Paryavaran shabd mein prayukt upsarg hai

  1. हिन्दी व्याकरण ‘‘Paryavaran’’ Shabd Me Kitne Upsarg Hai
  2. Upsarg in Hindi
  3. Upsarg (उपसर्ग)
  4. उपसर्ग


Download: Paryavaran shabd mein prayukt upsarg hai
Size: 1.17 MB

हिन्दी व्याकरण ‘‘Paryavaran’’ Shabd Me Kitne Upsarg Hai

‘‘पर्यावरण’’ शब्द में कितने उपसर्ग है- - How many prefixes are there in the word "environment"? - ‘‘Paryavaran’’ Shabd Me Kitne Upsarg Hai - हिन्दी व्याकरण in hindi, उपसर्ग question answers in hindi pdf questions in hindi, Know About हिन्दी व्याकरण online test हिन्दी व्याकरण MCQS Online Coaching in hindi quiz book Anonymous on 01-01-1900

Upsarg in Hindi

उपसर्ग (Prefixes) की परिभाषा भेद और Examples व्युत्पत्ति के आधार पर मुख्य रूप से शब्द के दो मूल रूप होते हैं, रूढ़ और यौगिक। रूढ़ शब्द किसी के मेल से नहीं बनते, ये स्वतंत्र होते हैं। लेकिन यौगिक शब्दों की रचना रूढ़ शब्द के आदि व अंत में जुड़ने वाले शब्दांशों से होती है। ये शब्दांश रूढ़ शब्द से मिलकर इसके अर्थ में परिवर्तन ला देते हैं। जैसे: श्रम से बने ये शब्द: • परि + श्रम = परिश्रम • परि + श्रमी = परिश्रमी • श्रम + इक = श्रमिक • श्रम + जीवी = श्रमजीवी • श्रम + शील = श्रमशील इस प्रकार नए शब्दों की रचना होती है। यही ‘शब्द-रचना’ कहलाती है। शब्द-रचना के मुख्य तीन प्रकार हैं : • उपसर्ग • प्रत्यय • समास। उपसर्ग (Prefix) शब्दों के आदि में जुड़कर शब्दों के अर्थ में विशेषता लाने वाले शब्दांश ‘उपसर्ग’ कहलाते हैं। इन उपसर्गों का अलग से प्रयोग नहीं किया जा सकता अर्थात् स्वतंत्र रूप में इनका कोई विशेष महत्त्व नहीं होता। हिंदी में मुख्य रूप से संस्कृत तत्सम शब्द पाए जाते हैं। इसके अलावा हिंदी तथा उर्दू तत्सम शब्दों का भी प्रयोग होता है। संस्कृत के उपसर्ग उपसर्ग अर्थ शब्द रूप अ (नहीं, अभाव, हीन, विपरीत) अखंड, अनाथ, अथाह, अधर्म, अदृश्य, अडिग, अचल, अलौकिक। अन् (नहीं, अभाव) अनाचार, अनपढ़, अनादि, अनमोल, अनेक, अनावश्यक, अनिच्छा, अनुपस्थिति। अधि (ऊपर, समीप, बड़ा) अधिकरण, अधिकार, अधिपति, अधिनायक। अति (अधिक, ऊपर) अतिशय, अतिरिक्त, अतिक्रमण, अतिचार, अत्यधिक। अनु (पीछे, समान) अनुकरण, अनुगामी, अनुकंपा, अनुशीलन, अनुराग, अनुज, अनुगमन। अभि (तरफ, सामने, समीप) अभियोग, अभिनेता, अभिमान, अभिनव, अभिमुख। अप (बुरा, हीन, अभाव, विपरीत) अपव्यय, अपकीर्ति, अपमान, अपयश, अपवाद, अपशब्द। अव (बुरा, नीचा, हीन) अवगुण, अ...

Upsarg (उपसर्ग)

Table of Contents • • • • • • • • • • • उपसर्ग किसे कहते हैं ? (Upsarg kise kahate hai? Give Some Examples of Upsarg.) उत्तर: उपसर्ग :— उप+सर्ग = उपसर्ग ‘उप’ का अर्थ है— समीप या निकट ,और ‘सर्ग’ का अर्थ है— सृष्टि करना । अर्थात ‘उपसर्ग’ उस शब्दांश को कहते हैं, जो किसी शब्द के पहले जुड़कर उसके मूल शब्द के अर्थ में नई विशेषता उत्पन्न कर देते हैं ,या उस शब्द का अर्थ ही बदल देते हैं। जैसे (Examples of Upsarg in Hindi): (१) ‘अन’ उपसर्ग को ‘बन’ के पहले रख देने से एक नया शब्द ‘अनबन’ बनता है, जिसका विशेष अर्थ ‘मनमुटाव’ है । (२) कु +पुत्र =कुपुत्र यहां ‘कु’ शब्दांश ‘पुत्र’ शब्द के साथ बैठकर नया शब्द बना देता है । यहां ‘कु’ शब्दांश है ,शब्द नहीं । शब्द वाक्य में स्वतंत्र रूप से प्रयोग हो सकता है, शब्दांश नहीं । शब्दांश तो किसी शब्द के साथ जुड़कर ही नए अर्थ की रचना में सहायक होता है। जो शब्दांश शब्द के पूर्व लगता है ,उसे ही ‘उपसर्ग’ कहते हैं । उपसर्ग (Upsarg) की क्या क्या विशेषताएं होती है ? उत्तर–उपसर्ग की तीन गतियां या विशेषताएं होती हैं: (१) शब्द के अर्थ में नई विशेषता लाना । जैसे — प्र + बल = प्रबल, अनु + मान =अनुमान | (२) शब्द के अर्थ को उलट देना । जैसे– अ + सत्य = असत्य, अप + यश = अपयश| (३) शब्द के अर्थ में ,कोई खास परिवर्तन न करके मुलार्थ के इर्द-गिर्द अर्थ प्रदान करना। जैसे– वि + शुद्ध = विशुद्ध, परि + भ्रमण = परिभ्रमण एक ही मूल शब्द से विभिन्न उपसर्गों के योग से विभिन्न अर्थ प्रकट होते हैं। , उनमें कुछ शब्दों के नाम लिखिए। उत्तर: उपसर्ग शब्द निर्माण में बड़ा ही सहायक होता है ।एक ही मूल शब्द विभिन्न उपसर्गों के योग से विभिन्न अर्थ प्रकट करते है । जैसे: (१) प्र + हार = प्रहार :...

उपसर्ग

upasarg = up (samip) + sarg (srishti karana) ka arth hai- kisi • • hindi ke upasarg, • • • upasarg ke saman prayukt hone vale sanskrit ke avyay. sanskrit ke upasarg kram upasarg arth shabd 1 ati adhik atyadhik, atyant, atirikt, atishay 2 adhi oopar, shreshth adhikar, adhipati, adhinayak 3 anu pichhe, saman anuchar, anukaran, anusar, anushasan 4 ap bura, hin apayash, apaman, apakar 5 abhi samane, charoan or, pas abhiyan, abhishek, abhinay, abhimukh 6 av hin, nich avagun, avanati, avatar, avanati 7 a tak, samet ajivan, agaman 8 uth ooancha, shreshth, oopar udgam, utkarsh, uttam, utpatti 9 up nikat, sadrish, gaun upadesh, upavan, upamantri, upahar 10 durh bura, kathin durjan, durgam, durdasha, durachar 11 dush bura, kathin dushcharitr, dussahas, dushkar 12 nirh bina, bahar, nishedh niraparadh, nirjan, nirakar, nirgun 13 nish rahit, poora, viparit nissar, nistar, nishchal, nishchit 14 ni nishedh, adhikata, niche nivaran, nipat, niyog, nishedh 15 para ulta, pichhe parajay, parabhav, paramarsh, parakram 16 pari asapas, charoan taraph parijan, parikram, paripoorn, parinam 17 pr adhik, age prakhyat, prabal, prasthan, prakriti 18 prati ulata, samane, har ek pratikool, pratyaksh, pratikshan, pratyek 19 vi bhinn, vishesh videsh, vilap, viyog, vipaksh 20 samh uttam, sath, poorn sanskar, sangam, santusht, sanbhav 21 su achchha, adhik sujan, sugam, sushikshit, supatr hindi ke upasarg kram upasarg arth shabd 1 a abhav, nishedh achhoota, athah, atal 2 an abhav, nishedh anamol, anaban, ana...