ko saral avam pathniya banaya gaya hai. Pustak na sirf chhatron, balki paryavaran premiyon ke liye bhi upyogi avam gyanvardhak siddh hogi. ÅtkZ bl izdkj bldk blds cgqr dgrs g®A djrs djuk djus ds fy dk;Z ds dkj.k ds fy ds i e ds lkFk ds vuqlkj e`nk ekuo fd;k tk fd;k tkrk gSA fd;k x;k fdlh feV~Vh fo'o fodkl fofHkUu ftle­ ftlls fuekZ.k fuEu gks tkrh gksrh gksrk gSA gksrs gksus gS fd gSA bl gsrq Hkwfe i;kZoj.k ifjorZu ikfjfLFkfrd ra inkFkZ izdkj ds izeq[k izHkkfor izHkko izkIr izkÑfrd izÑfr iznw"k.k iznw"k.k ds iznwf"kr jgk gSA jk"Vªh jklk;fud kkjk laj{k.k lalk/ku lcls ldrk gSA leL;k leqnzh lHkh lkFk gh lzksr m|ku mRiUu Øekad ok;q okyh okys ouk­ pkfg,A rFkk thou tk ldrk tkrk gSA tkrs g®A tkus tSfod tSls tula[;k ugha vf/kd vf/kfu;e vif'k"V vius vkfn vkSj yxHkx

पारिस्थितिकी तंत्र की परिभाषा क्या है?

Explanation : पारिस्थितिकी तंत्र की परिभाषा जीव समुदाय और उसके वातावरण का संबंध है। पारिस्थितिक तंत्र (Ecology) एक विशेष जैविक समुदाय तथा उसके भौतिक वातावरण से समकालित होते हुए ऊर्जा के आदा-प्रदान तथा पोषक तत्वों के पुन: चक्रण द्वारा परस्पर जुड़ा रहता है। सामान्य विज्ञान General Science GK किसी भी परीक्षार्थी एवं प्रतिभागी के लिए सफलता पाने में अत्यधिक उपयोगी होता है। इससे संबंधित प्रश्न, एसएससी, यूपीएससी, बैंकिंग, डिफेंस, रेलवे इत्यादि प्रमुख सरकारी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं। इसलिए अगर आपका सामान्य ज्ञान अच्छा है तो आसानी से बहुत कम समय में ज्यादा प्रश्न हल कर सकते हैं और अच्छे अंक ला सकते है। Tags :

वन पारिस्थितिकी तंत्र

पारिस्थितिक तंत्र (ecological system) : यह एक ऐसी इकाई है जिसमें की एक क्षेत्र विशेष सभी जीवधारी जैसे की पौधे, जानवर और अणुजीव आदि शामिल हैं। जो कि अपने अजैव पर्यावरण के साथ अंतर्क्रिया करके एक सम्पूर्ण जैविक इकाई बनाते हैं। इस प्रकार हम समझ सकते है की पर्यावरण पारिस्थितिक-तंत्र (importance of ecosystem) को नियंत्रित करता है और प्रत्येक व्यवस्था में विशिष्ट वनस्पति एवं जीव-प्रजातियों का विकास होता है। पर्यावरण वनस्पति एवं जीवों के अस्तित्व का आधार होता है और इनका अस्तित्व उस व्यवस्था पर निर्भर करता है जो इन्हें पोषण प्रदान करती है। Ecosystem Diagram : उपरोक्त तस्वीर के माध्यम से आप ecosystem diagram को आसानी से समझ सकते है। किसी भी पारिस्थितिकी तंत्र की संरचना उसके जैविक (पेड़-पौधे,जानवर आदि) तथा अजैविक (प्रकाश,हवा, जल,कार्बनडाई-ऑक्साइड आदि) तत्वों पर निर्भर करती हैं। ये सभी तत्व एक-दूसरे को प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करते हैं। प्रत्येक तत्व पारिस्थितिकी तंत्र में अपनी अहम भूमिका का निर्वहन करता हैं। पारिस्थितिकी तंत्र के घटक : आमतौर पर पारिस्थितिकी तंत्र के दो घटक (types of ecosystem) होते है, जो इस प्रकार है... 1. जैविक घटक : जैविक घटक के अंतर्गत सजीव (Living) तत्वों को सम्मिलित किया जाता हैं। 2. अजैविक घटक : पर्यावरण के निर्जीव (Non-living) तत्व पारिस्थितिकी तंत्र के अजैविक घटक कहलाते हैं। जीव विज्ञानं से सम्बन्धित अधिक पढने के लिए यहाँ क्लिक करें

पारिस्थितिक तंत्र क्या है? ( Paaristhitik tantr kya hai )

विषय सूची • • • • • • • • • • • • • पारिस्थितिक तंत्र क्या है? ( What is Ecosystem ) परिभाषा ( Definition ) — पारिस्थितिकी तंत्र शब्द को सर्वप्रथम सन् 1930 में रोय क्लाफाम द्वारा एक पर्यावरण के सभी शारीरिक और जैविक घटकों को निरूपित ( Denote ) करने के लिए बनाया गया था । सर्वप्रथम ब्रिटिश परिस्थिति विज्ञानशास्री ए.जी. टेंसले ने सन् 1935 में पारिस्थितिक तंत्र की विचारधारा का प्रतिपादन किया था । आर्थर टान्सले ( Arthur Tansley ) ने बाद में, इस शब्द को परिष्कृत करते हुए यह वर्णन किया कि ” यह पूरी प्रणाली में केवल जीव-परिसर ही नहीं बल्कि , सभी भौतिक कारकों का पूरा परिसर भी शामिल हैं जिसे हम पर्यावरण कहते हैं “। टान्सले ने पारितंत्रों को न केवल ” प्राकृतिक इकाइयाँ ( Natural units ) ” के रूप में, बल्कि ” मानसिक आइसोलेट्स ( Mental isolates ) ” के रूप में भी मानते थे । टान्सले ने बाद में ” ईकोटोप ( Ecotope ) ” शब्द के प्रयोग द्वारा पारितंत्रों के ” स्थानिक शब्द ( Local words ) ” को परिभाषित किया । पारिस्थितिक तंत्र ( Ecosystem ) यह वह तंत्र है , जिसमें सभी जीवधारी आपस में एक – दूसरे के साथ तथा पर्यावरण के उन भौतिक एवं रासायनिक कारकों के साथ परस्पर यानी एक – दूसरे से क्रिया करते हैं , जिसमें वे रहते हैं । पारिस्थितिक तंत्र के अध्ययन को पारिस्थितिकी ( Ecology ) कहते हैं । पारिस्थितिकी का अंग्रेजी पर्याय ( Ecology ) है , जिसका प्रयोग सबसे पहले अर्नेस्ट हिकल ( Ernest Hickel ) ने किया था । पारिस्थितिक तंत्र ” प्रकृति की क्रियात्मक इकाई ( Functional unit of nature ) “ होती है । पारिस्थितिक तंत्र छोटा भी हो सकता है एवं बड़ा भी । यह स्थाई भी हो सकता है और अस्थाई भी । यह प्राकृतिक भी हो सकता ...