पद्मश्री पुरस्कार राशि कितनी है

  1. अर्जुन पुरस्कार की राशि कितनी है?
  2. राजस्थान साहित्य अकादमी को बनाया नोडल एजेंसी, पुरस्कार स्वरुप दिए जाएंगे 11 लाख रुपए
  3. International Booker Prize 2022 Tomb Of Sand Geetanjali Shree What Amount For Prize
  4. Padma Shri award given in highest civilian honor know who got it from Rajasthan
  5. Padma Shri Award is given for spreading hatred, not For Good Work


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अर्जुन पुरस्कार की राशि कितनी है?

अर्जुन पुरस्कार की राशि 5,00,000 रुपये है। इसके अलावा अर्जुन की काँस्य प्रतिमा, एक प्रशस्ति पत्र एवं समारोह का परिधान प्रदान किया जाता है। साथ ही भारतीय रेल की ओर से प्रथम और द्वीतीय श्रेणी वातानुकूलित पास दिए जाते है। खेल के क्षेत्र मे आकर्षक प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार से नवाजा जाता है। इस पुरस्कार का प्रारम्भ 1961 में हुआ था। बतादें कि भारत सरकार ने खेल दिवस 2020 के अवसर पर कई खेल की पुरस्कार राशि को बढ़ा दी है। जिसमें खेल रत्न की पुर​स्कार राशि 25 लाख, अर्जुन अवार्ड की 15 लाख, द्रोणाचार्य (लाइफटाइम) की 15 लाख, द्रोणाचार्य (रेगुलर) की पुरस्कार राशि 10 लाख और ध्यानचंद की 10 लाख कर दी गई है। Tags : Explanation : आईसीसी मेन्स क्रिकेटर ऑफ द ईयर 2022 पाकिस्तान के स्टार क्रिकेटर बाबर आज़म को चुना गया है। बाबर लगातार दूसरी बार वनडे क्रिकेटर ऑफ द ईयर चुने गए हैं। बाबर आजम ने 2022 में पाकिस्तान के लिए 44 मैच में 54.12 के औसत से 2598 रन बनाए। इस • इंडिया ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप के पुरुष एकल का टाइटल किसने जीता? Explanation : आईसीसी प्लेयर ऑफ द मंथ जनवरी 2021 में शुरू हुआ था। यह अवार्ड हर महीने इंटरनेशनल क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले महिला और पुरुष खिलाड़ी को दिया जाता है। इस अवार्ड के विजेता को फॉर्मर प्लेयर और खेल पत्रकारों के एक ICC पै • 5 वर्ल्ड कप में गोल करने वाला पहला फुटबॉलर कौन बना है?

राजस्थान साहित्य अकादमी को बनाया नोडल एजेंसी, पुरस्कार स्वरुप दिए जाएंगे 11 लाख रुपए

राज्य सरकार साहित्यकारों को राजस्थान साहित्य प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदान करेगी। प्रोत्साहन में कन्हैया लाल सेठिया, कोमल कोठारी, डॉ. सीताराम लालस एवं श्री विजयदान देथा के नाम से ये पुरस्कार दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस सम्बन्ध में प्रक्रिया, मार्गदर्शिका एवं चयन समिति से सम्बन्धित प्रस्ताव का अनुमोदन किया है। पद्य श्रेणी में कन्हैया लाल सेठिया साहित्य पुरस्कार, लोक साहित्य/कला श्रेणी में कोमल कोठारी लोक साहित्य पुरस्कार, भाषा / अनुसंधान श्रेणी में डॉ. सीताराम लालस भाषा एवं अनुसंधान पुरस्कार व गद्य श्रेणी में विजयदान देथा साहित्य पुरस्कार दिए जाएंगे। राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर को इन पुरस्कारों के लिए नोडल एजेन्सी बनाया गया है। कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग प्रशासनिक विभाग होगा । पुरस्कार में 11-11 लाख रुपए नकद राशि प्रशस्ति पत्र एवं शॉल प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा। ये पुरस्कार मरणोपरांत भी प्रदान किए जा सकेंगे। सम्मान उन व्यक्तियों, संस्था या संगठन में बांटा जा सकेगा, जिन्हें चयन समिति समान रूप से पात्र समझती है। सभी पुरस्कार राज्य सरकार की ओर से आयोजित राजस्थान लिटरेचर फेस्टिवल, राजस्थान दिवस और अन्य अवसरों पर प्रदान किए जा सकेंगे। पुरस्कार चयन के लिए गठित स्थायी समिति के अध्यक्ष राज्य सरकार द्वारा मनोनीत गैर राजकीय व्यक्ति होंगे। पद्मश्री / साहित्य अकादमी सम्मान से सम्मानित राज्य सरकार द्वारा मनोनीत दो साहित्यकार, राजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुर के अध्यक्ष, राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर के अध्यक्ष एवं कला एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख शासन सचिव इस समिति में सदस्य तथा उप शासन सचिव सदस्य सचिव होंगे। समिति प्राप्त आवेदनों के ...

International Booker Prize 2022 Tomb Of Sand Geetanjali Shree What Amount For Prize

International Booker Prize 2022: जानी मानी लेखिका गीतांजलि श्री (Geetanjali Shree) को साल 2022 का अंतरराष्ट्रीय बुकर प्राइज (International Booker Prize) से सम्मानित किया गया है. उपन्यास 'टॉम्ब ऑफ सैंड' (Tomb of Sand) यानी रेत समाधि' के लिए उन्हें ये पुरस्कार दिया गया है. लेखिका गीतांजलि श्री की यह उपन्यास मूल रूप से हिंदी में 'रेत समाधि' के नाम से प्रकाशित की गई थी. इसका अंग्रेजी अनुवाद 'टॉम्ब ऑफ सैंड' के नाम से किया गया था. इसका अंग्रेजी में अनुवाद डेजी रॉकवेल (Daisy Rockwell) ने किया था. बुकर पुरस्कार से जुड़े सदस्यों ने 'रेत समाधि' के अनुवाद 'टॉम्ब ऑफ सैंड' को काफी सराहा और इसे बेहद ही शानदार बताया. इंटरनेशनल बुकर पुरस्कार की इस वक्त काफी चर्चा हो रही है. ऐसे ये जानना जरुरी है कि इस पुरस्कार के लिए नकद कितनी राशि दी जाती है और ये पुरस्कार किसके द्वारा दिया जाता है?. अंतरराष्ट्रीय बुकर प्राइज बुकर कंपनी और ब्रिटिश प्रकाशन संघ की ओर से संयुक्त रूप से दिया जाता है. बुकर पुरस्कार के लिए मिलेगी कितनी राशि? नोबेल पुरस्कार के बाद इस अतंरराष्ट्रीय बुकर प्राइज को दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा पुरस्कार माना जाता है. इसमें जीतने वाले विजेताओं को प्राइज के साथ-साथ नकद इनाम भी दिए जाते हैं. पुरस्कार जीतने वाले विजेता को 50000 पाउंड की राशि दी जाती है. भारतीय रुपये में ये राशि 49,03,222.12 के करीब होती है. बता दें कि बुकर पुरस्कार की स्थापना साल 1969 में इंग्लैंड में बुकर मैकोनल कंपनी के द्वारा की गई थी. किसे दिया जाता है बुकर पुरस्कार? अतंरराष्ट्रीय बुकर पुस्कार हर साल मौलिक अंग्रेजी उपन्यास या अंग्रेजी में ट्रांसलेशन कार्य के लिए दिया जाता है. ब्रिटेन या फिर आयरलैंड में प्रकाशित किसी ए...

Padma Shri award given in highest civilian honor know who got it from Rajasthan

Jaipur: देश के सबसे बड़े सम्मान भारत रत्न के बाद देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री पुरस्कार (Padma Shri Award) आज राष्ट्रपति भवन में वितरित किए गए. पद्मश्री पुरस्कार कार्यक्रम राष्ट्रपति भवन के ऐतिहासिक दरबार हॉल में समारोहपूर्वक आयोजित किया गया. इस दौरान सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) और अरुण जेटली (Arun Jaitley) जैसे राजनेताओं को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया. विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट काम करने वाले लोगों को सम्मानित किया गया. सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज (Bansuri Swaraj) को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) ने पुरस्कार सौंपा. यह भी पढ़ेंः पर्यावरण के प्रति समर्पित अहम योगदान इसी कड़ी में नागौर जिले के रहने वाले हिम्मताराम भांभू (Himtaram Bhambhu) को पर्यावरण के प्रति समर्पित अहम योगदान के लिए पद्मश्री सम्मान प्रदान किया गया. 1975 से अब तक साढ़े पांच लाख पौधे रोप जा चुके हैं. यही नहीं, इनमें से साढ़े तीन लाख पेड़ बन चुके हैं. इसमें छह एकड़ में 11 हजार वृक्षों वाला एक जंगल भी शामिल है. सुखवासी गांव के रहने वाले हिम्मताराम जब 18 साल के थे तो उनकी दादी ने उनसे पीपल का एक पौधा लगवाया था और इस पौधे का पूरा ध्यान रखने के लिए कहा था. उस दिन दादी से मिली प्रेरणा का नतीजा यह है कि 1975 से अब तक हिम्मताराम राजस्थान (Rajasthan News) के कोने-कोने में करीब साढ़े पांच लाख पौधे रोप चुके हैं. बचपन से ही मैला ढोने का काम करती थीं वहीं, अलवर (Alwar News) राजस्थान की रहने वाली ऊषा चौमर (Usha Chaumar) को पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया. ऊषा बचपन से ही मैला ढोने का काम करती थीं. महज 10 साल की उम्र में उनकी शादी हो गई. उन्हें लगा कि शायद अब उन्हें इस काम...

Padma Shri Award is given for spreading hatred, not For Good Work

Padma Shri Award is given for spreading hatred, not For Good Work - Congress leader said by taking the name of Kangana Ranaut; people are also asking questions For Sonu SOOD -काम पर नहीं, नफरत फैलाने पर मिलता है पद्मश्री पुरस्कार- कंगना रनौत का नाम लेकर बोले कांग्रेस नेता; लोग भी कर रहे सवाल | Jansatta बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत को हाल ही में नेशनल अवॉर्ड मिला। वहीं एक्ट्रेस कंगना रनौत को पद्मश्री सम्मान से भी सम्मानित किया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कंगना को पद्मश्री सम्मान से नवाजा। ऐसे में सोशल मीडिया पर कंगना के नाम की खूब चर्चा हो रही है। कंगना रनौत के फैंस जहां उनकी इस उपलब्धि से बेहद खुश हैं, वहीं हेटर्स कंगना रनौत को ट्रोल कर रहे हैं। इतना ही नहीं कंगना को पद्मश्री सम्मान दिए जाने पर मोदी सरकार पर भी निशाना साधा जा रहा है। कांग्रेस लीडर उदित राज ने सोशल मीडिया पर कंगना को लेकर कटाक्ष किया है। उदित राज ने मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि पद्मश्री सम्मान सोनू सूद को मिलना चाहिए था। लोग हैरान हैं कि पदमश्री सोनू सूद को मिलना चाहिए था मिला कंगना रनौत को। किस दुनिया में हो , यहां काम पर नही झूठ और नफरत फ़ैलाने पर मिलता है। राइटर और पूर्व जर्नलिस्ट प्रीति चौबे ने भी मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा- ‘अगर यही पद्मश्री कोरोना काल में गरीबों के मसीहा बने सोनू सूद को दे दिया जाता तो शायद पद्मश्री का मान सम्मान और भी बढ़ सकता था! लेकिन ये तो सरकार की चापलूसी करने वालों को मिलेगा!’ इन पोस्ट को देख सोशल मीडिया पर ढेरों लोगों के रिएक्शन सामने आने लगे। भारत नाम के एक यूजर ने कमेंट कर कहा- ‘मेरा कांग्रेस सरकार से यह सवाल है कि बरखा दत्त और राजदीप सरदेसाई को अवॉर्ड क्यों दिया गय...