Pneumonia kya hota hai

  1. Pneumonia In Hindi
  2. निमोनिया कैसे होता है, जानिए Pneumonia के कारण, लक्षण और इलाज
  3. बायोप्सी क्या है, खर्च, कब, क्यों, कैसे होता है


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Pneumonia In Hindi

• • • • (Pneumonia hindi definition) निमोनिया, फेफड़ों को नुकसान पहुंचाने वाली एक गंभीर बीमारी है। यह रोग आमतौर पर शिशुओं और बुजुर्गों में पाया जाता है। हालांकि, निमोनिया के कुछ प्रकार ऐसे भी हैं जो विभिन्‍न आयु वर्ग को लोगों को भी प्रभावित कर सकते हैं। निमोनिया क्‍या है, निमोनिया के कारण, निमोनिया के लक्षण, निमोनिया के प्रकार और निमोनिया का उपचार जानने के लिए पढ़ें ये लेख। Also Read • • • निमोनिया क्‍या है? निमोनिया एक प्रकार का संक्रमण है, जो आमतौर पर बैक्टीरिया, वायरस या फंगी के कारण हो सकता है। निमोनिया से एक या दोनों फेफड़ों में सूजन व लालिमा हो जाती है और जिससे सांस लेने की प्रक्रिया प्रभावित हो जाती है। फेफड़ों में बुलबुले की आकृति जैसी छोटी-छोटी थैलियां होती हैं, जिन्हें एल्वियोली कहा जाता है। ऑक्सीजन को रक्त में मिलाना और कार्बनडाइऑक्साइड को शरीर से बाहर निकालना एल्वियोली का काम होता है। निमोनिया के दौरान इन थैलियों में सूजन व उनमें पस या अन्य द्रव भर जाता है, जिससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है। निमोनिया किसी को भी हो सकता है, हालांकि, यह प्रमुख रूप से छोटे बच्चों व वृद्ध लोगों में देखा जाता है क्योंकि उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है। कुछ लोगों को निमोनिया से गंभीर लक्षण नहीं होते जबकि अन्य को आपात स्थिति में अस्पताल में भर्ती करना पड़ सकता है। इस लेख में आप निमोनिया क्या है, इसके कारण, लक्षण व इलाज के बारे में जान सकते हैं। निमोनिया के कितने प्रकार हैं? कम्‍यूनिटी-एक्‍वायर्ड निमोनिया- इस प्रकार का निमोनिया व्‍यक्ति को तब होता है जब वह हाल ही में हेल्‍थ केयर सुविधा के लिए अस्‍पताल ना गया हो और इसे निम्न प्रकार से विभाजित किया गया जा स...

निमोनिया कैसे होता है, जानिए Pneumonia के कारण, लक्षण और इलाज

मानव का शरीर काफी सेंसिटिव होता है, जो बाहरी जीवाणु या विषाणु के संपर्क में आने से प्रभावित होता है। कई बार ये बाहरी बैक्टीरिया मनुष्य को बीमार भी कर देते है। इन्ही बीमारियों में से एक है Pneumonia। आपने भी कई बार Pneumonia के बारे में सुना होगा। हो सकता है कि आपके परिवार में कोई कभी इस बिमारी का शिकार भी हुआ हो। लेकिन क्या आपको बता है कि आखरी Pneumonia कैसे होता है तथा Pneumonia होने के कारण, लक्षण और उपचार क्या है। दरअसल इन दोनों ही उम्र में इम्यून सिस्टम काफी कमजोर होता है। बताते चले कि Pneumonia आपको एक या फिर दोनों फेफड़ों में हो सकता है। कभी कभी ऐसा भी होता है कि किसी व्यक्ति को निमोनिया हो और उसे पता भी न चले। इस तरह के निमोनिया को मेडिकल टर्म्स में वाकिंग निमोनिया कहा जाता है। इस तरह के निमोनिया का कारण वायरस या फंगस होते है। अगर किसी को वायरस या फंगस की वजह से निमोनिया होता है तो वह किसी दूसरे व्यक्ति को भी आसानी से संक्रमित कर सकता है। इसके अतिरिक्त शराब पीने या फिर स्मोकिंग करने से भी निमोनिया होने की संभावनाएं बढ़ जाती है। Pneumonia होने की संभावना किस वर्ग को ज्याद होती है Pneumonia के लक्षण आपको बता दे कि निमोनिया के लक्षण आपके स्वास्थ्य और उम्र पर भी निर्भर करते है। कभी कभी Pneumonia के लक्षण कुछ दिन रह रहकर पैदा होते है। आइए जानते है निमोनिया के कुछ लक्षण- • सांस लेते समय सीने में तेज दर्द होना। • कफ आना और सीने में तकलीफ होना। • कफ बलगम या म्यूकस जैसा निकलना। • भूख न लगना। • थकान महसूस होना। • बुखार आना • ठंड लगना • उल्टी आना • पसीना आना • चक्कर आना • पेट खराब होना • सांस लेने में परेशानी होना। Pneumonia के कारण Pneumonia के प्रकार हमने आपको अपने आर्टिकल म...

बायोप्सी क्या है, खर्च, कब, क्यों, कैसे होता है

बायोप्सी (Biopsy) एक ऐसी प्रक्रिया होती है, जिसमें शरीर से ऊतक या कोशिका के एक सैंपल को लेबोरेटरी में जाँच करने के लिए निकाला जाता है। अगर आप में कुछ निश्चित प्रकार के संकेत या लक्षण महसूस हो रहे हैं या अगर आपके डॉक्टर को त्वचा के किसी क्षेत्र में किसी प्रकार का संदेह होता है, तो आपको बायोप्सी की प्रक्रिया से गुजरना पड़ सकता है, यह जानने के लिए कि आपको अगर कैंसर की संभावनाएं ज्यादा हैं, तो रोग की निश्चित पहचान के लिए बायोप्सी नमूने की नजदीक से जांच करना एक मात्र तरीका है। लेकिन, अगर डॉक्टर बायोप्सी करना चाहते हैं, या कर रहे हैं इसका मतलब ये नहीं की कैंसर ही है। • • • • • • • • बायोप्सी क्या होती है ? बायोप्सी, रोग की जांच व पहचान करने का एक तरीका होता है। इस प्रक्रिया में मरीज के शरीर में ऊतकों या कोशिकाओं में से एक सैंपल निकाला जाता है, जिसकी आमतौर पर माइक्रोस्कोप के द्वारा जांच की जाती है। नमूने की जांच अक्सर रोग पहचानने वाले डॉक्टर (Pathologist) द्वारा की जाती है। पैथोलॉजिस्ट एक विशेषज्ञ होता है, जिसको माइक्रोस्कोप आदि द्वारा नमूनों की जांच करके रोग के संकेत, उसके फैलाव आदि का पता लगाने के अनुसार प्रशिक्षित किया जाता है। इसके उद्देश्य के आधार पर, बायोप्सी द्वारा त्वचा में चीरा देकर सैंपल निकाला जाता है। इन प्रक्रियाओं को एक्सीजनल (Excisional) और इनसीजनल (Incisional) कहा जाता है। • एक्सीजनल बायोप्सी– इसकी मदद से त्वचा के ऊपर उभरी हुई गांठ को सर्जरी से पूरी तरह निकाल दिया जाता है। • इनसीजनल बायोप्सी– इसको कोर बायोप्सी (Core Biopsy) भी कहा जाता है। इस प्रक्रिया के दौरान ऊतक में से नमूना लिया जाता है। (और पढ़ें - बायोप्सी के विभिन्न प्रकार हो सकते हैं, जैसे: • खुरचना (Scrape...