पीरियड टाइम से पहले आना

  1. पीरियड्स के दिनों में दर्द क्यों होता है जानें मुख्य कारण
  2. मासिक धर्म (पीरियड्स) के समय होने वाले दर्द का घरेलू इलाज
  3. stop early menopause with healthy diet eat these foods for preventinf early menopause
  4. पीरियड्स मिस होने से पहले प्रेगनेंसी के लक्षण
  5. Period Blues: क्या होता है PMS, समय से पहले पीरियड आना क्या एक समस्या है, जानिए सब कुछ यहां
  6. Period Blues: क्या होता है PMS, समय से पहले पीरियड आना क्या एक समस्या है, जानिए सब कुछ यहां
  7. मासिक धर्म (पीरियड्स) के समय होने वाले दर्द का घरेलू इलाज
  8. stop early menopause with healthy diet eat these foods for preventinf early menopause
  9. पीरियड्स के दिनों में दर्द क्यों होता है जानें मुख्य कारण
  10. पीरियड्स मिस होने से पहले प्रेगनेंसी के लक्षण


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पीरियड्स के दिनों में दर्द क्यों होता है जानें मुख्य कारण

Period Me Pain Kyu Hota Hai In Hindi पीरियड्स या मासिक धर्म के दिनों में महिलाओं को पेट के निचले भाग में दर्द होता है इसे मेंस्ट्रुअल क्रैम्प्स कहते हैं। यह दर्द पीरियड्स के आने से पहले और उसके दौरान कई महिलाओं को प्रभावित करता है। इस लेख में आप पीरियड्स के दिनों में दर्द होने के कारण, लक्षण, जांच, इलाज और घरेलू उपचार के बारे में जानेगें। दर्दनाक मासिक धर्म, जिसे डिसमोनोरिया (dysmenorrhea) या पीरियड दर्द के रूप में भी जाना जाता है, धीमे या कम तीव्र दर्द से लेकर बहुत कष्टप्रद और गंभीर भी हो सकता है। मासिक धर्म की ऐंठन ओव्यूलेशन के बाद शुरू होती है जब अंडाशय से अंडा छोड़ा जाता है और वह फैलोपियन ट्यूब में जाता है तो दर्द पेट के निचले हिस्से में होता है। यह आमतौर पर मासिक धर्म से 1 से 2 दिन पहले शुरू होता है और 2 से 4 दिनों तक रहता है। जानें पीरियड्स के दिनों में दर्द का मुख्य कारण क्या होता है। दर्दनाक मासिक धर्म के प्रकार – Types of menstrual cramps in Hindi प्राथमिक डिसमोनोरिया – ( primary dysmenorrhea) जब दर्द सिर्फ मासिक धर्म के कारण होता है इसे प्राथमिक डिसमोनोरिया के रूप में जाना जाता है। माध्यमिक डिसमोनोरिया ( secondary dysmenorrhea) यदि क्रैम्पिंग दर्द एक चिकित्सा समस्या के कारण होता है जैसे की एंडोमेट्रोसिस, (और पढ़े – पीरियड्स में दर्द के कारण – Painful menstruation Causes in Hindi मासिक धर्म में होने वाले दर्द का कोई पहचाना जाने वाला मुख्य कारण नहीं है। लेकिन कुछ महिलाओं में इसका जोखिम ज्यादा होता है अगर वे नीचे दिए हुए कारणों में शामिल हैं: • 20 साल से कम उम्र के होने पर • पारिवारिक इतिहास या family history • • • • • 11 साल से पहले युवावस्था तक पहुंचना प्रोस्टाग्लै...

मासिक धर्म (पीरियड्स) के समय होने वाले दर्द का घरेलू इलाज

पीरियड्स यानी मासिक धर्म एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिससे हर महिला को गुजरना पड़ता है। वहीं पीरियड्स के दौरान दर्द की समस्या भी आम मानी जाती है। ऐसे में कई बार महिलाएं इसके लिए दर्द निवारक दवाइयों का उपयोग करती है, जो सेहत पर हानिकारक प्रभाव डाल सकती हैं। ऐसे में स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम पीरियड में पेट दर्द का घरेलू इलाज लेकर आए है जो असरदार होने के साथ सुरक्षित भी हैं। इसके अलावा हम बताएंगे माहवारी के समय पेट में दर्द के कारण, लक्षण के साथ डॉक्टरी सलाह के बारे में। आगे पढ़ें माहवारी के समय पेट में दर्द क्या है जानने के बाद पीरियड में दर्द क्यों होता है। पीरियड्स के दर्द का कारण – Cause of Period Pain in Hindi जैसा कि हमने लेख में बताया कि मासिक धर्म के समय दर्द को दो भागों में बांटा गया है, प्राइमरी और सेकेंडरी डिसमेनोरिया। यहां हम इसी आधार पर पीरियड के समय दर्द के कारण की चर्चा कर रहे हैं ( • प्राइमरी डिसमेनोरिया – इसके दर्द का कारण आमतौर पर शरीर में प्रोस्टाग्लैंडीन की अधिकता को माना जाता है। प्रोस्टाग्लैंडीन गर्भाशय द्वारा निर्मित रासायनिक कंपाउंड होता है, जो हार्मोन की तरह काम करता है। ये गर्भाशय की हालांकि ये दर्द पीरियड से एक या दो दिन पहले शुरू होकर कुछ दिनों तक रहता है। वहीं कुछ महिलाओं में यह अधिक समय तक भी रह सकता है। आमतौर पर पीरियड्स के शुरुआती दौर में इस तरह का दर्द होता है। इसके बाद जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है दर्द कम होते जाता है। वहीं बच्चे को जन्म देने के बाद कई बार ये दर्द ठीक भी हो सकता है। • सेकेंडरी डिसमेनोरिया – इस तरह के दर्द का कारण गर्भाशय या अन्य प्रजनन अंगों से जुड़ी समस्याओं को माना जा सकता है। उदाहरण के लिए, एंडोमेट्रियोसिस, जिसमें एंडोमेट्रियल...

stop early menopause with healthy diet eat these foods for preventinf early menopause

मेनोपॉज महिलाओं के बॉडी की एक स्टेज है। जिसमे आने के बाद पीरियड्स आना बंद हो जाते हैं। मेनोपॉज की एवरेज उम्र 51 के करीब मानी जाती है। लेकिन आजकल की लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से बहुत सारी महिलाएं Early Menopause की समस्या से गुजर रही हैं। उन्हें उम्र के पहले ही कभी 40 को कभी 42 की उम्र में भी पीरियड्स आना बंद हो जाते हैं। समय से पहले पीरियड्स के बंद हो जाने की वजह से महिलाओं को काफी सारी हेल्थ प्रॉब्लम का सामना करना पड़ता है। Early Manopause से होती हैं ये हेल्थ प्रॉब्लम -40-45 की उम्र के बीच पीरियड्स बंद हो जाने की वजह से महिलाएं केवल मां बनने के सुख से वंचित ही नहीं रह जाती बल्कि उनको इन सारी हेल्थ समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है। -जल्दी पीरियड्स बंद हो जाने की वजह से महिलाओं की हड्डियां कमजोर होना शुरू हो जाती हैं। -वहीं अर्ली मेनोपॉज महिलाओं में दिल की बीमारी का जोखिम बढ़ा देता है। -इसके अलावा मेनोपॉज की वजह से हॉट फ्लैश, बॉडी का कभी ठंडा और गर्म होने जैसी समस्याएं होने लगती है। -सेक्स की इच्छा में कमी। -महिलाएं जल्दी डिप्रेशन और स्ट्रेस का शिकार हो जाती हैं। -वजन बढ़ना शुरू हो जाता है। -एस्ट्रोजन हार्मोंस की कमी होने लगती है। -मूड स्विंग, चिड़चिड़ाहट, मेमोरी लॉस जैसी समस्या घेरने लगती है। सही डाइट से रोकें Early Menopause -उम्र से पहले पीरियड बंद ना हो इसके लिए जरूरी है कि 40 की उम्र तक पहुंचने के साथ ही खानपान पर पूरी तरह से ध्यान दिया जाए। रिसर्च में पता चला है कि इन सारे फूड्स को अपनी डेली डाइट में जरूर शामिल करें। -डाइट में रोजाना ऑयली फिश खाना फायदेमंद है। इसमे मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड एंटीआक्सीडेंट बनाता है। जिससे मेनोपॉज को जल्दी ना होने में मदद मिलती है। -ब...

पीरियड्स मिस होने से पहले प्रेगनेंसी के लक्षण

महिलाओं में प्रेगनेंसी के प्रारंभिक लक्षणों या संकेत में सबसे अहम होता है (और पढ़ें : myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को सेक्स समस्याओं के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं। प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन की मात्रा बहुत तेजी से बढ़ने लगती है और इस कारण आंत में कसाव होने लगता है और आंत की गतिविधि धीमी हो जाती है। इस कारण (और पढ़ें : myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Kesh Art Hair Oil बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने 1 लाख से अधिक लोगों को बालों से जुड़ी कई समस्याओं (बालों का झड़ना, सफेद बाल और डैंड्रफ) के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।

Period Blues: क्या होता है PMS, समय से पहले पीरियड आना क्या एक समस्या है, जानिए सब कुछ यहां

डीएनए हिंदी: पीरियड्स (Periods) से जुड़ी कई तरह की समस्याएं लड़कियों के सामने आती रहती हैं,कभी समय से पहले पीरियड आना तो कभी पीरियड्स देर से आना, कई बार अचानक मेंस बंद हो जाना. PMS या प्री मेन्स्ट्रूअल सिंड्रोम शारीरिक,भावनात्मक और व्यवहारिक लक्षणों का एक ऐसा समूह है जो महिला की मेंस्ट्रुअल साइकिल शुरू होने से पहले होता है. मतलब पीरियड्स की डेट (Periods Dates) से एक या दो हफ्ते पहले होता है. समय से पहले पीरियड्स होने से शरीर में कई बदलाव नजर आने लगते हैं. प्री मेन्स्ट्रूअल लक्षण हर महिला के लिए अलग होते हैं. कुछ महिलाओं को हल्का या ना के बराबर परेशानी होती है और किसी किसी को बहुत ज्यादा दिक्कत होती है. जैसे स्तनों का हल्का टेंडर होना या पीरियड के समय तक मीठा खाने की इच्छा होना लेकिन कुछ महिलाएं कई तरह के शारीरिक बदलाव जैसे कि टेंडर ब्रैस्ट,ब्लोटिंग (पेट फूलना),थकान, कुछ व्यवहारिक और भावनात्मक बदलाव जैसे बहुत मूड स्विंग होना, चिड़चिड़ापन महसूस करती हैं. पीरियड ही की तरह, PMS भी महिलाओं की मेन्स्ट्रूअल साइकिल का आम हिस्सा है. यह भी पढ़ें- लक्षण (Symptoms of PMS) इसमें आम पीरियड जैसे लक्षण ही दिखाई देते हैं. पेट में दर्द होना, पेट फूल जाना, वोमेटिंग होना ब्लोटिंग, थकान, जोड़ों में दर्द, भूख ना लगना,मुहांसे, बेसमय सोना, तनाव और चिड़चिड़ापन आदि पीएमएस के कारण (Causes of PMS) कुछ रिसर्च के अनुसार आपकी मेन्स्ट्रूअल साइकिल के दौरान साइक्लिक हॉर्मोन (Hormones) में जो बदलाव आते हैं उसकी वजह से PMS होता है.डॉक्टर भी इसके कुछ खास कारण बता नहीं पाते हैं. हॉर्मोन और सिरोटोनिन के बीच जो क्रिया होती है उसकी वजह से आपका दिमाग एक तरह का रसायन (केमिकल) बनाता है जो आपके मूड के लिए जिम्मेदार हो...

Period Blues: क्या होता है PMS, समय से पहले पीरियड आना क्या एक समस्या है, जानिए सब कुछ यहां

डीएनए हिंदी: पीरियड्स (Periods) से जुड़ी कई तरह की समस्याएं लड़कियों के सामने आती रहती हैं,कभी समय से पहले पीरियड आना तो कभी पीरियड्स देर से आना, कई बार अचानक मेंस बंद हो जाना. PMS या प्री मेन्स्ट्रूअल सिंड्रोम शारीरिक,भावनात्मक और व्यवहारिक लक्षणों का एक ऐसा समूह है जो महिला की मेंस्ट्रुअल साइकिल शुरू होने से पहले होता है. मतलब पीरियड्स की डेट (Periods Dates) से एक या दो हफ्ते पहले होता है. समय से पहले पीरियड्स होने से शरीर में कई बदलाव नजर आने लगते हैं. प्री मेन्स्ट्रूअल लक्षण हर महिला के लिए अलग होते हैं. कुछ महिलाओं को हल्का या ना के बराबर परेशानी होती है और किसी किसी को बहुत ज्यादा दिक्कत होती है. जैसे स्तनों का हल्का टेंडर होना या पीरियड के समय तक मीठा खाने की इच्छा होना लेकिन कुछ महिलाएं कई तरह के शारीरिक बदलाव जैसे कि टेंडर ब्रैस्ट,ब्लोटिंग (पेट फूलना),थकान, कुछ व्यवहारिक और भावनात्मक बदलाव जैसे बहुत मूड स्विंग होना, चिड़चिड़ापन महसूस करती हैं. पीरियड ही की तरह, PMS भी महिलाओं की मेन्स्ट्रूअल साइकिल का आम हिस्सा है. यह भी पढ़ें- लक्षण (Symptoms of PMS) इसमें आम पीरियड जैसे लक्षण ही दिखाई देते हैं. पेट में दर्द होना, पेट फूल जाना, वोमेटिंग होना ब्लोटिंग, थकान, जोड़ों में दर्द, भूख ना लगना,मुहांसे, बेसमय सोना, तनाव और चिड़चिड़ापन आदि पीएमएस के कारण (Causes of PMS) कुछ रिसर्च के अनुसार आपकी मेन्स्ट्रूअल साइकिल के दौरान साइक्लिक हॉर्मोन (Hormones) में जो बदलाव आते हैं उसकी वजह से PMS होता है.डॉक्टर भी इसके कुछ खास कारण बता नहीं पाते हैं. हॉर्मोन और सिरोटोनिन के बीच जो क्रिया होती है उसकी वजह से आपका दिमाग एक तरह का रसायन (केमिकल) बनाता है जो आपके मूड के लिए जिम्मेदार हो...

मासिक धर्म (पीरियड्स) के समय होने वाले दर्द का घरेलू इलाज

पीरियड्स यानी मासिक धर्म एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिससे हर महिला को गुजरना पड़ता है। वहीं पीरियड्स के दौरान दर्द की समस्या भी आम मानी जाती है। ऐसे में कई बार महिलाएं इसके लिए दर्द निवारक दवाइयों का उपयोग करती है, जो सेहत पर हानिकारक प्रभाव डाल सकती हैं। ऐसे में स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम पीरियड में पेट दर्द का घरेलू इलाज लेकर आए है जो असरदार होने के साथ सुरक्षित भी हैं। इसके अलावा हम बताएंगे माहवारी के समय पेट में दर्द के कारण, लक्षण के साथ डॉक्टरी सलाह के बारे में। आगे पढ़ें माहवारी के समय पेट में दर्द क्या है जानने के बाद पीरियड में दर्द क्यों होता है। पीरियड्स के दर्द का कारण – Cause of Period Pain in Hindi जैसा कि हमने लेख में बताया कि मासिक धर्म के समय दर्द को दो भागों में बांटा गया है, प्राइमरी और सेकेंडरी डिसमेनोरिया। यहां हम इसी आधार पर पीरियड के समय दर्द के कारण की चर्चा कर रहे हैं ( • प्राइमरी डिसमेनोरिया – इसके दर्द का कारण आमतौर पर शरीर में प्रोस्टाग्लैंडीन की अधिकता को माना जाता है। प्रोस्टाग्लैंडीन गर्भाशय द्वारा निर्मित रासायनिक कंपाउंड होता है, जो हार्मोन की तरह काम करता है। ये गर्भाशय की हालांकि ये दर्द पीरियड से एक या दो दिन पहले शुरू होकर कुछ दिनों तक रहता है। वहीं कुछ महिलाओं में यह अधिक समय तक भी रह सकता है। आमतौर पर पीरियड्स के शुरुआती दौर में इस तरह का दर्द होता है। इसके बाद जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है दर्द कम होते जाता है। वहीं बच्चे को जन्म देने के बाद कई बार ये दर्द ठीक भी हो सकता है। • सेकेंडरी डिसमेनोरिया – इस तरह के दर्द का कारण गर्भाशय या अन्य प्रजनन अंगों से जुड़ी समस्याओं को माना जा सकता है। उदाहरण के लिए, एंडोमेट्रियोसिस, जिसमें एंडोमेट्रियल...

stop early menopause with healthy diet eat these foods for preventinf early menopause

मेनोपॉज महिलाओं के बॉडी की एक स्टेज है। जिसमे आने के बाद पीरियड्स आना बंद हो जाते हैं। मेनोपॉज की एवरेज उम्र 51 के करीब मानी जाती है। लेकिन आजकल की लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से बहुत सारी महिलाएं Early Menopause की समस्या से गुजर रही हैं। उन्हें उम्र के पहले ही कभी 40 को कभी 42 की उम्र में भी पीरियड्स आना बंद हो जाते हैं। समय से पहले पीरियड्स के बंद हो जाने की वजह से महिलाओं को काफी सारी हेल्थ प्रॉब्लम का सामना करना पड़ता है। Early Manopause से होती हैं ये हेल्थ प्रॉब्लम -40-45 की उम्र के बीच पीरियड्स बंद हो जाने की वजह से महिलाएं केवल मां बनने के सुख से वंचित ही नहीं रह जाती बल्कि उनको इन सारी हेल्थ समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है। -जल्दी पीरियड्स बंद हो जाने की वजह से महिलाओं की हड्डियां कमजोर होना शुरू हो जाती हैं। -वहीं अर्ली मेनोपॉज महिलाओं में दिल की बीमारी का जोखिम बढ़ा देता है। -इसके अलावा मेनोपॉज की वजह से हॉट फ्लैश, बॉडी का कभी ठंडा और गर्म होने जैसी समस्याएं होने लगती है। -सेक्स की इच्छा में कमी। -महिलाएं जल्दी डिप्रेशन और स्ट्रेस का शिकार हो जाती हैं। -वजन बढ़ना शुरू हो जाता है। -एस्ट्रोजन हार्मोंस की कमी होने लगती है। -मूड स्विंग, चिड़चिड़ाहट, मेमोरी लॉस जैसी समस्या घेरने लगती है। सही डाइट से रोकें Early Menopause -उम्र से पहले पीरियड बंद ना हो इसके लिए जरूरी है कि 40 की उम्र तक पहुंचने के साथ ही खानपान पर पूरी तरह से ध्यान दिया जाए। रिसर्च में पता चला है कि इन सारे फूड्स को अपनी डेली डाइट में जरूर शामिल करें। -डाइट में रोजाना ऑयली फिश खाना फायदेमंद है। इसमे मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड एंटीआक्सीडेंट बनाता है। जिससे मेनोपॉज को जल्दी ना होने में मदद मिलती है। -ब...

पीरियड्स के दिनों में दर्द क्यों होता है जानें मुख्य कारण

Period Me Pain Kyu Hota Hai In Hindi पीरियड्स या मासिक धर्म के दिनों में महिलाओं को पेट के निचले भाग में दर्द होता है इसे मेंस्ट्रुअल क्रैम्प्स कहते हैं। यह दर्द पीरियड्स के आने से पहले और उसके दौरान कई महिलाओं को प्रभावित करता है। इस लेख में आप पीरियड्स के दिनों में दर्द होने के कारण, लक्षण, जांच, इलाज और घरेलू उपचार के बारे में जानेगें। दर्दनाक मासिक धर्म, जिसे डिसमोनोरिया (dysmenorrhea) या पीरियड दर्द के रूप में भी जाना जाता है, धीमे या कम तीव्र दर्द से लेकर बहुत कष्टप्रद और गंभीर भी हो सकता है। मासिक धर्म की ऐंठन ओव्यूलेशन के बाद शुरू होती है जब अंडाशय से अंडा छोड़ा जाता है और वह फैलोपियन ट्यूब में जाता है तो दर्द पेट के निचले हिस्से में होता है। यह आमतौर पर मासिक धर्म से 1 से 2 दिन पहले शुरू होता है और 2 से 4 दिनों तक रहता है। जानें पीरियड्स के दिनों में दर्द का मुख्य कारण क्या होता है। दर्दनाक मासिक धर्म के प्रकार – Types of menstrual cramps in Hindi प्राथमिक डिसमोनोरिया – ( primary dysmenorrhea) जब दर्द सिर्फ मासिक धर्म के कारण होता है इसे प्राथमिक डिसमोनोरिया के रूप में जाना जाता है। माध्यमिक डिसमोनोरिया ( secondary dysmenorrhea) यदि क्रैम्पिंग दर्द एक चिकित्सा समस्या के कारण होता है जैसे की एंडोमेट्रोसिस, (और पढ़े – पीरियड्स में दर्द के कारण – Painful menstruation Causes in Hindi मासिक धर्म में होने वाले दर्द का कोई पहचाना जाने वाला मुख्य कारण नहीं है। लेकिन कुछ महिलाओं में इसका जोखिम ज्यादा होता है अगर वे नीचे दिए हुए कारणों में शामिल हैं: • 20 साल से कम उम्र के होने पर • पारिवारिक इतिहास या family history • • • • • 11 साल से पहले युवावस्था तक पहुंचना प्रोस्टाग्लै...

पीरियड्स मिस होने से पहले प्रेगनेंसी के लक्षण

महिलाओं में प्रेगनेंसी के प्रारंभिक लक्षणों या संकेत में सबसे अहम होता है (और पढ़ें : myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को सेक्स समस्याओं के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं। प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन की मात्रा बहुत तेजी से बढ़ने लगती है और इस कारण आंत में कसाव होने लगता है और आंत की गतिविधि धीमी हो जाती है। इस कारण (और पढ़ें : myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Kesh Art Hair Oil बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने 1 लाख से अधिक लोगों को बालों से जुड़ी कई समस्याओं (बालों का झड़ना, सफेद बाल और डैंड्रफ) के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।