पीरियड में दवा खाना चाहिए कि नहीं

  1. पीरियड में नहाना चाहिए या नहीं
  2. पीरियड्स में क्या नहीं करना चाहिए
  3. जानें बेहतर हेल्थ के लिए पीरियड में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं
  4. पीरियड में खट्टा क्यों नहीं खाना चाहिए
  5. पीरियड में चावल खाना चाहिए या नहीं / पीरियड में नहाना चाहिए या नहीं
  6. पीरियड में दवा खाना चाहिए या नहीं


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पीरियड में नहाना चाहिए या नहीं

[responsivevoice_button voice="Hindi Female" buttontext="सुनने के लिए"] नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप? तो आज हम बात करेंगे एक बहुत ही महत्वपूर्ण बात के बारे में कि पीरियड्स में नहाना चाहिए या नहीं। हम सब जानते हैं कि,हर महिला, हर औरत, हर लड़की को पीरियड्स, माहवारी जिसे हम कहते हैं उस दौर से गुजर ना ही पड़ता है। जब हम किशोरावस्था में प्रवेश करते हैं, तब हम लड़कियों को पीरियड शुरू हो जाते हैं। इनकी औसतन उम्र लगभग 11 से 15 साल तक होती है। भारत के कई हिस्सों में माहवारी चक्र का आना अशुभ माना जाता है। बहुत सारी गलत धारणाएं हैं जो कि गलत है और इनकी वजह से महिलाओं को तकलीफ़ होती है और शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है। किशोरावस्था में प्रवेश करने के बाद हमारे शरीर में बहुत सारे बदलाव होते हैं। हमारे शरीर में नए प्रकार के पीरियड्स से जुड़ी कुछ मिथक बातें दोस्तों, जैसे कि मैंने कहा कि पीरियड्स के बारे में बहुत सारी गलतफहमी है जो पुराने जमाने से चलती आ रही है और हम हमारी नानी दादी से सुनते आ रहे हैं कि पीरियड में यह नहीं करना चाहिए, वह नहीं करना चाहिए,अलग से बैठना चाहिए,पूजा नहीं करनी चाहिए। तो यह सब बातों पर आज हम यहां चर्चा जरूर करेंगे। • पीरियड्स में अलग बैठना- यह एक बहुत ही पुरानी आम बात है, पुरानी आदत है कि हमें आज भी पीरियड शुरू होते हैं तो हमें अलग से बिठाया जाता है,हम किसी चीज को छू नहीं सकते, हमारा खाना अलग से हमें दिया जाता है, हम एक ही जगह पर बैठे रहते हैं। हम पूजा नहीं कर सकते, हम कुछ शुभ कार्य में हिस्सा नहीं ले सकते। यह जो पुराने जमाने की धारणा है वह गलत है, क्योंकि जब भी हम एक ही जगह पर बैठे रहते हैं चार पांच दिनों तक तो हमारा शरीर ऐंठ जाता है और पीरियड्स में वैसे भी हमें...

पीरियड्स में क्या नहीं करना चाहिए

• • • • • • • • • • पीरियड के दौरान शारीरिक संबंध आयुर्वेद के अनुसार माहवारी के दौरान महिलाओं को शारीरिक सम्बन्ध बनाने से बचना चाहिए | कुछ हेल्थ एक्सपर्ट्स का ये भी मानना है कि इससे महिलाओं में शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं | इसके साथ ही आयुर्वेद का ये भी मानना है कि सम्बन्ध बनाने में मौसम का ध्यान रखना चाहिए | सर्दियों में शरीर की क्षमता सबसे अधिक होती है इसलिए उस मौसम में रोजाना सम्बन्ध बनाया जा सकता है जबकि गर्मियों में और मानसून में संयमित रूप से सम्बन्ध बनाना चाहिए | मासिक धर्म अवस्था के दौरान सम्बन्ध बनाने से संक्रमण का खतरा बहुत अधिक बढ़ जाता है | इस अवस्था में बहुत से गंभीर बिमारियों का खतरा रहता है | अगर आप प्रेगनेंसी नहीं चाहते तो भी आपको इस अवस्था में सम्बन्ध बनाने से बचना चाहिए | हालंकि गर्भ ठहरने की सबसे अधिक सम्भावना ओवुलेशन पीरियड के दौरान रहती है लेकिन फिर भी महिलाओं में मासिक धर्म चक्र बदलता रहता है जिसकी वजह से इसकी सम्भावना बढ़ जाती है | आयुर्वेद के अनुसार पीरियड्स में सम्बन्ध नहीं बनाने चाहिए लेकिन दूसरे हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार इस अवस्था में अधिक आनंद की अनुभूति की जा सकती है | बी बी सी के एक लेख के अनुसार महिलाओं ने इस अवस्था में सम्बन्ध बनाने को सहज माना हैं और लोगों को इसमें कोई परेशानी नहीं हुई | ( इसमें सम्बन्ध बनाने से बहुत से स्वास्थ्य लाभ भी बताए गए हैं जो कि सामान्यत सम्बन्ध बनाने से भी होते हैं | केवल मासिक धर्म चक्र का छोटा होना और पीरियड्स में होने वाले दर्द से राहत इसके दो ऐसे फायदे हैं जो पीरियड्स की अवस्था में सम्बन्ध बनाने से होते हैं | हमारी राय यही है कि आप इस अवस्था में इससे बचे अन्यथा सुरक्षा का इस्तेमाल करें | पीरियड्स में क्या नहीं...

जानें बेहतर हेल्थ के लिए पीरियड में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं

इस आर्टिकल में हम आपको यह बताएंगे। कि पीरियड प्रॉब्लम में हमें क्या खाना चाहिए क्या नहीं और क्या करना चाहिए और क्या नहीं। लेडीजो को पीरियड मंथली प्रॉब्लम होती है। यह प्रॉब्लम होने से लेडीस हो की काम करने की क्षमता भी कम हो जाती है। और उन्हें अनेक प्रकार के पेन होने लगते हैं। इस समय पर लेडीस के कमर में, पेट में, और सिर में, और बॉडी पेन होना शुरू हो जाता है Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • भूतकाल मे महिलाओं को पीरियड के समय पूजा पाठ करने की इजाजत नहीं दी जाती थी। और महिलाओं को इस समय महिलाओं को मंदिर में जाने की इजाजत भी नहीं दी जाती थी। पीरियड शुरू होने से पहले लड़कियों की हाइट बढ़ती है। लेकिन पीरियड शुरू होने के बाद लड़कियो की हाइट 1-2 इंच ही बढ़ती है पीरियड के समय हमें क्या खाना चाहिए अब हम आपको बताना चाहते हैं कि 1. पत्तेदार सब्जियां पीरियड के समय ब्लडिंग होने के कारण महिलाओं के शरीर में खून की कमी होने लगती है। और खून की कमी होने से शरीर में आयरन की भी कमी हो जाती है। आयरन की कमी होने के कारण शरीर सुस्त हो जाता है। कई लोगों का कहना है कि अगर कोई महिला सुस्त रहती है। तो उन महिलाओं को अधिक दर्द महसूस होता है। इसलिए उन महिलाओं को डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियां खाने चाहिए। क्योंकि हरी पत्तेदार सब्जियों में अधिक आयरन पाया जाता है। हरी सब्जी का सेवन करने से हमारे पीरियड प्रॉब्लम में पेन कम होता है। महिलाओं को पीरियड में ब्लीडिंग ज्यादा होती है इसी कारण महिलाओं को डॉक्टर के जाना पड़ता है और डॉक्टर भी यही सलाह देते हैं कि हरी सब्जी खाओ क्योंकि हरी सब्जी में ज्यादा से ज्यादा आयरन पाया जाता है। और हमारे शरीर में आयरन की कमी होने के कारण वह सब्जी हमारे आयरन को पूरा कर...

पीरियड में खट्टा क्यों नहीं खाना चाहिए

पीरियडमें चावल खाना चाहिए या नहीं / पीरियड में नहाना चाहिए या नहीं – पीरियड के दौरान महिलाओं को काफी सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं. पीरियड के दौरान महिलाओं में पेट दर्द, पेट में सुजन, मुड स्विंग, भारीपन आदि परेशानी उत्पन्न हो जाती हैं. आमतौर पर लडकियों में 13 से 14 वर्ष की उम्र के बाद पीरियड आना शुरू हो जाता हैं. यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया हैं. जो लगभग महिलाओं में 45 से 50 वर्ष की उम्र तक बंध हो जाती हैं. आज का हमारा टॉपिक पीरियड से संबंधित है. जिसमें हम आपको पीरियड से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान करेगे. इसलिए हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े. दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की पीरियड में चावल खाना चाहिए या नहीं तथा पीरियड में नहाना चाहिए या नहीं. इसके अलावा इस टॉपिक से संबंधित अन्य और भी जानकारी प्रदान करेगे. तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं. अनुक्रम • पीरियड में चावल खाना चाहिए या नहीं • पीरियड में नहाना चाहिए या नहीं • पीरियड में खट्टा खाना चाहिए या नहीं • पीरियड में नींबू पानी पीना चाहिए • पीरियड में आम खाना चाहिए या नहीं • पीरियड में दवा खाने से क्या नुकसान होता है / पीरियड में दवा खाना चाहिए कि नहीं • निष्कर्ष पीरियड में चावल खाना चाहिए या नहीं जी हां, आप पीरियड में चावल खा सकते हैं. अगर आपको पीरियड के दौरान दर्द हो रहा है. तो दुपहर के भोजन में चावल के साथ दही का सेवन करना चाहिए. चावल में मैग्नीशियम तथा दही में कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता हैं. जो आपके पीरियड के दौरान होने वाले दर्द को काफी कम करेगा. इसलिए पीरियड में आप चावल खा सकते हैं. इपिलखानेकेकितनेदिनबादपीरियडआताहै/इपिलखानेकेबादब्लीडिं...

पीरियड में चावल खाना चाहिए या नहीं / पीरियड में नहाना चाहिए या नहीं

पीरियड में चावल खाना चाहिए या नहीं / पीरियड में नहाना चाहिए या नहीं –पीरियड के दौरान महिलाओं को काफी सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं. पीरियड के दौरान महिलाओं में पेट दर्द, पेट में सुजन, मुड स्विंग, भारीपन आदि परेशानी उत्पन्न हो जाती हैं. आमतौर पर लडकियों में 13 से 14 वर्ष की उम्र के बाद पीरियड आना शुरू हो जाता हैं. यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया हैं. जो लगभग महिलाओं में 45 से 50 वर्ष की उम्र तक बंध हो जाती हैं. आज का हमारा टॉपिक पीरियड से संबंधित है. जिसमें हम आपको पीरियड से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान करेगे. इसलिए हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े. दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की पीरियड में चावल खाना चाहिए या नहीं तथा पीरियड में नहाना चाहिए या नहीं . इसके अलावा इस टॉपिक से संबंधित अन्य और भी जानकारी प्रदान करेगे. तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं. अनुक्रम • • • • • • • पीरियड में चावल खाना चाहिए या नहीं जी हां, आप पीरियड में चावल खा सकते हैं. अगर आपको पीरियड के दौरान दर्द हो रहा है. तो दुपहर के भोजन में चावल के साथ दही का सेवन करना चाहिए. चावल में मैग्नीशियम तथा दही में कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता हैं. जो आपके पीरियड के दौरान होने वाले दर्द को काफी कम करेगा. इसलिए पीरियड में आप चावल खा सकते हैं. इ पिल खाने के कितने दिन बाद पीरियड आता है / इ पिल खाने के बाद ब्लीडिंग इन हिंदी पीरियड में नहाना चाहिए या नहीं जी हां, पीरियड में नहाना चाहिए. पीरियड के दौरान शरीर की साफ-सफाई पर अधिक ध्यान देना चाहिए. अगर आप पीरियड में नहीं नहाते हैं. तो संक्रमण का खतरा और अधिक बढ़ सकता हैं. तथा आप अन्य बीमारी के शिकार बन स...

पीरियड में दवा खाना चाहिए या नहीं

1 / 2 पीरियड्स के दौरान अकसर महिलाओं को दर्द का सामना करना पड़ता है। ऐसे में कई महिलाएं इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए दर्द निवारक दवाओं काइस्तेमाल करती हैं। कई बार तो स्थिति इतनी खराब होती है कि महिलाओं को करीब सातों दिन इन गोलियों का सेवन करना पड़ता है। मायो क्लिनिक के गेस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डॉक्टर साहिल खन्ना के अनुसार हर महीने इस दर्द से निजात पाने के लिएदर्द निवारक दवाओं के इस्तेमाल से पेट का अलसर, एसिड रिफ्लक्स और पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। पेट के अलसर का महीनों और सालों तक पता नहीं चलता है जब कि ये आंतों में ब्लीडिंग नहीं होती और मरीज के स्टूल के जरिए बाहर नहीं आती । यह बदुत ही खतरनाक वाली परिस्थिति हो जाती है।एक्सपर्ट की मानें तो पीरियड्स के दर्द से निजात पाने के लिए महिलाओं को प्राकृतिक तरीकों की तरफ जाना चाहिए। आगे पढ़ें और क्या-क्या नुकसान है पैन किलर्स के पीरियड्स में हर महीने लेती हैं दर्द निवारक दवाएं तो जाएं सावधान 2 / 2 डॉक्टर खन्ना की मानें तो लगातार दो दिन दर्द निवारक दवाएं खाना बहुत ही जोखिम भरा हो सकती है और खासकर ये हर दिन और हर महीने एक के बाद एक खाई जा रही हों तो हेल्थ समस्याओं का कारण बन सकती हैं। इससे उन मरीजों को और भी खतरा होता है जो ब्रूफिन और एस्प्रिन पहले से ले रहे हों। इससे बचने के लिए पीरियड्स के दौरान महिलाएं प्राचीन चाइनीस मसाज या फिर हॉट वॉटर की तऱफ जा सकते हैं। Shubhangi Guptaलाइव हिंदुस्तान,नई दिल्ली Thu, 16 Jun 2022 10:12 AM मासिक धर्म यानी पीरियड्स वह समय है जब महिलाएं काफी असहज महसूस करती हैं। इन दिनोंदर्द और सुस्‍ती पूरी तरह से उन्हेंघेर लेतीहै। ऐसे में मूड स्विंग्स और चिड़चिड़ापन होना आम बात है। हर किसी के साथ अलग ही परिस्थित...