Parivesh prabhav kya hai

  1. ग्रीन हाउस प्रभाव क्या है?, ग्रीन हाउस गैस के घटक कौन है?, ग्रीन हाउस गैसों के नाम?
  2. परिरक्षण प्रभाव क्या है? » Parirakshan Prabhav Kya Hai
  3. टिंडल प्रभाव क्या है इसकी परिभाषा, उदाहरण, सूत्र, चित्र और महत्व
  4. Welcome to PARIVESH
  5. मृदा/भूमि प्रदूषण क्या है? कारण/स्त्रोत, प्रभाव, रोकने के उपाय
  6. प्रकाश विद्युत प्रभाव का प्रयोग
  7. परिवेश प्रभाव (Parivesh prabhav) meaning in English


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ग्रीन हाउस प्रभाव क्या है?, ग्रीन हाउस गैस के घटक कौन है?, ग्रीन हाउस गैसों के नाम?

ग्रीन हाउस प्रभाव क्या है?, ग्रीन हाउस गैस के घटक कौन है?, ग्रीन हाउस गैसों के नाम? जैसा कि आप जानते है, लगभग सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में ग्रीन हाउस गैस से संबंधित कई सारे प्रश्न पूछे जाते हैं, आज हम आपको इन्हीं के बारे में इस पूरे पोस्ट में बताने वाला हूं, जो कि आगामी सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण है। सबसे पहले बात करते है कि ग्रीन हाउस प्रभाव (Greenhouse Effect) क्या है, आइए विस्तार से समझते है? ग्रीन हाउस प्रभाव (Greenhouse Effect) - वह प्रक्रिया जिसमें " ग्रीन हाउस गैसें" सूर्य से आने वाले लघु विकिरणों को तो पृथ्वी पर आने देती है परन्तु पृथ्वी से वापस लौटने वाले दीर्घ विकिरणों को अवशोषित कर, पृथ्वी की सतह पर ऊष्मा को बनाए रखती है, जो ग्रीन हाउस प्रभाव कहलाती है। अगर हम इन्हें दूसरे शब्दो मे कहे तो " कुछसूर्यकी ऊष्मा वायुमण्डल से परावर्तित होकर बाहर चली जाती हैं। लेकिन कुछग्रीन हाउस गैसों(Green House Gas) के द्वारा बनी हुई परत के कारण बाहर नहीं जाती है और इस कारण सेपृथ्वीका निम्न वायुमंडल गर्म हो जाता है। जिसे हम ग्रीन हाउस प्रभाव कहते हैं। हम आपको बता दे कि ग्रीन हाउस प्रभाव को सबसे पहले " जीन बैप्टीस्टे फ्यूरियर (Jean Baptiste Furrier)" ने पहचाना था। ग्रीन हाउस प्रभाव कारण :- हरित गृह प्रभाव वायुमंडल में जल वाष्प, कार्बन-डाई-ऑक्साइड (CO2) (मुख्य गैस), मीथेन (CH4), नाइट्रस ऑक्साइड (N2O) और ओजोन (O3) की मात्रा बढ़ने से होता है। ग्रीन हाउस प्रभाव से कई सारी समस्या होती है:- प्रभाव पहाड़ो पर से बर्फ पिघलने की सम्भावना बढ़ जाती है। बर्फ पिघलने से समुद्र का जलस्तर बढ़ सकता है, जिसके कारण समुद्र के आस-पास के क्षेत्र जल में डूब सकते हैं। इसके कारण पृथ्वी पर इ...

परिरक्षण प्रभाव क्या है? » Parirakshan Prabhav Kya Hai

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। आपने सवाल क्या है और इसका प्रभाव क्या है तो देखिए मैं आपको बता दूं परीक्षण प्रभावी है कि लंबे समय तक बनाए रखने और मेमोरी में सुधार होता है जब कोई सामग्री श्याम की समीक्षा करने का विरोध करता है धन aapne sawaal kya hai aur iska prabhav kya hai toh dekhiye main aapko bata doon parikshan prabhavi hai ki lambe samay tak banaye rakhne aur memory me sudhaar hota hai jab koi samagri shyam ki samiksha karne ka virodh karta hai dhan आपने सवाल क्या है और इसका प्रभाव क्या है तो देखिए मैं आपको बता दूं परीक्षण प्रभावी है कि ल

टिंडल प्रभाव क्या है इसकी परिभाषा, उदाहरण, सूत्र, चित्र और महत्व

1.7/5 - (3 votes) हेल्लो दोस्तों स्वागत है आपका हमारी हिंदी केमिस्ट्री की वेवसाइट पर। आज हम आपको टिंडल प्रभाव क्या होता है। टिंडल प्रभाव की परिभाषा क्या होती है? तथा टिंडल प्रभाव के उदाहरण क्या होते हैं? इसके बारे में विस्तार के साथ बताएँगे। इसके साथ साथ हम आपको टिंडल प्रभाव की खोज किसने की और टिंडल प्रभाव किसमे देखा जा सकता है। इसके बारे में बताएँगे। टिंडल प्रभाव एक बहुत ही महत्वपूर्ण टॉपिक है। जो कई बार परीक्षाओं में पूंछा जा चुका है। टिंडल प्रभाव से जुड़ी सभी जानकारी हम आज के इस आर्टिकल में देने वाले हैं। टिंडल प्रभाव से जुड़ी जानकारी पाने के लिए हमारे सात अंत तक जुड़े रहिए। विषयसूची • • • • • • पिछले आर्टिकल में हमने कैथोड और एनोड क्या है? इसके बारे में विस्तार के साथ बताया जिसे आप हमरी हिंदी केमिस्ट्री की इस वेवसाइट से पढ़ सकते हैं। और एनोड और कैथोड के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं। आज के इस आर्टिकल में हम आपको टिंडल प्रभाव क्या है इसके बारे में विस्तार के साथ बताएँगे। टिंडल प्रभाव एक बहुत ही महत्वपूर्ण टॉपिक है। जिसको हम ने आपने आस पास महसूस किया होता है लेकिन इसकी जानकारी न होने पर हम इसकी पहचान नहीं कर पते हैं। इस आर्टिकल में आप टिंडल प्रभाव के बारे में बहुत अच्छी तरह से जान जाएँगे। मोलरता किसे कहते हैं? टिंडल प्रभाव की खोज वैज्ञानिक जॉन टिंडल का जन्म 1820 में आयरलैंड में हुआ था। 1869 में वैज्ञानिक टिंडल ने बहुत ही महत्वपूर्ण घटना की खोज की जिसे टिंडल प्रभाव के नाम से जानते हैं। अतः टिंडल प्रभाव की खोज वैज्ञानिक जॉन टिंडल ने की थी। यह एक जाने माने वैज्ञानिक थे इन्होने कई महत्वपूर्ण खोजें की। इन्होने ग्रीन हॉउस प्रभाव, फाइबर ऑप्टिक्स आदि कई क्षेत्रों में काम किया। ...

Welcome to PARIVESH

PARIVESH is a web based, role based workflow application which has been developed for online submission and monitoring of the proposals submitted by the proponents for seeking Environment, Forest, Wildlife and CRZ Clearances from Central, State and district level authorities. It automates the entire tracking of proposals which includes online submission of a new proposal, editing/updating the details of proposals and displays status of the proposals at each stage of the workflow. • Dashboard: One-click statistical report about all the applications submitted on the portal • Analytics: One-click analytical report about all the applications submitted on the portal in different type of views such as Summary View, Comparison View, etc. • Acts, Rules & Guidelines: Information about all the acts, rules & guidelines related with Environment Clearance • Notification: All Notifications under Environment (Protection) Act, 1986 • Committee: Details about all the EAC Committees • EAC: Details about all the EAC Agendas and Minutes of Meetings • Contacts: Details about all the Important Contacts • Miscellaneous: Various reports and miscellaneous content such as questionnaires, etc. • Support: Various manuals and technical help content is available under this module • Notification dated 13th April, 2007-State Level Environment Impact Assessment Authority (SEIAA) , West Bengal ( • EIA Notification dated 14th September, 2006- Interim Operational Guidelines till 13th September, 2007 for gran...

मृदा/भूमि प्रदूषण क्या है? कारण/स्त्रोत, प्रभाव, रोकने के उपाय

मृदा अथवा भूमि प्रदूषण क्या है? (mrida pradushan kise kahte hai) mrida pradushan arth karan prabhav rokne ke upay;जब मिट्टी मे भौतिक और रासायनिक तत्व मिलकर मिट्टी को कृषि के दृष्टिकोण से अनुपयुक्त बना देता है अथवा उसका समुचित उपयोग नही हो पाता है तो वह मिट्टी प्रदूषित मानी जाती है। मिट्टी के प्रदूषित होते ही वृक्षों की जीवन शक्ति भी घट जाती है अथवा भूमि के भौतिक, रासायनिक या जैविक गुणों मे ऐसा कोई भी अवांछित परिवर्तन जिसका प्रभाव मनुष्य तथा अन्य जीवों पर पड़े या जिससे भूमि की प्राकृतिक गुणवत्ता तथा उपयोगिता नष्ट हो, भू-प्रदूषण कहलाता है। भू-प्रदूषण मानव का भूमि के प्रति अविवेकपूर्ण व्यवहार का एक उदाहरण है। औद्योगिक इकाइयों द्वारा भारी मात्रा मे कच्चा माल उपयोग मे लाया जाता है तथा इनके द्वारा मानव उपयोग के अनेकानेक प्रकार के उत्पाद निर्मित किये जाते है, ये उत्पाद मानव द्वारा उपयोग के बाद अवशिष्ट के रूप मे भूमि पर फेंक दिये जाते है। अवशिष्ट के रूप मे फेंके गए ये पदार्थ शीघ्र नष्ट नही होते और इनका ढेर पृथ्वी पर बढ़ता ही जाता है। इस प्रकार अधिकांश औद्योगिक अपशिष्ट भू-प्रदूषण का कारण बनते है। मृदा अथवा भूमि प्रदूषण के कारण अथवा स्त्रोत (mrida pradushan ke karan) मृदा या भूमि प्रदूषण के निम्न कारण है-- 1. औद्योगिक अपशिष्ट औद्योगिक अपशिष्ट किसी न किसी रूप मे भू-प्रदूषण का कारण बनते है। इन अपशिष्टों मे कुछ जैव अपघटनशील, कुछ ज्वलनशील कुछ दुर्गन्धयुक्त, कुछ विषैले और कुछ निष्क्रिय होते है, परन्तु सभी स्थान घेरते है। औद्योगिक अपशिष्टों के निक्षेपण की समस्या आर्थिक कारकों मे और जटिल हो जाती है। उद्योगों द्वारा अपशिष्ट या तो भूमि पर यों ही फेंक दिये जाते है या गड्ढ़े खोदकर गाड़ दिये जा...

प्रकाश विद्युत प्रभाव का प्रयोग

Table of Contents • • • Prakash Vidyut Prabhav Kya Hai In Hindi प्रकाश विद्युत प्रभाव :- जब किसी धातु पृष्ठ पर उचित आवृत्ति का प्रकाश डालते हैं। तो धातु पृष्ठ से उत्सर्जित इलेक्ट्रॉनों को फोटो इलेक्ट्रॉन या प्रकाश इलेक्ट्रॉन कहते हैं। तथा इनसे प्रभावित होने वाले धारा को प्रकाश विद्युत धारा कहते हैं। प्रकाश विद्युत प्रभाव के संबंध में हॉल्वोक्स व लिनार्ड तथा हर्ट्ज का परीक्षण :- प्रकाश विद्युत प्रभाव के लिए इन वैज्ञानिकों ने निम्न प्रकार से अपने अपने प्रेक्षण किए। • हर्ट्ज का परीक्षण — हर्ट्ज ने अपने प्रयोग के दौरान यह परीक्षित किया कि जब कैथोड पर पराबैंगनी आपतित करते हैं तो इलेक्ट्रॉनों के मध्य विद्युत विसर्जन अधिक सुगमता से होता है। जिससे यह निष्कर्ष निकला कि प्रकाश डालने पर इसमें से आवेशित कण निष्कासित होते हैं। जिनसे यह विद्युत विसर्जन होता है। • हॉल्वोक्स व लेनार्ड का परीक्षण — इनके अनुसार जब प्रकाश सुग्राही प्लेट पर पराबैंगनी Prakash Vidyut Prabhav Ke Paryog प्रकाश विद्युत प्रभाव का प्रयोग :- जब कैथोड पर उचित आवृत्ति का प्रकाश डालते हैं तो इससे इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित होकर एनोड पर पहुंचते हैं जिससे परिपथ में प्रकाश • जब उचित आवृत्ति का प्रकाश किसी धातु पर डाला जाता है तो धातु पृष्ठ से इलेक्ट्रॉन का उत्सर्जन बिना किसी कालपश्यता के होता है। • किसी दी हुई धातु के लिए एक निश्चित आवृत्ति पर ही इलेक्ट्रॉनों का उत्सर्जन होता है। जिसे देहली आवृत्ति कहते हैं। इससे कम आवृत्ति का प्रकाश डालने पर प्रकाश विद्युत प्रभाव प्रेक्षित नहीं होता है चाहे आपतित प्रकाश की तीव्रता कितनी ही अधिक क्यों ना हो। • धातु पृष्ठ से प्रति सेकंड उत्सर्जित होने वाले इलेक्ट्रॉनों की संख्या आपतित प्रकाश की त...

परिवेश प्रभाव (Parivesh prabhav) meaning in English

Information provided about परिवेश प्रभाव ( Parivesh prabhav ): परिवेश प्रभाव (Parivesh prabhav) meaning in English (इंग्लिश मे मीनिंग) is HALO EFFECT (परिवेश प्रभाव ka matlab english me HALO EFFECT hai). Get meaning and translation of Parivesh prabhav in English language with grammar, synonyms and antonyms by ShabdKhoj. Know the answer of question : what is meaning of Parivesh prabhav in English? परिवेश प्रभाव (Parivesh prabhav) ka matalab Angrezi me kya hai ( परिवेश प्रभाव का अंग्रेजी में मतलब, इंग्लिश में अर्थ जाने) Tags: English meaning of परिवेश प्रभाव , परिवेश प्रभाव meaning in english, परिवेश प्रभाव translation and definition in English. English meaning of Parivesh prabhav , Parivesh prabhav meaning in english, Parivesh prabhav translation and definition in English language by ShabdKhoj (From HinKhoj Group). परिवेश प्रभाव का मतलब (मीनिंग) अंग्रेजी (इंग्लिश) में जाने |