Parmanu kise kahate hain

  1. कार्बन किसे कहते है
  2. परमाणु किसे कहते हैं
  3. Parmanu Kise Kahate Hain
  4. परमाणु संख्या किसे कहते हैं?
  5. Parmanu Kise Kahate Hain Aur Iski Kya History Hai
  6. परमाणु किसे कहते हैं
  7. Parmanu Kise Kahate Hain
  8. परमाणु संख्या किसे कहते हैं?
  9. Parmanu Kise Kahate Hain Aur Iski Kya History Hai
  10. कार्बन किसे कहते है


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कार्बन किसे कहते है

पृथ्वी पर पाए जाने वाले तत्वों में कार्बन या प्रांगार एक प्रमुख एवं महत्त्वपूर्ण तत्त्व है। इस रासायनिक तत्त्व का संकेत C तथा परमाणु संख्या ६, मात्रा संख्या १२ एवं परमाणु भार १२.००० है। कार्बन के तीन प्राकृतिक समस्थानिक 6C12, 6C13 एवं 6C14 होते हैं। कार्बन के समस्थानिकों के अनुपात को मापकर प्राचीन तथा पुरातात्विक अवशेषों की आयु मापी जाती है।[1] कार्बन के परमाणुओं में कैटिनेशन नामक एक विशेष गुण पाया जाता है जिसके कारण कार्बन के बहुत से परमाणु आपस में संयोग करके एक लम्बी शृंखला का निर्माण कर लेते हैं। इसके इस गुण के कारण पृथ्वी पर कार्बनिक पदार्थों की संख्या सबसे अधिक है। यह मुक्त एवं संयुक्त दोनों ही अवस्थाओं में पाया जाता है।[2] इसके विविध गुणों वाले कई बहुरूप हैं जिनमें हीरा, ग्रेफाइट काजल, कोयला प्रमुख हैं। इसका एक अपरूप हीरा जहाँ अत्यन्त कठोर होता है वहीं दूसरा अपरूप ग्रेफाइट इतना मुलायम होता है कि इससे कागज पर निशान तक बना सकते हैं। हीरा विद्युत का कुचालक होता है एवं ग्रेफाइट सुचालक होता है। इसके सभी अपरूप सामान्य तापमान पर ठोस होते हैं एवं वायु में जलकर कार्बन डाइ-आक्साइड गैस बनाते हैं। हाइड्रोजन, हीलियम एवं आक्सीजन के बाद विश्व में सबसे अधिक पाया जाने वाला यह तत्व विभिन्न रूपों में संसार के समस्त प्राणियों एवं पेड़-पौधों में उपस्थित है। यह सभी सजीवों का एक महत्त्वपूर्ण अवयव होता है, मनुष्य के शरीर में इसकी मात्रा १८.५ प्रतिशत होती है और इसको जीवन का रासायनिक आधार कहते हैं।

परमाणु किसे कहते हैं

प्रिय पाठक (Friends & Students)! परमाणु किसे कहते हैं? इसके बारे में जानेंगे। परमाणु के सिद्धांत, संरचना के बारे में हम बारीकी से समझेंगे। तो चलिए आज की इस लेख की शुरुआत करते है। भारतीय दार्शनिक महर्षि कणाद, पकुधा कात्यायाम, डेमोक्रिटस एवं लियुसीपस के अनुसार, यदि हम पदार्थ को विभाजित करते जाएँ, तो हमे छोटे-छोटे कण प्राप्त होते जाएँगे तथा अंत में एक सीमा आएगी जब प्राप्त कण को पुनः विभाजित नहीं किया जा सकेगा, अर्थात् वह सूक्ष्मतम कण अविभाज्य रहेगा। इन्होंने इस अविभाज्य सूक्ष्मतम कण को परमाणु नाम दिया था। ये सभी सुझाव दार्शनिक विचारों पर आधारित थे। 18 वीं सदी तक इन विचारों की वैधता को सिद्ध करने के लिए कोई प्रयोगात्मक कार्य नहीं किए गए थे। 18 वीं सदी के अन्त में वैज्ञानिकों को तत्वों तथा यौगिकों के मध्य का अन्तर समझ में आया, जिसके बाद तत्वों के बारे में पता लगाने तथा ये संयोग क्यों करते हैं, इनके संयोग से क्या होता है, के प्रयोग किये गये। Contents • 1 परमाणु किसे कहते हैं? • 2 डाल्टन का परमाणु सिद्धान्त • 3 डाल्टन के परमाणु सिद्धान्त की प्रमुख परिकल्पनाएँ • 3.1 डाल्टन के परमाणु सिद्धान्त के लाभ • 4 डाल्टन के परमाणु सिद्धन्त में निम्न कमियाँ: • 5 आधुनिक परमाणु सिद्धान्त • 5.1 इस लेख के बारे में: परमाणु किसे कहते हैं? तत्व का वह छोटे से छोटा कण है जो रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेता है। ऐसे तत्व को परमाणु कहते है। अधिकांश तत्वों के परमाणु अत्यंन्तं अभिक्रियाशील होते हैं और मुक्त अवस्था में (अकेले परमाणु के रूप में) नहीं पाये जाते हैं। परमाणुओं के उतने ही प्रकार होते हैं, जितने कि तत्व के हैं। परमाणु का आकार परमाणु अत्यन्त छोटे होते हैं तथा परमाणु की त्रिज्या को नैनोमीटर (nm) माप...

Parmanu Kise Kahate Hain

Parmanu Kise Kahate Hain ? किसी तत्व की सबसे छोटी इकाई, परमाणु मुक्त अवस्था में उपस्थित न होकर रासायनिक अभिक्रियाओं में भाग लेने में सक्षम होता है, उसे परमाणु कहते हैं। परमाणु का अध्ययन करने वाले वैज्ञानिकों ने परमाणु की संरचना और परमाणु के अन्य पहलुओं को समझाने के प्रयास में विभिन्न मॉडल प्रस्तावित किए हैं। डाल्टन का परमाणु नियम • इलेक्ट्रान • प्रोटान • न्यूट्रॉन डाल्टन का परमाणु नियम कहता है कि एक परमाणु को न तो उत्पन्न किया जा सकता है और न ही नष्ट किया जा सकता है। इसके अलावा एक परमाणु को विभाजित करना असंभव है, लेकिन आज के समय में ये संभव है। थॉमसन का परमाणु नियम थॉमसन ने एक परमाणु मॉडल भी प्रदान किया, जिसके तहत परमाणु संरचना को स्पष्ट करने का प्रयास किया गया। एक परमाणु एक सकारात्मक रूप से आवेशित गोला है, और थॉमसन के परमाणु मॉडल के अनुसार, इसके नकारात्मक आवेश विद्युत रूप से दबे हुए हैं। इसे स्पष्ट करने के लिए, थॉमसन ने एक तरबूज का उदाहरण भी दिया, यह इंगित करते हुए कि जिस प्रकार फल के नीचे बीज अव्यवस्थित होते हैं, उसी प्रकार एक परमाणु के नीचे इलेक्ट्रॉन भी होते हैं। रदरफोर्ड का परमाणु नियम रदरफोर्ड ने एक परमाणु मॉडल भी बनाया, जिसके अनुसार यह स्थापित किया गया है कि परमाणु का अधिकांश भाग खाली होता है और इसका केंद्र वह होता है जहां पूरा आवेश स्थित होता है। इसके अलावा, नकारात्मक रूप से आवेशित इलेक्ट्रॉन परमाणु के नाभिक के चारों ओर विभिन्न कक्षाओं में यात्रा करते हैं। रदरफोर्ड के मॉडल की इस व्याख्या में परमाणु की त्रिज्या और नाभिक की त्रिज्या दोनों को 10-10 मीटर के रूप में दिया गया है। एक परमाणु का केंद्र एक परमाणु का केंद्रक उसके केंद्र में वह क्षेत्र होता है जहां परमाणु के स...

परमाणु संख्या किसे कहते हैं?

नमस्कार दोस्तो, परमाणु संख्या विज्ञान विषय का एक काफी महत्वपूर्ण टॉपिक होता है, आपने भी इसके बारे में जरूर पढ़ा होगा। दोस्तों क्या आप जानते है, कि परमाणु संख्या किसे कहते हैं, आवर्त सारणी के अंतर्गत अलग-अलग तत्वों की परमाणु संख्या कितनी है। यदि आपको इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है, तथा आप इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इस विषय के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं। इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताने वाले हैं कि परमाणु संख्या किसे कहते हैं उदाहरण सहित (prabhavi parmanu sankhya kise kahate hain), हम आपको इस विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी इस पोस्ट के अंतर्गत शेयर करने वाले हैं। तो ऐसे में आज का की यह पोस्ट आपके लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाली है, तो इसको अंत जरूर पढ़िए। परमाणु संख्या किसे कहते हैं? | parmanu sankhya kise kahate hain किसी भी परमाणु के अंतर्गत उसके नाभिक के अंतर्गत उपस्थित प्रोटोन की संख्या को ही परमाणु संख्या कहा जाता है। यानी कि किसी भी परमाणु के अंतर्गत उसके प्रोटोन की संख्या परमाणु संख्या के बराबर होती है। परमाणु संख्या को z से प्रदर्शित किया जाता है, और परमाणु संख्या को परमाणु क्रमांक के नाम से भी जाना जाता है। आवर्त सारणी के अंतर्गत अलग-अलग परमाणुओं की परमाणु संख्या क्या है? जैसा कि दोस्तों आप सभी लोगों को पता होगा कि आवर्त सारणी के अंतर्गत अलग-अलग परमाणुओं की परमाणु संख्या अलग-अलग होती है, कौन से परमाणु की परमाणु संख्या कितनी है, इसके बारे में विस्तार से जानकारी आपको नीचे दी गई सारणी में उपलब्ध करवाई गई है:- नाम एवं संकेत परमाणु संख्या हाइड्रोजन (H) 1 हीलियम (He) 2 लीथियम (Li) 3 बेरेलियम (Be) 4...

Parmanu Kise Kahate Hain Aur Iski Kya History Hai

Parmanu Kise Kahate Hain? एक परमाणु पदार्थ का एक कण है जो विशिष्ट रूप से एक रासायनिक तत्व को परिभाषित करता है। एक परमाणु में एक केंद्रीय नाभिक होता है जो एक या अधिक नकारात्मक रूप से आवेशित इलेक्ट्रॉनों से घिरा होता है। नाभिक सकारात्मक रूप से आवेशित होता है और इसमें एक या अधिक अपेक्षाकृत भारी कण होते हैं जिन्हें प्रोटॉन और न्यूट्रॉन के रूप में जाना जाता है। परमाणु पदार्थ के मूल निर्माण खंड हैं। कोई भी वस्तु जो स्थान घेरती है और द्रव्यमान वाली कोई भी वस्तु परमाणुओं से बनी होती है। Parmanu Kisse Bane Hote Hain? एक परमाणु न्यूट्रॉन के बिना अपवाद के रूप में हाइड्रोजन के साथ तीन कणों, अर्थात्, न्यूट्रॉन, प्रोटॉन और इलेक्ट्रॉनों से बना होता है। • प्रत्येक परमाणु में एक नाभिक होता है जो इसके चारों ओर एक या एक से अधिक इलेक्ट्रॉनों को बांधता है। • नाभिक में आमतौर पर समान संख्या में प्रोटॉन और न्यूट्रॉन होते हैं जिन्हें एक साथ न्यूक्लियॉन के रूप में जाना जाता है। • प्रोटॉन सकारात्मक रूप से चार्ज होते हैं, इलेक्ट्रॉन नकारात्मक रूप से चार्ज होते हैं और न्यूट्रॉन तटस्थ होते हैं। Parmanu Ki Sanrachna Parmanu Kise Kahate Hain जानने के बाद अब हम इसकी संरचना के बारे में जानेंगे। प्रोटॉन, न्यूट्रॉन और इलेक्ट्रॉन सहित परमाणु का कुल द्रव्यमान परमाणु द्रव्यमान या परमाणु भार है। परमाणु द्रव्यमान या भार को परमाणु द्रव्यमान इकाइयों में मापा जाता है। इलेक्ट्रॉन परमाणु संरचना के द्रव्यमान में केवल एक छोटा सा हिस्सा योगदान करते हैं, हालांकि, वे अणुओं को बनाने वाली रासायनिक प्रतिक्रियाओं में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अधिकांश उद्देश्यों के लिए, परमाणु भार को प्रोटॉन की संख्या और न्यूट्रॉन की संख...

परमाणु किसे कहते हैं

प्रिय पाठक (Friends & Students)! परमाणु किसे कहते हैं? इसके बारे में जानेंगे। परमाणु के सिद्धांत, संरचना के बारे में हम बारीकी से समझेंगे। तो चलिए आज की इस लेख की शुरुआत करते है। भारतीय दार्शनिक महर्षि कणाद, पकुधा कात्यायाम, डेमोक्रिटस एवं लियुसीपस के अनुसार, यदि हम पदार्थ को विभाजित करते जाएँ, तो हमे छोटे-छोटे कण प्राप्त होते जाएँगे तथा अंत में एक सीमा आएगी जब प्राप्त कण को पुनः विभाजित नहीं किया जा सकेगा, अर्थात् वह सूक्ष्मतम कण अविभाज्य रहेगा। इन्होंने इस अविभाज्य सूक्ष्मतम कण को परमाणु नाम दिया था। ये सभी सुझाव दार्शनिक विचारों पर आधारित थे। 18 वीं सदी तक इन विचारों की वैधता को सिद्ध करने के लिए कोई प्रयोगात्मक कार्य नहीं किए गए थे। 18 वीं सदी के अन्त में वैज्ञानिकों को तत्वों तथा यौगिकों के मध्य का अन्तर समझ में आया, जिसके बाद तत्वों के बारे में पता लगाने तथा ये संयोग क्यों करते हैं, इनके संयोग से क्या होता है, के प्रयोग किये गये। Contents • 1 परमाणु किसे कहते हैं? • 2 डाल्टन का परमाणु सिद्धान्त • 3 डाल्टन के परमाणु सिद्धान्त की प्रमुख परिकल्पनाएँ • 3.1 डाल्टन के परमाणु सिद्धान्त के लाभ • 4 डाल्टन के परमाणु सिद्धन्त में निम्न कमियाँ: • 5 आधुनिक परमाणु सिद्धान्त • 5.1 इस लेख के बारे में: परमाणु किसे कहते हैं? तत्व का वह छोटे से छोटा कण है जो रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेता है। ऐसे तत्व को परमाणु कहते है। अधिकांश तत्वों के परमाणु अत्यंन्तं अभिक्रियाशील होते हैं और मुक्त अवस्था में (अकेले परमाणु के रूप में) नहीं पाये जाते हैं। परमाणुओं के उतने ही प्रकार होते हैं, जितने कि तत्व के हैं। परमाणु का आकार परमाणु अत्यन्त छोटे होते हैं तथा परमाणु की त्रिज्या को नैनोमीटर (nm) माप...

Parmanu Kise Kahate Hain

Parmanu Kise Kahate Hain ? किसी तत्व की सबसे छोटी इकाई, परमाणु मुक्त अवस्था में उपस्थित न होकर रासायनिक अभिक्रियाओं में भाग लेने में सक्षम होता है, उसे परमाणु कहते हैं। परमाणु का अध्ययन करने वाले वैज्ञानिकों ने परमाणु की संरचना और परमाणु के अन्य पहलुओं को समझाने के प्रयास में विभिन्न मॉडल प्रस्तावित किए हैं। डाल्टन का परमाणु नियम • इलेक्ट्रान • प्रोटान • न्यूट्रॉन डाल्टन का परमाणु नियम कहता है कि एक परमाणु को न तो उत्पन्न किया जा सकता है और न ही नष्ट किया जा सकता है। इसके अलावा एक परमाणु को विभाजित करना असंभव है, लेकिन आज के समय में ये संभव है। थॉमसन का परमाणु नियम थॉमसन ने एक परमाणु मॉडल भी प्रदान किया, जिसके तहत परमाणु संरचना को स्पष्ट करने का प्रयास किया गया। एक परमाणु एक सकारात्मक रूप से आवेशित गोला है, और थॉमसन के परमाणु मॉडल के अनुसार, इसके नकारात्मक आवेश विद्युत रूप से दबे हुए हैं। इसे स्पष्ट करने के लिए, थॉमसन ने एक तरबूज का उदाहरण भी दिया, यह इंगित करते हुए कि जिस प्रकार फल के नीचे बीज अव्यवस्थित होते हैं, उसी प्रकार एक परमाणु के नीचे इलेक्ट्रॉन भी होते हैं। रदरफोर्ड का परमाणु नियम रदरफोर्ड ने एक परमाणु मॉडल भी बनाया, जिसके अनुसार यह स्थापित किया गया है कि परमाणु का अधिकांश भाग खाली होता है और इसका केंद्र वह होता है जहां पूरा आवेश स्थित होता है। इसके अलावा, नकारात्मक रूप से आवेशित इलेक्ट्रॉन परमाणु के नाभिक के चारों ओर विभिन्न कक्षाओं में यात्रा करते हैं। रदरफोर्ड के मॉडल की इस व्याख्या में परमाणु की त्रिज्या और नाभिक की त्रिज्या दोनों को 10-10 मीटर के रूप में दिया गया है। एक परमाणु का केंद्र एक परमाणु का केंद्रक उसके केंद्र में वह क्षेत्र होता है जहां परमाणु के स...

परमाणु संख्या किसे कहते हैं?

नमस्कार दोस्तो, परमाणु संख्या विज्ञान विषय का एक काफी महत्वपूर्ण टॉपिक होता है, आपने भी इसके बारे में जरूर पढ़ा होगा। दोस्तों क्या आप जानते है, कि परमाणु संख्या किसे कहते हैं, आवर्त सारणी के अंतर्गत अलग-अलग तत्वों की परमाणु संख्या कितनी है। यदि आपको इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है, तथा आप इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इस विषय के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं। इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताने वाले हैं कि परमाणु संख्या किसे कहते हैं उदाहरण सहित (prabhavi parmanu sankhya kise kahate hain), हम आपको इस विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी इस पोस्ट के अंतर्गत शेयर करने वाले हैं। तो ऐसे में आज का की यह पोस्ट आपके लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाली है, तो इसको अंत जरूर पढ़िए। परमाणु संख्या किसे कहते हैं? | parmanu sankhya kise kahate hain किसी भी परमाणु के अंतर्गत उसके नाभिक के अंतर्गत उपस्थित प्रोटोन की संख्या को ही परमाणु संख्या कहा जाता है। यानी कि किसी भी परमाणु के अंतर्गत उसके प्रोटोन की संख्या परमाणु संख्या के बराबर होती है। परमाणु संख्या को z से प्रदर्शित किया जाता है, और परमाणु संख्या को परमाणु क्रमांक के नाम से भी जाना जाता है। आवर्त सारणी के अंतर्गत अलग-अलग परमाणुओं की परमाणु संख्या क्या है? जैसा कि दोस्तों आप सभी लोगों को पता होगा कि आवर्त सारणी के अंतर्गत अलग-अलग परमाणुओं की परमाणु संख्या अलग-अलग होती है, कौन से परमाणु की परमाणु संख्या कितनी है, इसके बारे में विस्तार से जानकारी आपको नीचे दी गई सारणी में उपलब्ध करवाई गई है:- नाम एवं संकेत परमाणु संख्या हाइड्रोजन (H) 1 हीलियम (He) 2 लीथियम (Li) 3 बेरेलियम (Be) 4...

Parmanu Kise Kahate Hain Aur Iski Kya History Hai

Parmanu Kise Kahate Hain? एक परमाणु पदार्थ का एक कण है जो विशिष्ट रूप से एक रासायनिक तत्व को परिभाषित करता है। एक परमाणु में एक केंद्रीय नाभिक होता है जो एक या अधिक नकारात्मक रूप से आवेशित इलेक्ट्रॉनों से घिरा होता है। नाभिक सकारात्मक रूप से आवेशित होता है और इसमें एक या अधिक अपेक्षाकृत भारी कण होते हैं जिन्हें प्रोटॉन और न्यूट्रॉन के रूप में जाना जाता है। परमाणु पदार्थ के मूल निर्माण खंड हैं। कोई भी वस्तु जो स्थान घेरती है और द्रव्यमान वाली कोई भी वस्तु परमाणुओं से बनी होती है। Parmanu Kisse Bane Hote Hain? एक परमाणु न्यूट्रॉन के बिना अपवाद के रूप में हाइड्रोजन के साथ तीन कणों, अर्थात्, न्यूट्रॉन, प्रोटॉन और इलेक्ट्रॉनों से बना होता है। • प्रत्येक परमाणु में एक नाभिक होता है जो इसके चारों ओर एक या एक से अधिक इलेक्ट्रॉनों को बांधता है। • नाभिक में आमतौर पर समान संख्या में प्रोटॉन और न्यूट्रॉन होते हैं जिन्हें एक साथ न्यूक्लियॉन के रूप में जाना जाता है। • प्रोटॉन सकारात्मक रूप से चार्ज होते हैं, इलेक्ट्रॉन नकारात्मक रूप से चार्ज होते हैं और न्यूट्रॉन तटस्थ होते हैं। Parmanu Ki Sanrachna Parmanu Kise Kahate Hain जानने के बाद अब हम इसकी संरचना के बारे में जानेंगे। प्रोटॉन, न्यूट्रॉन और इलेक्ट्रॉन सहित परमाणु का कुल द्रव्यमान परमाणु द्रव्यमान या परमाणु भार है। परमाणु द्रव्यमान या भार को परमाणु द्रव्यमान इकाइयों में मापा जाता है। इलेक्ट्रॉन परमाणु संरचना के द्रव्यमान में केवल एक छोटा सा हिस्सा योगदान करते हैं, हालांकि, वे अणुओं को बनाने वाली रासायनिक प्रतिक्रियाओं में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अधिकांश उद्देश्यों के लिए, परमाणु भार को प्रोटॉन की संख्या और न्यूट्रॉन की संख...

कार्बन किसे कहते है

पृथ्वी पर पाए जाने वाले तत्वों में कार्बन या प्रांगार एक प्रमुख एवं महत्त्वपूर्ण तत्त्व है। इस रासायनिक तत्त्व का संकेत C तथा परमाणु संख्या ६, मात्रा संख्या १२ एवं परमाणु भार १२.००० है। कार्बन के तीन प्राकृतिक समस्थानिक 6C12, 6C13 एवं 6C14 होते हैं। कार्बन के समस्थानिकों के अनुपात को मापकर प्राचीन तथा पुरातात्विक अवशेषों की आयु मापी जाती है।[1] कार्बन के परमाणुओं में कैटिनेशन नामक एक विशेष गुण पाया जाता है जिसके कारण कार्बन के बहुत से परमाणु आपस में संयोग करके एक लम्बी शृंखला का निर्माण कर लेते हैं। इसके इस गुण के कारण पृथ्वी पर कार्बनिक पदार्थों की संख्या सबसे अधिक है। यह मुक्त एवं संयुक्त दोनों ही अवस्थाओं में पाया जाता है।[2] इसके विविध गुणों वाले कई बहुरूप हैं जिनमें हीरा, ग्रेफाइट काजल, कोयला प्रमुख हैं। इसका एक अपरूप हीरा जहाँ अत्यन्त कठोर होता है वहीं दूसरा अपरूप ग्रेफाइट इतना मुलायम होता है कि इससे कागज पर निशान तक बना सकते हैं। हीरा विद्युत का कुचालक होता है एवं ग्रेफाइट सुचालक होता है। इसके सभी अपरूप सामान्य तापमान पर ठोस होते हैं एवं वायु में जलकर कार्बन डाइ-आक्साइड गैस बनाते हैं। हाइड्रोजन, हीलियम एवं आक्सीजन के बाद विश्व में सबसे अधिक पाया जाने वाला यह तत्व विभिन्न रूपों में संसार के समस्त प्राणियों एवं पेड़-पौधों में उपस्थित है। यह सभी सजीवों का एक महत्त्वपूर्ण अवयव होता है, मनुष्य के शरीर में इसकी मात्रा १८.५ प्रतिशत होती है और इसको जीवन का रासायनिक आधार कहते हैं।