पेसा एक्ट मध्यप्रदेश pdf

  1. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू लागू करेंगी पेसा एक्ट; एक्सपर्ट से जानिए इसके बारे में A टु Z
  2. Madhya Pradesh Paisa Act 2022: 15 नवम्बर से म.प्र. में पेसा एक्ट
  3. MP में आज से लागू हुआ पेसा एक्ट, जानिए इससे जुड़ी 5 प्रमुख बातें
  4. MP Became The Seventh State To Implement The PESA Act President Released The Rules Ann
  5. एमपी में पेसा एक्ट की जानकारी जनजातीय वर्ग तक सरल भाषा में पहुँचाये – : : MPPOST
  6. पेसा एक्ट जनजातीय समाज के हक, संस्कृति, सभ्यता और रीति रिवाज का संरक्षण करता है
  7. मध्य प्रदेश में आज से पेसा एक्ट लागू : आने वाला समय और उज्ज्वल होगा
  8. मध्य प्रदेश में आज से पेसा एक्ट लागू : आने वाला समय और उज्ज्वल होगा
  9. पेसा एक्ट जनजातीय समाज के हक, संस्कृति, सभ्यता और रीति रिवाज का संरक्षण करता है
  10. एमपी में पेसा एक्ट की जानकारी जनजातीय वर्ग तक सरल भाषा में पहुँचाये – : : MPPOST


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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू लागू करेंगी पेसा एक्ट; एक्सपर्ट से जानिए इसके बारे में A टु Z

राष्ट्रपति बनने के बाद द्रौपदी मुर्मू पहली बार मध्यप्रदेश के दौरे पर हैं। मंगलवार को वे बिरसा मुंडा जयंती के अवसर पर शहडोल में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगी। मुख्य कार्यक्रम लालपुर हवाई पट्‌टी पर होगा। कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पेसा एक्ट (पंचायत अनुसूचित क्षेत्रों पर विस्तार) लागू करेंगी। इसकी मदद से अनुसूचित क्षेत्रों की ग्राम सभाओं को अधिकार देकर आदिवासियों को पावरफुल किया जाएगा। पेसा एक्ट क्या है? इसे जानने से पहले राष्ट्रपति का कार्यक्रम जान लेते हैं... कार्यक्रम स्थल पर 4.5 लाख वर्गफीट का विशाल टेंट बनाया गया है। कार्यक्रम में एक लाख से ज्यादा लोगों की पहुंचने की संभावना है। प्रदेश के अन्य जिलों से कार्यक्रम स्थल पहुंचने के लिए 2500 बसों की व्यवस्था की गई है। लोगों के लिए 8 बड़े डोम पंडाल भी बनाए गए हैं। कार्यक्रम को लाइव टेलिकास्ट किया जाएगा। इस दौरान 2500 जवान तैनात रहेंगे। इनमें बम स्क्वॉड, SPG और अन्य जिलों से आया हुआ पुलिस बल शामिल है। पार्किंग के लिए 10 स्थानों को सुरक्षित किया गया है। लोगों के लिए 8 बड़े डोम पंडाल भी बनाए गए हैं। कार्यक्रम को लाइव टेलिकास्ट किया जाएगा। सुरक्षा के लिहाज से 2500 पुलिस जवान तैनात रहेंगे। कार्यक्रम स्थल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कटआउट भी लगाए गए हैं। हाईवे पर सुबह 11 से शाम 5 बजे तक ट्रैफिक बंद नेशनल हाईवे-43 शहडोल से अनूपपुर मार्ग पर भारी वाहनों का आवागमन सुबह 11:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक बंद रहेगा। वहीं, सवारी बसें और छोटे चार पहिया वाहनों का आवागमन राष्ट्रपति के आगमन से 30 मिनट पूर्व व प्रस्थान के 30 मिनट बाद तक के लिए बंद रहेगा। कार्यक्रम मे...

Madhya Pradesh Paisa Act 2022: 15 नवम्बर से म.प्र. में पेसा एक्ट

Madhya Pradesh Paisa Act 2022: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने जनजाति वर्ग के कल्याण के लिए भगवान बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवम्बर से मध्यप्रदेश में पेसा एक्ट लागू किए जाने का ऐलान किया, जिसके तहत अनुसूचित क्षेत्रों या आदिवासी क्षेत्रों में रह रहे लोगों के लिए ग्रामसभा द्वारा स्वशासन को बढ़ावा दिया जाएगा। Madhya Pradesh Paisa Act 2022: 15 नवम्बर से म.प्र. में पेसा एक्ट मुख्यमंत्री ने राजस्थान (Rajasthan) के बांसवाड़ा के मानगढ़ हिल पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री की मौजूदगी में 15 नवम्बर जन जातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का भी निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री मोदी को प्रणाम करता हूं कि उन्होंने भारत के उन अमर बलिदानियों के स्मारक बनाने का फैसला लिया जिन्हें इतिहास में उचित स्थान नहीं मिला। मानगढ़ की भूमि पर जिन 1500 से अधिक भील भाई-बहनों ने बलिदान दिया उनकी आत्मा आज प्रसन्न हो रही होगी। मध्य प्रदेश में पेसा एक्ट लागू हो चुका है. ऐसे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पेसा एक्ट लागू करने की कार्रवाई शीघ्रता से करने के निर्देश दिए हैं. सीएम ने कल बैठक करते हुए इस एक्ट को सरलीकृत कर प्रदेश में जल्द से जल्द चरण बद्ध तरीके से क्रियान्वयन करने की बात कही है. ताकि अधिनियम के लागू होने से ग्राम सभाएं अपने-अपने हिसाब से सभी निर्णय ले सके. सामान्य भाषा में नियम करें प्रस्तावित: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कल अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए कहा कि पेसा

MP में आज से लागू हुआ पेसा एक्ट, जानिए इससे जुड़ी 5 प्रमुख बातें

विपिन श्रीवास्तव, भोपाल: बिरसा मुंडा जयंती पर मध्यप्रदेश के शहडोल में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जनजातीय गौरव दिवस समारोह के मंच से नियमावली का विमोचन “पेसा एक्ट” (पंचायत अनुसूचित क्षेत्रों पर विस्तार) लागू कर दिया है। इस एक्ट के तहत आदिवासियों को जल, जंगल, जमीन से लेकर संस्कृति संरक्षण के उपबंध बनाए गए हैं, ताकि आदिवासियों को उनके अधिकार मिल सकें। पेसा एक्ट मध्यप्रदेश के 89 आदिवासी ब्लाक में गांवों में लागू होगा।‌ सीएम शिवराज ने कहा कि नए नियम के तहत पेसा एक्ट आदिवासियों को जल, जंगल और जमीन का अधिकार देगा। महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी ने शहडोल में आयोजित — Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) आज से लागू पेसा कानून आपको जल, जमीन और जंगल का अधिकार देगा: CM — Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) 1. जमीन का अधिकार गांव की जमीन के और वन क्षेत्र के नक्शा, खसरा, बी-1 आदि ग्राम सभा को पटवारी और बीट गार्ड हर साल उपलब्ध कराएंगे। वहीं इसका लाभ कुछ इस तरह मिलेगा कि गांव का रिकार्ड लेने ग्रामीणों को बार-बार तहसीलों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। यदि राजस्व अभिलेखों में कोई गलती पाई जाती है तो ग्राम सभा को उसमें सुधार के लिए अपनी अनुशंसा भेजने का पूरा अधिकार होगा। अधिसूचित क्षेत्रों में बिना ग्राम सभा की सहमति के किसी भी प्रोजेक्ट के लिए गांव की जमीन का भू-अर्जन नहीं किया जाएगा। गैर जनजातीय व्यक्ति या कोई भी अन्य व्यक्ति छल-कपट से, बहला-फुसलाकर, विवाह करके जनजातीय भाई-बहनों की जमीन पर गलत तरीके से कब्जा करने या खरीदने की कोशिश करे तो ग्राम सभा इसमें हस्तक्षेप कर सकेगी। यदि ग्राम सभा को ये बात पता चलती है तो वह उस भूमि का कब्जा फिर से जनजातीय भाई-बहनों को दिलवाएगी। अगर...

MP Became The Seventh State To Implement The PESA Act President Released The Rules Ann

PESA Act In Madhya Pradesh: मध्यप्रदेश देश का सातवां राज्य बन गया है,जहां आदिवासियों के हितों के संरक्षण के लिए पेसा एक्ट लागू हो गया है. शहडोल में शहीद बिरसा मुंडा की जयंती पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंच से पेसा एक्ट की नियमावली का विमोचन कर उसे लागू करने की घोषणा की. इससे पहले देश के 6 राज्यों हिमाचल प्रदेश,आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र ने पेसा कानून बनाए हैं. राष्ट्रपति उन्होंने कहा कि जनजातीय समुदायों ने स्वाधीनता संग्राम में महान योगदान दिया. मैं सभी ज्ञात-अज्ञात जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों, वीरों-वीरांगनाओं को नमन करती हूं. आजादी के बाद से देश की विकास-यात्रा में जनजातीय लोगों का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है. उनके विकास और समृद्धि के लिए शुभकामनाएं देती हूँ. राज्यपाल और सीएम ने भी किया संबोधित इसके साथ ही राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने कहा कि पेसा कानून के अंतर्गत ग्रामसभायें अब बहुत शक्तिशाली हो गयी हैं. वे अपनी जनजातीय परंपराओं, प्रथाओं और सांस्कृतिक पहचान को कायम रखते हुए सामुदायिक साधनों भूमि, जल और वन का प्रबंधन करेंगी. पेसा कानून को जमीनी सच्चाई बनाने के लिए सरकार के साथ समाज की गतिशक्ति को भी जोड़ना जरूरी है. वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में आज से पेसा नियम लागू कर दिया गया है. प्रधानमंत्री सीएम ने कहा कि इसके साथ ही महुआ का फूल, गुल्ली, अचार की चिरौंजी, हर्रा, बहेड़ा, आंवला जैसी सभी वनोपज के संग्रहण का कार्य पेसा कानून के अंतर्गत ग्राम सभा करेगी. वनोपज का मूल्य भी ग्राम सभा ही तय कर सकेगी. Gold Silver Price Today: मध्य प्रदेश में सोने-चांदी के भाव में आया बदलाव, जानें 16 नवंबर के ताजा भाव Published at : 16 Nov...

एमपी में पेसा एक्ट की जानकारी जनजातीय वर्ग तक सरल भाषा में पहुँचाये – : : MPPOST

Story Highlights • मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के जनजातीय भाई-बहनों के हित में पेसा नियम लागू किए गए हैं। यह एक महत्वपूर्ण सामाजिक परिवर्तन है। सरकारी अधिकारी और अन्य सभी वर्ग मिल कर इसे सफल बनाएँ। सामाजिक समरसता के साथ पेसा एक्ट के प्रावधान जमीन पर उतारे जाएँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज आर.सी.वी.पी नरोन्हा प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी, भोपाल में मध्यप्रदेश पंचायत उपबंध, (अनुसूचित क्षेत्रों पर विस्तार) नियम 2022 पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला का शुभारंभ कर रहे थे। 89 विकासखंडों के ग्रामों में लागू पेसा एक्ट को समझाने पहुँचेंगे मास्टर्स ट्रेनर्स प्रशासन अकादमी में पेसा एक्ट पर हुई राज्य स्तरीय कार्यशाला मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के जनजातीय भाई-बहनों के हित में पेसा नियम लागू किए गए हैं। यह एक महत्वपूर्ण सामाजिक परिवर्तन है। सरकारी अधिकारी और अन्य सभी वर्ग मिल कर इसे सफल बनाएँ। सामाजिक समरसता के साथ पेसा एक्ट के प्रावधान जमीन पर उतारे जाएँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज आर.सी.वी.पी नरोन्हा प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी, भोपाल में मध्यप्रदेश पंचायत उपबंध, (अनुसूचित क्षेत्रों पर विस्तार) नियम 2022 पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला का शुभारंभ कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पेसा एक्ट कोई कर्मकांड नहीं, इससे जनजातीय वर्ग का जीवन बदलेगा। जनजातीय वर्ग को पेसा एक्ट सरल भाषा में समझाया जाए। राज्य स्तरीय कार्यशाला के बाद प्रदेश के 89 विकासखंडों के ग्रामों में लागू पेसा एक्ट को समझाने के लिए मास्टर्स ट्रेनर्स भी जिलों में पहुँचेंगे। इसके लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम निर्धारित कर लिया गया है। का...

पेसा एक्ट जनजातीय समाज के हक, संस्कृति, सभ्यता और रीति रिवाज का संरक्षण करता है

पेसा कानून हमारे जनजाति समाज के लिए एक वरदान है। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने मध्यप्रदेश में पेसा नियम लाकर जनजाति समाज को सशक्त बनाने के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया है। पेसा एक्ट में जनजातीय समाज के हक अधिकार और संस्कृति, सभ्यता, रीति रिवाज, रूडी प्रथाएं का संरक्षण करता है। यह बात राज्यपाल के विधि सलाहकार जनजाति प्रकोष्ठ के भंगूसिंह रावत ने जोबट में कही। वे पेसा एक्ट मध्यप्रदेश पंचायत उपबंध अनुसूचित क्षेत्रों में विस्तार अधिनियम 2022 के तहत, बनी समितियों, ग्राम सभा के अध्यक्ष शांति एवं वाद निवारण समिति के सदस्य, ग्राम पंचायत सरपंच, पेसा मोबिलाइजर के साथ सामुदायिक भवन में पेसा क्रियान्वयन की समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा यह एक्ट हमें कई अधिकार देता है। हमारे गांव के जल, जंगल जमीन, गौण खनिजों, लघु वनोपज, तालाबों पर मछली पालन करना छोटे-छोटे पोखरा जल प्रबंधन करना ग्राम सभा का अधिकार, शांति निवारण निवारण समिति के माध्यम से समाज में छोटे-छोटे अपराधों को स्थानीय स्तर पर ही सुलझाए जा रहे हैं। साहुकारिता पर नियंत्रण से संबंधित पैसा नियम में प्रावधान किए हैं। वह सारे जमीनी स्तर पर ठीक तरीके से लागू कर क्रियान्वित हो और आने वाले समय में हमारे जिले में पेसा को लेकर कोई भ्रांतियां न रहें, पेसा नियम के विस्तार से प्रावधानों के बारे में जानकारी दी। पेसा जिला समन्वयक प्रवीण चौहान ने बताया आलीराजपुर जिले की कई ग्राम सभाओं द्वारा महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। जिसमें विदेशी शराब पर प्रतिबंध, धर्मांतरण, धर्मांतरण कर जनजाति समाज की जमीन को हड़प लिया जाता था उसको लेकर भी ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित हुए। शादी विवाह में जनजातीय समाज में करीब 5 से 6 डीजे लाए जाते थे जिससे आ...

मध्य प्रदेश में आज से पेसा एक्ट लागू : आने वाला समय और उज्ज्वल होगा

शहडोल. मध्य प्रदेश में आज से पेसा एक्ट लागू हो गया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज शहडोल में जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर नियमावली का विमोचन कर पेसा एक्ट लागू किया. महामहिम आज शहडोल में जनजातीय गौरव दिवस समारोह में शामिल हुईं. ये एक्ट मध्य प्रदेश में आदिवासियों को जल जंगल जमीन पर हक दिलाने के लिए पेसा कानून लागू हो गया है. राष्ट्रपति ने आदिवासी समाज के विकास में रानी दुर्गावती से लेकर पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी तक को याद किया. अपने भाषण में महामहिम ने कहा -आज यहाँ आने से पहले भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली जाने का मौक़ा मिला.आज मंगलवार के दिन सब मंगलमय हो गया.आज यहां जनजातीय वर्ग के सभी भाई बहन आए हैं.इतने व्यापक स्तर पर लोगों को जोड़ना एक अनुकरणीय पहल है.प्रदेश में डेढ़ करोड़ की आबादी आदिवासियों की है.आज के इस आयोजन के लिए मैं राज्यपाल और CM शिवराज जी को बधाई देती हूं. रानी दुर्गावती और अटल बिहारी वाजपेयी को नमन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा जनजातीय वर्ग के लोगों के लिए नया पेसा क़ानून प्रभावशाली होगा. उन्होंने पूर्व PM अटल बिहारी वाजपेई को याद किया. मंच से राष्ट्रपति मुर्मू बोलीं कि अटल बिहारी वाजपेई जी ने ही जनजातीय मंत्रालय का गठन किया था. महाकौशल आयीं राष्ट्रपति ने रानी दुर्गावती को भी याद किया. वो बोलीं रानी ने 16वीं सदी में अपना बलिदान दिया था. जनजातीय समुदाय के नायकों का इतिहास संजोने सरकार का प्रयास सराहनीय है. ये भी पढ़ें-2023 में आदिवासी सीटों का अंतर कम कर पाएगी बीजेपी? क्या हैं राष्ट्रपति के शहडोल दौरे के सियासी मायने ? आदिवासी समाज के विकास के लिए सबका सहयोग जरूरी कार्यक्रम में राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने कहा-भगवान बिरसा मुंडा को नमन करता हू...

मध्य प्रदेश में आज से पेसा एक्ट लागू : आने वाला समय और उज्ज्वल होगा

शहडोल. मध्य प्रदेश में आज से पेसा एक्ट लागू हो गया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज शहडोल में जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर नियमावली का विमोचन कर पेसा एक्ट लागू किया. महामहिम आज शहडोल में जनजातीय गौरव दिवस समारोह में शामिल हुईं. ये एक्ट मध्य प्रदेश में आदिवासियों को जल जंगल जमीन पर हक दिलाने के लिए पेसा कानून लागू हो गया है. राष्ट्रपति ने आदिवासी समाज के विकास में रानी दुर्गावती से लेकर पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी तक को याद किया. अपने भाषण में महामहिम ने कहा -आज यहाँ आने से पहले भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली जाने का मौक़ा मिला.आज मंगलवार के दिन सब मंगलमय हो गया.आज यहां जनजातीय वर्ग के सभी भाई बहन आए हैं.इतने व्यापक स्तर पर लोगों को जोड़ना एक अनुकरणीय पहल है.प्रदेश में डेढ़ करोड़ की आबादी आदिवासियों की है.आज के इस आयोजन के लिए मैं राज्यपाल और CM शिवराज जी को बधाई देती हूं. रानी दुर्गावती और अटल बिहारी वाजपेयी को नमन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा जनजातीय वर्ग के लोगों के लिए नया पेसा क़ानून प्रभावशाली होगा. उन्होंने पूर्व PM अटल बिहारी वाजपेई को याद किया. मंच से राष्ट्रपति मुर्मू बोलीं कि अटल बिहारी वाजपेई जी ने ही जनजातीय मंत्रालय का गठन किया था. महाकौशल आयीं राष्ट्रपति ने रानी दुर्गावती को भी याद किया. वो बोलीं रानी ने 16वीं सदी में अपना बलिदान दिया था. जनजातीय समुदाय के नायकों का इतिहास संजोने सरकार का प्रयास सराहनीय है. ये भी पढ़ें-2023 में आदिवासी सीटों का अंतर कम कर पाएगी बीजेपी? क्या हैं राष्ट्रपति के शहडोल दौरे के सियासी मायने ? आदिवासी समाज के विकास के लिए सबका सहयोग जरूरी कार्यक्रम में राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने कहा-भगवान बिरसा मुंडा को नमन करता हू...

पेसा एक्ट जनजातीय समाज के हक, संस्कृति, सभ्यता और रीति रिवाज का संरक्षण करता है

पेसा कानून हमारे जनजाति समाज के लिए एक वरदान है। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने मध्यप्रदेश में पेसा नियम लाकर जनजाति समाज को सशक्त बनाने के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया है। पेसा एक्ट में जनजातीय समाज के हक अधिकार और संस्कृति, सभ्यता, रीति रिवाज, रूडी प्रथाएं का संरक्षण करता है। यह बात राज्यपाल के विधि सलाहकार जनजाति प्रकोष्ठ के भंगूसिंह रावत ने जोबट में कही। वे पेसा एक्ट मध्यप्रदेश पंचायत उपबंध अनुसूचित क्षेत्रों में विस्तार अधिनियम 2022 के तहत, बनी समितियों, ग्राम सभा के अध्यक्ष शांति एवं वाद निवारण समिति के सदस्य, ग्राम पंचायत सरपंच, पेसा मोबिलाइजर के साथ सामुदायिक भवन में पेसा क्रियान्वयन की समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा यह एक्ट हमें कई अधिकार देता है। हमारे गांव के जल, जंगल जमीन, गौण खनिजों, लघु वनोपज, तालाबों पर मछली पालन करना छोटे-छोटे पोखरा जल प्रबंधन करना ग्राम सभा का अधिकार, शांति निवारण निवारण समिति के माध्यम से समाज में छोटे-छोटे अपराधों को स्थानीय स्तर पर ही सुलझाए जा रहे हैं। साहुकारिता पर नियंत्रण से संबंधित पैसा नियम में प्रावधान किए हैं। वह सारे जमीनी स्तर पर ठीक तरीके से लागू कर क्रियान्वित हो और आने वाले समय में हमारे जिले में पेसा को लेकर कोई भ्रांतियां न रहें, पेसा नियम के विस्तार से प्रावधानों के बारे में जानकारी दी। पेसा जिला समन्वयक प्रवीण चौहान ने बताया आलीराजपुर जिले की कई ग्राम सभाओं द्वारा महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। जिसमें विदेशी शराब पर प्रतिबंध, धर्मांतरण, धर्मांतरण कर जनजाति समाज की जमीन को हड़प लिया जाता था उसको लेकर भी ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित हुए। शादी विवाह में जनजातीय समाज में करीब 5 से 6 डीजे लाए जाते थे जिससे आ...

एमपी में पेसा एक्ट की जानकारी जनजातीय वर्ग तक सरल भाषा में पहुँचाये – : : MPPOST

Story Highlights • मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के जनजातीय भाई-बहनों के हित में पेसा नियम लागू किए गए हैं। यह एक महत्वपूर्ण सामाजिक परिवर्तन है। सरकारी अधिकारी और अन्य सभी वर्ग मिल कर इसे सफल बनाएँ। सामाजिक समरसता के साथ पेसा एक्ट के प्रावधान जमीन पर उतारे जाएँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज आर.सी.वी.पी नरोन्हा प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी, भोपाल में मध्यप्रदेश पंचायत उपबंध, (अनुसूचित क्षेत्रों पर विस्तार) नियम 2022 पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला का शुभारंभ कर रहे थे। 89 विकासखंडों के ग्रामों में लागू पेसा एक्ट को समझाने पहुँचेंगे मास्टर्स ट्रेनर्स प्रशासन अकादमी में पेसा एक्ट पर हुई राज्य स्तरीय कार्यशाला मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के जनजातीय भाई-बहनों के हित में पेसा नियम लागू किए गए हैं। यह एक महत्वपूर्ण सामाजिक परिवर्तन है। सरकारी अधिकारी और अन्य सभी वर्ग मिल कर इसे सफल बनाएँ। सामाजिक समरसता के साथ पेसा एक्ट के प्रावधान जमीन पर उतारे जाएँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज आर.सी.वी.पी नरोन्हा प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी, भोपाल में मध्यप्रदेश पंचायत उपबंध, (अनुसूचित क्षेत्रों पर विस्तार) नियम 2022 पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला का शुभारंभ कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पेसा एक्ट कोई कर्मकांड नहीं, इससे जनजातीय वर्ग का जीवन बदलेगा। जनजातीय वर्ग को पेसा एक्ट सरल भाषा में समझाया जाए। राज्य स्तरीय कार्यशाला के बाद प्रदेश के 89 विकासखंडों के ग्रामों में लागू पेसा एक्ट को समझाने के लिए मास्टर्स ट्रेनर्स भी जिलों में पहुँचेंगे। इसके लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम निर्धारित कर लिया गया है। का...